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झारखंड में 126 स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की नियुक्ति, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की उम्मीद!
TKTANAY KHANDELWAL
FollowJul 12, 2025 10:37:13
Ranchi, Jharkhand
ANCHOR-- झारखंड में स्वास्थ्य सेवाओं पर लगातार सवाल खड़े होते रहते हैं। राज्य के अलग-अलग जिलों से शिकायत आती है कि डॉक्टरों की कमी के कारण लोगों को सही समय पर इलाज नहीं हो पाता है। वही इस कमी को दूर करने के लिए अब स्वास्थ्य विभाग ने बड़ा कदम उठाया है और राज्य में 126 विशेषज्ञ चिकित्सा पदाधिकारी और 91 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी की नियुक्ति करने जा रहा है । यह सभी डॉक्टर सुपर स्पेशलिस्ट होंगे जो कि राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करेंगे । 22 जुलाई को स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी सभी चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र सौंपने जा रहे हैं। इस नियुक्ति से राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में सामूहिक स्वास्थ्य केंद्रों को और भी बेहतर किया जाएगा।
VO 1 -- इसको लेकर स्वास्थ मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि राज्य बनने के बाद स्वास्थ्य पर जो ध्यान देना चाहिए था वह नहीं दिया गया और मुझे जब जवाबदेही मिली है निचले स्तर से स्वास्थ्य को मजबूत करने का काम कर रहा हूं। जो लोगों को देखने को मिल रहा है कई मेडिकल कॉलेज और रिम्स 2 और अब सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर 126 डॉक्टर जिनको मैं दूसरे स्टेट से लाने का काम किया है मैंने उनको कहा कि आप झारखंड जाकर क्यों नहीं काम कर रहे हैं आपको क्या चाहिए वह सब कुछ मैं देने को तैयार हूं । बड़े पैमाने पर डॉक्टर आए और सिलेक्शन हो चुका है 126 डॉक्टर जो स्पेशलिस्ट होंगे राज्य में योगदान देंगे। मैंने उनको कहा की सैलरी आपको जो चाहिए वह मैं दूंगा जहां पोस्टिंग चाहिए वह मैं दूंगा और सुरक्षा भी दूंगा और उन्होंने जो कहा वह मैंने उनको देने का काम किया है मैंने उनको कहा कि शहरी क्षेत्र ही नहीं आपको आदिवासी बहुल क्षेत्र में भी जाना होगा मुझे व्यवस्था ठीक करना है हॉस्पिटल ठीक करना है सिर्फ पॉलिटिक्स और राजनीति से दूर रहना चाहते हैं हेल्थ में राजनीति नहीं आनी चाहिए लोगों को बचा नहीं पा रहे हैं सरकारी अस्पताल से लोग पढ़ते हैं लेकिन सेवा प्राइवेट हॉस्पिटल में देना चाहते हैं मैंने उनसे रिक्वेस्ट किया कि जब आप सरकारी अस्पताल से पढ़ना चाहते हैं पढ़ते हैं तो सेवा भी सरकारी अस्पताल में देना चाहिए ।
बाइट//इरफान अंसारी, स्वास्थ मंत्री
VO 2-- इसको लेकर राज्य के स्वास्थ सचिव अजय सिंह ने भी बताया कि राज्य में स्पेशलिस्ट और सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर की काफी कमी है। सुपर स्पेशलिस्ट की पढ़ाई सिर्फ रिम्स में होती है जो कि हमारे पास सिर्फ नौ सीट है। Specialist डॉक्टर हर साल 200 से ज्यादा निकलते हैं। हम सरकारी अस्पतालों के अनुसार डॉक्टरों की वैकेंसी निकल रहे हैं और कोटेशन के अनुसार नियुक्ति कर रहे हैं। प्राइवेट डॉक्टर भी अगर चाहे तो सरकारी अस्पतालों में परामर्श दे सकते हैं उनको भी हम प्राइवेट के जितना ही पैसा दे रहे हैं। राज्य के अलग-अलग हिस्सों में प्राइवेट डॉक्टर सरकारी अस्पतालों से जुड़ रहे हैं । वही उन्होंने बताया कि चाईबास सदर अस्पताल में कोलकाता के कार्डोलिस्ट आते है जिनको सरकार प्रति मरीज भुक्तान करती है।
बायर//अजय सिंह, स्वास्थ सचिव
FINAL VO-- एक बात साफ है कि राज्य में स्वास्थ व्यवस्था पर जो सवाल खड़े होते थे उनको दूर करने के लिए अब विभाग पूरी कोशिश कर रहा है। हालांकि अब प्राइवेट डॉक्टरों को भी विभाग उतने ही पैसे दे रहा है जितना उनको अपने संस्थान में मिलते थे । तो अब विभाग की भी उम्मीद यही है कि जो मरीज प्राइवेट अस्पताल जाते थे वो अब सरकारी अस्पताल में इलाज करा सके ।
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