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Udaipur313027

लसाड़िया में हिंदी माध्यम स्कूल की कमी: छात्रों का भविष्य अंधकारमय!

AJAvinash Jagnawat
Jul 12, 2025 08:37:31
Udaipur, Rajasthan
इन्फाॅर्मर-भैरु आमेटा मो.6376036003 लसाड़िया,सलुम्बर एक्स-@BheruLalAmeta3 जिला रिपोर्टर-अविनाश जगनावत सलुम्बर जिले के जनजाति ग्रामीण क्षेत्रों में अंग्रेजी माध्यम स्कूल होने से छात्र पढ़ने के बजाय पढ़ाई छोड़ने को मजबुर है। एक जनजाति बाहुल्य क्षेत्र में उपखंड मुख्यालय पर हिंदी माध्यम विद्यालय नहीं होने से छात्रों को हिंदी माध्यम विद्यालय में प्रवेश के लिए दर दर भटकना पड़ रहा है। मामला है सलुम्बर जिले के लसाड़िया उपखंड मुख्यालय पर स्थित महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय अंग्रेजी माध्यम में होने से लसाड़िया और आसपास के छात्रों को हिंदी माध्यम के विद्यालय में प्रवेश के लिए 7-10 किमी दुर भटकना पड़ रहा है। वीओ 1- अभिभावकों ने बताया कि लसाड़िया उपखंड मुख्यालय पर हिंदी माध्यम नहीं होने से नन्हे मुन्ने बच्चों को 7-10 किमी दूर विद्यालय में पढ़ने के लिए भेजकर पढ़ाना मजबुरी हो गई। कई बार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को समस्या से अवगत कराया लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ। बाईट- ग्रामीण लसाड़िया उपखंड मुख्यालय पर हिंदी माध्यम स्कूल नहीं होने से छात्रों को परेशानी हो रही है, जिससे वे पढ़ाई में पिछड़ रहे हैं। सही मार्गदर्शन नहीं मिल पा रहा है। कुछ छात्र पढ़ाई छोड़ रहे हैं, जबकि कुछ 7-10 किमी दूर पढ़ने जाने को मजबूर हैं। लसाड़िया में हिंदी माध्यम स्कूल की कमी एक गंभीर समस्या बन गई है। लसाड़िया में हिंदी माध्यम स्कूल नहीं होने से छात्रों को शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है। छात्रों को अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए दुसरे गांवों में जाना पड़ रहा है, जिससे उन पर आर्थिक और सामाजिक बोझ पड़ रहा है। कुछ छात्र पढ़ाई छोड़ रहे हैं क्योंकि वे दुसरे गांवों में जाकर पढ़ाई करने में सक्षम नहीं हैं। इससे छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है। ज्ञात हो लसाड़िया उपखंड मुख्यालय से 7-10 किमी दूर अन्य हिन्दी माध्यम विद्यालय है। कूण, टटाकिया, धोलिया, धामनिया, ओवरा विधालय में प्रवेश लेना पड़ रहा है। जो लसाड़िया से 7-10 किमी की दुरी पर स्थित है। संसाधनों के अभाव के चलते आगे पढ़ाई छोड़ने को मजबुर है। छात्राओं को 9-10 के बाद आगे नहीं पढ़ पा रही है। पढ़ाई छोड़ने को मजबुर है। बाईट- छात्र वीओ 3- क्या सरकार छात्रों की समस्या पर ध्यान केंद्रित कर महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय लसाडिया को दो पारी में कर हिंदी माध्यम भी शुरू करवा कर स्थानीय छात्रों को लसाड़िया में शिक्षा मिल जायेंगी। छात्र पुर्व में तहसील कार्यालय के भी तालाबंदी कर प्रदर्शन किया तब तत्कालीन जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधू ने फोन पर बात कर समस्या पर शिक्षा निदेशालय को पत्र लिखकर हिंदी माध्यम विधालय शुरू करवाने का आश्वासन दिया था तब छात्रों ने तालाबंदी बंद की थी। एक साल गुजर जाने के बाद भी समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ ऐसे में छात्र दुसरे विधालय में भटकने को मजबुर है लसाड़िया से भैरूलाल आमेटा के साथ अविनाश जगनावत जी मिडिया सलुम्बर
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