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Yamunanagar135001

यमुनानगर मे पूर्व विधायक ने पुलिस हिरासत में युवक को पीटा

Jul 17, 2024 05:47:12
Yamuna Nagar, Haryana

यमुनानगर में एक चौंकाने वाली घटना में, एक पूर्व विधायक ने पुलिस हिरासत में एक युवक को थप्पड़ मारे। वहीं युवक पर दीपेंद्र हुड्डा की पदयात्रा के दौरान जेब काटने का आरोप था। साथ ही पूर्व विधायक ने युवक को लगातार कई थप्पड़ मारे।

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SMSandeep Mishra
Oct 14, 2025 10:44:58
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HSHEMANT SANCHETI
Oct 14, 2025 10:44:49
Narayanpur, Chhattisgarh:एंकर -बिलकुल। नीचे दी गई रिपोर्ट को 700 शब्दों के आस-पास एक कॉलम (Feature Article) के रूप में तैयार किया गया है, जिसमें अबूझमाड़ के नक्सलमुक्त होने की कहानी, सरकार और पुलिस की भूमिका, ग्रामीणों की भागीदारी और "माड़ बचाओ अभियान" को विस्तार से दर्शाया गया है। --- एंकर - नारायणपुर जिले में चार दशकों तक नक्सल आतंक का गढ़ रहे अबूझमाड़ की तस्वीर अब बदल रही है। जंगलों में दशकों से नक्सलियों की समानांतर सरकार चल रही थी, जहां न तो शासन की पहुंच थी, न विकास की किरण। पर अब यह इलाका उम्मीदों का नया नक्शा तैयार कर रहा है। "माड़ बचाओ अभियान" के जरिए केंद्र और राज्य सरकार ने जो मुहिम शुरू की, उसने न सिर्फ नक्सलियों की कमर तोड़ी, बल्कि वर्षों से भय और दहशत के साए में जी रहे ग्रामीणों को भी एक नई दिशा दी है。 नक्सल आतंक का अड्डा रहा अबूझमाड़ करीब 4500 वर्ग किलोमीटर में फैले अबूझमाड़ क्षेत्र में नक्सलियों ने अपनी अघोषित राजधानी कुतुल को बनाया था। यहां नक्सलियों का शिकंजा इस कदर था कि बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक उनकी विचारधारा से प्रभावित होकर उनका समर्थन करने को मजबूर थे। सरकारी अमला इस क्षेत्र में कदम तक नहीं रख पाता था। गांव-गांव में लाल आतंक का बोलबाला था और विकास का नामोनिशान तक नहीं था。 "माड़ बचाओ अभियान" की शुरुआत स्थिति को बदलने की ठानी छत्तीसगढ़ पुलिस ने। केंद्र और राज्य सरकार के दृढ़ संकल्प के साथ पुलिस ने एक अभूतपूर्व अभियान की शुरुआत की — "माड़ बचाओ अभियान"। इस अभियान के तहत नक्सलियों के कोर इलाके में घुसकर मुठभेड़ों को अंजाम दिया गया। दुर्दांत नक्सलियों को उनकी पनाहगाहों में मार गिराया गया और एक-एक कर इलाके को नक्सल मुक्त करना शुरू कर दिया गया。 इस अभियान की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि अबूझमाड़ में पहली बार पुलिस ने 18 नए बेस कैंप स्थापित किए। ये कैंप उन दुर्गम क्षेत्रों में स्थापित किए गए, जहां जाने की कभी किसी ने कल्पना तक नहीं की थी。 सपना जो साकार हुआ अबूझमाड़ के कस्तूरमेटा, मोहंदी, कुतुल, बेड़माकोटी और पदमकोट जैसे इलाकों में पुलिस की स्थायी उपस्थिति दर्ज कराई गई। यहां से आगे बढ़ते हुए पुलिस ने महाराष्ट्र की सीमा तक पहुंच बनाई और नेलांगुर में भी कैंप खोलकर अबूझमाड़ को पहली बार महाराष्ट्र से जोड़ा। यह काम कभी असंभव समझा जाता था, लेकिन आज यह हकीकत बन चुका है。 ग्रामीणों में जागा भरोसा बेस कैंपों की स्थापना के साथ-साथ पुलिस और प्रशासन ने सड़क निर्माण, स्वास्थ्य, शिक्षा और मूलभूत सुविधाओं का विस्तार भी शुरू किया। इन प्रयासों ने दशकों से उपेक्षित ग्रामीणों के मन में सरकार के प्रति विश्वास पैदा किया。 नतीजा यह रहा कि नक्सलियों का जनाधार कमजोर पड़ने लगा। बड़ी संख्या में स्थानीय नक्सली हथियार छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटने लगे। अबूझमाड़ के बच्चे अब स्कूल जा रहे हैं, किसान खेती कर रहे हैं, और महिलाएं स्वरोजगार की ओर कदम बढ़ा रही हैं。 सख्त कार्रवाई और ऐतिहासिक सफलता अबूझमाड़ में नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए अभियानों ने ऐतिहासिक सफलताएं दिलाई हैं। पिछले डेढ़ साल में 100 से अधिक नक्सलियों को मुठभेड़ों में ढेर किया गया, जबकि 200 से ज्यादा नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। नारायणपुर एसपी रॉबिनसन गुरिया ने बताया कि इस दौरान कई बड़े नक्सली नेताओं को भी खत्म किया गया, जिनमें महासचिव बसरावाराजू की मुठभेड़ में मौत सबसे बड़ी सफलता रही。 नक्सलियों की पनाहगाह बनी काल जिस अबूझमाड़ को नक्सलियों ने चार दशकों तक अपनी पनाहगाह बनाया था, अब वही इलाका उनके लिए काल बनता जा रहा है। जंगलों में अब बंदूक की नहीं, विकास की गूंज सुनाई देने लगी है。 "हमारा लक्ष्य है कि 31 मार्च 2026 तक अबूझमाड़ को पूरी तरह नक्सलमुक्त कर दिया जाए।" — एसपी गुरिया का यह विश्वास अब स्थानीय लोगों की जुबान पर भी सुनाई देता है。 आशा की नई कहानी अबूझमाड़ अब सिर्फ नक्सलियों के खौफ की कहानी नहीं है, बल्कि यह साहस, संकल्प और परिवर्तन की मिसाल बनता जा रहा है। "माड़ बचाओ अभियान" ने साबित कर दिया है कि इच्छाशक्ति हो तो सबसे दुर्गम चुनौती को भी पार किया जा सकता है。 जहां कल तक मौत का सन्नाटा पसरा था, वहां आज बच्चों की हंसी, युवाओं के सपने और बुजुर्गों का सुकून लौट आया है। अबूझमाड़ नक्सलमुक्ति की ओर नहीं, बल्कि एक नई सुबह की ओर बढ़ रहा है । बाइट 01 रॉबिंसन गुरिया पुलिस अधीक्षक
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UMUJJWAL MISHRA
Oct 14, 2025 10:44:28
Ranchi, Jharkhand:रांची स्थित डॉ. रामदयाल मुंडा ट्राइबल वेलफेयर रिसर्च सेंटर में आज “धरती आबा प्रथम फिल्म महोत्सव” का आयोजन किया गया। महोत्सव में कुल 52 फिल्मों का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री चमरा लिंडा ने धरती आबा बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण और मंदार बजाकर की। चमरा लिंडा ने कहा कि ट्राइबल समाज को आगे बढ़ाने के लिए अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। उन्होंने कहा कि ट्राइबल्स की फिलॉसफी, शिक्षा, जंगलों से जुड़ाव और पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि इन मुद्दों को फिल्म के माध्यम से पूरे भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक ले जाने की योजना है। फिल्म ऐसा सशक्त माध्यम है, जिससे हम अपने समाज की असली कहानी दुनिया के सामने रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा, सिद्धू-कानू, फूलो-झानो, भगत सिंह और गंगा खड़िया जैसे वीर नायकों की जीवनी को फिल्म के जरिए लोगों तक पहुँचाया जाएगा, ताकि नई पीढ़ी प्रेरणा ले सके। ट्राइबल संस्कृति सिर्फ स्वतंत्रता संग्राम तक सीमित नहीं रही, बल्कि जंगल, ज़मीन और अपनी पहचान की रक्षा के लिए भी उन्होंने संघर्ष किया है। इन सब पहलुओं को फिल्म के माध्यम से लोगों तक पहुँचाने की योजना है। उन्होंने बताया कि ट्राइबल रिसर्च सेंटर के सहयोग से इस दिशा में ठोस रोडमैप तैयार किया जाएगा, ताकि झारखंड सहित देशभर के जनजातीय समुदायों की कहानियां लोगों तक पहुँच सकें। वही अंजलि मटेरो ने कहा कि इन फिल्मों को देखकर मुझे एक बात बहुत गहराई से महसूस हुई कि आदिवासी समुदाय से जुड़े जो मुद्दे हैं — खासकर आज के डेवलपमेंट पैराडाइम में — उनमें आदिवासी समाज के जीवन में बहुत बड़े बदलाव आ रहे हैं। उनके हक़ों पर जो तरह-तरह के दबाव या हमले हो रहे हैं, वो मुख्यधारा के मीडिया में बहुत कम दिखाई देते हैं। चाहे टेलीविज़न हो या सिनेमा, आदिवासी समुदायों की कहानियाँ बहुत कम सामने आती हैं। ऐसे में यह फेस्टिवल बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहाँ आदिवासी लोग खुद अपनी कहानियाँ दुनिया के सामने रख रहे हैं। मुझे बेहद खुशी है कि इतनी विविध और सशक्त कहानियाँ यहाँ देखने को मिलीं। ये फिल्में न सिर्फ समाज को एक नई दृष्टि देती हैं, बल्कि इन्हें और अधिक प्रोत्साहन मिलना चाहिए ताकि इन आवाज़ों को और दूर तक पहुंचाया जा सके। बाइट: चमरा लिंडा (अनुसूचित जनजाति अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री) अंजलि मोटेरो (रिटायर्ड प्रोफेसर, डॉक्यूमेंट्री फिल्ममेकर)
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RKRajesh Kumar Sharma
Oct 14, 2025 10:43:56
Delhi, Delhi:मोती नगर पुलिस ने जुआ खेलते 17 जुआरियों को रंगे हाथ किया गिरफ्तार एक लाख 34 हजार 820 रुपए की नगदी और 260 ताश के पत्ते किए बरामद पश्चिमी जिला के मोती नगर थाने की पुलिस टीम ने मोती नगर इलाके के एक मकान से जुआ खेलते 17 जुआरियों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।पुलिस ने इनके पास से एक लाख 34 हजार 820 रुपए की नगदी और 260 ताश के पत्ते भी बरामद किए है।पकड़े गए आरोपियों की पहचान अश्वनी उर्फ ​​आशु, वरुण, जस्सी सिंह, हर्षित, शिवम सिंह, सिद्धक सिंह, दीप्ति सिंह, आकाश, अजय कुमार, तरुणदीप, परमजीत, विजय कुमार, सनी ग्रोवर, नीरज कुमार, पुनीत, नितिन तलुजा और यतिन शामिल हैं। जुआ अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जाँच जारी है।
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SNShashi Nair
Oct 14, 2025 10:43:33
Hisar, Haryana:भारतीय किसान यूनियन के संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले आज किसानों के प्रतिनिधि मंडल ने किसानों के मुआवजा और फसलों के उचित दाम न मिलने के मामले को लेकर जिला उपायुक्त को अपना मांग पत्र सौंपा। किसान यूनियन के नेताओं का कहना था कि आज डीसी को दिए गए मुख्यमंत्री के नाम अपने मांग पत्र में किसानों ने मांग की है कि किसानों को जो मानसून की बारिश में फसलों का नुकसान हुआ है, जल्द से जल्द उसका मुआवजा दिया जाए। किसान संगठनों ने बाजरा और धान की फसलों के उचित दाम न मिलने पर भी अपनी नाराजगी जताई। भारतीय किसान यूनियन इन तमाम मसलों को लेकर 28 नवंबर को हिसार में किसान महापंचायत का आगाज करेगी।
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KJKamran Jalili
Oct 14, 2025 10:42:53
Ranchi, Jharkhand:झारखंड राज्य में नक्सलियों के खिलाफ निरंतर अभियान चल रहा है, जहां नक्सलियों के खिलाफ ChaiBasa (चाईबासा) में अभियान तेज किया गया है वही साइबर अपराध के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है और संगठित अपराध के खिलाफ भी विशेष रणनीति के तहत कदम उठाए जा रहे हैं। राज्य में अगस्त और सितंबर माह में पुलिस प्रशासन के द्वारा की गई कार्रवाइयों की जानकारी आईजी अभियान सह पुलिस प्रवक्ता ने दी है। इस वर्ष अबतक 30 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है तो वही 32 नक्सלियों को मुु़थभेड़ में मार गिराया गया है। साइबर अपराध में अगस्त और सितंबर माह में 128 मामले दर्ज हुए, जिनमें 105 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। साइबर अपराध से जुड़े मामलों में 1930 वर्ष में 4,281 शिकायतें आईं, 7 करोड़ 42 लाख रुपए फ्रिज किए गए और 37 लाख 28 हजार 805 रुपए पीड़ितों को न्यायालय के माध्यम से वापस दिलाए गए। अगस्त एवं सितम्बर 2025 में साइबर अपराध रोकथाम हेतु प्रतिबिम्ब ऐप का प्रभावी उपयोग करते हुए across जिलों में कुल 03 कांड दर्ज किए गए, इनमें 08 अपराधी गिरफ्तार हुए और 08 मोबाईल फोन तथा 09 SIM कार्ड बरामद किए गए। अगस्त एवं सितम्बर के अपराध नियंत्रण के लिए 12,551 वारंट निष्पादित किए गए और 4,186 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। साथ ही 413 वाहनों के साथ 136 हथियार और 1,221 कारतूस जब्त किए गए। अगस्त एवं सितम्बर में 297 महिला के खिलाफ हुए सेक्सुअल ऑफेन्स के 297 मामले उद्भेदन हुए। जुलाई 2025 के अंत में लंबित मामलों की संख्या 46,808 रही और अगस्त में राज्य भर में 4,926 मामले दर्ज हुए, जिनमें अगस्त महीने में कुल निष्पादित कांडों की संख्या 6,090 रही। इसके साथ ही बिहार चुनाव भी झारखंड में हाई अलर्ट पर है और घाटशिला चुनाव को लेकर सुरक्षाबल भी अलर्ट मोड में हैं।
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BSBHUPENDAR SINGH SOLANKI
Oct 14, 2025 10:42:43
Tonk, Rajasthan:टोंक दिवाली से पहले एक्शन मोड में नगर परिषद आयुक्त धर्मपाल जाट, शहर की सफाई और रोशनी व्यवस्था पर कड़ी निगरानी दिवाली के त्यौहार को देखते हुए टोंक नगर परिषद आयुक्त धर्मपाल जाट पूरी तरह एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। आयुक्त खुद शहर में सफाई और सजावट कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं, ताकि सभी तैयारियां समय पर पूरी हो सकें। आयुक्त ने बंद पड़ी स्ट्रीट लाइटों को तत्काल दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं और शहर को विभिन्न क्षेत्रों एरिया में बांटकर हर इलाके में कार्य की निगरानी की जा रही है। शहर की गलियों और मुख्य सड़कों पर दूधिया रोशनी वाली स्ट्रीट लाइटें लगाई जा रही हैं, जिससे शहर रोशन और सुरक्षित महसूस हो। साथ ही, सभी नगर परिषद अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने के आदेश भी जारी किए गए हैं। नगर परिषद आयुक्त की ओर से दमकल टीम को भी अलर्ट रहे के आदेश दिए है
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KSKISHORE SHILLEDAR
Oct 14, 2025 10:42:00
Raj Nandgaon, Chhattisgarh:दीपावली त्योहार नजदीक आते ही जहां बाजारों में रौनक बढ़ गई है, वहीं मिलावटखोरों पर खाद्य एवं औषधि सुरक्षा विभाग की नजरें तेज हो गई हैं. त्योहार के दौरान लोगों की बढ़ती मांग को देखते हुए विभाग ने मिठाई दुकानों और डेयरी में मिलावट रोकने के लिए विशेष जांच अभियान शुरू किया है. खाद्य सुरक्षा अधिकारी डोमेंद्र ध्रुव ने बताया कि विभाग की टीमों ने शहर और जिले के विभिन्न इलाकों में मिठाई की दुकानों, दूध डेयरी और खाद्य पदार्थ विक्रेताओं से नमूने लेकर जांच की है. मोबाइल टेस्टिंग मशीनों से मौके पर ही नमूनों की प्राथमिक जांच की जा रही है. कुछ नमूने फेल पाए गए जिनमें कलर और अन्य मिलावट की पुष्टि हुई है. फेल पाए गए नमूनों के दुकानदारों को सख्त चेतावनी दी गई कि वे मिठाइयों और दूध उत्पादों में नकली मावा, अमानक रंग या केमिकल का प्रयोग न करें. ऐसा करने पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी. यह जांच अभियान दीपावली पर्व तक जारी रहेगा. उपभोक्ताओं की सेहत से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. नागरिकों से भी अपील है कि वे मिठाई या दूध उत्पाद खरीदते समय सतर्क रहें और संदिग्ध सामग्री की सूचना तुरंत खाद्य सुरक्षा विभाग को दें.
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MDMahendra Dubey
Oct 14, 2025 10:41:46
Damoh, Madhya Pradesh:सिस्टम पर सवाल उठाने वाला मामला, पुलिस में दर्ज थी पांच दिनों से युवक की गुमशुदगी की रिपोर्ट, चार दिनों से अस्पताल में रखा था उसी युवक का शव , न पुलिस दिया ध्यान न ही अस्पताल प्रबंधन को रही चिंता, अब सड़कों पर उतरे लोग.. महिलाओं ने पुलिस पर फेंकी चप्पलें.. दमोह जिले के रौन गांव के रहने वाले बीएससी नर्सिंग का स्टूडेंट शुभम विश्वकर्मा 9 तारीख को दमोह अपनी बाइक सर्वसिंग कराने आया था और फिर लापता हो गया। रात भर शुभम घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने दमोह आकर 10 तारीख को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, और उन्हें उम्मीद थी कि पुलिस उनके बेटे को तलाश करेगी लेकिन रिपोर्ट किए तीन दिन बीत जाने के बाद भी कुछ नहीं आया तो परिजन दमोह के एसपी के पास पहुंचे। एसपी ने जब कोतवाली पुलिस को तलब किया तो पुलिस एक्टिव मोड में आई और उसके बाद जो सामने आया उसने सिस्टम की असलियत सामने ला दी। 13 तारीख यानी सोमवार को पुलिस को मालूम चला कि एक अज्ञात शव तीन दिनों से जिला अस्पताल की मर्चुरी में रखा है। जब देखा तो ये शव शुभम का ही था। इस बात के सामने आने के बाद सनसनी फैल गईं। और परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। मंगलवार को मृतक के परिजनों के साथ बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर आ गए और पहले जिला अस्पताल के सामने जाम लगाया और फिर कलेक्टर के दफ्तर के सामने लोगों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने पहले पुलिस पर चप्पलें फेंकी और कुछ पुलिसकर्मियों को सरेआम चप्पलें मारी भी। परिजनों का आरोप है कि पुलिस की नादिरशाही की वजह से शुभम का शव मर्चुरी में रखा रहा लेकिन पुलिस ने ध्यान नहीं दिया, परिजन हत्या की आशंका व्यक्त कर रहे हैं , सड़क पर हंगामे के बाद पुलिस के आला अधिकारियों के साथ जिला प्रशासन के अफसरों ने मोर्चा संभाला और मामले को शांत करने की कोशिश की। परिजनों को समझाइश के बाद शव का पोस्टमार्टम डॉक्टर्स की पैनल से कराया गया है। अब सवाल यही की आखिर पुलिस और अस्पताल प्रबंधन ने इतनी बड़ी गलती कैसे की। नियमों के मुताबिक जिला अस्पताल में किसी भी हादसे या झगड़े के मामले में आने वाले पेशेंट की सूचना अस्पताल के अंदर बनी पुलिस चौकी या कोतवाली थाने को दी जाती है, चूंकि शुभम की मृत्यु हो चुकी थी तब तो विशेष तौर पर सूचना पुलिस को दी जानी थी लेकिन पुलिस कह रही है कि अस्पताल से किसी भी तरह की सूचना नहीं मिली जिस वजह से पुलिस ने शुभम की तलाश में अस्पताल की तरफ ध्यान नहीं दिया वहीं जिला अस्पताल के सिविल सर्जन के मुताबिक शुभम की मृत्यु की सूचना कोतवाली भेजी गई थी लेकिन पुलिस ने डायरी वापस कर दी जबकि डायरी में रिसीविंग है। एक परिवार का बेटा तीन दिनों तक अज्ञात रूप से मर्चुरी में रखा रहा उसके घर वाले और दावे के मुताबिक पुलिस भी उसकी तलाश करती रही। मामला बेहद चिंताजनक है और परिजन उच्च स्तरीय जांच के साथ अस्पताल के दोषियों और पुलिस वालों पर सख्त कार्यवाही की मांग कर रहे है। बाइट/डॉ हल्के भाई विश्वकर्मा ( मृतक शुभम के पिता) बाइट/ मनु मिश्रा ( प्रदर्शनकारी दमोह) बाइट/ नितिन कुमार ( प्रदर्शनकारी दमोह) बाइट/ डॉ प्रहलाद पटेल ( सिविल सर्जन जिला अस्पताल दमोह) बाइट/ एच आर पांडे ( सीएसपी दमोह)
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RNRajesh Nilshad
Oct 14, 2025 10:41:28
Chittorgarh, Rajasthan:भारत मानक ब्यूरो की ओर से आयोजित विश्व मानक दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय शामिल हुए.. इस मौके पर मुख्यमंत्री साय ने मानकों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए लोगों को शपथ दिलाई.. सीएम साय ने कहा कि विश्व मानक दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं.. दिन भर कार्यक्रम चलेगा और टेक्निकल सेशन भी होगा.. गुणवत्ता का हर क्षेत्र में बड़ा महत्व है.. मानक ब्यूरो क्वालिटी को बढ़ावा देने का काम करता है.. 1200 चीजों में अपना हॉलमार्क देता है, इससे उसे चीज की विशेषता बढ़ती है.. नक्सली सोनू समेत 60 माओवादियों के आत्मसमर्पण को लेकर कहा- नक्सलवाद के साथ हमारे जवान मजबूती के साथ लड़ाई लड़ रहे हैं.. लगातार सफलता भी मिल रही है.. जो संकल्प हमारे देश के प्रधानमंत्री, गृह मंत्री का है.. मार्च 2026 तक पूरे देश से नक्सलवाद को समाप्त करना है.. पूरा भरोसा है उनका संकल्प पूरा होगा.. जो छत्तीसगढ़ के विकास में अवरोध बना वह समाप्त होगा.. इससे छत्तीसगढ़, विशेष कर बस्तर में विकास होगा.. बाइट- विष्णुदेव साय, मुख्यमंत्री
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DVDinesh Vishwakarma
Oct 14, 2025 10:40:47
Narsinghpur, Madhya Pradesh:नरसिंहपुर जिले के गोटेगाव थाना अंतर्गत कंजई निवासी यशवती पति प्रियांश की देर रात मौत के मामले ने ससुराल पक्ष पर सवाल खड़े कर दिए हैं. बताया जा रहा कि महिला गर्भवती थी और उसे ससुराल पक्ष के लोग सरकारी अस्पताल उपचार के लिए लाये थे लेकिन स्वास्थ्य बिगड़ता देख निजी अस्पताल ले गए और वहां उसकी मौत हो गई. वही मृतिका के चाचा ने ससुराल पक्ष पर हत्या का गम्भीर आरोप लगाया हैं. बागपोडी निवासी तरवर पटेल ने बताया कि उसकी भतीजी की शादी डेड वर्ष पहले कंजई में प्रियांश के साथ ही थी और उसकी भतीजी के साथ मारपिट की हैं जिसके निशान उसके शरीर पर हैं. वही पुलिस प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की हैं.
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