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नाना पाटेकर ने राजोरी-पूणछ के परिवारों के लिए 42 लाख राहत दी
WMWaqar Manzoor
Sept 22, 2025 09:45:44
Ganderbal,
Noted actor Nana Patekar said it is the responsibility of the people of the country to help families affected by the recent Indo-Pak war. Nana Patekar today distributed financial help to such families in Rajouri. Nana Patekar’s NGO Nirmala Gajanan disbursed Rs 42 Lakhs to 117 families of Rajouri & Poonch who were affected in the aftermath of Operation Sindoor
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ASArvind Singh
Sept 22, 2025 11:31:12
Noida, Uttar Pradesh:_For DNA-इलाहाबाद HC का फैसला इससे पहले आए फैसलों से कैसे अलग है_ *SC इससे पहले क्या कह चुका है* अक्टूबर 2023 ने सुप्रीम कोर्ट ने एक केस की सुनवाई करते हुए ट्रायल कोर्ट और हाई कोर्ट के फैसले के 'कॉज टाइटल' में आरोपी की जाति का उल्लेख करने पर हैरानी जताई थी। कोर्ट ने कहा था कि कोर्ट फैसलों के 'कॉज टाइटल' में आरोपी या वादी की जाति की जानकारी शामिल नहीं की जानी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि जब कोर्ट किसी केस की सुनवाई करता है तो वो आरोपी की जाति या धर्म नहीं देखता है और यह इस कोर्ट की समझ से बाहर है कि ट्रायल कोर्ट और हाई कोर्ट के फैसले के कॉज टाइटल में आरोपी की जाति का उल्लेख क्यों किया गया है! इसके बाद जनवरी 2024 में दिए एक फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि उसके सामने दायर की जाने वाली याचिका में मेमो ऑफ पार्टीज़ (याचिका में पक्षकारों की सूची) में किसी वादी के जाति या धर्म का उल्लेख नहीं होना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने देश के सभी हाई कोर्ट को निर्देश दिया था कि उसके या उसके अधीनस्थ आने वाले ट्रायल कोर्ट में लंबित किसी याचिका/ मुकदमे/ कार्यवाही के मेमो ऑफ पार्टीज़ में किसी वादी की जाति का उल्लेख नहीं होना चाहिए। *इलाहाबाद HC ने क्या निर्देश दिया है* इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 16 सितम्बर को जो आदेश दिया है, वो सुप्रीम कोर्ट के पुराने फैसलों ने दी गई व्यवस्था से एक कदम आगे का है। हाई कोर्ट ने यूपी सरकार को थानों के नोटिसबोर्ड,एफआईआर/पब्लिक रिकॉर्ड और शहरों, गांव के साइन बोर्ड में जाति के उल्लेख को हटाने का निर्देश दिया है। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने कहा है:- *कोर्ट को बताया गया है कि यूपी के सभी थानों के नोटिस बोर्ड में आरोपी के जाति के उल्लेख वाला कॉलम है।राज्य सरकार इस आदेश की कॉपी मिलने के तुंरत बाद इस कॉलम को खत्म करने का आदेश जारी करेगी *कोर्ट को बताया गया है कि सूबे के ग्रामीण इलाकों , कस्बे, तहसीलें और जिले मुख्यालय की कुछ कॉलोनियों में कुछ लोग (जो झूठे जातीय गौरव और जातीय अहंकार से प्रेरित है) ऐसे बोर्ड लगा रहे हैं जो जातियों का महिमामंडन करते हैं और कुछ इलाकों को जातीय क्षेत्र या संपत्ति घोषित करते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया कि ऐसे बोर्ड तत्काल हटाए जाएँ और भविष्य में ऐसे बोर्ड लगाने से रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएँ। सम्बंधित ऑथोरिटी जल्द से जल्द इस सम्बंध में औपचारिक नियमवाली जारी करेगी *उत्तर प्रदेश के गृह विभाग (ACS-Home), डीजीपी से परामर्श करके Standard Operating Procedures (SOPs) तैयार और लागू करे ताकि उपरोक्त दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित हो सके। *कोर्ट ने पुलिस मैनुअल या नियमावली में संशोधन करने का सुझाव दिया है ताकि जांच से जुड़े , पब्लिक डॉक्यूमेंट में शिकायतकर्ता, आरोपी और गवाह की जाति का खुलासा न हो। हालाँकि, शिकायतकर्ता को केवल उन मामलों में छूट दी जाएगी जहाँ जाति का उल्लेख करना कानूनी ज़रूरत हो, (जैसे कि अनुसूचित जाति/जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 के तहत दर्ज मामलों में ) *सुप्रीम कोर्ट ने साफ किया कि यह निर्देश केवल उत्तर प्रदेश की सीमाओं में लागू होंगे और केंद्र सरकार की मर्जी है कि वो इसे लागू करें या करें।
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KKKamal Kumar
Sept 22, 2025 11:31:03
Pakhanjur, Chhattisgarh:Place-- पखांजूर एंकर, पखांजूर क्षेत्र के ग्राम पंचायत बड़गाँव में पूर्व वार्ड पंचों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। पाँच साल से मानदेय न मिलने और प्रशासन की लापरवाही से तंग आकर पूर्व वार्डपंचों ने अब सीधा मोर्चा खोल दिया है।आरोप है कि पंचायत सचिव, कार्रवाई से बचने के लिए धमकियाँ दे रहा है और यहाँ तक कि पैसों का लालच देकर शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनवा रहा है। जिससे आज नाराज पूर्व वार्डपंच एसडीएम कार्यालय पहुँचे और अपना बयान दर्ज कराया है।चेतावनीदेते हुए वार्डपंचो ने कहा की यदि कार्रवाही नहीं हुई तो प्रदर्शन करने कोई मजबूर होंगे। गौरतलब है की ग्राम पंचायत बड़गाँव के पूर्ववार्ड पंचों ने दो महीने पहले एसडीएम कार्यालय में लिखित शिकायत की थी कि उन्हें पिछले पांच वर्षों का मानदेय अब तक नहीं मिला। लेकिन शिकायत पर कार्रवाई करने के बजाय मामला दबा दिया गया।आरोप है कि सचिव को जानबूझकर स्थानीय प्रशासन द्वारा मोहलत दी जा रही है और इस बीच सचिव ने वार्ड पंचों को धमकाना और प्रलोभन देना शुरू कर दिया है।शिकायत वापस लेने का दबाव सचिव द्वारा बनाया जा रहा है और पैसों का प्रलोभन देकर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश हो रही है। नाराज पंचों ने एसडीएम कार्यालय पहुँचकर आज अपना बयान दर्ज कराया और स्पष्ट चेतावनी दी है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे सड़कों पर उतरेंगे।पंचों का कहना है कि अब वे किसी भी कीमत पर पीछे हटने वाले नहीं हैं। अब बड़ा सवाल यह है कि आखिर सचिव पर कार्रवाई से प्रशासन क्यों बच रहा है? पाँच साल से मानदेय का भुगतान क्यों नहीं किया गया? और वार्ड पंचों को उनका हक कब मिलेगा? बाईट 01 पूर्व वार्डपंच, ग्राम पंचायत बड़गाव बाईट 02 पूर्व वार्डपंच, ग्राम पंचायत बड़गाव
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NDNEELAM DAS PADWAR
Sept 22, 2025 11:30:54
Korba, Chhattisgarh:एंकर - एसईसीएल द्वारा अधिग्रहित जमीन का मुआवजा लेने से पहले रिकॉर्ड दुरुस्ती की मांग को लेकर कोरबा जिला के ग्राम पड़निया के निवासी आज कलेक्ट्रेट पहुंचे। सैकड़ों की तादात में पहुंचे ग्रामीणों ने अपर कलेक्टर से गुहार लगाई की एसईसीएल नौकरी और पुनर्वास की ओर ध्यान न देकर जमीन को अधिग्रहण करने में जल्दबाजी कर केवल मुआवजा देकर जमीन खाली करने का ग्रामीणों पर दबाव बना रहा है, जबकि एसईसीएल द्वारा अधिग्रहित ग्रामीणों की जमीन का रिकॉर्ड ही दुरुस्त नहीं है। रिकार्ड दुरुस्त नहीं होने के चलते जमीन के बदले नौकरी लेने में उन्हें दिक्कतें आएंगी। ग्रामीणों ने अपर कलेक्टर से गुहार लगाई कि गांव में शिविर लगाकर उनके जमीन के रिकॉर्ड की दुरुस्ती की जाए ताकि उन्हें एसईसीएल द्वारा शर्त नियमों के आधार पर मुआवजा, नौकरी और पुनर्वास मिल सके। अपर कलेक्टर ने भी गांव वालों को आश्वासन दिया है कि जल्द ही उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा। दरअसल 2009-10 में secl द्वारा ग्राम पड़निया की जमीन को खदान के लिए अधिग्रहित किया गया है। लेकिन आज तलक गांव वालों को ना पुनर्वास दिया गया है और ना जमीन के बदले नौकरी दी गई है। अब secl प्रबंधन ग्रामीणों पर दबाव बना रहे हैँ की मुआवजा लो और जमीन को खाली करो, जबकि गांव की जमीन का राजस्व रिकॉर्ड में दुरुस्ती करण नहीं हुआ है। राजस्व रिकॉर्ड में दुरुस्तीकरण नहीं होने की वजह से ग्रामीणों को जमीन के बदले नौकरी पाने के लिए secl द्वारा निर्धारित जमीन के रकबे से कम रकबा अंकित होने पर नौकरी से वंचित कर दिया जाएगा जिसका डर उन्हें सता रहा है। इसीलिए वह पहले रिकॉर्ड दुरुस्ती करण की मांग कर रहे हैं। बाइट - ग्रामीण बाइट - देवेंद्र पटेल, अपर कलेक्टर
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PKPradeep Kumar
Sept 22, 2025 11:21:57
Sri Ganganagar, Rajasthan:एंकर_ श्रीगंगानगर जिला भाजपा द्वारा जिलाध्यक्ष शरणपाल सिंह के नेतृत्व में प्रबुद्ध जन सम्मेलन का आयोजन आज ट्रेडर्स एसोसिएशन भवन नई धान मंडी श्रीगंगानगर में आयोजित किया गया । इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए जीव जंतु कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष जसवंत सिंह बिश्नोई ने कहा कि आज से जीएसटी बचत उत्सव शुरू हो रहा है और यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कारण ही संभव हो पाया है । उन्होंने कहा कि सभी उत्पादों पर मोदी सरकार द्वारा दी गई जीएसटी की छूट का लाभ प्रत्येक व्यक्ति और वर्ग को मिले, यह हमें सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच, विचार और अभिव्यक्ति से ही राष्ट्र का विकास संभव हो सकता है ।आज भारत दुनिया का सिरमौर बनने की ओर अग्रसर है तो इसका श्रेय भी नरेंद्र मोदी जी को ही जाता है। बिश्नोई ने कहा कि सरकारों के कामकाज की तुलना करके ही सरकारें चुनने का जतन हम सबको करना चाहिए। जब कोई व्यक्ति राष्ट्र धर्म की बात करता है तो उसके लिए पूरा राष्ट्र एक परिवार बन जाता है और नरेंद्र मोदी के लिए पूरा राष्ट्र ही एक परिवार है, यह उन्होंने कई अवसरों पर साबित किया है। उन्होंने कहा कि प्रबुद्ध जन सम्मेलन में बैठे लोग वक्ताओं से भी ज्यादा अनुभवी हैं और उनकी बात का सभी वर्गों पर पूरा असर होता है। उन्होंने कहा कि हम सबको जागना पड़ेगा तभी देश मजबूत और विकसित हो सकेगा ।
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ASABHISHEK SHARMA1
Sept 22, 2025 11:21:46
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JRJAIDEEP RATHEE
Sept 22, 2025 11:20:48
Sonipat, Haryana:सोनीपत न्यूज सोनीपत में नकली घी की बड़ी खेप बरामद त्योहारों के सीजन में मुनाफाखोर कर रहे नकली घी की सप्लाई मिठाइयां बनाने में यूज किया जाना था नकली घी एक ऑटो से 28 पेटी नकली घी बरामद ऑटो चालक को भी किया गिरफ्तार, जींद से लेकर आया था नकली घी एंकर:-त्यौहार का सीजन शुरू होते ही नकली माल सप्लाई करने वाले भी सक्रिय हो गए हैं। चंद पैसों के लिए कुछ लोग जनता के स्वास्थ्य से खुलेआम खिलवाड़ कर रहे हैं। पुलिस ने भी ऐसे लोगों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है। सोनीपत गोहाना सिटी थाना पुलिस व खाद्य सुरक्षा अधिकारी की टीम ने जींद जिले के गांव बीबीपुर निवासी जसबीर को विभिन्न मार्का के नकली देशी घी के साथ गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि वह ऑटो में नकली घी भरकर शहर में सप्लाई करने के लिए गोहाना आया रहा था। इस बारे में खाद्य सुरक्षा अधिकारी डॉ बीरेंद्र सिंह को भनक लग गई। जिस पर उन्होंने इस बारे में शहर थाना पुलिस को सूचित कर दिया। पुलिस ने मौके से 28 पेटी नकली देशी घी बरामद कर लिया है। पुलिस ने आरोपी जसबीर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच आरंभ कर दी। वि o:- सोनीपत के गोहाना सिटी थाना एस एच ओ अरुण नर बताया कहना आरोपी से पूछताछ की जा रही गया कि वह गोहाना में किन किन दुकानदारों को नकली देशी घी की सप्लाई करने जा रहा था। आरंभिक जांच मे पता चल है कि आरोपी जींद के पिल्लूखेड़ा कस्बे से नकली देशी घी लेकर आया था। जहां इस नकली घी की फैक्टरी स्थापित कर रखी है। बाईट अरुण कुमार sho सिटी थाना पुलिस
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