Back
DM व SP ने संयुक्त रुप से सुपौल लोकसभा चुनाव की तैयारियों की दी जानकारी
Triveniganj, Bihar
सुपौल लोकसभा 2024 के लिए 15 प्रत्याशी मैदान में है। सुपौल के DM कौशल कुमार ने कहा कि इनमें से तीन मान्यता प्राप्त है, पांच गैर मान्यता है और सात निर्दलीय मैदान में है। 5 उम्मीदवारों का तकनीकी कारणों से पर्चा रद्द हो गया है। लेकिन किसी ने अपना नाम वापस नहीं लिया है। प्रेस वार्ता कर DM व SP ने सयुंक्त रूप से चुनाव को लेकर तैयारियों की जानकारी दी और भयमुक्त वातावरण में चुनाव कराने को लेकर अबतक उठाये गए कदम की जानकारी दी।
0
Share
Report
हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|
Advertisement
Narsinghpur, Madhya Pradesh:
एंकर-नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव तहसील की श्रीनगर से दर्जनों गांव का संपर्क टूट गया है
रात से हो रही मूसलाधार बारिश से दतला नाला एवं ऊमर नदी ऊफान पर आ गए हैं
श्रीनगर से उमरिया मार्ग पर बन रहे पुल का काम धीमी गति के कारण पूरा नहीं हो पाया जिससे ग्रामीणों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है ठेकेदार की लापरवाही से 2 साल से भी ज्यादा समय से पुल का काम पूर्ण नहीं हो पाया जिससे ग्रामीणों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है
बही आपको बता दे लगातार हो रही झमाझम बारिश से नरसिंहपुर जिले की सभी नदिया उफान पर चल रही है
0
Share
Report
Delhi, Delhi:
JAMNAPAR...
दिल्ली में कांग्रेस पार्टी में फिर से उथल-पुथल देखने को मिल रही है। कांग्रेस जिला अध्यक्ष रहे गुरुचरण सिंह राजू ने दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव के द्वारा अमानवीय व्यवहार किए जाने के चलते कांग्रेस पार्टी से अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थी लेकिन बढ़े विवाद के चलते पार्टी से निष्काशित कर दिया। गुर चरण सिंह राजू ने कांग्रेस के कई बड़े नेताओं पर गम्भीर आरोप ज्ञात रहे की गति विधानसभा चुनाव में गोरचंद सिंह राजू ने कृष्ण नगर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था वहीं पूर्व में अच्छा चरण सिंह राजू के बेटे ने जब दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी युवा कांग्रेस का चुनाव लड़ा तो उनके बयान में हजार से ज्यादा वोट निष्कासित कर दिए गए थे तभी से कांग्रेस के नेताओं से बातचीत के बाद उनको आश्वासन दिया गया था कि हर स्तर पर इस मामले की जांच की जाएगी मगर ऐसा नहीं...
ज़ी न्यूज़ संवाददाता राजकुमार भाटी ने पार्टी निष्काशित हुए गुरचरण सिंह राजू से इस मामले में खास बातचीत की।
0
Share
Report
Bhiwani, Haryana:
बाइट : जिला शिक्षा अधिकारी निर्मल दहिया
मुखियाओं की बदौलत ‘विद्यार्थी परिवहन सुरक्षा योजना’ का अटका पहिया
शिक्षा निदेशालय की ओर से जिला शिक्षा अधिकारियों को जारी किए गए पत्र
पोर्टल पर बिल अपलोड न करने वाले नपेंगे अफसर
भिवानी। स्कूल मुखियाओं की लापरवाही की वजह से पहली क्लास से लेकर 12 वीं क्लास तक के बच्चों को मिलने वाली नि:शुल्क विद्यार्थी परिवहन सुरक्षा योजना का पहिया अटक गया है। क्योंकि अनेक स्कूल मुखियाओं ने विद्यार्थी परिवहन सुरक्षा योजना के तहत निर्धारित तिथि तक एमआईएस पोर्टल पर बिल ही लोड नहीं किए है। यह समस्या पिछले तीन माह से बनी है। विभाग के बार बार पत्राचार के बावजूद भी स्कूल मुखिया इस योजना के बिलों को पोर्टल पर अपलोड नहीं कर रहे है। हालांकि अभी यह योजना पायलट के तौर पर संचालित की जा रही है। इस मामले पर सख्ती दिखाते हुए शिक्षा विभाग ने इस तरह के स्कूल मुखियाओं को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए है। विभाग के निदेशक ने इस बारे में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर इस तरह के स्कूल मुखियाओं की जानकारी मांगी है ताकि उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सके।
विभाग ने भेजे निर्देशों में कहा गया है जिन ब्लाकों में इस योजना का लाभ लिया जा रहा है। उन सभी विद्यालयों के मुखियाओं को कारण बताओं को नोटिस जारी करके स्थिति स्पष्ट करने के निर्देश दिए है। साथ ही उनसे यह भी जानकारी मांग जाए कि उन्होंने अभी तक बिल अपलोड क्यों नहीं किए। इनके अलावा इस तरह के सभी मुखियाओं की जानकारी निदेशक कार्यालय में तत्काल भिजवाई जाए। ताकि उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सके। यहां यह बताते चले कि सभी स्कूल मुखियाओं द्वारा वाहन मालिक द्वारा दिए गए बिल को स्कूल एसएमसी से सत्यापित करवाकर एमआईएस पोर्टल पर अपलोड करनी होती है। साथ में उस बिल में वाहन का नम्बर, रूट नम्बर व छात्रों की संख्या भी अंकित होनी चाहिए।
जिला शिक्षा अधिकारी निर्मल दहिया ने बताया कि जो बच्चे एक किलोमीटर या इससे दूर से आते है। उनको प्रदेश सरकार ने नि:शुल्क परिवहन सुविधा उपलब्ध करवाई हुई है। अगर किसी गांव से बच्चों को बस की सुविधा नहीं मिल पा रही है तो उस स्कूल के मुखिया उन बच्चों के लिए कोई निजी वाहन की व्यवस्था करता है। उस निजी वाहन का किराये का बिल एमआईएस पोर्टल पर लोड किया जाता है। जिसके बाद विभाग स्कूल मुखिया के खाते में बिल की राशी भेजती है। एमआईएस पोर्टल पर बिल 15 तारीख तक भेजने के निर्देश दिए हुए है। इससे संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं।
0
Share
Report
Jehanabad, Bihar:
MUKESH KUMAR / JEHANABAD / 04-07-2025
SLUG - REACTION
A.INTRO - यूपी सरकार द्वारा मोहर्रम को लेकर जारी नई गाइडलाइन, जिसमें नाबालिग बच्चों पर अलम और ताजिया उठाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। उसका बिहार में खासकर जहानाबाद में कोई विशेष असर नहीं दिखाई दे रहा है। यहाँ के स्थानीय मुस्लिम समुदाय का कहना है कि यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है और बच्चों द्वारा ताजिया उठाने का सवाल ही नहीं उठता। दरअसल यूपी प्रशासन ने हाल ही में मोहर्रम को लेकर एक नई गाइडलाइन जारी की है, जिसके तहत नाबालिग बच्चों को ताजिया या अलम उठाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस फैसले को लेकर धार्मिक और सामाजिक स्तर पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। जब जी मीडिया की टीम ने जहानाबाद में इस मुद्दे पर स्थानीय मुस्लिम समाज के लोगों से बात की, तो उन्हें अलग-अलग प्रतिक्रियाएं मिली, मो. नसीम ने कहा, यह धार्मिक मामला है। सरकार को इस पर प्रतिबंध नहीं लगाना चाहिए। यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है। हाँ, अगर कोई नई बात होती है जिससे माहौल बिगड़ता है, तो वो जरूर गलत है। वही मो. फाहीम ने साफ कहा, ताजिया का वजन काफी होता है, इसलिए बच्चे उसे उठा ही नहीं सकते। यह काम जवान और पाक-साफ व्यक्ति करता है। ताजिया उठाने के लिए शरीर और कपड़ा दोनों पवित्र होना चाहिए। बच्चे अगर गलती से ताजिया गिरा दें, तो अपमान भी हो सकता है। वहीं मो. शाहबाज हुसैन ने गाइडलाइन को सकारात्मक दृष्टि से देखा और कहा,अगर सरकार ने यह गाइडलाइन दी है तो यह अच्छा है, लेकिन यहाँ वैसे भी कोई नाबालिग बच्चा ताजिया नहीं उठाता।
Byte- मो0 नसीम,स्थानीय निवासी
मो0 फायीम
मो0 शाहबाज हुसैन
मो0सहनाबाज
सहजारी खातून
0
Share
Report
Goreya Pipar, Chhattisgarh:
एंकर -प्रदेश में नक्सलियों को लेकर पूर्व मंत्री ने दिए बयान के बाद सियासी जंग छिड़ गई है। जहा छत्तीसगढ़ पूर्व मंत्री व भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि बस्तर में 80 के दशक में नक्सली आए, और उस वक्त कांग्रेस की एकक्षत्र सत्ता होती थी। जहां-जहां विकास नहीं हुआ, जहां-जहां शोषण हुआ, वही नक्सली आए देश के नक़्शे में, और नक्सलियों को बस्तर सौप कांग्रेस दायित्व मुक्त हो गई। इधर पूर्व मंत्री व भाजपा विधायक के बयान को लेकर पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि अजय चंद्राकर का बयान पीड़ा दायक है। जिस तरह से 80 के दशक में नक्सलियों का स्वागत दामाद की तरह कांग्रेस के द्वारा किए जाने की बात कह रहे हैं, निराधार और असत्य से परे हैं। लेकिन यह बात सही है कि 21वीं सदी में बस्तर और रायगढ़ क्षेत्र में वनों की अवैध कटाई हो रही है। जिस प्रकार से औद्योगिकी करण के नाम पर जंगलों को उजाड़ा जा रहा है। कॉर्पोरेट का स्वागत दामादों जैसा किया जा रहा है।
बाईट_01_अमरजीत भगत_पूर्व मंत्री_छत्तीसगढ़
बाईट_02_अजय चंद्राकर_वरिष्ठ भाजपा व विधायक भाजपा
0
Share
Report
Goreya Pipar, Chhattisgarh:
सरगुजा ब्रेकिंग
गढ़वा से अंबिकापुर सड़क बनेगा फोरलेन। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने की घोषणा। 450 करोड रुपए के लागत से बनेगा अंबिकापुर से गढ़वा फोरलेन सड़क। गढ़वा के एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने की घोषणा। अंबिकापुर से गढ़वा की कुल दूरी 170 किलोमीटर है।
0
Share
Report
Tikamgarh, Madhya Pradesh:
एंकर- टीकमगढ़ शहर के वार्ड नंबर 2 पुरानी टिहरी में अतिक्रमण के खिलाफ चला नगर पालिका प्रशासन का बुलडोजर, लोगों ने नाले के ऊपर कर रखा था अतिक्रमण, स्थानीय लोगों के घरों में पानी भरने जाने से परेशान लोगों ने सागर टीकमगढ़ हाईवे पर लगाया चक्का जाम, मौके पर पहुंचे एसडीम और नगर पालिका सीएमओ ने लोगों को समझने के बाद खुलवाया जाम।
बाइट- ओमपाल सिंह भदौरिया (सीएमओ नगर पालिका टीकमगढ़)
0
Share
Report
Udaipur, Rajasthan:
उदयपुर में आज जिला परिषद के साधारण सभा की बैठक का आयोजन किया गया। जिला प्रमुख ममता कुवंर के अध्यक्षता में हुई बैठक में टीएडी मंत्री बाबूलाल खराड़ी, चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी, विधायक फूल सिंह मीणा, उदय लाल डांगी, पुष्कर डांगी, उप जिला प्रमुख पुष्कर तेली, कलेक्टर नमित मेहता, जिला परिषद सीईओ रिया डाबी सहित जिला परिषद के सदस्य और विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में सदस्यो ने ऋषभदेव में ट्रांसफार्मर लगाने के नाम पर ठेकेदार द्वारा आम जन से 10 से 15 हजार रुपए की वसूली करने का आरोप लगाया। जिस पर तुरंत जांच के आदेश दिए गए। जल जीवन मिशन के काम में धीमी गति पर मंत्री खराड़ी ने नाराज की व्यक्ति की। उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बैठक के दौरान सदस्यों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं को रखा जिनका तुरंत समाधान करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
बाइट- सीपी जोशी, सांसद, चित्तौड़गढ़
0
Share
Report
Kota, Rajasthan:
नागौर सांसद हुनमान बेनिवाल के घर का बिजली कनेक्शन काटने पर उर्जा मंत्री का बयान
बिजली चोरी हो या फिर बिजली का बिल बकाया पूरे राजस्थान में हो रही है कार्रवाई
हमारी सरकार बिजली चोरी करने वालो पर लगा रही है लगाम
किसी भी पार्टी का व्यक्ति हो अगर बिजली चोरी कर रहा है तो होगी कार्रवाई
एन्कर: कोटा दौरे पर रहे उर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने नागौर मंे सांसद हनुमान बेनीवाल के निवास पर बिजली का बिल बकाया होने के बाद काटे गए बिजली के कनेक्शन को लेकर सरकार की मंशा को साफ किया है। जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक लेने के बाद उर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि अगर किसी जनप्रतिनिधि का अचारण सही नहीं तो उसको अपने आचरण पर लगाम लगानी चाहिए। नागौर में कनेक्शन कटा है ऐसा नही है जहां पर भी बिजली की चोरी हो रही है या फिर बिजली का बिल बकाया है वहां पर भी लगाम लगाई जा रही है। हमारी सरकार ऐसी चोरी लगातार लगाम लगाएगी और उर्जा विभाग भी पूरी तरह से अपना काम कर रहा है। जब भी किसी का बिल ज्यादा हो जाता है तो वहां पर कनेक्शन काटा जाता है। कोई भी वीआईपी हो या सांसद अगर उनका बिजली का बिल बकाया होगा तो वो जरूर वसूला जाएगा या फिर वहां उसका बिजली का कनेक्शन काट दिया जाएगा। जनप्रतिनिधियों की ओर ज्यादा जिम्मेदारी बन जाती है अगर वो बिजली का उपयोग कर रहे है तो उनको बिल जरूर भरना चाहिए ताकि समाज में भी सकारात्मक संदेश जाए। जनता जनप्रतिधि के आचरण का अनुसरण करती है। उर्जा मंत्री ने भी कहा कि हम किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं कर रहे है कोई भी व्यक्ति किसी भी पार्टी का हो अगर वो बिल का भुगतान नहीं कर रहा है या फिर फिर बिजली चोरी कर रहा है उसके खिलाफ कारवर््ााई की जाएगी।
बाइट: हीरालाल नागर, उर्जा मंत्री
0
Share
Report
Ayodhya, Uttar Pradesh:
ANCHOR - धर्मनगरी अयोध्या सप्तपुरियों में प्रथम पुरी है।सप्तपुरियो को विशेष महत्व की तीर्थ मानी गई है पुराणों में एक श्लोक उल्लेखित है।
अयोध्या मथुरा माया काशी कांची
अवंतिका, पूरी द्वारावती यतः सप्तैता मोक्षदायिका।
इस संस्कृत श्लोक का अर्थ है अयोध्या मथुरा हरिद्वार अर्थात माया काशी कांचीपुरम अर्थात कांची उज्जैन अर्थात अवंतिका और द्वारिका ये सातों पूरियां आत्मा का कल्याण
करने व मोक्ष प्रदान करने वाली है
हिन्दू आस्था के अनुसार प्राणी की मृत्यु के पश्चात उसकी आत्मा को कर्मों के अनुसार भिन्न भिन्न गतियां प्राप्त हो सकती है।ऐसी ही एक गति को मोक्ष कहा जाता है। यदि कोई आत्मा मोक्ष को प्राप्त कर लेती है तो वह जन्म मृत्यु के बंधन से मुक्त हो जाती है।अर्थात वो आत्माएँ स्थितप्रज्ञ हो जाती है।सप्तपुरियों में देह त्यागने वाला प्राणी मोक्ष की गति प्राप्त कर लेता है
इसलिए इन सप्त पुरियों को हिन्दू आध्यात्म में विशेष स्थान प्राप्त है।
सप्तपुरियों में से प्रथम पुरी अयोध्या जी को समर्पित है ये नगरी शांत निर्मल एवं जीवनदायिनी सरयू नदी के तट पर बसी हुई है हिन्दू ग्रंथों के वर्णन के अनुसार अयोध्या सत्य और धर्म के पर्याय प्रभु श्री रामचन्द्रजी की जन्मभूमि है भगवान विष्णु के अवतार श्री राम ने अधर्म व असत्य का अंत करने के लिए राजा दशरथ के पुत्र के रूप में अयोध्या में ही जन्म लिया था इसलिए अयोध्या को धर्मनगरी भी कहा जाता है
प्रभु श्री रामचन्द्रजी के प्रथम पूर्वज मनु थे जो सूर्य के पुत्र थे इसलिए प्रभु जी का वंश सूर्य वंश कहलाता है
अयोध्या नाम तत्रास्ति नगरी लोकविश्रुता। मनुना मानवेन्द्रेण पुरैव निर्मिता स्वयम्॥"
रामायण के अनुसार सूर्य पुत्र वैवस्वत मनु के द्वारा ही सरयू नदी के तट पर अयोध्या नगरी बसाई गई थी अयोध्या को साकेत धाम से भी जाना जाता है
स्कंद पुराण के अनुसार अयोध्या नगरी भगवान विष्णु के सुदर्शन चक्र पर स्थापित है
बाद में श्री रामचन्द्रजी के कुल में एक रघु नामक राजा भी हुए थे जिनके कारण श्री राम को रघुवंशी भी कहा जाता है
सभी पुरुषों में सर्वोत्तम प्रभु श्रीराम आजीवन मर्यादा करुणा दया सत्य सदाचार और धर्म के मार्ग पर चले इस कारण से उनका जीवन सभी लोगों के लिए अनुकरणीय है
अपने जीवन की सभी परिस्थितियों का सामना श्री राम ने पूर्ण मर्यादा के साथ किया और इसी कारण से उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है जनमानस की आस्था है कि विश्वास के साथ श्री राम का जाप करने मात्र से मनुष्य का कल्याण हो जाता है तुलसीदास जी ने भी कहा है
कलिजुग सम जुग आन नहिं जौं नर कर बिस्वास। गाइ राम गुन गन बिमल भव तर बिनहिं प्रयास॥
अर्थात यदि मनुष्य विश्वास रखें तो कलियुग के समान दूसरा युग मिलने वाला नहीं है क्योंकि इस युग में व्यक्ति केवल श्री राम के गुणगान करके ही भवसागर से पार हो सकता है
विद्वानों के अनुसार अयोध्या का शाब्दिक अर्थ है जिसे युद्ध के द्वारा जीता न जा सके
सभी सप्तपुरियों में धर्मनगरी अयोध्या को प्रथम पूरी माना गया है
सामान्यतः लोग अवैध तथा अयोध्या को एक ही शहर के दो नाम मानते हैं किन्तु यह धारणा गलत है यदि विद्वानों की मानें तो अयोध्या का प्राचीन नाम भी अयोध्या ही था
प्राचीन काल में अयोध्या कौशल क्षेत्र के अवध की राजधानी थी जिसके कारण इसे अवधपुरी भी कहा जाने लगा था कुछ ही समय पहले एक लंबी कानूनी लड़ाई के बाद हिंदुओं को अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की अनुमति प्राप्त हुई
और अब वहां एक भव्य राम मंदिर निर्मित हो चुका है प्रत्येक सनातनी श्रद्धालु चाहे वह विश्व के किसी भी कोने में निवासरत हो एक बार अयोध्या आकर नवनिर्मित प्रभु श्री रामचन्द्रजी के मंदिर में प्रभु के दर्शन अवश्य करना चाहता है निश्चित रूप से आप भी अयोध्या आकर प्रभु श्री रामचन्द्रजी
के दर्शन करना चाहेंगे आप को अयोध्या यात्रा में सुविधा हो इसके लिए हम कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां आपके साथ साझा कर रहे हैं प्रथम पूरी अयोध्या का विशेष आकर्षण श्री राम मंदिर सुबह साढ़े छह बजे से दोपहर बारह बजे तक तथा उसके बाद दोपहर ढाई बजे से रात्रि दस बजे तक
श्रद्धालुओं के लिए खुला रहता है प्रथम मंगला आरती सवेरे साढ़े चार बजे एवं शयन आरती रात्रि नौ बजे की जाती है मंदिर के मुख्य गर्भ ग्रह में प्रभु श्री रामचन्द्रजी के बाल्यकाल अवस्था को दर्शाती राम लला की प्रतिमा विराजमान है मंदिर में भक्तों को प्रसाद स्वरूप चीनी तथा
इलायची के दानों का मिश्रण दिया जाता है
धनु स्वयं मंदिर प्रशासन की अनुमति से मिठाई और मेरी का भोग भगवान को लगा सकते हैं मंदिर परिसर में कुबेर दिलाई स्थित भगवान शिव के प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार भी किया गया है
अयोध्या में राम नवमी और दीपावली का उत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है क्योंकि इन पर्वों का सीधा संबंध श्री रामचन्द्रजी जी से है श्रावण में लगने वाला झूला मेला भी अयोध्या का एक लोकप्रिय आयोजन है जिसमें देश विदेश से अनेक श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं
श्री राम
के अतिरिक्त भी श्रद्धालुओं के लिए अयोध्या में भगवान राम से संबंधित अनेक धार्मिक एवं दर्शनीय स्थल हैं इनमें से एक है गुप्तार घाट जिसे प्रभु श्रीराम के संसार से प्रस्थान करने का स्थान माना जाता है
गुप्ता घाट ही वह स्थान है जहां से प्रभु श्रीराम अंतिम डुबकी लगाकर बैकुंठ धाम को लौट गए थे अयोध्या आने वाले श्रद्धालु बजरंगबली के दर्शन के लिए हनुमान अवश्य जाते हैं क्योंकि ऐसी मान्यता है कि हनुमान गढ़ी के दर्शन के बिना अयोध्या यात्रा पूर्ण नहीं होती
जनश्रुति के अनुसार रावण का वध करने के बाद जब श्री रामचन्द्रजी अयोध्या वापस आए तब उन्होंने हनुमान गढ़ी नामक यह स्थान हनुमान जी को रहने के लिए प्रदान किया था अथर्ववेद में वर्णन है कि भगवान श्री रामचंद्र जी ने हनुमान जी को हनुमान गढ़ी समर्पित करते हुए आशीर्वाद दिया था
था कि जब भी कोई अयोध्या में मेरे दर्शन करने आएगा तो पहले उसे आपके अर्थात हनुमान जी के दर्शन करने होंगे तब से लेकर आज तक भक्त राम लला के दर्शन से पहले हनुमानगढ़ी जाकर बजरंगबली के दर्शन करते हैं
अयोध्या की उत्तर दिशा में बहने वाली अमृत तुल्य सरयू नदी के तट भी धार्मिक महत्व के स्थल है
श्री रामचरित्र मानस में तुलसीदास जी ने सरयू स्नान का महत्व बताया है
हिन्दू मान्यता के अनुसार सरयू नदी के जल में स्नान मात्र से ही सभी तीर्थों के पुण्य की प्राप्ति हो जाती है अपनी धार्मिक महत्व के कारण सरयू नदी श्रद्धालुओं के लिए अति पूजनीय है पिछले कुछ वर्षों में सरकार द्वारा सरयू तट आधुनिक रूप से विकसित कर दिया गया है
जिसके कारण यह अब श्रद्धालुओं के साथ साथ पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केन्द्र है सांयकाल में सैलानी यहां नौका विहार तथा पैदल विचरण करने के लिए आते हैं इनके अतिरिक्त भी अयोध्या में दर्शन एवं पर्यटन के लिए अनेक स्थान है जैसे छोटी देवकाली मंदिर,कनक भवन, सीता रसोई,भरतकुंड सहित अयोध्या में 10 हजार से ज्यादा मठ मन्दिर है।
बाइट- शशिकांत दास महन्त नित्य सरयू आरती
बाइट - राम शरण दास पीठाधीश्वर रंग महल
Wkt 1- प्रवेश पांडेय संवाददाता (हनुमानगढ़ी के सामने से)
Wkt 2- प्रवेश पांडेय संवाददाता (सरयू के पास से)
Wkt 3 - प्रवेश पांडेय संवाददाता (राम मंदिर के सामने से)
0
Share
Report