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जम्मू कश्मीर में शहीद दिवस पर बवाल, उमर का दीवार फांदना विवादित!

RVRajat Vohra
Jul 14, 2025 13:04:58
Jammu,
शहीद दिवस को लेकर जम्मू कश्मीर में बवाल। उमर ने फ़ंधी दीवार। बीजेपी, हिन्दू नेता और कश्मीरी पंडित बोले यह शहीद दिवस नहीं बल्कि काला दिवस है वो शहीद नहीं वे दंगाई थे। 1) राजीव जसरोटिया (भाजपा विधायक) कठुआ से भाजपा विधायक राजीव जसरोटिया ने कहा कि उमर अब्दुल्लाह एक पड़े लिखे मुख्य मंत्री हैं, वो दीवार फांद कर क्या व्यक्त करना चाहते हैं? सब जानते हैं कि 13 जुलाई 1931 को जो हुआ वो सबको पता है, वो शहीद नहीं थे बल्कि गद्दार लोग थे. उमर अब्दुल्लाह और उनकी सरकार हमेशा से इस तरह की छोटी राजनीति करते रही हैं, और आज भी वो वोही कर रहे हैं. नेशनल कांफ्रेंस ने हमेशा लोगों को region और religion के आधार पर बांटने की कोशिश की है. 2) राजेश गुप्ता (अध्यक्ष, विश्व हिंदू परिषद) विश्व हिंदू परिषद जम्मू कश्मीर और लद्दाख के प्रधान राजेश गुप्ता ने कहा कि अब्दुल कादिर एक ब्रिटिश नौकर था जिसने देश से गद्दारी की थी और जब उसपे कैसे चल रहा था उस समय जिन लोगों ने उसे बचाने के लिए जेल पर हमला किया वो भी देश द्रोही थे. ऐसे में उमर अब्दुल्लाह ने जो किया वो उनकी मानसिकता दिखाता है. जितने भी जेल हिंदुओं और हिंदू धार्मिक स्थलों पर हुए, वो भी आतंकवादियों ने किया और 1931 में जो हुआ वो भी आतंकवादियों ने किया था इसलिए उस दिन जो हुआ उसे जो शहीदी दिवस मानते हैं वो सरासर गलत हैं. देश का समर्थन करने वाले कश्मीर में रह रहे लोगों को बाहर निकलर इसका विरोध करना चाहिए, इसके खिलाफ आवाज उठानी चाहिए. 3) राकेश कौल (कश्मीरी पंडित, एक्टिविस्ट) राकेश कौल ने कहा कि 13 जुलाई 1931 को जो हुआ उसे हम काला दिन मानते हैं. इस दौरान हिंदू कश्मीरी पंडितों, जम्मू के हिंदुओं, सिखों की हत्या गई. आज भी जो लोग उस दिन को शहीदी दिवस मानते हैं ये उनकी मानसिकता बताता है. उस दिन जिसके खिलाफ केस हुआ था वो आतंकवादी था, देश द्रोही था और जो लोग उस दिन मरे गए वो पुलिस के खिलाफ हुई कारवाही में हुआ. इस बीच शिव सेना डोगरा फ्रंट ने आज जम्मू में विरोध प्रदर्शन किया. शिव सेना डोगरा फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने 13 जुलाई को गद्दार दिवस कहा. (SHOTS IN 2C) PTC: 5 August 2019 से पहले जम्मू कश्मीर में 13 जुलाई की सरकारी छुट्टी हुआ करती थी, लेकिन इस छुट्टी के रद्द होने के बाद इसपर हमेशा सियासत होती रही है. कश्मीरी नेता जहां एक तरफ इस छुट्टी को बहाल करने की मांग करते रहे है और कहते रहे हैं कि ये शहीदी दिवस है, वहीं भाजपा और हिन्दू वादी नेता हमेशा कहते रहे हैं कि वो लोग गद्दार थे. REPORTER: RAJAT VOHRA, ZEE MEDIA JAMMU VIDEO JOURNALIST: MANIK KERNI FEED INGESTED THROUGH TVU29
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