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फतेहाबाद में बाढ़ प्रबंधन की समीक्षा: क्या हैं नए दिशा निर्देश?
Fatehabad, Haryana
फतेहाबाद (हरियाणा)।
एंकर रीड - बाढ़ बचाव प्रबंधों को लेकर लघु सचिवालय में अधिकारियों की समीक्षा बैठक, डीसी मनदीप कौर ने अधिकारियों के साथ की बैठक, बाढ़ बचाव एवं प्रबंधों को लेकर दिए जरूरी दिशा निर्देश, फतेहाबाद से गुजर रही घग्घर नदी बरसात के दिनों में होती है उफान, नदी में आने वाली बाढ़ से सैंकड़ों गांव और शहरी क्षेत्र होते हैं प्रभावित, 2023 में आई बाढ़ से 200 से अधिक छोटे बड़े गांव और शहर और ढाणियां हुई थी प्रभावित, बैठक में जनस्वास्थ्य, स्वास्थ्य, पीडब्ल्यूडी, पंचायती विभाग, लोकल आर्बन बाडीज के अधिकारियों के साथ संबंधित विभागों के अधिकारी रहे मौजूद, डीसी के सख्त आदेश आपात परिस्थितियों से निपटने के लिए रहें अलर्ट, मौजूदा समय में पूरे करें बाढ़ से बचाव के प्रबंध
वायस - फतेहाबाद से गुजर रही घग्घर नदी यूं तो किसानों के लिए लाइफ लाइन का काम करती है, मगर बरसात खासकर मानसून के सीजन में घग्घर नदी में आने वाला पानी फतेहाबाद जिले के लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन जाता है। फतेहाबाद जिला प्रशासन ने आज घग्घर में आने वाली बाढ़ से बचाव प्रबंधों को लेकर एक बैठक की। बैठक में जिले के सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। डीसी मनदीप कौर ने अधिकारियों को बाढ़ से निपटने और बचाव के सभी उचित प्रबंध समय रहते करने के निर्देश दिए। घग्घर नदी और रंगोई नाले के तटबंधों की मजबूती, रिपेयर और आपात परिस्थितियों में जरूरत पडऩे पर मिट्टी से भरे बैग पर्याप्त मात्रा में तैयार करने को कहा। उन्होंने कहा कि फिलहाल घग्घर नदी में पानी के बहाव को देखते हुए बाढ़ जैसी कोई परिस्थिति नहीं है, लेकिन बरसात के सीजन को देखते हुए सभी को अलर्ट रहना होगा। स्वास्थ्य विभाग को दवाओं एवं अस्पतालों में जरूरी सामान, जनस्वास्थ्य विभाग, बिजली निगम, पंचायत विभाग, पीडब्ल्यूडी, नगरपालिका/नगर परिषद के अधिकारियों को बाढ़ जैसे हालतों से निपटने के लिए अपनी तैयारियां पूरी करने को कहा है। इसके साथ ही जनस्वास्थ्य विभाग और नगर परिषद के अधिकारियों को जल निकासी के लिए सभी जरूरी तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए। डीसी ने कहा कि फिलहाल फतेहाबाद के चांदपुरा हेड पर घग्घर नदी में 3500 क्यूसिक पानी का बहाव दर्ज किया गया है, जोकि घग्घर की क्षमता से कहीं कम है। उन्होंने कहा कि जाखल इलाके में घग्घर नदी की क्षमता 18 हजार क्यूसिक है, जबकि सहायक नाले रंगोई की क्षमता 8 हजार क्यूसिक है, ऐसे अभी बाढ़ की कोई संभावना नहीं है, मगर मानसून सीजन अभी शुरु हुआ है अगर पहाड़ी इलाकों में बरसात होती है तो इसके लिए अलर्ट रहना जरूरी है। उल्लेखनीय है कि दो वर्ष पूर्व भी घग्घर नदी में आई बाढ़ ने इलाके में कहर बरपाया था। 200 से अधिक गांव और शहरी क्षेत्र बाढ़ से प्रभावित हुआ है। सैंकड़ों गांवों के आपस में संपर्क टूट गया था। हजारों हेक्टेयर भूमि की फसलें प्रभावित हुई थी, मकान, ढाणियां, ट्यूबवेल और सड़कें बाढ़ की भेंट चढ़ गई थी। इस बार भी समय से पूर्व शुरु हुई मानसून की बरसात को देखते जिला प्रशासन कोई रिस्क लेने के मूड़ में नहीं है, इसलिए प्रशासन की ओर से रंगोई और घग्घर नदी की ड्रेनों और साईफनों की साफ सफाई, किनारों की मरम्मत का काम शुरु कर दिया गया है। डीसी ने आमजन से अपील की है कि किसी भी अफवाह पर ध्यान ने दें, प्रशासन की पुरी मुस्तैदी के साथ स्थिति पर नजर बनाए हुए है और सभी प्रबंध किए जा रहे हैं।
बाईट - मनदीप कौर, डीसी, फतेहाबाद
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