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Shajapur465001

शाजापुर में संघ का विजयादशमी पथ संचलन: 4380 स्वयंसेवक अनुशासन का प्रदर्शन

MJManoj Jain
Oct 02, 2025 12:35:17
Shajapur, Madhya Pradesh
शाजापुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विजयादशमी पथ संचलन 2 अक्टूबर को नगर में अत्यंत अनुशासन और उत्साह के साथ निकाला गया। यह कार्यक्रम संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित हुआ, जिसने नगरवासियों के हृदयों में नई ऊर्जा और गर्व का संचार किया。 कार्यक्रम का शुभारंभ स्थानीय हायर सेकंडरी ग्राउंड पर परम पवित्र भगवा ध्वज को प्रणाम, शारीरिक प्रदर्शन और शस्त्र पूजन से हुआ। इस अवसर पर प्रकट कार्यक्रम भी हुआ जिसमें शारीरिक कसरत और योगाभ्यास किया , कार्यक्रम की अध्यक्षता गायत्री शक्तिपीठ की वरिष्ठ कार्यकर्ता और पर्यावरण संरक्षण गतिविधि में जिला प्रमुख श्रीमती मनोरमा सोनी ने की, समारोह के मुख्य वक्ता मध्य क्षेत्र के पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के संयोजक धीरसिंह पवैया का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। मुख्य वक्ता पवैया ने संघ की 100 वर्षों की यात्रा बताते हुए कहा की डाक्टर हेडगेवार जो कि उस समय कॉंग्रेस के कार्यकर्ता थे किंतु उन्होंने चिंतन किया कि केसे हिन्दू समाज को एक किया जाए तब उन्होंने सन 1925 में हिन्दू समाज को एकजुट करने के लिए इसकी स्थापना की थी। हेडगेवार जी ज्यादा समय तक नहीं रहे, फ़िर गुरुजी को सरसंघचालक बने और फिर उन्होंने इस कार्य को आगे बढ़ाया , अपने ही देश में संघ पर कई बार प्रतिबंध भी लगे किन्तु समाज के सहयोग से प्रतिबंध भी हटे और संघ फिर नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ा और बढ़ रहा है। संघ के आज 100 वर्ष पूर्ण हो गए हैं,संघ की यात्रा निरंतर बढ़ती गई। समाज के हर क्षेत्र में संघ कार्य कर रहा है,ऐसा कोई क्षेत्र नहीं बचा जहां संघ काम नहीं कर रहा है। संघ ने दो बार विश्व मंगल यात्रा, पूजनीय गुरूदेव की जन्म शताब्दी 2006-07 में पूरे देश में निकली एवं 2000 राष्ट्र जागरण अभियान के तहत हम गांव गांव पहुंचे। संघ ने ऐसे अभियानों के माध्यम से एक माहौल खड़ा कर दिया। शताब्दी वर्ष में संघ ने कुछ काम दिए हैं। पंच परिवर्तन के नाम से पांच काम करना है,पहला समरसता का काम करना है, दूसरा कुटुंब बिखर न जाएं, कुटुंब को बांधने का काम करना है। पर्यावरण भारत ही नहीं, विश्व के लिए चुनौती बना हुआ है, इसलिए तीसरा काम पर्यावरण पर काम किया जाना है। चौथा स्वदेशी को लेकर पूरे देश में काम चल रहा है। सरकार भी स्वदेशी उत्पाद के उपयोग पर जोर दे रही है। पांचवां नागरिक कर्तव्य है, नागरिकों को क्या काम करना चाहिए।‌ संघ को 100 वर्ष पूर्ण होने पर अब पहला कार्यक्रम पथ संचलन। पथ संचलन पूरे देश में निकलने वाला है। इसके बाद घर घर संपर्क अभियान होगा, इसमें एक भी हिन्दू का घर नहीं छूटेगा। मंडल एवं बस्ती सम्मेलन होंगे। इन कार्यक्रमों में हर हिन्दू भाग लें। जहां संघ की शाखाएं नहीं पहुंची है, वहां शाखाएं खोलने का काम किया जाएगा। और और इन सभी कामों में समाज को भी आगे जाकर संघ के स्वयंसेवकों को सहयोग करना पड़ेगा तभी भारतवर्ष परम है वह को प्राप्त करेगा । मंच पर शाजापुर जिला सहकार्यवाह विशाल जाटव तथा नगरकार्यवाह प्रवीण पाटीदार उपस्थित थे । मंच के दोनों ओर स्वयंसेवक परिवारों के वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं एवं गणमान्य अतिथियों के लिए विशेष बैठक व्यवस्था की गई थी। इससे बड़ी संख्या में उपस्थित समाज के विभिन्न वर्गों के लोग गर्व और उत्साह के साथ बैठकर इस भव्य कार्यक्रम के साक्षी बने। इसके उपरांत सुव्यवस्थित पंक्तियों में स्वयंसेवकों का अनुशासित पथ संचलन प्रारंभ हुआ, जो हायर सेकंडरी ग्राउंड से निकलकर बस स्टैंड, नई सड़क चौक, किला रोड, धानमंडी, बलबीर हनुमान मंदिर, सोमवारिया बाजार, मगरीया, टेंशन चौराहा, बस स्टैंड अंदर से होता हुआ पुनः हायर सेकंडरी ग्राउंड पर पहुँचा, जहाँ संचलन का समापन हुआ। नगरवासियों ने पूरे मार्ग में पथ संचलन का आत्मीय स्वागत किया। आम नागरिकों से लेकर गणमान्य व्यक्तियों व विभिन्न सामाजिक संगठनों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वयंसेवकों का अभिनंदन किया। इससे सम्पूर्ण नगर राष्ट्रभक्ति की भावना से सराबोर हो उठा。 इस संचलन का मुख्य आकर्षण घोष दल रहे। पूरे संचलन में कुल 50 वाहिनी सम्मिलित रहीं, जिनमें से 10 घोष दल थे। घोष की ताल और स्वर पर स्वयंसेवक राष्ट्रप्रथम के भाव के साथ कदमताल करते आगे बढ़ते रहे। पथ संचलन में 10 वर्ष के बाल स्वयंसेवकों से लेकर वयोवृद्ध कार्यकर्ताओं तक ने एक साथ भाग लिया, जिससे यह अनुशासन, शक्ति और संगठन का भव्य दृश्य प्रस्तुत कर रहा था。 संघ के शताब्दी वर्ष के चलते यह पथ संचलन विशेष महत्व रखता है। नगर के इतिहास में यह अब तक का सबसे भव्य और ऐतिहासिक संचलन माना जा रहा है। 4380 स्वयंसेवक इस अनुशासनबद्ध पथ संचलन में सम्मिलित हुए। पथ संचलन के दौरान समूचे नगर में राष्ट्रभक्ति और अनुशासन का अद्भुत दृश्य दिखाई दिया। इस ऐतिहासिक आयोजन ने नगरवासियों के हृदयों में संघ के शताब्दी वर्ष की अमिट छाप छोड़ दी।
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PSPradeep Soni
Oct 02, 2025 15:32:35
Jaipur, Rajasthan:हरमाड़ा जयपुर JDA की नींदड़ आवासीय योजना के विरोध में धरना नींदड़ बचाओ आंदोलन के तहत 315 वें दिन भी धरना जारी नींदड़ के ग्रामीणों ने सरकार रूपी रावण दहन का किया दहन नींदड़ में जमीन अवाप्ति के विरोध में चल रहा हैं अनिश्चितकालीन धरना विगत 10 माह से किसानों का लगातार हैं जारी धरना किसान अपनी पुश्तैनी ज़मीन को बचाने के लिए दे रहे धरना एंकर-जयपुर के हरमाड़ा में जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) की नींदड़ आवासीय योजना के विरोध में किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। नींदड़ बचाओ आंदोलन के तहत गुरुवार को धरने का 315वां दिन रहा। ग्रामीणों ने इस मौके पर प्रतीकात्मक रूप से सरकार रूपी रावण का दहन किया और अपनी नाराजगि जाहिर की। किसानों का कहना है कि वे अपनी पुश्तैनी जमीन को हर हाल में बचाएंगे। करीब 10 माह से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे ग्रामीण लगातार अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। उनका आरोप है कि सरकार बिना सहमति के जमीन का अवाप्ति कर रही है, जिससे हजारों परिवारों का भविष्य संकट में आ जाएगा। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो आंदोलन और उग्र किया जाएगा।...धरने का नेतृत्व कर रहे डॉ. नगेंद्र सिंह शेखावत ने कहा दुर्घाग है कि आज की राजस्थान सरकार और जेडीए इन्हीं किसानों और कॉलोनिवासियों की पुश्तैनी ज़मीन को हड़पना चाहती है। सरकार जनता से संवाद करने के बजाय चुप्पी साधे बैठी है। आज 315 दिन बीत गए, लेकिन किसी नुमाइंदे ने किसानों से बातचीत तक नहीं की।。 बाइट डॉ नागेंद्र सिंह, संयोजक,समिति
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AMANIL MOHANIA
Oct 02, 2025 15:30:37
Nuh, Haryana:नूंह जिले में दशहरा धूमधाम से मनाया गया दशहरा पर्व बड़े ही उत्साह और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ मनाया गया। जगह-जगह पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए और रामलीला मंचन के बाद रावण दहन किया गया। दशहरे के मौके पर लोगों की भारी भीड़ जुटी। बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी ने इस पर्व का आनंद लिया। जैसे ही मैदान में रावण का पुतला जलाया गया, पूरे माहौल में जय श्रीराम के नारे गूंज उठे। आतिशबाजी और पटाखों ने रात को रोशनी से भर दिया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने कहा कि यह पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है और हमें इससे सीख लेकर समाज में बुराईयों को समाप्त करना चाहिए। प्रशासन की ओर से भी सुरक्षा और यातायात की पुख्ता व्यवस्था की गई थी, जिससे कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। नूंह जिले में दशहरा पर्व ने एक बार फिर लोगों को एकजुट कर दिया और त्योहार की खुशियां सभी ने मिलकर मनाई।
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SKSATISH KUMAR
Oct 02, 2025 15:21:07
Jaspur, Uttarakhand:रामनगर में दशहरा उल्लास के साथ मनाया गया। रावण और कुंभकरण के पुतलों का दहन हुआ। रामलीला समिति पायते वाली रामलीला कोसी रोड के तत्वाधान में MP इंटर कॉलेज क्रिकेट मैदान में राम-रावण के बीच हुए भीषण युद्ध का दर्शकों ने आनंद लिया। हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों ने भगवान राम की पूजा कर उन्हें पुष्प अर्पित किए। इसके बाद रावण और कुंभकरण के विशाल पुतलों का दहन किया गया। पुतला दहन के बाद भगवान राम की विजय यात्रा पूरे नगर में बैंड बाजे के साथ निकाली गई। मेले की सुरक्षा पुख्ता की गई थी; एसडीम प्रमोद कुमार, सीओ सुमित पांडे मेले की निगरानी पर जमे रहे। मेले का शुभारम्भ रामनगर विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने किया, ब्लॉक प्रमुख मंजू नेगी, ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी आदि उपस्थित रहे।
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ASARUN SINGH
Oct 02, 2025 15:20:11
Farrukhabad, Uttar Pradesh:फर्रुखाबाद जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने रावण की ओर चलाएं बाड़ जिलाधिकारी बोले आज बुराई पर अच्छाई की जीत हम अपने अंदर भी एक बुराई मारेंगे जो भी कमजोर आएगा उसको तुरंत न्याय देने की कोशिश करेंगे लाखों की लाखों रुपए की आतिशबाजी के साथ रावण का दहन फर्रुखाबाद के ऐतिहासिक क्रिश्चियन ग्राउंड में आज परंपरा और आस्था का संगम हो रहा है। विजयदशमी के अवसर पर रावण दहन का कार्यक्रम शुरू हो चुका है। बुराई पर अच्छाई की जीत के इस प्रतीकात्मक अध्याय को देखने के लिए हजारों लोग मैदान में मौजूद हैं। लोग अपनी-अपनी जगह से उठकर, छतों और चबूतरों पर खड़े होकर आतिशबाजियों की चमक और रावण के विशाल पुतले के दहन को निहार रहे हैं। पल-पल माहौल उल्लास और जोश से भरता जा रहा है। लेकिन यह सिर्फ एक उत्सव नहीं, बल्कि एक शिक्षा है। रावण दहन हमें बताता है कि समय चाहे कितना भी बदल जाए, असत्य और अहंकार का अंत तय है। सत्य, संयम और सदाचार ही वह मूल्य हैं जिन पर समाज खड़ा होता है। आज जब हम रावण के पुतले को अग्नि के हवाले होते देखते हैं, तो यह संकेत हमें याद दिलाता है कि भीतर की बुराइयों को भी जलाना उतना ही ज़रूरी है—चाहे वह ईर्ष्या हो, लालच हो या घृणा। क्रिश्चियन ग्राउंड में उठती आतिशबाजी की लपटें सिर्फ आकाश को नहीं, बल्कि जनमानस को भी रोशन करती हैं और यह संदेश देती हैं कि बुराई पर अच्छाई की जीत का सफर हर साल नए संकल्प के साथ जारी रहेगा。
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