शनिवार को सेमरी हरचंद कृषि उपज मंडी में मूंग की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली। मंडी समिति द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मूंग अधिकतम ₹6975 प्रति क्विंटल के भाव में बिकी, जबकि न्यूनतम कीमत ₹5150 प्रति क्विंटल रही। इसके अलावा मंडी में गेहूं ₹2411 से ₹2516 प्रति क्विंटल और चना ₹5000 से ₹5510 प्रति क्विंटल में बेचा गया। धान की कीमतें भी ₹2444 से लेकर ₹3051 प्रति क्विंटल तक रहीं। किसानों ने अच्छी कीमत मिलने पर संतोष जताया और उम्मीद जताई कि आगे भी उन्हें उनकी फसलों का उचित मूल्य मिलता रहेगा।
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वाराणसी के राजातालाब थाना क्षेत्र के रानीबाजार में कावरिया की स्थानीय दुकानदारों ने की पिटाई।पिटाई से आक्रोशित कावड़ियों ने किया चक्का जाम।कावरिया की पिटाई और चक्का जाम की सूचना पर मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात।पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद मौके पर पहुंचे हिंदूवादी संगठन के नेता और पुलिस अधिकारियों में हाथापाई और नोक झोक हुआ।बताया जा रहा है कि कावरिया की पिटाई करने वाले मुस्लिम समाज के युवक है। मौके पर पहुंचीं पुलिस ने स्थिति को संभाल लिया है।पुलिस ने चार मुस्लिम युवकों के खिलाफ दर्ज हुआ मुक़दमा
बाइट-1-सिंटू कावरिया
बाइट-2-शिवहरी मीणा-अपर पुलिस आयुक्त
बाइट-3-अनिल बरनवाल-स्थानीय प्रधान
रोहतक में एक दलित युवक की बेहरमी से पिटाई कर उसे मृत हालात में छोड़ भागे थार में आए युवक
मृतक की मौत के पीछे पैसों का लेन देन सामने आया
मृतक होटल में काम करता था होटल संचालक पर मारपीट करने का आरोप
सूत्रों के अनुसार उसकी पिटाई ही नहीं बल्कि उसे नशे के इंजेक्शन भी दिए गए है,जो उसके शरीर पर निशान मिले है
पुलिस ने मामला दर्ज शुरू की जांच,
आज पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को किया हवाले
एंकर रोहतक शहर में जब उस समय सनसनी फैल गई जब कल दिन के 11 बजे के करीब थार में सवार कुछ लोग के शव को एक हॉस्पिटल में छोड़ गए। पुलिस को इस शव के बारे में जानकारी दी गई पुलिस ने हॉस्पिटल पहुंच कर शव को कब्जे में लिया और वहां लगे सीसीटीवी में शव को हॉस्पिटल लाने वाले की पहचान शुरू की।
मृतक की देर शाम को पहचान हुई जिसका नाम सुमित उर्फ शुभम निवासी सिंगापुरा गांव रोहतक के रूप में हुई जो हाल ही में रोहतक की देव कालोनी में किराए के मकान में परिवार सहित रह रहा था। मृतक एक होटल में काम करता था। हत्या का आरोप रौनक राणा गांव बलियाणा पर लगा है। जो जींद बाई पास पर एक होटल चलाने का काम करता है।
सुमित शुक्रवार की शाम को गायब हुआ था और उसका शव रविवार को हॉस्पिटल में मिला।
मृतक सुमित के शरीर पर थर्ड डिग्री से पीटने के निशान मिले। किसी ने उसकी बेरहमी से थर्ड डिग्री देकर पीट पीट कर मौत के घाट उतार दिया गया। जब पिटाई से उसने दम तोड़ दिया तो उसे आकाशवाणी और पुलिस लाइन के पास एक हॉस्पिटल में छोड़ कर फरार हो गए।
आज पुलिस ने शव का पोस्ट मार्टम करवाया और शव परिजनों के हवाले सौंप दिया।
पुलिस ने कहा है इस मर्डर की हमें कल सूचना मिली थी अभी पुलिस जांच के रही है शव का आज पोस्ट मार्टम करवाया जा रहा है। पुलिस ने पैसों के लेने देन की बात अभी सामने नहीं आई यह कहा है।
उधर परिजनों ने कहा कि सुमित गांव सिंहपुरा का रहने वाला वह तीन दिन पहले घर से गायब था कल शाम को हॉस्पिटल में मार कर शव छोड़ जाने को खबर मिली थी
सुमित की हत्या पैसों के लेन देन के चलते हुई है कई साल पहले उसके पिता की मौत हो गई थी यह अपने पिता की इकलौता बेटा था। इसको बुरी तरह पीटा गया है इसके शरीर पर बहुत पिटाई के निशान हाथ,पैरों और सिर पर भी गंभीर मार पीट के निशान है।
बाइट सुरेंद्र और जितेंद्र मृतक परिजन
बाइट बिजेंद्र SHO आर्य नगर थाना रोहतक पुलिस
नागपुर शहर में शिक्षक भर्ती घोटाले और फर्जी शिक्षक नियुक्ति के आरोपों की जांच के लिए महाराष्ट्र पुलिस आयुक्तालय ने विशेष जांच दल (SIT) गठित किया है। एसआईटी का नेतृत्व पुलिस उपायुक्त श्री नित्यानंद झा कर रहे हैं। इस घोटाले में धारा 420, 465, 468, 401 सहित कई आईपीसी धाराओं और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66 (ए) के तहत केस दर्ज किए गए हैं।
एसआईटी ने आरोपी अधिकारियों व शिक्षकों के दस्तावेज जब्त कर जांच शुरू कर दी है। नागपुर से शुरू हुआ यह फर्जी भर्ती घोटाला अब महाराष्ट्र के अन्य जिलों तक फैल चुका है। विशेष जांच दल राज्य भर में इस मामले की व्यापक जांच करेगा और आवश्यकतानुसार टीम में और अधिकारियों को शामिल करेगा।
पिछले फैलाव में 500 से अधिक फर्जी शिक्षक नियुक्त किए गए हैं, जिनमें फर्जी शालार्थ आईडी का उपयोग कर नियुक्ति की गई। आरोप है कि कई शिक्षकों की नियुक्ति के लिए लाखों रुपये रिश्वत ली गई और मृत अधिकारियों के हस्ताक्षर तक का गलत उपयोग हुआ। इस घोटाले का मुख्य आरोपी शिक्षा विभाग के अधीक्षक निलेश मेश्राम को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
राज्य सरकार और पुलिस महानिरीक्षक के निर्देशानुसार, आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और जल्द ही एक पूर्णता रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। घटनाक्रम पर प्रशासन की नजर सतर्क है।
*सोशल मीडिया पर सख्ती: महाराष्ट्र सरकार ने जारी किए सरकारी कर्मचारियों के लिए नए दिशा-निर्देश*
महाराष्ट्र सरकार ने सोशल मीडिया के बढ़ते दुरुपयोग को देखते हुए आदर्श आचार संहिता के तहत राज्य के सभी शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। 'वाशिया 1125/प्र.सं.39/विचाऊ-1' क्रमांक के अंतर्गत जारी इस सरकारी परिपत्र में सोशल मीडिया के जिम्मेदार और संयमित उपयोग पर जोर दिया गया है।
संयुक्त सचिव सुचिता महाडिक के署ाक्षरयुक्त इस आदेश के अनुसार, सरकारी कर्मचारी अब सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार की नकारात्मक टिप्पणियाँ, गोपनीय दस्तावेजों का प्रसार या सरकारी पदनाम और प्रतीकों के अनुचित उपयोग नहीं कर सकेंगे। यह आदेश राज्यपाल के नाम से, महाराष्ट्र सरकार की ओर से जारी किया गया है।
दिशानिर्देशों के मुख्य बिंदु:
सभी सरकारी कर्मचारी, अनुबंध व प्रतिनियुक्त पर नियुक्त अधिकारी इन नियमों के अंतर्गत आएंगे, चाहे वे राज्य के किसी भी विभाग, स्वायत्त संस्था, निगम, या स्थानीय स्वशासन संस्था में हों।
सरकारी योजनाओं या नीतियों की सार्वजनिक आलोचना प्रतिबंधित—कर्मचारी भारत या महाराष्ट्र सरकार की किसी भी नीति की नकारात्मक आलोचना ऑनलाइन नहीं कर सकते।
व्यक्तिगत और आधिकारिक सोशल मीडिया प्रोफाइल को अलग रखना आवश्यक होगा।
सरकारी पदनाम, वर्दी, प्रतीक, वाहन आदि का उपयोग व्यक्तिगत प्रोफाइल, पोस्ट या वीडियो में करने पर रोक लगाई गई है।
व्हाट्सएप, टेलीग्राम जैसे ऐप्स केवल कार्यस्थलीय समन्वय हेतु अनुमत, परन्तु इन पर भी गोपनीय जानकारी साझा नहीं की जा सकती।
कोई भी कर्मचारी सरकारी गोपनीय दस्तावेजों या सूचना को अनुमति के बिना शेयर नहीं कर सकता।
सरकारी कार्य की व्यक्तिगत प्रशंसा से बचें — यदि कोई अधिकारी सोशल मीडिया पर अपने कार्यों की जानकारी देता है, तो उसे आत्म-प्रशंसा न बनाएं।
स्थानांतरण के समय कार्यालय के सोशल मीडिया अकाउंट को नियमबद्ध तरीके से हैंडओवर करना जरूरी है।
उल्लंघन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी — 'महाराष्ट्र सिविल सेवा (अनुशासन और अपील) नियम, 1979' के तहत आगे की कार्रवाई की जाएगी।
क्या है पृष्ठभूमि?
डिजिटल युग में सरकारी कर्मचारी सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं। हाल के वर्षों में गलत सूचना, सरकारी आलोचना, गोपनीय दस्तावेजों की लीकिंग जैसे मामलों में वृद्धि हुई है। इसी को देखते हुए सामान्य प्रशासन विभाग ने यह परिपत्र जारी कर कर्मचारियों को संयमित डिजिटल व्यवहार की सीख दी है।
CHANDARSHEKHAR SOLANKI/Ratlam
कुदरत के नज़ारे कभी मन मोह लेते हैं, तो कभी डर के सागर में डुबो देते हैं...
रतलाम जिले के पहाड़ों के बीच बसा केदारश्वर महादेव मंदिर इसका जीवंत उदाहरण है।
ये दो तस्वीरें एक ही जगह की हैं—पहली तस्वीर कुछ दिनों पूर्व की है जिसमे हल्का बहता झरना, मंदिर के पास बना कुंड, चारों तरफ हरियाली और सैकड़ों की भीड़ इस प्राकृतिक सौंदर्य को निहारती हुई। चट्टानों के बीच बसा प्राचीन शिव मंदिर जैसे कुदरत की गोद में बसा कोई देव लोक हो।
लेकिन दूसरी तस्वीर शनिवार की है ... जिसमे मानो सब कुछ बदल गया हो। तेज़ बारिश के साथ झरना विकराल रूप में बहता है, झरने की गूंज कानों को चीर देती है, और मंदिर के पास से गुजरता पानी का रेला सब कुछ बहा ले जाने को बेताब दिखता है।
जहाँ एक ओर ये जगह मध्यम बारिश में सौंदर्य की मिसाल है, वहीं तेज़ बारिश में ये स्थान पर मानो कुदरत तांडव कर रही है।
केदारश्वर महादेव का यह रूप हमें याद दिलाता है कि प्रकृति जितनी खूबसूरत है, उतनी ही ताकतवर भी।
यहाँ ज़रूरत है सतर्कता की... और सम्मान की… उस कुदरत के लिए, जो हमारे जीवन की धारा भी है, और विपदा भी।
रतलाम
चंद्रशेखर सोलंकी
9039441511
Bokaro,,
Mrityunjai Mishra ----
बोकारो में कुशल कामगारो के इलाज के साथ साथ परिवार के लोगों के ईलाज की मांग को लेकर बोकारो इस्पात संयंत्र के ठेका मजदूरो ने बोकारो जेनरल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी कार्यालय के सामने किया विराट प्रदर्शन।
प्रदर्शन कर रहे आक्रोशित मजदूरो का कहना था कि हमलोग महारत्ना कम्पनी के मजदूर हैं,इस कम्पनी को उत्पादन के सर्वोच्च शिखर पर कायम रखने के लिये हमने खून-पसीना सब दाव पर लगा रखा है।मगर बदले मे प्रबंधन और अधिकारियो से मिला है तो सिर्फ घृणा। लगभग एक वर्ष से कुशल कामगार ESIC की सीमा से बाहर हो चुके हैं। मजदूर अपना और अपने परिवार के ईलाज के लिये दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।नकारा प्रबंधन कान मे तेल डालकर कुम्भकर्णी निन्द्रा मे लीन है।इनकी 'अंधेर नगरी चौपट राजा' का आलम ये है कि मजदूर का गेट पास बनाने या नवीकरण मे ये मजदूरो का मेडिकल चेकअप तो बी.जी.एच मे करेंगे तथा स्वयं स्थापित बीमारी का बहाना बनाकर मजदूरो की छँटनी के लिये नित् नये हथकण्डे अपनाकर मजदूरो को प्रताड़ित करेंगें मगर काम करते हुए जब मजदूर या मजदूर का परिवार बीमार होंगें तो सीधे अपना पल्ला झाड़ कर मजदूर को पहचानने से भी मना कर देंगे।
उन्होंने कहा कि हम साफ-साफ प्रबंधन को बता देना चाहते है कि ESIC के नाम पर पल्ला झाड़ना बन्द करें परिवार सहित मजदूरो के ईलाज की उत्तम व्यवस्था अविलम्ब करें , संघर्ष का शंखनाद हो चुका है मजदूर अपने अधिकार के प्रति जागृत हैं। जब तक न्याय नहीं मिलेगा हर स्तर पर हमारा संघर्ष जारी रहेगा।उत्पादन की जवाबदेही जब हम पर है तो हमारे ईलाज की जिम्मेदारी हर हाल में सेल/बोकारो प्रबंधन को लेनी होगी।
बाइट -- शशिभूषण, मजदूर नेता।
एंकर-पीलीभीत में घटिया सड़क निर्माण के मामले में जांच के बाद राज्यपाल ने जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी यानि एएमए हरमीक सिंह, इंजीनियर कल्पना व अवर अभियंता गोपाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है साथ ही ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर कराने के आदेश दिए हैं। दरअसल पूरनपुर तहसील क्षेत्र में चांदुइया से मनहरिया लिंक मार्ग का कुछ समय पहले ही निर्माण हुआ है। लेकिन थोड़े ही दिन बाद सड़क में गड्ढे व दरारें पड़ गई। जिसकी शिकायत लोगों द्वारा शासन में की गई। उच्च अधिकारियों ने जब जांच की तो जिला पंचायत के अपर मख्य अधिकारी हरमीक सिंह, इंजीनियर कल्पना एवं जूनियर इंजीनियर गोपाल की भारी लापरवाही सामने आई। जांच में सामने आया कि बिना स्थलीय निरीक्षण के भुगतान ठेकेदार को कर दिया गया साथ ही सड़क निर्माण के दौरान घोर लापरवाही बरती, निर्माण कार्यों में मानको की अंदेखी की गई इससे जहां सरकार को आर्थिक नुकसान हुआ साथ हो लोगों को भी असुविधा का सामना करना पड़ा। जांच मिलने के बाद राजपाल ने गंभीर मामला मानते हुए दोषी अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही घटिया निर्माण करने वाले ठेकेदार पर भी एफआईआर कराने के आदेश दिए गए हैं। भ्रष्टाचार के मामले में हुई इस कार्रवाई के बाद पूरे जिले में हड़कम्प मच गया है।
महाराष्ट्र सरकार शुरू करेगी ऐप आधारित रिक्षा, टैक्सी और ई-बाइक सेवा लाखों युवाओं को मिलेगा रोजगार
ओला-उबर जैसी निजी कंपनियों की तर्ज पर अब महाराष्ट्र सरकार भी परिवहन से जुड़े क्षेत्र में जल्द ही एक बड़ा कदम उठाने जा रही है, जिससे राज्य के यात्रियों और बेरोजगार युवाओं दोनों को राहत मिलने की उम्मीद है। जानकारी के मुताबिक, राज्य सरकार अपने खुद के मोबाइल ऐप के ज़रिए रिक्षा, टैक्सी और ई-बाइक सेवाएं शुरू करने की तैयारी में है।
यह ऐप पूरी तरह से सरकार के परिवहन विभाग के सहयोग से बनाया जा रहा है और इसे निजी कंपनियों की एकाधिकार नीति का मजबूत विकल्प माना जा रहा है। फिलहाल, इस सरकारी ऐप के लिए ‘जय महाराष्ट्र’, ‘महा-राइड’, ‘महा-यात्री’ और ‘महा-गो’ जैसे नामों पर विचार चल रहा है।
सरकारी सूत्रों का कहना है कि यह ऐप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार की अंतिम मंजूरी के बाद लॉन्च किया जाएगा।
क्या है सरकार की योजना?
सरकार इस सेवा को विकसित करने के लिए महाराष्ट्र इंस्टिट्यूट फॉर ट्रान्सपोर्ट टेक्नॉलॉजी और ‘मित्र’ संस्था के साथ मिलकर काम कर रही है। साथ ही कुछ टेक्नोलॉजी कंपनियों से बातचीत भी चल रही है, ताकि ऐप को तकनीकी रूप से मजबूत और यूजर-फ्रेंडली बनाया जा सके।
सूत्र बताते हैं कि ऐप की नियमावली केंद्र सरकार के एग्रीगेटर गाइडलाइंस के अनुसार तैयार की जा रही है, जो अब अंतिम चरण में है।
इस पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने का दावा भी किया गया है।
क्यों खास है ये ऐप?
सरकारी अधिकारियों के मुताबिक, इस योजना का सबसे बड़ा लाभ राज्य के लाखों बेरोजगार युवाओं को होगा। उन्हें स्वरोजगार का मौका मिलेगा वो ड्राइवर के रूप में जुड़ सकते हैं, अपनी ई-बाइक या टैक्सी रजिस्टर कर सकते हैं और हर दिन कमाई कर सकते हैं।
इसके अलावा, यात्रियों को भी भरोसेमंद सेवा और सरकारी दरों पर यात्रा की सुविधा मिल सकेगी।
निजी कंपनियों की बादशाहत को चुनौती
इस ऐप को लॉन्च करने का एक मकसद यह भी है कि ओला, उबर जैसी कंपनियों की बढ़ती मुनाफाखोरी और ड्राइवरों के शोषण पर अंकुश लगाया जा सके। सरकार चाहती है कि जनता को सस्ती और सुरक्षित सेवा मिले, और ड्राइवरों को उनका पूरा हक भी।
महोबा जनपद के कबरई थाना क्षेत्र में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। 20 जुलाई को कबरई कस्बे स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पास गल्ला व्यापारी और आटा चक्की संचालक राम किशोर साहू को गोली मारकर घायल कर रुपए से भरी गोलक लूटने वाले अंतरराज्यीय बदमाश से पुलिस की मुठभेड़ हो गई। इस दौरान पुलिस की जवाबी कार्रवाई में बदमाश के पैर में गोली लगी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।बदमाश की पहचान मध्यप्रदेश के छतरपुर जनपद स्थित थाना जुझारनगर ग्राम धवारी निवासी 20 वर्षीय सोनू पुत्र ब्रजपाल के रूप में हुई है।
मंडला - रफ्तार का कहर ।
निवास थाना के सामने की घटना ।
तेज रफ्तार कार डिवाइडर के ऊपर चढ़ी ।
बाल बाल बचा कार चालक और उसमें सवार लोग ।
पुलिस और आमजन की मदद से डिवाइडर से निकाली गई कार ।
जबलपुर की तरफ से मंडला आ रही थी कार ।
बताया जा रहा है कि डिवाइडर में संकेतक न होने से हुआ हादसा ।
क्षेत्र में आए दिन हो रहे हादसे ।
रिपोर्ट - ब्रजेश कुमार
क्षेत्र - खूँटी ।
स्लग - सीआरपीएफ 94 बटालियन के सब इंस्पेक्टर जीडी स्वर्गीय बैनेदिक तोपनो को दी गयी भावभीनी श्रद्धांजलि।
एंकर । खूँटी में सीआरपीएफ 94 बटालियन के सहायक निरीक्षक जीडी दिवंगत बैनेदिक तोपनो को आज अंतिम सलामी देकर भावभीनी श्रद्धांजलि दिया गया। इस मौके पर बेनेदिक को सीआरपीएफ के पदाधिकारी, उनके परिजन, तोरपा विधायक सुदीप गुड़िया, प्रखंड विकास पदाधिकारी तोरपा नवीन चंद्र झा, प्रखंड प्रमुख रोहित सुरीन आदि के द्वारा पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। उसके उपरांत स्व बेनेदिक का अंतिम संस्कार उनके परिजनों के द्वारा पैतृक गांव गुमला जिला के कमडारा थाना अंतर्गत रामतोलेया गांव में विधि विधान से किया गया।
सीआरपीएफ 94 बटालियन खूँटी के डेप्युटी कमांडेंट जय प्रकाश सिंह ने बताया कि बेनेदिक की मृत्यु रविवार 27 जुलाई को ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक आने से उड़ीसा के नवरंगपुर में हो गया था। वे 12वीं बटालियन सीआरपीएफ नवरंगपुर में पदस्थ थे।
नवरंगपुर से तोरपा शव पहुंचते ही माहौल गमनीन हो गया। वहीं तोरपा के एफसीआई गोदाम परिसर में सीआरपीएफ 94 बटालियन खूँटी के द्वारा सम्मान समारोह का आयोजन का श्रद्धांजलि अर्पित कर अंतिम सलामी दी गई।
बेनेदिक सीआरपीएफ में 28 दिसंबर 1985 को बहाल हुआ था। वह पिछले 40 वर्षों से अपना योगदान दे रहे थे।
शहीद की पत्नी नीलिमा तोपनो को सीआरपीएफ का पदाधिकारी के द्वारा सम्मानपूर्वक तिरंगा सौपा गया। मौके पर सीआरपीएफ 94 बटालियन खूँटी मुख्यालय के डीसी जय प्रकाश सिंह, एसएम संजीव कुमार 12 बटालियन नवरंगपुर उडिसा सब इंस्पेक्टर अजय कुमार खंडवाल उपस्थित थे।
बाईट - जय प्रकाश सिंह , मुख्यालय डेप्युटी कमांडेंट, सीआरपीएफ 94 बटालियन, खूँटी।
रिपोर्ट - वेदेन्द्र प्रताप शर्मा
स्थान - Azamgarh
शरारती तत्वों ने लगाई चाय-पान की दुकान में आग, दुकान में रखा सिलेंडर भी हुआ ब्लास्ट।
Anchor :- जनपद आजमगढ़ के देवगांव कोतवाली में लालगंज पुलिस चौकी क्षेत्र के ग्राम बैरीडीह मोड़ पर रात करीब 10 बजे शरारती तत्वों ने चाय-पान की दुकान में आग लगा दी, जिससे दुकान में रखा सारा सामान जल कर राख हो गया। बताया गया कि आग ने धीरे-धीरे दुकान में रखे सिलेण्डर में पकड़ लिया जिससे सिलेंडर में ब्लास्ट हो गया। जहां ब्लास्ट होने से दुकान के परखच्चे उड़ गए, वहीं सिलेंडर के अवशेष का पता नहीं लगा।
V.O. :- आजमगढ़ जिले में देवगांव कोतवाली के लालगंज पुलिस चौकी क्षेत्र के ग्राम बैरीडीह मोड़ पर उसी गांव का निवासी दुकानदार नईम अहमद चाय-पान की गुमटी रख अपने परिवार की जीविका चलाता है। नईम रात करीब 8 बजे अपनी दुकान बंद कर घर चला गया की अज्ञात लोगों ने उसकी दुकान में आग लगा दिया जिससे दुकान सहित लगभग 50 से 60 हजार का नुकसान होना बताया गया। आग लगने की सूचना स्थानीय लोगों ने दुकानदार को दी जब तक नईम दुकान पहुंचता आग ने भयानक रूप ले लिया। घटना की सूचना डायल 112 पर दी गई, मौके पर पहुंची पुलिस एवं फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत पर आग पर काबू पाया लेकिन तब तक सारा सामान जल चुका था। इस घटना में कोई जान माल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन सिलेंडर फटने से ग्रामीणों में दहशत हो गई। हालांकि आग कैसे लगाई गई इस संबंध में किसी को कोई जानकारी नहीं हो पाई।
Bite :- नईम अहमद, पीड़ित दुकानदार
टॉप : ऋषिकेश
रिपोर्टर : अमित कंडियाल
सलग : पंचायत चुनाव में 25 साल बाद मिला लोगों को मत का अधिकार
एंकर : पंचायत चुनाव में ऋषिकेश के निकट टिहरी से विस्थापित हो कर बसे 7 गांव के 3800 मतदाताओं को पहली बार गांव की सरकार यानि कि छोटी सरकार चुनने का मौका मिला है। 23 साल बाद पंचायत चुनाव में वोट डालने से ग्रामीण काफी उत्साहित नजर आए। विस्थापन होने के बाद पहली बार विस्थापित हुए सैकड़ों परिवारों को अपने गांव का प्रतिनिधित्व करने वाला प्रधान मिलेगा। अब ग्रामीणों को भविष्य में जन्म - मृत्यु प्रमाण सहित अन्य तमाम प्रकार की मूलभूत सुविधाएं के लिए 2 - 4 नहीं होना पड़ेगा बल्कि आसानी से सुविधाओं और योजनाओं का लाभ मिल पाएगा।
बाइट : हरि सिंह भंडारी ( अध्यक्ष, विस्थापित संघर्ष समिति)
बाइट : मनीष मैठाणी ( स्थानीय )
वी.ओ : टिहरी से विस्थापित हो कर ऋषिकेश के निकट विस्थापन हुए 7 गांव के ग्रामीणों ने अपने क्षेत्र को राजस्व ग्राम घोषित करने के लिए 22 साल तक लगातार धरने प्रदर्शन किया और अपनी मांग को लेकर कई बार सरकार के दरवाजे भी खटखटाए, आखिरकार ग्रामीणों के धरने प्रदर्शन और सड़क से संसद तक की गई मांग रंग लाई और सरकार ने विस्थापित हुए इन 7 गांव के विस्थापित ग्रामीणों के विस्थापित क्षेत्र को राजस्व ग्राम घोषित कर ग्राम सभा का गठन कर दिया। जिसे सिराई ग्राम पंचायत का नाम मिला। इस ग्राम पंचायत में 3800 मतदाता बनाए गए। सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक चले मतदान में 90 % मतदान हुआ।
बाइट : सौरभ थपलियाल ( युवा मतदाता )
वॉक थ्रू : अमित कंडियाल ( संवाददाता, ऋषिकेश )
एंकर- खबर गोंडा से है। जहां गोंडा जिले के एक दिवसीय दौरे पर देर शाम पहुंचे उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अवध जोन कोऑर्डिनेटर व पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने गोंडा कांग्रेस कार्यालय पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारी के साथ संगठन सृजन औऱ आगामी पंचायत चुनाव को लेकर के बैठक की है। वहीं वही मंत्री प्रतिभा शुक्ला के धरने पर बैठने को लेकर कहा कि प्रतिभा शुक्ला को हमने ही कांग्रेस पार्टी से विधायक बनाया था अब वह भारतीय जनता पार्टी में मंत्री हैं जब मंत्री को न्याय नहीं मिल रहा है। तो जनता को न्याय खाक मिलेगा यही तो मैं इतनी देर से चिल्ला रहा हूं। लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर किए जा रहे चर्चा को लेकर के पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि चर्चा इसलिए जरूरी है ऑपरेशन सिंदूर किया हमारी सेना ने पीठ थपथपा रहे हैं नरेंद्र मोदी और अमित शाह यह भारतीय सेना के लिए गर्व की बात है। जो सेना का काम है उसने अपने बाधा डाल दिया ऑपरेशन सिंदूर के बाद अपने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्देश पर बिना कुछ बताए हुए ऑपरेशन सिंदूर अपने बंद कर दिया। क्या मजबूरी थी जो ट्रंप के दबाव में सीज फायर करके बंद कर दिया गया इस पर चर्चा होना चाहिए। हम लोग चाहते हैं कि सदन में चर्चा हो लेकिन केंद्र की मोदी सरकार भाग रही है विपक्ष चर्चा करने से नहीं भाग रहा है।
वीओ- वहीं पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बयान की राहुल गांधी पीएम नहीं बन सकते इस पर पलटवार करते हुए पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि हमें किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। वही उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज जो उत्तर प्रदेश की हालत है बहू बेटियों की इज्जत लूटी जा रही है। कहां की जब तक कांग्रेस की सरकार थी गंगा जमुना की तहजीब थी अगर हिंदू को खून की आवश्यकता पड़ी तो मुसलमान ने दिया मुसलमान को आवश्यकता पड़ी तो हिंदू ने दे दिया यह गंगा जमुना तहजीब हमारे कांग्रेस की सरकार रही है। आज क्या है मंदिर, मस्जिद है हिंदू मुस्लिम है कहीं भी आप देख लीजिए। 99 प्रतिशत जाति के नाम पर हिंदू मुस्लिम के नाम पर मंदिर मस्जिद के नाम पर डिबेट हो रही है डिबेट अगर होना चाहिए तो देश की तरक्की किले होना चाहिए। वहीं आगामी 2027 विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि 2027 में हम कांग्रेस की सरकार बनाने जा रहे हैं।वहीं अखिलेश यादव के पीडीए को लेकर कहा कि हम इसके विरोध में नहीं है इसके खिलाफ में नहीं है ना ही मैं इसका खंडन कर रहा हूं। जब तक इंडिया गठबंधन रहेगा संभावना आए हैं कि हम लोग मिलकर के चुनाव लड़ेंगे कंफर्म नहीं है लेकिन संभावनाएं हैं। वहीं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा द्वारा दिए गए बयान की पुलिस से ज्यादा भ्रष्ट बिजली विभाग के अधिकारी हो गए हैं पर पलटवार करते हुए कहा कि मैं अगर मंत्री होता तो पहले अपने पद से इस्तीफा देता उसके बाद यह बयान देता। अब ऊर्जा मंत्री और सीएम योगी आदित्यनाथ कब इस्तीफा दे रहे हैं मैं आपके माध्यम से पूछना चाह रहा हूं अगर वह खुद कह रहे हैं और उनके विभाग में अगर कोई कमी है तो उसकी जिम्मेदार वह खुद हैं।
बाइट- नसीमुद्दीन सिद्दीकी- कांग्रेस अवध कोऑर्डिनेटर व पूर्व मंत्री।
Visual
एंकर - छ.ग. कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के बैनर तले जिले के तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार तीन दिवसीय हड़ताल पर है,, इस दौरान उन्होंने बताया कि 'संसाधन नहीं तो काम नहीं सहित 17 सूत्रीय मांगो को लेकर समस्त तहसीलदार, नायब तहसीलदार प्रदेश व्यापी हड़ताल पर है, जो 28 जुलाई को जिला स्तर 29 जुलाई को संभाग स्तर एवं 30 जुलाई को प्रांत स्तर पर किया जायेगा। संघ की प्रमुख मांगे
सभी तहसीलों में स्वीकृत सेटअप की पदस्थापना जिसमे कंप्यूटर ऑपरेटर, चपरासी, WBN, माल जमादार, भृत्य, वाहन चालक, राजस्व 1/2 ए
पदस्थापना की जाए तहसीलदार से डिप्टी कलेक्टर पद पर पदोन्नति प्रक्रिया सीधी भर्ती और पदोन्नति का अनुपात पूर्व की भांति 50%50 रखा जाय। नायब तहसीलदार पद को राजपत्रित करने की मांग,ग्रेड पे में शीघ्र सुधार, प्रोटोकॉल एवं लॉ एंड ऑर्डर ड्यूटी हेतु वाहन व चालक की व्यवस्था हो या वाहन भत्ता प्रदान किया जाए सहित ऐसी कई मांगे है जिसको लेकर संघ ने आज आगर खेल परिसर मे धरने पर बैठे थे...
बाइट,,01,, अतुल वैष्णव
(उपाध्यक्ष छ.ग. कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ)