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बहराइच में हाथी की गश्त: वायरल वीडियो ने मचाई हलचल!
Bahraich, Uttar Pradesh
रिपोर्ट/राजीव शर्मा/बहराइच/
गेरुवा नदी में गश्त के दौरान दिखा हाथी,पेट्रिलिंग कर रही फारेस्ट टीम ने जंगल की ओर खदेड़ा,
बहराइच. कतर्नियाघाट क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के चलते जंगली जानवर ऊंचे स्थानों पर जा रहे हैं। जिसको लेकर फारेस्ट टीम जंगल की पेट्रिलिंग में जुटी हुई है,इसी कड़ी में देर रात वन विभाग की ओर से की जा रही सेंचुरी क्षेत्र की पेट्रिलिंग के दौरान एक हाथी नदी में नजर आया। जिसको वन विभाग कर्मियों द्वारा जंगल की ओर खदेड़ दिया गया।जिसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है.....
आपको बता दें कि कतर्निया घाट वन्य जीव प्रभाग में जंगल से सटे गांव में आये दिन जंगली जानवरों का आतंक देखने को मिलता है,जंगली हाथियों का झुंड पहले भी जंगल से सटे कई गांवो में उत्पात मचा चुका है।
हाथियों के उत्पात की सूचना पर वन विभाग की टीम ने अपनी गस्त बढ़ा दी है। रात में गश्त कर रहे वनकर्मियों द्वारा हांका लगाकर कड़ी मशक्कत के बाद एक हाथी को जंगल की ओर भगाया गया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है...
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Mahendragarh, Haryana:
नांगल चौधरी विधानसभा के गांव एक महिला 4 दिन से लगातार थाने के चक्कर लगा रही है महिला ने अपने ही गांव के एक व्यक्ति पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए पुलिस को बाकायदा कैमरे की रिकॉर्डिंग दी लेकिन चार दिन भी जाने के बाद भी पुलिस कार्रवाई करने की बजाय लीपापोती में लगी हुई है
हरियाणा की नायाब सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भले ही ठोस कदम उठा रही हो लेकिन हरियाणा पुलिस ही मुख्यमंत्री के जल कल्याणकारी योजनाओं को पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे ताजा मामला नांगल चौधरी विधानसभा क्षेत्र के गांव का बताया जा रहा है जहां पर एक महिला ने पुलिस में शिकायत दी कि उसी के गांव का एक व्यक्ति उसके साथ छेड़छाड़ कर रहा है और गलत नीयत से उसके घर में घुसकर उसके साथ किसी अप्रिय घटना को अंजाम देने की फिराक में है महिला के द्वारा बाकायदा पुलिस को इसका वीडियो दिया गया और संबंधित शिकायत थाने में दी गई महिला ने आरोप लगाया कि पुलिस शिकायत देने के बाद भी कार्रवाई नहीं कर रही है क्योंकि दूसरी पार्टी के द्वारा पुलिस को पैसे दिए गए हैं जिसको लेकर पुलिस कार्रवाई करने की बजाय उल्टा मुझे ही शिकायत के बारे में होने वाले कार्रवाई के बारे में बताने से दूरियां बनाए हुए हैं
बाइट पीड़ित महिला
मामले की जानकारी जब जी मीडिया को लगी तो जी मीडिया के संवाददाता मौके पर पहुंचे और थाना प्रभारी से मामले की जानकारी लेने की कोशिश की लेकिन थाना प्रभारी ने मीडिया के सामने बोलने से साफ इनकार कर दिया ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं की नांगल चौधरी पुलिस महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कितना कदम उठा रही है
वाक् थ्रू हरविंद्र यादव
महिला के द्वारा बाकायदा पुलिस को शिकायत दी गई लेकिन महिला का आरोप है कि व्यक्ति प्रभावशाली होने के चलते इस मामले में पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है मामले को लेकर मामले को लेकर डीएसपी हेड क्वार्टर व जिला पुलिस अधीक्षक पूजा वशिष्ठ को फोन के माध्यम से मामले के बारे में जानकारी लेने के लिए कॉल किया गया लेकिन किसी ने भी फोन नहीं उठाया इसके बाद इस पूरे के पूरे मामले में पुलिस के कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं
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Mahendragarh, Haryana:
जिले में शराब के अवैध ठेकों का कारोबार जोरों पर है। कई स्थानों पर शराब निर्धारित कीमत से कम दर पर खुलेआम बेची जा रही है, जिससे न केवल सरकार के राजस्व को नुकसान हो रहा है, बल्कि कानून-व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं।
शराब के ठेके आबकारी विभाग के नियमों को ताक पर रखकर राज्य राजमार्ग (स्टेट हाईवे) से महज 220 मीटर के अंदर शराब के ठेके चलाए जारहे है जबकि स्पष्ट नियम है कि हाईवे से कम से कम 220 मीटर दूर तक शराब के ठेके नहीं होने चाहिए। साथ ही हाईवे से कोई ठेका दिखाई नहीं देना चाहिए बाबूजी जिसके भी शराब ठेकेदार धड़ले से नियमों के अवहेलना कर रहे हैं
एक्साइज रेट से नीचे बेची जा रही है शराब
आबकारी विभाग के अनुसार अगर कोई भी दुकानदार आपकारी रेट से नीचे शराब भेजता है तो उसके खिलाफ सबसे सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी बावजूद इसके भी कड़े नियम होने के बाद भी ठेका संचालक रेट से कम कीमतवपार शराब बेच रहे है
आबकारी नियम के अगर तो देसी शराब की बोतल की कीमत हरियाणा सरकार ने 150 रुपए निर्धारित की है लेकिन ठेका संचालक 120 रुपए में शराब बेच हरियाणा सरकार को एक्साइज ड्यूटी में चूना लगा रहे हैं
एक्साइज विभाग की चुप्पी पर उठे सवाल
इन अवैध गतिविधियों पर आबकारी विभाग की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है। ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे विभाग जानबूझकर आंखें मूंदे बैठा है, या फिर मिलीभगत के चलते कार्रवाई नहीं की जा रही।
हालांकि, आबकारी अधिकारी का कहना है कि “अवैध ठेकों और नियम उल्लंघन करने वालों पर जल्द ही सख्त कार्रवाई की जाएगी।” लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
नियमों का उलंघन
शराब की बिक्री निर्धारित दरों से कम पर
स्टेट हाईवे के 220 मीटर के भीतर चल रहे ठेके
बिना रेट लिस्ट के अवैध रूप से कारोबार
क्या प्रशासन इन अवैध धंधों पर कड़ी कार्रवाई करेगा या फिर सब यूं ही चलता रहेगा?
फ़ोटो जिसमें एक्साइज डिपार्टमेंट के अनुसार साफ तौर पर बताया गया है कि यहां पर शराब का ठेका नहीं खोला जा सकता बावजूद इसके भी इस लोकेशन पर ठेका चल रहा है जो कि अवैध
बाइट अनिल शर्मा DTC एक्साईज नारनौल
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Goreya Pipar, Chhattisgarh:
अम्बिकापुर,,,
होटल संचालक की जमकर हुई पिटाई,
लड़की से छेड़खानी का आरोप लगा लड़की की माँ ने चप्पलों से पीटा,
होटल संचालक को महिला द्वारा लगातार चप्पलों से पीटते वीडियो हुआ वायरल,
राजपुरी का बताया जा रहा वीडियो,
थाने में नही हुई है मामले की शिकायत,
होटल में काम करने आई थी लड़की
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Lalitpur, Uttar Pradesh:
उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में पुलिस टीम ने मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के 4 सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है । पुलिस टीम ने आरोपियों के पास से एक कार और करीब 14 लाख रुपये कीमत का 56 किलो अवैध गांजा बरामद किया गया , मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम के आरोपियों को महरौनी कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत निवारी ग्राम के पास से गिरफ्तार करने में सफलता पाई है ।
पुलिस द्वारा बताया गया कि मुखबिर की सूचना पर वाहन चेकिंग के दौरान एक बलेनो कार से 4 अंतर्राज्यीय मादक तस्करों को गिरफ्तार किया गया जिनके पास से कार में रखा हुआ 56 किलो अवैध गांजा बरामद किया गया । जिसकी कीमत करीब 14 लाख बताओ जा रही है । गिरफ्तार आरोपियों के नाम ध्रुव सिंह निवासी झाँसी , हर्षवर्धन निवासी झाँसी ,यश चौरसिया निवासी निवासी ग्वालियर और कैलाश राय निवासी टीकमगढ़ बताये जा रहे हैं । गिरफ्तार सभी आरोपियों को सुसंगत धराओ में मुकद्दमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है ।
Byte - कालू सिंह (ASP ललितपुर)
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Roorkee, Uttarakhand:
रुड़की।
एंकर - रुड़की सिविल अस्पताल में एक डॉक्टर की टीम ने महिला को जीवनदान दिया है। दअरसल रुड़की इलाके की इब्राहिमपुर मसाई निवासी महिला कई महीनो से पेट दर्द से बेहद परेशान थी। वही पीड़ित महिला सिविल अस्पताल पहुंची और सिविल अस्पताल के सर्जन डा. प्रणय प्रताप सिंह को दिखाया तो चेकअप में पता चला कि महिला को सिस्ट ऐडीनोमा यानी अंडदानी का ट्यूमर है। और ट्यूमर का आकार भी काफी बड़ा है। वही सर्जन प्रणय प्रताप सिंह ने बताया कि महिला का आपरेशन करना जरूरी है। इसके अलावा सबसे बड़ी परेशानी यह थी कि ढाई महीने पहले महिला की डिलीवरी हुई थी। लेकिन सर्जन प्रणय प्रताप सिंह और उनकी टीम ने हिम्मत नहीं हारी और डेढ़ घंटे में महिला के पेट से साढ़े तीन किलो की रसौली का सफल ऑपरेशन कर दिया। जिससे महिला को बड़ी राहत मिली। वही सफल ऑपरेशन पर परिजनों ने सर्जन प्रणय प्रताप सिंह और सीएमएस का आभार जताया। वही महिला सफल ऑपरेशन के बाद अब पूरी तरह स्वस्थ है।
बाईट - प्रणय प्रताप सिंह ( सर्जन सिविल अस्पताल रुड़की )
बाईट - अरविंद कुमार मिश्रा ( सीएमएस सिविल अस्पताल रुड़की )
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Budaun, Uttar Pradesh:
[01/07, 4:26 pm] Amit Agarwal Zee News: बदायूं स्क्रिप्ट
स्लग - नफरती गैंग का देश को दारुल इस्लाम बना देने का गुप्त एजेंडा एक बार खुल कर सामने आया है। बदायूं की प्रसिद्ध छोटे बड़े सरकार की दरगाह के पीर पर महिला अपना और अपनी बेटी के धर्म परिवर्तन का दवाव देने का आरोप लगाया है। महिला का यह भी आरोप है कि उसके ससुर और उसके पति का पीर ने पहले ही धर्म परिवर्तन करा दिया है। आरोपी पीर खुद को माफिया अतीक अशरफ गैंग का सदस्य और सद्दाम का करीबी बताता है।
V/o 1- मामला सदर कोतवाली इलाके का है यहाँ की रहने वाली एक महिला ने प्रसिद्ध छोटे बड़े सरकार दरगाह कर पीर पर धर्म परिवर्तन कराने के लिये दवाव देने का आरोप लगाया है। अनु रस्तोगी नाम की महिला ने बताया की आरोपी पीर उसके ससुर और उसके पति का पहले ही धर्म परिवर्तन करा चुका है और उसका और उसकी पांच साल की बेटी का धर्म परिवर्तन कराना चाहता है। धर्म परिवर्तन ना करने पर धमकी दे रहा है। जेल से लिखें माफिया अतीक के लेटर दिखाता है और खुद को अतीक अशरफ गैंग का हिस्सा बताता है।आरोपी पीर पप्पन खुद को माफिया अतीक के साले सद्दाम का करीबी बताता है।
बाइट - अनु रस्तोगी, पीड़िता महिला
अमित अग्रवाल
जी मीडिया बदायूं
[01/07, 5:24 pm] Amit Agarwal Zee News: बदायूं स्क्रिप्ट
स्लग - नफरती गैंग का देश को दारुल इस्लाम बना देने का गुप्त एजेंडा एक बार खुल कर सामने आया है। बदायूं की प्रसिद्ध छोटे बड़े सरकार की दरगाह के पीर पर महिला टीचर ने अपना और अपनी बेटी के धर्म परिवर्तन का दवाव देने का आरोप लगाया है। महिला का यह भी आरोप है कि उसके ससुर और उसके पति का पीर ने पहले ही धर्म परिवर्तन करा दिया है। आरोपी पीर खुद को माफिया अतीक अशरफ गैंग का सदस्य और सद्दाम का करीबी बताता है।
V/o 1- मामला सदर कोतवाली इलाके का है यहाँ की रहने वाली एक महिला टीचर ने प्रसिद्ध छोटे बड़े सरकार दरगाह कर पीर पर धर्म परिवर्तन कराने के लिये दवाव देने का आरोप लगाया है। अनु रस्तोगी नाम की महिला ने बताया की आरोपी पीर उसके ससुर और उसके पति का पहले ही धर्म परिवर्तन करा चुका है और उसका और उसकी पांच साल की बेटी का धर्म परिवर्तन कराना चाहता है। धर्म परिवर्तन ना करने पर धमकी दे रहा है। जेल से लिखें माफिया अतीक के लेटर दिखाता है और खुद को अतीक अशरफ गैंग का हिस्सा बताता है।आरोपी पीर पप्पन खुद को माफिया अतीक के साले सद्दाम का करीबी बताता है। महिला ने बीजेपी के सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता और बीजेपी नेता राजेंद्र मथुरिया पर धमकी देने और पप्पन पीर जी का संरक्षण करने का आरोप लगाया है। महिला शिक्षिका ने बताया की उसकी और उसकी बेटी पर कभी भी हमला हो सकता है।
महिला के लगाए गए आरोप गंभीर हैँ उसका कहना है कि उसका पति, ससुर सास नमाज़ पढ़ते हैँ और उनको नमाज़ पढ़ते खुद उसने देखा है। उसकी पांच वर्षीय बच्ची से अल्लाह अल्लाह कहलवाते हैँ। मुझसे कहते हैँ कि यहाँ एक अल्लाह होता है हमारे मजहब मे आप जाओ तो कई बच्चे पैदा करोगी हिन्दू रहकर एक ही बच्चा कर पाओगी।तांत्रिक क्रियाये करते हैँ ताबीज पीने को देते हैँ।
बाइट - अनु रस्तोगी, पीड़िता महिला
अमित अग्रवाल
जी मीडिया बदायूं
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Hapur, Uttar Pradesh:
उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में देर रात एक दर्दनाक हादसा हुआ. यहां बाबूगढ़ थाना क्षेत्र के एनएच-09 स्थित राजा जी ढाबे में एक अनियंत्रित कार घुस गई।
राजाजी ढाबे से जी मीडिया संवाददाता अभिषेक माथुर का वॉकथ्रू
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Balrampur, Uttar Pradesh:
बलरामपुर में प्रशासनिक सख्ती के तहत पंचायत स्तर पर भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए ग्राम प्रधानों, पंचायत सचिवों और रोजगार सेवकों पर हुई कड़ी कार्रवाई के बाद अब जिलेभर के पंचायत प्रतिनिधि आक्रोशित हो उठे हैं। इसमें रोजगार सेवक और पंचायत सचिव भी शामिल है। हालात इतने तनावपूर्ण हो गए हैं कि बीते तीन दिनों से ये प्रतिनिधि जिला प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलकर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। कार्य बहिष्कार की घोषणा के साथ डोंगल (डिजिटल हस्ताक्षर डिवाइस) भी लौटाने की चेतावनी दी है।
इस पूरे घटनाक्रम ने जिले की प्रशासनिक व्यवस्था के सामने एक नई चुनौती खड़ी कर दी है। एक ओर शासन और प्रशासन की ओर से भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कार्रवाई की जा रही है, तो दूसरी ओर पंचायत प्रतिनिधि इसे अन्याय और "टारगेट करके की गई कार्रवाई" बता रहे हैं।
दो मामलों से शुरू हुआ बवाल
इस विवाद की शुरुआत दो अलग-अलग विकासखंडों में पंचायत स्तरीय योजनाओं में भ्रष्टाचार के मामलों से हुई। पहला मामला पचपेड़वा विकासखंड के बिशुनपुर टांटनवा गांव का है, जहां मनरेगा के तहत तीन तालाबों के निर्माण में गड़बड़ियों की शिकायत पर जांच के बाद ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव, रोजगार सेवक और अन्य छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जेल भेजा गया।
दूसरा मामला सदर विकासखंड के बैजपुर गांव से जुड़ा है, जहां पंचायत भवन निर्माण में हुई अनियमितताओं को लेकर ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव को जेल भेजा गया। यह कार्रवाई जिला प्रशासन द्वारा कराई गई, जिसमें दोषियों को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
इन दोनों मामलों में कठोर कार्रवाई के बाद ग्राम प्रधानों और पंचायत कर्मियों में असंतोष फैल गया। उनका कहना है कि केवल ग्राम स्तर के प्रतिनिधियों और छोटे कर्मचारियों पर कार्रवाई की जा रही है, जबकि उच्चाधिकारियों की जिम्मेदारी को नजरअंदाज किया जा रहा है। विकासखंड पचपेड़वा में खंड विकास अधिकारी को बचा लिया गया है जबकि उनकी भी इसमें संलिपिटता रही है क्योंकि बिना उनके हस्ताक्षर के कोई कार्य नहीं हो सकता है।
इन घटनाओं से आहत पंचायत प्रतिनिधियों ने सबसे पहले सदर विकासखंड कार्यालय का घेराव किया और नारेबाजी की। उसके बाद प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट की ओर मार्च करने लगे, लेकिन उन्हें बड़े परेड स्टेडियम के पास पुलिस बल ने रोक लिया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर नोकझोंक भी हुई।मौके पर तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ला और सदर विधायक पलटू राम पहुंचे और प्रतिनिधियों से बातचीत की, लेकिन पंचायत प्रतिनिधियों की नाराजगी और आक्रोश कम होता नहीं दिखा। हालांकि इन सबको जिलाधिकारी कार्यालय तक पुलिस प्रशासन द्वारा नहीं पहुंचने दिया गया है बीच में ही रोक लिया गया है। उग्र प्रदर्शन को देखते हुए काफी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है जिसमें महिला पुलिस भी शामिल है। इसके साथ ही क्षेत्र अधिकारी स्तर के अधिकारी भी मौजूद है।
प्रदर्शन कर रहे प्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें 10 बिंदुओं में अपनी मांगों और आपत्तियों को रखा गया है। मुख्य मांगें इस प्रकार हैं:
1. बिशुनपुर टांटनवा प्रकरण में तत्कालीन खंड विकास अधिकारी धनंजय सिंह और मनरेगा स्टाफ को बचाया गया है, जबकि भुगतान उनके डोंगल से हुआ। ग्राम प्रधान, सचिव और रोजगार सेवक को जेल भेजा गया, लेकिन अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।
2. बैजपुर प्रकरण में बिना अभियोजन स्वीकृति के महिला कर्मचारी आरती रावत को, जिनकी 4 माह की बच्ची है, अमानवीय तरीके से जेल भेजा गया। यह पूरी तरह से निंदनीय है और इसमें मानवीय संवेदनाओं की अनदेखी हुई है।
3. जल जीवन मिशन योजना के तहत पाइप लाइन बिछाने के बाद गांवों में सड़कों की मरम्मत नहीं हुई। चूल्हाभारी गांव में पानी की टंकी फटने की घटना पर कोई एफआईआर तक नहीं की गई। ठेकेदारों को बचाया जा रहा है।
4. मनरेगा मजदूरी 252 रुपये प्रतिदिन होने के कारण मजदूर काम करने को तैयार नहीं हैं, फिर भी ग्राम प्रधानों पर जबरदस्ती लक्ष्य थोपे जा रहे हैं। इन दबावों से तंग आकर पंचायत प्रतिनिधियों ने मनरेगा कार्य बंद करने की घोषणा की है।
5. वृक्षारोपण के बाद पेड़ों की रक्षा नहीं हो पाती, जिससे वे नष्ट हो जाते हैं। इसके बाद जांच के नाम पर ग्राम प्रधानों को प्रताड़ित किया जाता है। ऐसे में उन्होंने वृक्षारोपण कार्य से इंकार कर दिया है।
6. मनरेगा योजना पर प्रशासनिक नियंत्रण अधिक होने के कारण ग्राम पंचायतों को अधिकार नहीं मिल पा रहे हैं, जिससे विसंगतियां बढ़ रही हैं। शासनादेश को तत्काल लागू करने की मांग की गई है।
7. सीएम डैशबोर्ड रैंकिंग के नाम पर अधिकारियों द्वारा फर्जी रिपोर्टिंग और दबाव बनाया जाता है। इससे योजनाओं में पारदर्शिता नहीं रह जाती।
8. भू-प्रबंध समिति की मंजूरी के बिना ही कार्य प्रारंभ कराए जाते हैं, जिससे बाद में पंचायतों को जिम्मेदार ठहराया जाता है।
इन घटनाओं और आंदोलनों के बाद एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि क्या पंचायत स्तर पर हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ जिला प्रशासन की कार्रवाई गलत है या यह राजनीतिक दबाव का सामना कर रहा प्रशासनिक कदम है?
यदि कार्रवाई न्यायसंगत है, तो फिर उसका विरोध करने वाले पंचायत प्रतिनिधि क्या वाकई जनसेवा के हित में खड़े हैं या अपने बचाव के लिए सामूहिक दबाव बना रहे हैं?
दूसरी ओर, यदि कार्रवाई एकतरफा है और उच्चाधिकारियों को बचाया जा रहा है, तो भी सवाल प्रशासन की निष्पक्षता पर उठना लाजमी है। प्रदर्शनकारियों का यह भी कहना है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं और निर्दोष लोगों को जेल से रिहा नहीं किया गया तो वे अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार पर रहेंगे।
फिलहाल जिला प्रशासन की ओर से कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। प्रशासन की ओर से यह माना जा रहा है कि कार्रवाई पूरी जांच और साक्ष्यों के आधार पर की गई है।
यदि यह गतिरोध जल्द नहीं टूटा तो जिले की पंचायती व्यवस्था ठप पड़ सकती है। इससे विकास कार्यों पर सीधा असर पड़ेगा, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे मनरेगा, स्वच्छ भारत जैसी योजनाओं पर।
स्थिति लगातार तनावपूर्ण बनी हुई है। सवाल यह है कि क्या यह आंदोलन भ्रष्टाचारियों को बचाने का प्रयास है या फिर वास्तव में कुछ लोगों के साथ अन्याय हुआ है?
क्या जिला प्रशासन दबाव में आकर अपनी कार्रवाई पर पुनर्विचार करेगा? या फिर पंचायत प्रतिनिधि झुकेंगे और कार्यों को फिर से प्रारंभ करेंगे?
इस पूरे घटनाक्रम ने जनपद में प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के बीच एक टकराव की स्थिति उत्पन्न कर दी है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि सच के सामने भ्रष्टाचार झुकता है या फिर भ्रष्टाचार के आगे सच को झुकना पड़ता है।
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Dogari Misra, Uttar Pradesh:
पुलिस अधीक्षक विक्रान्त वीर के निर्देशन में यातायात प्रभारी गुलाब सिंह मय यातायात पुलिस द्वारा अभियान चलाकर सड़क पर स्टंटबाजी करते हुए नए उम्र के लड़के, मोडिफाइड साइलेंसर, बिना हेलमेट, बिना ड्राइविंग लाइसेंस एवं तीन सवारी चलने वालों वाहनों के विरुद्ध एम0वी0 एक्ट में कार्यवाही की गयी तथा सड़क पर गाड़ी खड़ा कर सवारी भरने वाले बस, ऑटो एवं ई-रिक्शा वाहनों को एम वी एक्ट में 62 वाहनों का ई चालान किया गया तथा 2 वाहनों को सीज किया गया । वही एक मोडिफाइड साइलेंसर बुलेट से 16 हजार का जुर्माना लिया गया ।
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Aarampur, Uttar Pradesh:
खखरेरू।सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने और नगर स्वच्छ रखने के लिए ई रिक्शा की खरीददारी की गई है। विधायक कृष्णा पासवान और चेयरमैन ज्ञान चंद्र केशरवानी ने अधिशाषी अधिकारी हरिगेंद्र प्रताप सिंह व सभी वार्डों के सभासदों की मौजूदगी में हरी झंड़ी दिखा कर ई रिक्शा रवाना किए। सोमवार को नगर पंचायत में बोर्ड की बैठक थी बैठक में सभी सभासदों ने अपने अपने वार्ड के जरूरी काम के प्रस्ताव दिए। बैठक उपरांत प्रत्येक वार्ड के लिए आए रिक्शों की विधायक व चेयरमैन द्वारा विधिवत पूजा अर्चना कर सफाई व्यवस्था के अभियान को गत
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