Back
राष्ट्रीय लोक मोर्चा में नाराजगी गहरी, विधायक दल का नेतृत्व और भाजपा-गठबंधन पर सवाल
SKSunny Kumar
Dec 25, 2025 10:39:15
Patna, Bihar
पटना की राजनीति में राष्ट्रीय लोक मोर्चा को लेकर हलचल तेज हो गई है। पार्टी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के आवास पर आयोजित लिट्टी-चोखा भोज में पार्टी के तीनों विधायक—माधव आनंद, रामेश्वर महतो और आलोक सिंह—शामिल नहीं हुए। तीनों विधायकों की एकजुट गैरमौजूदगी को पार्टी के भीतर बढ़ती नाराजगी के तौर पर देखा जा रहा है। इसी दिन तीनों विधायक भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नवीन से मुलाकात करते नजर आए, जिसके बाद सियासी गलियारों में नई संभावनाओं की चर्चाएं तेज हो गई हैं। बताया जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा द्वारा विधायक दल का नेता अपनी पत्नी को बनाए जाने की कोशिश से असंतोष गहराया, जिसके बाद दबाव में माधव आनंद को यह जिम्मेदारी सौंपी गई। पार्टी में पुत्रमोह और संगठनात्मक फैसलों को लेकर पहले से चल रही नाराजगी अब खुलकर सामने आने लगी है। सवाल यह है कि क्या यह असंतोष यहीं थमेगा या आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति में कोई बड़ा सियासी मोड़ देखने को मिलेगा? राष्ट्रीय लोक मोर्चा के भीतर चल रहे इस घटनाक्रम को लेकर बिहार की सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। बीजेपी ने बनाई दूरी इस पूरे घटनाक्रम से भारतीय जनता पार्टी ने खुद को अलग कर लिया है। भाजपा प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने साफ कहा है कि एनडीए के भीतर सब कुछ पूरी तरह ठीक है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अंदर से जो भी खबरें सामने आ रही हैं, वह उनका आंतरिक मामला है। भाजपा का इससे कोई लेना-देना नहीं है औरएनडीए की एकजुटता पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। वहीं राष्ट्रीय जनता दल ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया है। आरजेडी का कहना है कि उपेंद्र कुशवाहा को लाइमलाइट से दूर करने के लिए भाजपा यह खेल खेल रही है। भाजपा अपने ही गठबंधन सहयोगियों के साथ सियासी चाल चलती रही है। इधर जनता दल यूनाइटेड ने भी इस पूरे मामले को राष्ट्रीय लोक मोर्चा का आंतरिक विषय बताया है। जदयू प्रवक्ता अंजुम आरा ने कहा कि राष्ट्रीय लोक मोर्चा एनडीए गठबंधन का एक सम्मानित सहयोगी दल है। किसी भी पार्टी के अंदरूनी संगठनात्मक मुद्दे उसका आंतरिक विषय होते हैं। एनडीए गठबंधन का फोकस बिहार के विकास, सुशासन और स्थिरता पर है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एनडीए गठबंधन का उद्देश्य बिहार और यहां की जनता के हितों के लिए काम करना है। इधर बिहार कांग्रेस ने उपेंद्र कुशवाहा को नसीहत दी है। कांग्रेस प्रवक्ता स्नेहाशीष वर्धन ने कहा कि जब से उपेंद्र कुशवाहा ने अपने बेटे को मंत्री पद दिलाया है, तब से पार्टी के भीतर बवंडर मचा हुआ है। उन्होंने कहा कि एनडीए के अंदर रहते हुए उपेंद्र कुशवाहा को सत्याग्रह करना पड़ रहा है और अपने विधायकों को साधने के लिए उन्हें भाजपा के सामने नतमस्तक होना पड़ रहा है। सवाल यह है कि भाजपा अपने सहयोगी दल के विधायकों को कब और कैसे अपने पाले में लाने की कोशिश करेगी।हालांकि इस पूरे प्रकरण पर राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने सफाई दी है। पार्टी प्रवक्ता रामपुकार सिन्हा ने कहा—“राष्ट्रीय लोक मोर्चा के माननीय तीनों विधायक—श्री माधव आनंद जी, रामेश्वर कुमार महतो जी और आलोक कुमार सिंह जी—ने भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री नितिन नवीन जी से शिष्टाचार मुलाकात की है। जहां तक माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा जी द्वारा आयोजित लिट्टी-चोखा भोज का सवाल है, उस दिन तीनों विधायक किसी कारणवश पटना से बाहर थे और क्षेत्र में निकलना था, इसलिए कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए। हमारी पार्टी के सभी विधायक पूरी तरह एकजुट हैं और राष्ट्रीय लोक मोर्चा संगठन के रूप में मजबूती के साथ बिहार और देश स्तर पर एनडीए गठबंधन का मजबूत हिस्सा बना हुआ है।” इस सियासी खींचतान के बीच यह भी अहम है कि नाराजगी के संकेत पहले ही सामने आ चुके थे। 12 दिसंबर को राष्ट्रीय लोक मोर्चा के विधायक रामेश्वर महतो ने फेसबुक पोस्ट के जरिए पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने लिखा था—“राजनीति में सफलता केवल भाषणों से नहीं, बल्कि सच्ची नीयत और दृढ़ नीति से मिलती है। जब नेतृत्व की नीयत धुंधली हो जाए और नीतियां जनहित से हटकर स्वार्थ की ओर बढ़ने लगें, तो जनता को ज्यादा समय तक भ्रमित नहीं रखा जा सकता।” रामेश्वर महतो की यह पोस्ट पार्टी के भीतर गहराते असंतोष का शुरुआती संकेत मानी जा रही है। अब लिट्टी-चोखा भोज से दूरी और विधायकों की एकजुटता ने यह साफ कर दिया है कि राष्ट्रीय लोक मोर्चा के भीतर की नाराजगी सतह पर आ चुकी है। राष्ट्रीय लोक मोर्चा में लिट्टी-चोखा भोज से दूरी अब सिर्फ औपचारिक नाराजगी नहीं, बल्कि गहरी सियासी दरार का संकेत बनती जा रही है। विधायकों की एकजुटता और भाजपा नेताओं से मुलाकात ने साफ कर दिया है कि उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आने वाले दिनों में बड़े राजनीतिक संकट की ओर बढ़ सकती है。
0
Report
हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|
Advertisement
DSDeepesh shah
FollowDec 25, 2025 12:16:530
Report
0
Report
PKPankaj Kumar
FollowDec 25, 2025 12:16:150
Report
DRDamodar Raigar
FollowDec 25, 2025 12:16:010
Report
VSVishnu Sharma1
FollowDec 25, 2025 12:15:470
Report
RZRajnish zee
FollowDec 25, 2025 12:15:380
Report
AYAmit Yadav
FollowDec 25, 2025 12:15:150
Report
0
Report
AMATUL MISHRA
FollowDec 25, 2025 12:07:36Banda, Uttar Pradesh:बांदा में अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर श्रद्धांजलि सभा, शौर्य गाथा का स्मरण
0
Report
ASAshutosh Sharma1
FollowDec 25, 2025 12:07:240
Report
AZAmzad Zee
FollowDec 25, 2025 12:06:530
Report
MMMohd Mubashshir
FollowDec 25, 2025 12:06:300
Report
0
Report
MKMohammed Khan
FollowDec 25, 2025 12:06:050
Report
KCKashiram Choudhary
FollowDec 25, 2025 12:05:500
Report
