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सतना अस्पताल की लापरवाही: गर्भ में जीवित बच्चे को बताया मरा!
SLSanjay Lohani
FollowJul 16, 2025 04:33:24
Satna, Madhya Pradesh
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मध्यप्रदेश के सतना जिले से स्वास्थ्य विभाग की चौंकाने वाली लापरवाही का मामला सामने आया है। जिला चिकित्सालय में एक गर्भवती महिला को डॉक्टरों ने बच्चे की गर्भ में मृत्यु की खबर दे दी, लेकिन परिजनों ने हिम्मत नहीं हारी और निजी अस्पताल पहुंचे, जहां प्रसूता ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। परिजनों और आशा कार्यकर्ता ने जिला अस्पताल के डॉक्टरों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। स्वास्थ्य अधिकारी ने मामले की जांच और दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है।
VO:-1
सतना जिले के मैहर जिले के चकरा गांव की 24 वर्षीय दुर्गा द्विवेदी को सोमवार-मंगलवार की देर रात प्रसव पीड़ा शुरू होने पर अमरपाटन सिविल अस्पताल ले जाया गया। वहां से उन्हें सतना जिला चिकित्सालय रेफर किया गया। मंगलवार सुबह 6 बजे दुर्गा को जिला अस्पताल के लेबर रूम में भर्ती किया गया। दो घंटे की जांच के बाद डॉक्टरों ने परिजनों को बताया कि गर्भ में बच्चे की मृत्यु हो चुकी है और उसे दवाओं के जरिए 5-6 घंटे में बाहर निकाला जाएगा। यह खबर सुनकर दुर्गा के पति राहुल द्विवेदी और परिजन सदमे में आ गए। परिवार मासूम की किलकारी की उम्मीद में था, लेकिन इस खबर ने सबको हताश कर दिया। हालांकि, परिजनों ने हार नहीं मानी और दुर्गा को तुरंत एक निजी अस्पताल ले गए। वहां सोनोग्राफी में पता चला कि बच्चा जीवित और स्वस्थ है। निजी अस्पताल में तत्काल ऑपरेशन हुआ और दुर्गा ने 3.8 किलोग्राम वजन के स्वस्थ शिशु को जन्म दिया। इस घटना से परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा, लेकिन जिला अस्पताल की लापरवाही पर गुस्सा भी बरकरार है। आशा कार्यकर्ता ने बताया "हम दुर्गा को जिला अस्पताल लेकर गए थे, जहां डॉक्टरों ने बच्चे की गर्भ में मृत्यु की बात कही। हम सब डर गए थे। लेकिन निजी अस्पताल में ले गए, जहां दुर्गा ने 3.8 किलो के स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने लापरवाही की है।
BYTE 1:
शीला तिवारी (आशा कार्यकर्ता):
प्रसूता के परिजनों ने बताया "जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने हमें गुमराह किया। जिंदा बच्चे को मरा बता दिया। अगर हम निजी अस्पताल न ले जाते, तो न जाने क्या होता। यह बहुत बड़ी लापरवाही है।
"बाइट 2:
अखिलेश द्विवेदी (प्रसूता के परिजन)
VO:-2
परिजनों और आशा कार्यकर्ता ने जिला अस्पताल के डॉक्टरों पर गंभीर लापरवाही और मरीजों को गुमराह करने का आरोप लगाया है। इस मामले पर सतना के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) एल.के. तिवारी ने कहा "यह मामला हमारे संज्ञान में आया है। हम जिला अस्पताल के गायनी विभाग से पूरी जानकारी जुटा रहे हैं। जांच के बाद दोषी डॉक्टर या स्टाफ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी
Byte :- 3
एल.के. तिवारी (CMHO, सतना)
VO –3
यह मामला सतना जिला चिकित्सालय की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है। परिजनों की सूझबूझ ने एक मासूम की जान बचा ली, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की इस लापरवाही ने कई परिवारों के विश्वास को ठेस पहुंचाई है।
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