Varanasi, Uttar Pradesh:श्रावण मास के दौरान श्री काशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं के दर्शन एवं सुविधाओं के लिए बने पांच द्वार
श्रावण मास भगवान शिव की भक्ति के लिए इस वर्ष लाखों श्रद्धालु दर्शन करने काशी विश्वनाथ धाम आयेंगे.
काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने बेहतर व्यवस्थाएं करने का दावा किया है.
1. प्रवेश के लिए पांच मार्ग चिन्हित.
श्री काशी विश्वनाथ धाम में प्रमुख प्रवेश द्वार हैं:
(1) गेट नं. 04
(2) नंदू फेरिया प्रवेश मार्ग
(3) सिल्को प्रवेश मार्ग
(4) ढुंढिराज प्रवेश मार्ग
(5) सरस्वती फाटक प्रवेश मार्ग
धाम में इन समस्त द्वारों से दर्शनार्थियों हेतु प्रवेश मार्ग निहित रहता है, किंतु गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए ललिता घाट से श्रद्धालुओं का प्रवेश अस्थायी रूप से प्रतिबंधित किया गया है.
2. श्रावण मास में संपादित होने वाली आरतियों के सम्बन्ध में
इस वर्ष श्रावण मास में चार सोमवार पड़ रहे हैं, जिनमें प्रत्येक सोमवार को बाबा विश्वनाथ का विभिन्न श्रृंगार किया जाएगा:
14-07-2025 (प्रथम सोमवार): चल प्रतिमा श्रृंगार
21-07-2025 (द्वितीय सोमवार): गौरी-शंकर (शंकर-पार्वती) श्रृंगार
28-07-2025 (तृतीय सोमवार): अर्धनारीश्वर श्रृंगार
04-08-2025 (चतुर्थ सोमवार): रुद्राक्ष श्रृंगार
अंत में 09-08-2025 (पूर्णिमा) के अवसर पर झूला श्रृंगार संपादित किया जाएगा।
3. दर्शन व्यवस्था
समस्त दर्शनार्थियों को अवगत कराया जाता है कि संपूर्ण श्रावण मास में विशेष मांग (प्रोटोकॉल) के दर्शन पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाया गया है। इस हेतु किसी भी प्रकार की विशेष दर्शन हेतु अपील स्वीकार्य नहीं होगी। कृपया किसी भी प्रकार के प्रलोभन अथवा बहकावे में न आएं। विशिष्ट जनों से अनुरोध है कि कोई प्रोटोकॉल अनुरोध न भेजें। ऐसे किसी भी अनुरोध को स्वीकार करना संभव नहीं होगा।
श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि दर्शन हेतु कतार का ही प्रयोग करें। किसी भी प्रकार के दलालों के झांसे में न आएं। विगत वर्ष की अधिकतम भीड़ को देखते हुए मंदिर न्यास श्रद्धालुओं से अपील करता है कि दर्शन अवधि लंबी होने के कारण सभी श्रद्धालु खाली पेट कतार में न लगें, अन्यथा स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है।
यदि कोई व्यक्ति विशेष दर्शन के नाम पर धन मांगता है अथवा अपनी दुकान से प्रसाद लेने पर दर्शन में सहायता का दावा करता है, तो वह आपको ठगने का प्रयास कर रहा है। कृपया तत्काल निकटतम पुलिस या मंदिर कर्मी को सूचित करें।
4. निषिद्ध वस्तुएं
श्रावण मास में श्री काशी विश्वनाथ धाम में बैग, मोबाइल, पेन, धातु की वस्तुएं इत्यादि के साथ प्रवेश संभव नहीं होगा। कृपया श्रद्धालुजन यह वस्तुएं अपने घर, होटल, धर्मशाला या अन्य ठहरने के स्थान पर छोड़कर ही आएं। अत्यधिक भीड़ के कारण धाम में स्थापित निःशुल्क बैगेज काउंटर संचालित नहीं होंगे।
5. चिकित्सकीय सुविधा
धाम में दर्शन हेतु आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कुल पाँच स्थानों पर चिकित्सकीय टीम की तैनाती की जाएगी। हेल्थ डेस्क पर तीन पाली में डॉक्टरों की ड्यूटी लगेगी। मंदिर न्यास द्वारा प्रत्येक पाली में दो डॉक्टरों की टीम उपलब्ध रहेगी। साथ ही मंदिर की दो एंबुलेंस कार्यरत रहेंगी, जिनमें से एक एंबुलेंस में ALS (Advanced Life Support) की सुविधा उपलब्ध होगी, जो किसी भी आकस्मिक स्थिति के लिए तत्पर रहेगी।
6. सुरक्षा व्यवस्था एवं खोया-पाया केंद्र
अत्यधिक भीड़ को ध्यान में रखते हुए धाम में छह स्थानों पर खोया-पाया केंद्र की स्थापना की जाएगी:
मंदिर प्रांगण
शंकराचार्य चौक
गेट नं. 01 (गंगा निकास द्वार)
गेट नं. 02 (सरस्वती फाटक)
गेट नं. 04 (मुख्य प्रवेश मार्ग)
ललिता घाट
इन केंद्रों पर भीड़ में अपने परिवार से बिछड़े लोग सहायता प्राप्त कर सकेंगे। सुरक्षा बल के अतिरिक्त सहायता कर्मी भी तैनात रहेंगे।
7. निःशुल्क ई-रिक्शा संचालन
धाम में दर्शन हेतु आने वाले वृद्ध, अशक्त, दिव्यांगजन एवं बच्चों के लिए गोदोलिया से मैदागिन तक निःशुल्क ई-रिक्शा का संचालन किया जाएगा, जिससे उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
8. जलपान एवं अन्य सुविधा
समय-समय पर ग्लूकोज़ / ओआरएस घोल, सूक्ष्म जलपान, बिस्किट, टॉफी, चॉकलेट आदि का वितरण किया जाएगा, जिससे वृद्ध एवं बालक आवश्यकता पड़ने पर इसका लाभ उठा सकें। इसके अतिरिक्त पेयजल काउंटर और गुड़ की व्यवस्था भी समुचित रूप से की जाएगी।
9. सूचना प्रणाली
व्यवस्था प्रबंधन हेतु सम्पूर्ण धाम में केंद्रीयकृत लोक सूचना प्रणाली (PA सिस्टम) तथा आवश्यक स्थानों पर स्थानीय लोक सूचना प्रणाली (Local Public Address System) की व्यवस्था रहेगी।
10. डिजिटल दर्शन
स्मार्ट सिटी के सहयोग से धाम परिसर एवं नगर के विभिन्न स्थलों पर भगवान विश्वनाथ की आरती एवं श्रृंगार के डिजिटल दर्शन की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी।
11. ऑनलाइन दर्शन सुविधा
गत वर्ष की भांति, वृद्धजन, निशक्तजन, दिव्यांगजन, एवं अत्यधिक भीड़ के कारण भौतिक रूप से दर्शन से वंचित रह जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन दर्शन की सुविधा उपलब्ध रहेगी।
Available Elements :-
1-: मंदिर के सामने से WT
2- श्रद्धालुओं की बाईट (3)
3- विजुअल
4- बाईट- विश्वभूषण मिश्रा, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास
Jai Pal Varanasi