Bastar - छत्तीसगढ़ अस्पतालों में दवाओं की कमी, मरीजों को 2500 रुपये तक खर्च करना पड़ रहा
पिछले पांच महीनों से सीजीएमएससी (छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विस कॉर्पोरेशन) द्वारा दवाओं की आपूर्ति न होने से जिला अस्पताल सहित ग्रामीण और शहरी स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति बेहद खराब हो गई है। टीटी और रेबीज जैसे जरूरी इंजेक्शन तक अस्पतालों में उपलब्ध नहीं हैं। हालत यह है कि डॉग बाइट के मरीजों को इलाज के लिए 2 से 2.5 हजार रुपये तक खर्च करने पड़ रहे हैं। कभी बेहतर सेवाओं के लिए सम्मानित यह जिला अस्पताल अब मरीजों के इलाज को तरस रहा है। जीवनदीप समिति के फंड से कुछ दवाएं खरीदी जा रही हैं, लेकिन यह ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहा है। बाजार से खरीदे गए उपकरणों और दवाओं के 3-4 साल पुराने भुगतान अभी तक नहीं हुए, जिससे व्यापारी उधारी देने से इनकार कर रहे हैं। स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की यह बदहाली मरीजों के लिए गंभीर संकट बन चुकी है।
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