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Muzaffarpur842001

मुजफ्फरपुर में फिर दवा दुकानदार पर गोली, पुलिस ने दो राउंड बरामद

MKManitosh Kumar
Dec 26, 2025 10:15:51
Muzaffarpur, Bihar
मुजफ्फरपुर में एक बार फिर अपराधियों ने दवा दुकानदार पर चलाई गोली,दवा दुकानदार में काउंटर के पीछे छुप कर बचाई अपनी जान,मौके पर पहुंची पुलिस ने गोली का दो खोखा बरामद करते हुए मामले की जांच में जुटी मुजफ्फरपुर में वेखोफ अपराधियों का तांडव रुकने का नाम नहीं ले रहा है और बीते 24 घंटे के अंदर दूसरी बार गोलीबारी की घटना को अंजाम देकर पुलिस को खुली चुनौती दिया है. इस बार बाइक सवार अपराधियों ने मुजफ्फरपुर जिले के राजेपुर थाना क्षेत्र के बलथी चौक स्थित दवा दुकानदार पर फायरिंग किया है.हालांकि गोली चलते हैं दवा दुकानदार ने काउंटर के नीचे छुपाकर अपनी जान बचाई है बाइक सवार अपराधियों ने गोलीबारी की घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो गया है.घटना की सूचना मिलते ही राजेपुर थाना की पुलिस मौके पर पहुंचकर गोली का दो खोखा बरामद करते हुए घटना की जांच में जुट गई है. पीड़ित विजय कुमार शर्मा ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ आग ताप रहे थे इसी दौरान पल्सर सवार दो नकाबपोश अपराधी पहुंचे और उनको खोजने लगे,जब वह बाहर निकले तो उसके पर फायरिंग करना शुरू किया तो उन्होंने काउंटर के नीचे छुपाकर अपनी जान बचाई और बाइक सवार अपराधियों ने दो राउंड फायरिंग करने के बाद वहां से फरार हो गया.इसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई और मौके पर पुलिस पहुंचकर दो खोखा को बरामद किया है साथ ही मामले की जांच शुरू कर दी है फिलहाल पुलिस का कहना है मामले की जांच की जा रही है जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा. बाइट - विजय कुमार शर्मा,पीड़ित दुकानदार
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ASAshutosh Sharma1
Dec 26, 2025 12:02:11
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MSMrinal Sinha
Dec 26, 2025 12:01:58
Koderma, Hazaribagh, Jharkhand:एभीबी : गिरिडीह जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत जीतपुर पंचायत के एक गांव में 20 दिसंबर को मानवता को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है. गांव निवासी महेन्द्र मंडल और उनकी दो बेटियां रुक्मणि कुमारी व कंचन कुमारी तीनों नेत्रहीन का आशियाना वन विभाग की कार्रवाई में तोड़ दिया गया. आरोप है कि यह कार्रवाई बिना किसी पूर्व सूचना या नोटिस के की गई, जिससे पूरा परिवार अचानक बेघर हो गया. बताया जाता है कि महेन्दर मंडल वर्षों से इसी घर में अपने परिवार के साथ जीवन यापन कर रहे थे. 20 दिसंबर को अचानक वन विभाग की टीम पहुंची और यह कहते हुए घर को ध्वस्त कर दिया कि मकान वन भूमि पर बना है. इस कार्रवाई के बाद नेत्रहीन पिता और उनकी दोनों बेटियां सड़क पर आ गईं. घर टूटते ही परिवार का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. सबसे पीड़ादायक पहलू यह है कि इसी गांव में वन विभाग की कथित भूमि पर 50 से अधिक मकान बने हुए हैं, लेकिन कार्रवाई सिर्फ एक नेत्रहीन और असहाय परिवार पर ही की गई. इससे ग्रामीणों में आक्रोश और भय का माहौल है. लोगों का कहना है कि अगर जमीन वन विभाग की ही है, तो फिर चयनित कार्रवाई क्यों? इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है. ऐसे में घर उजड़ जाने के बाद महेन्द्र मंडल और उनकी बेटियां खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं. न सिर पर छत है, न ठंड से बचने का कोई साधन. ग्रामीणों ने बताया कि परिवार के पास न तो कोई वैकल्पिक व्यवस्था कराई गई और न ही प्रशासन की ओर से अब तक कोई मदद पहुंची है. ग्रामीणों और सामाजिक संगठनों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इस मामले में मानवीय दृष्टिकोण अपनाया जाए, पीड़ित परिवार को तत्काल अस्थायी आवास और राहत दी जाए, साथ ही बिना नोटिस की गई कार्रवाई की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई हो. यह घटना प्रशासनिक कार्रवाई से ज्यादा एक असहाय परिवार के दर्द और सिस्टम की संवेदनहीनता की कहानी बनकर सामने आई है.
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ASAshok Singh Shekhawat
Dec 26, 2025 12:01:38
Sikar, Rajasthan:सीकर पुलिस कार्रवाई के विरोध में छात्र संगठन एसएफआई का आक्रोश प्रदर्शन, एसपी ऑफिस पर प्रदर्शन कर सौंपा मांगों का ज्ञापन, एसएफआई प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र ढाका बोले मंत्री और मुख्यमंत्री अब जब भी सीकर या सीकर जिले के दौरे पर आएंगे तो उन्हें काले झंडे और डंडे दिखाने का करेंगे काम एंकर...... पिछले दिनों मुख्यमंत्री के शेखावाटी दौरे के दौरान पुलिस द्वारा छात्र संगठन स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के प्रदेश उपाध्यक्ष कपिल, जिला उपाध्यक्ष सुमेर बुडानिया, कैलाश बलारा, सहित अनेक कार्यकर्ताओं को घर से उठाकर पुलिस थाने में बैठाने के मामले में आज सीकर जिला मुख्यालय स्थिति एसपी ऑफिस पर छात्र संगठन एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने आक्रोश रैली निकालकर प्रदर्शन किया। इसके बाद सीकर पुलिस अधीक्षक प्रवीण नायक नुनावत को मामले में ज्ञापन देकर पुलिस की कार्रवाई की निंदा की। इसके साथ ही एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि आगे से जब भी सरकार का मंत्री या मुख्यमंत्री सीकर या सीकर जिले में आएगा तो छात्र संगठन अपनी मांगों का ज्ञापन देकर विरोध दर्ज करवाएगा। क्योंकि यह छात्रों का लोकतांत्रिक अधिकार है, लेकिन पुलिस ने जिस तरीके का व्यवहार छात्रों के साथ किया है वह लोकतंत्र में बहुत ही निंदनीय है। स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र ढाका ने पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि आज छात्र संगठन एसएफआई द्वारा मामले में पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर मांगों का ज्ञापन दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पिछले दो साल से होते भाषण और वादे कर रहे हैं लेकिन विद्यार्थी वर्ग अपनी मांगों को लेकर उनसे सवाल करना चाह रहे थे कि हमारा छात्रसंघ का चुनाव कहां है, हमरा सीकर संभाग कहां है, सस्ती और गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा कहां है, हमारा अच्छा स्वास्थ्य कहां है मांगों को लेकर सवाल पूछना चाह रहा था लेकिन मुख्यमंत्री भजनलाल की सरकार डर हुई थी जिसके चलते खाकी वर्दी में पुलिस के गुंडो द्वारा पूरी रात छात्र संगठन सफाई के कार्यकर्ताओं के घर पर दबीश दी गई। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि दबीश इसके दौरान पुलिस ने कार्यकर्ताओं के परिजनों व माता बहनों को परेशान किया गया और छात्र संगठन एसएफआई के कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। इसलिए आज चेतावनी देने के लिए आए हैं कि इस प्रकार की करवाई पुलिस द्वारा की जाएगी तो आने वाले समय में छात्र संगठन एसएफआई इसका मुंह तोड़ जवाब देगा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि आगामी दिनों में जब भी मुख्यमंत्री सीकर आएंगे तो उनको काले झंडे दिखाए दिखाएंगे, डंडे भी दिखाएंगे और जिस प्रकार की शैली से पुलिस विद्यार्थियों के साथ कैसे आएगी उसका मुंह तोड़ जवाब देने का काम स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया का एक-एक कार्यकर्ता करेगा। एसएफआई प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र ढ فك ने कहा कि अगर पुलिस को अरेस्ट करना है तो उन गैंगस्टर और अपराधियों को गिरफ्तार करें जो यहां नशे व अवैध शराब का कारोबार फैलाने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि अगर विद्यार्थी, युवा, गरीब, किसान और आमजन की समस्या है तो वह प्रदेश के मुखिया को सुनाई पड़ेगी अन्यथा आने वाले समय में विद्यार्थियो और युवाओं का आंदोलन और तेज होगा। स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया और ज्यादा मजबूती के साथ आने वाले समय में दमनकारी नीति के खिलाफ लड़ाई लड़ने का काम करेगा। प्रदर्शन के दौरान सैकड़ो की संख्या में छात्र संगठन एसएफआई के कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे। बाइट - विजेंद्र ढाका प्रदेशाध्यक्ष स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया, राजस्थान。
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RSRAKESH SINGH
Dec 26, 2025 12:01:22
Chapra, Bihar:नई साल के जश्न पर कड़ी निगरानी, उत्पाद विभाग अलर्ट, नए साल में शराब पीकर जश्न मनाने की योजना बना रहे लोगों के लिए यह खबर चेतावनी है। उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग ने दियारा क्षेत्र से लेकर मुख्य सड़कों तक सघन जांच अभियान तेज कर दिया है। बिहार–उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले जयप्रभा सेतु पर उत्पाद चौक पर लगातार वाहनों की सघन तलाशी ली जा रही है। अभियान के तहत शराबियों और तस्करों पर नकेल कसने के लिए हैंडहेल्ड स्कैनर, ब्रेथ एनालाइज़र समेत अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। हर आने-जाने वाले वाहन की बारीकी से जांच की जा रही है, जिससे शराब तस्करों में हड़कंप मचा हुआ है। उत्पादन एवं मद्य निषेध विभाग के सहायक आयुक्त स्वयं मोर्चा संभाले हुए हैं और पूरी टीम को अलर्ट मोड में रखा गया है। विभाग ने साफ संदेश दिया है कि शराबबंदी कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जय प्रभा सेतु से जांच का जायजा लिया गया
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NJNarendra Jaiswal
Dec 26, 2025 12:00:49
Jasa, Bihar:मुकुल जायसवाल गायत्री मंदिर में दिव्य कलश यात्रा के साथ चार दिवसीय महायज्ञ प्रारंभ 26 से 29 जनवरी तक चलने वाले इस आयोजन का उद्देश्य समाज में सदबुद्धि जगाना है, बेलवतिया पोखरा से भरा गया जल। कैमूर जिले के भभुआ शहर के स्थानीय गायत्री मंदिर परिसर में शुक्रवार से चार दिवसीय विशेष अनुष्ठान एवं यज्ञ का भव्य शुभारंभ हुआ। आयोजन के पहले दिन शुक्रवार को गाजे-बाजे के साथ भव्य दिव्य कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए चंदन कुमार ने बताया कि यह आध्यात्मिक आयोजन 26 जनवरी से शुरू होकर 29 जनवरी तक चलेगा। कलश यात्रा गायत्री मंदिर से प्रस्थान कर चकबंदी रोड होते हुए बेलवतिया पोखरा पहुंची। वहां वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कलशों में पवित्र जल भरा गया। इसके पश्चात यात्रा शहर के प्रमुख मार्गों—एकता चौक, जयप्रकाश चौक और देवी मंदिर रोड से गुजरते हुए पुनः गायत्री मंदिर पहुंची। पूरी यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के जयघोष से वातावरण भक्तिमय बना रहा। आयोजक चंदन कुमार ने बताया कि इस चार दिवसीय यज्ञ का मुख्य उद्देश्य समस्त मानव समाज में 'सदबुद्धि' का संचार करना और लोक कल्याण की भावना को जागृत करना है। उन्होंने आध्यात्मिक महत्व पर चर्चा करते हुए कहा कि ऐसी मान्यता है कि कलश यात्रा के दर्शन करने से मनुष्य के संचित पापों का नाश होता है और अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। मंदिर परिसर में आयोजित इस अनुष्ठान को लेकर क्षेत्र के श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखा जा रहा है। आगामी 29 जनवरी को विधि-विधान के साथ इस यज्ञ की पूर्णाहुति होगी।
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PKPankaj Kumar
Dec 26, 2025 12:00:29
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Dec 26, 2025 12:00:17
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JCJitendra Chaudhary
Dec 26, 2025 11:58:48
Begusarai, Bihar:एंकर बेगूसराय में आज नगर निगम के सफाई कर्मियों ने समान काम समान वेतन की मांग को लेकर बिहार सरकार और नगर निगम प्रशासन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया है। नगर निगम कार्यालय के पास सफाई कर्मियों ने जोरदार हंगामा करते हुए अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर सरकार को चेतावनी दी है। दरअसल, नगर निगम में वर्षों से कार्यरत सफाई कर्मियों का कहना है कि वे लंबे समय से नियमित रूप से सफाई का काम कर रहे हैं। लेकिन आज तक उन्हें समान काम के बदले समान वेतन नहीं दिया जा रहा है। प्रदर्शन कर रहे सफाई कर्मियों ने नगर निगम प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा कि हर साल उन्हें अस्थायीकरण का सिर्फ आश्वासन दिया जाता है। लेकिन हकीकत में कोई ठोस फैसला नहीं लिया जाता। सफाई कर्मियों ने बताया कि चाहे कड़ाके की ठंड हो या भीषण गर्मी और बारिश, हर परिस्थिति में वे अपनी जिम्मेदारी पूरी निष्ठा के साथ निभाते हैं। इसके बावजूद सरकार और नगर निगम प्रशासन द्वारा उनके अधिकारों की अनदेखी की जा रही है, जो पूरी तरह से गलत है। “हम लोग बरसों से नगर निगम में काम कर रहे हैं, लेकिन आज तक समान काम समान वेतन नहीं मिला। हर साल सिर्फ आश्वासन दिया जाता है। अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो हम सभी सफाई कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे।” सफाई कर्मियों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया, तो आने वाले समय में राज्यभर के नगर निगमों के सफाई कर्मी सड़कों पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी बिहार सरकार और नगर निगम प्रशासन की होगी।फिलहाल नगर निगम कार्यालय के पास माहौल गर्म बना हुआ है। प्रशासन की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
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Dec 26, 2025 11:58:03
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ATANKUR TYAGI
Dec 26, 2025 11:57:13
Mumbai, Maharashtra:छत्रपति संभाजी नगर में पूर्व मेयर राशिद मामू ने अपने साथियों के साथ 19 दिसंबर को मुंबई में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) ज्वाइन कर ली और इसके साथ ही विवादों का नया दौर भी शुरू हो गया। राशिद मामू के ऊपर सबसे बड़ा जो आरोप है वो है कि जब औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर रखा गया था तब राशिद मामू इसके खिलाफ सबसे ज़्यादा मुखर आवाज था, यही नहीं राशिद मामू के ऊपर कई दंगों में भी शामिल होने का आरोप है। शिवसेना UBH (उद्धव ठाकरे गुट) में उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में मातोश्री के अंदर 5 दिनों पहले छत्रपति संभाजी नगर के पूर्व कांग्रेस नेता राशिद मामू को पार्टी में शामिल किया गया था। पूरे तामझाम के साथ पार्टी में शामिल किए गए राशिद मामू का विरोध अब शिवसेना उबाठा के अंदर से ही होने लगा है। छत्रपति संभाजी नगर के शिवसेना नेता और वहां से 5 बार सांसद chndrkant Kai re और राशिद मामू का एक वीडियो वायरल हो रहा है। यह वीडियो छत्रपति संभाजी नगर के शिवसेना भवन के बाहर का बताया जा रहा है। इस वीडियो में राशिद मामू छत्रपति संभाजी नगर में कारपोरेशन के टिकट के लिए दरख्वास्त करने के लिए पार्टी दफ्तर में दाखिल हो रहा था तभी चंद्रकांत खैरे से उसका सामना हो गया और खैरे ने राशिद मामू से कहा कि वह हर हाल में उसका विरोध करेंगे। राशिद के नज़दीक आने की कोशिश करने पर खैर ने उसे हल्का धक्का भी दिया। राशिद मामू का एक पुराना वीडियो भी वायरल है जिसमें औरंगाबाद का नाम छत्रपति संभाजी नगर रखना का विरोध किया था और इसके लिए जमकर मुहिम भी चलाई थी। राशिद पर यह भी आरोप है कि उन्होंने 1986 में शिवसेना के मोर्चे पर पत्थर फेंकवाए थे जिसके बाद शहर में दंगा भड़का और 5 दिन तक दंगा चला। राशिद मामू एक साल तक नेशनल सिक्योरिटी एक्ट के तहत जेल में रहा था। इसीलिए बीजेपी शिवसेना के मुसलमीकरण किए जाने की बात कर रही है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि बहुत दुर्भाग्य है क्योंकि मतों के सामने कैसे लाचार है कि ये मामू को लेने के बाद दीखता है। उद्धव ठाकरे जी और उनके सेना का असली चेहरा और चरित्र सामने आया है, देश विरोधी, धर्म विरोधी ताकतों को अगर वो साथ में लेंगे तो जनता उनका भविष्य तय करेगी। कुछ दिन पहले जब उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे ने एक साथ आने का एलान करने के लिए प्रेस कांफ्रेंस बुलाई थी, उसमे एक निमंत्रण मुंबई के जमीयत उलेमा हिंद के अध्यक्ष सिराज खान को भी दिया गया था, जो वहां मौजूद थे। अब बीजेपी और शिवसेना के नेता इस बात को लेकर आक्रामक हो गए हैं कि सिर्फ मुस्लिमों के वोट बैंक लेने के लिए ही उद्धव ठाकरे ने जमीयत उलेमा हिंद के अध्यक्ष को बुलाया था। जमीयते उलेमा हिंद के मुंबई अध्यक्ष सिराज खान हाल ही में उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे की प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद थे जिससे विवाद बढ़ गया। सिराज खान बताते हैं कि MVA के शासन में एक भी ऐसा काम नहीं हुआ जो मुसलमानों के खिलाफ हुआ हो, इसलिए हम चाहते हैं कि मुस्लिम एक साथ उद्धव ठाकरे को वोट करें। AIMIM की वजह से बिहार इलेक्शन में नुकसान हुआ था और अब BMC में भी ये लोग एक्टिव हो गए हैं; अगर इनविटेशन मिलता है तो आप Decide करें कि जाए या नहीं। हम अपनी समस्या लेकर हर पार्टी के पास जाते हैं, जो हमारी बात सुनेगा वही साथ देंगे। मुस्लिम अलग-अलग राय रखते हैं; कुछ मुस्लिमों के मुताबिक राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के गठबंधन का उद्धव ठाकरे को नुकसान होगा, कुछ मुस्लिमों के अनुसार मराठा और मुस्लिम वोट बैंक 50% के आस-पास है; अगर ये एक साथ उद्धव ठाकरे को मिलते हैं तो BJP को हार होगी। राज ठाकरे के उद्धव से जुड़ने से एक बड़ा वोट बैंक उद्धव ठाकरे के साथ जुड़ जायेगा; उद्धव ठाकरे की पार्टी ने ऐसा कोई काम नहीं किया जो मुस्लिमों के खिलाफ हो। कुछ मुस्लिम सोचते हैं कि उद्धव को राज के साथ जाने से मुस्लिम वोट बैंक छिटककर अबू आसिम आजमी की समाजवादी पार्टी को मिल जायेगा, क्योंकि मुस्लिम राज ठाकरे के बयानों को भूला नहीं है। मुस्लिम मुद्दे पर राय अलग-अलग है।
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KCKashiram Choudhary
Dec 26, 2025 11:56:50
Jaipur, Rajasthan:काशीराम चौधरी करोड़ों का खेल, घोटाला बेनकाब! - परिवहन विभाग में 7 डिजिट घोटाला, सूचना सहायक, बाबू बन गए DTO, किए अप्रूवल - वहीं कई डीटीओ ने खुद बाबू बन की एंट्री, 11336 वाहनों के किए गए बैकलाॅग - झुंझुनूं, जयपुर प्रथम और जोधपुर में सर्वाधिक गड़बड़ियां, क्या 30 दिसंबर तक दर्ज होंगी FIR ? जयपुर。 परिवहन विभाग में 7 डिजिट सीरीज के घोटाले में एक-एक कर परतें खुल रही हैं। घोटाले में बाबुओं और जिला परिवहन अधिकारियों की मिलीभगत और गड़बड़ियां तो रही ही हैं। कई जिलों में तो परिवहन निरीक्षकों ने भी बड़े स्तर पर घोटाला किया है। बड़ी संख्या में कार्मिकों ने अपने अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए पुराने वाहनों के बैकलाॅग अप्रूवल किए हैं। आपको बता दें कि परिवहन विभाग में 7 डिजिट सीरीज का घोटाला काफी चर्चा में है। परिवहन मुख्यालय level से इस पूरे गड़बड़झाले की जांच पूरी हो चुकी है। विभाग ने अब तक करीब एक दर्जन अधिकारियों-कर्मचारियों को निलंबित और एपीओ किया हुआ है। अब इस मामले में मुख्यालय द्वारा सभी आरटीओ-डीटीओ को दोषी कार्मिकों, एजेंटों और वाहन मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए हुए हैं। इसके लिए परिवहन विभाग ने 30 दिसंबर को अंतिम तिथि तय की है। परिवहन विभाग के अधिकृत आंकड़ों के मुताबिक कुल 11336 वाहनों का बैकलॉग किया गया था। पिछले 8 साल की अवधि में बड़े स्तर पर पुराने वाहनों के बैकलॉग के नाम पर गड़बड़ियां हुई। विभाग के बाबुओं, सूचना सहायकों और डीटीओ अफसरों ने कई पुराने वाहनों का गलत तरीके से बैकलॉग किया। कई नष्ट हो चुके वाहनों को दूसरों के नाम से बैकलॉग कर दिया गया, तो कई वाहनों की कैटेगरी बदलते हुए बैकलॉग कर दिया गया। विभाग में बड़े स्तर पर हुई गड़बड़ियों में यह भी खास रहा कि वाहनों की एंट्री भी खुद उसी कार्मिक ने की और अप्रूवल भी खुद ही कर दिया। जबकि आमतौर पर Vehicle बैकलॉग की एंट्री बाबू या सूचना सहायक द्वारा की जाती है, जबकि अप्रूवल का अधिकारी जिला परिवहन अधिकारी यानी डीटीओ का होता है। बाबू-सूचना सहायकों का बड़ा फर्जीवाड़ा! - जयपुर RTO प्रथम के बाबू जहांगीर अली खान ने 795 वाहनों की एंट्री की - लगभग इतने ही वाहनों का अप्रूवल भी डीटीओ के तौर पर खुद कर दिया - बाबू अयूब खान ने करीब 630 वाहनों की एंट्री की, करीब 450 का अप्रूवल भी किया - बाबू सुरेश तनेजा ने करीब 250 वाहनों की एंट्री की, 207 का अप्रूवल भी किया - बाबू विनोद शर्मा ने 207 वाहनों की एंट्री की, अप्रूवल 209 वाहनों का कर दिया - बाबू राज सिंह ने करीब 200 वाहनों की एंट्री की, 147 का अप्रूवल भी खुद कर दिया - बाबू गोविन्द पुरोहित ने 180 वाहनों की एंट्री की, 90 का अप्रूवल भी किया - बाबू गौरव शर्मा ने 104 वाहनों की एंट्री की, 18 का अप्रूवल भी खुद किया - बाबू नरेन्द्र जावा ने 72 वाहनों की एंट्री की, 13 का अप्रूवल भी किया - बाबू दिनेश शर्मा ने 25 वाहनों की एंट्री की, 23 का अप्रूवल भी कर दिया - झुंझुनूं में बाबू गजेन्द्र सिंह ने 97 वाहनों की एंट्री की, 97 को अप्रूव भी किया - झुंझुनूं में सूचना सहायक अभिलाषा ने 481 वाहनों की एंट्री की, 481 को अप्रूव भी किया - चित्तौड़गढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और जोधपुर में भी बाबुओं की भारी गड़बड़ियां इंस्पेक्टर न एंट्री कर सकते, न अप्रूवल ? विभाग की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि परिवहन विभाग के कई इंस्पेक्टरों ने भी गड़बड़ी की है। इंस्पेक्टर न तो बैकलॉग एंट्री करने के लिए अधिकृत होते हैं, न ही डीटीओ के तौर पर अप्रूवल کر सकते हैं। अप्रूवल उसी स्थिति में किया जा सकता है, जबकि इंस्पेक्टर के पास डीटीओ का चार्ज भी अतिरिक्त रूप से विभाग ने दिया हुआ हो। लेकिन कई निरीक्षकों ने नियम विरुद्ध गड़बड़ी की हैं। इंस्पेक्टर ही बन गए डीटीओ! - नागौर में पोस्टिंग रहते परिवहन निरीक्षक गोकलराम ढाका ने की गड़बड़ी - डीटीओ के तौर पर 20 वाहनों के नम्बरों का बैकलॉग किया अप्रूवल - रोचक यह कि इनमें से 8 नम्बरों की तो एंट्री भी खुद ढाका ने ही की - झुंझुनूं में रहते परिवहन निरीक्षक ओंकार मल जांगिड़ ने की भारी गड़बड़ी - 43 वाहनों का बैकलॉग अप्रूवल किया, इनमें से 42 वाहनों की एंट्री भी खुद की - झुंझुनूं में निरीक्षक रोहिताश सिंह ने 8 की एंट्री की, 7 का अप्रूवल किया - बांसवाड़ा में रहते निरीक्षक चन्द्रवीर सिंह ने 18 वाहनों की एंट्री की - फिर खुद ही डीटीओ के तौर पर 16 वाहनों का अप्रूवल कर दिया - बूंदी में रहते निरीक्षक राम सिंह हाड़ा ने 52 वाहनों की बैकलॉग एंट्री की - डीटीओ के तौर पर इनमें से 48 वाहनों का अप्रूवल भी हाड़ा ने कर दिया - टोंक में रहते निरीक्षक रमेश पांडे ने 31 वाहनों की एंट्री की, खुद ही अप्रूव किए डीटीओ दयाशंकर गुप्ता की सबसे ज्यादा गड़बड़ियां वहीं परिवहन विभाग के आधा दर्जन डीटीओ ने भी गजब का करिश्मा किया है। कई डीटीओ ने पहले बाबू बनकर वाहनों की बैकलॉग एंट्री कर दी, उसके बाद में खुद ही डीटीओ की अपनी आईडी से बैकलॉग को अप्रूवल कर दिया। इस मामले में सबसे ज्यादा गड़बड़ी सवाईमाधोपुर डीटीओ रहे दयाशंकर गुप्ता ने की है। एंट्री बाबू बनकर की, अप्रूवल में डीटीओ बन गए! - डीटीओ दयाशंकर गुप्ता ने सवाईमाधोपुर डीटीओ रहते की भारी गड़बड़ी - दयाशंकर गुप्ता ने 262 वाहनों का बैकलॉग अप्रूवल किया - रोचक यह कि इनमें से 82 वाहनों की तो एंट्री भी खुद दयाशंकर गुप्ता ने की - डीटीओ अभय मुद्गल ने बांसवाड़ा डीटीओ रहते 39 वाहनों को अप्रूव किया - इनमें से 28 वाहनों की एंट्री भी खुद अभय मुद्गल ने की, अप्रूव भी खुद किया - डीटीओ संजय शर्मा ने बांसवाड़ा डीटीओ रहते 3 अप्रूवल किए, एक की एंट्री खुद की
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KCKashiram Choudhary
Dec 26, 2025 11:56:32
Jaipur, Rajasthan:हैडर- - हैरिटेज नम्बरों का बड़ा खेल! - परिवहन विभाग में 7 डिजिट घोटाला - सूचना सहायक, बाबू बन गए DTO, किए अप्रूवल - वहीं कई डीटीओ ने खुद बाबू बन की एंट्री - 11336 वाहनों के किए गए बैकलाॅग - झुंझुनूं, जयपुर प्रथम और जोधपुर में गड़बड़ियां - जयपुर प्रथम में ज्यादातर बाबुओं की मिलीभगत - कई परिवहन निरीक्षक भी खेल में शामिल - क्या 30 दिसंबर तक दर्ज होंगी FIR ? परिवहन विभाग में 7 डिजिट सीरीज के घोटाले में एक-एक कर परतें खुल रही हैं। घोटाले में बाबुओं और जिला परिवहन अधिकारियों की मिलीभगत और गड़बड़ियां तो रही ही हैं। कई जिलों में तो परिवहन निरीक्षकों ने भी बड़े स्तर पर घोटाला किया है। बड़ी संख्या में कार्मिकों ने अपने अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए पुराने वाहनों के बैकबाकिंग अप्रूवल किए हैं। देखिए, जी मीडिया की यह खास रिपोर्ट- परिवहन विभाग में 7 डिजिट सीरीज का घोटाला काफी चर्चा में है। परिवहन मुख्यालय स्तर से इस पूरे गड़बड़झाले की जांच पूरी हो चुकी है। विभाग ने अब तक करीब एक दर्जन अधिकारियों-कर्मचारियों को निलंबित और एपीओ किया हुआ है। अब इस मामले में मुख्यालय द्वारा सभी आरटीओ-डीटीओ को दोषी कार्मिकों, एजेंटों और वाहन मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए हुए है। इसके लिए परिवहन विभाग ने 30 दिसंबर को अंतिम तिथि तय की है। विभाग के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक कुल 11336 वाहनों का बैकलॉग किया गया था। पिछले 8 साल की अवधि में बड़े स्तर पर पुराने वाहनों के बैकलॉग के नाम पर गड़बड़ियां हुई। विभाग के बाबुओं, सूचना सहायकों और डीटीओ अफसरों ने कई पुराने वाहनों का गलत तरीके से बैकलॉग किया। कई नष्ट हो चुके वाहनों को दूसरों के नाम से बैकलॉग कर दिया गया, तो कई वाहनों की कैटेगरी बदलते हुए बैकलॉग कर दिया गया। विभाग में बड़े स्तर पर हुई गड़बड़ियों में यह भी खास रहा कि वाहनों की एंट्री भी खुद उसी कार्मिक ने की और अप्रूवल भी खुद ही कर दिया। जबकि आमतौर पर वाहन बैकलॉग की एंट्री बाबू या सूचना सहायक द्वारा की जाती है, जबकि अप्रूवल का अधिकारी जिला परिवहन अधिकारी यानी डीटीओ का होता है। बाबू-सूचना सहायकों का बड़ा फर्जीवाड़ा! - जयपुर RTO प्रथम के बाबू जहांगीर अली खान ने 795 वाहनों की एंट्री की - लगभग इतने ही वाहनों का अप्रूवल भी डीटीओ के तौर पर खुद कर दिया - बाबू अयूब खान ने करीब 630 वाहनों की एंट्री की, करीब 450 का अप्रूवल भी किया - बाबू सुरेश तनेजा ने करीब 250 वाहनों की एंट्री की, 207 का अप्रूवल भी किया - बाबू विनोद शर्मा ने 207 वाहनों की एंट्री की, अप्रूवल 209 वाहनों का कर दिया - बाबू राज सिंह ने करीब 200 वाहनों की एंट्री की, 147 का अप्रूवल भी खुद कर दिया - बाबू गोविन्द पुरोहित ने 180 वाहनों की एंट्री की, 90 का अप्रूवल भी किया - बाबू गौरव शर्मा ने 104 वाहनों की एंट्री की, 18 का अप्रूवल भी खुद किया - बाबू नरेन्द्र जावा ने 72 वाहनों की एंट्री की, 13 का अप्रूवल भी किया - बाबू दिनेश शर्मा ने 25 वाहनों की एंट्री की, 23 का अप्रूवल भी कर दिया - झुंझुनूं में बाबू गजेन्द्र सिंह ने 97 वाहनों की एंट्री की, 97 को अप्रूव भी किया - झुंझुनूं में सूचना सहायक अभिलाषा ने 481 वाहनों की एंट्री की, 481 को अप्रूव भी किया - चित्तौड़गढ़, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और जोधपुर में भी बाबुओं की भारी गड़बड़ियां विभाग की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि परिवहन विभाग के कई इंस्पेक्टरों ने भी गड़बड़ी की है। इंस्पेक्टर न तो बैकलॉग एंट्री करने के लिए अधिकृत होते हैं, न ही डीटीओ के तौर पर अप्रूवल कर सकते हैं। अप्रूवल उसी स्थिति में किया जा सकता है, जबकि इंस्पेक्टर के पास डीटीओ का चार्ज भी अतिरिक्त रूप से विभाग ने दिया हुआ हो। लेकिन कई निरीक्षकों ने नियम विरुद्ध गड़बड़ी की हैं। इंस्पेक्टर ही बन गए डीटीओ! - नागौर में पोस्टिंग रहते परिवहन निरीक्षक गोकलराम ढाका ने की गड़बड़ी - डीटीओ के तौर पर 20 वाहनों के नम्बरों का बैकलॉग किया अप्रूवल - रोचक यह कि इनमें से 8 नम्बरों की तो एंट्री भी खुद ढाका ने ही की - झुंझुनूं में रहते परिवहन निरीक्षक ओंकार मल जांगिड़ ने की भारी गड़बड़ी - 43 वाहनों का बैकलॉग अप्रूवल किया, इनमें 42 वाहनों की एंट्री भी खुद की - झुंझुनूं में निरीक्षक रोहिताश सिंह ने 8 की एंट्री की, 7 का अप्रूवल किया - बांसवाड़ा में रहते निरीक्षक चन्द्रवीर सिंह ने 18 वाहनों की एंट्री की - फिर खुद ही डीटीओ के तौर पर 16 वाहनों का अप्रूवल कर दिया - बूंदी में रहते निरीक्षक राम सिंह हाड़ा ने 52 वाहनों की बैकलॉग एंट्री की - डीटीओ के तौर पर इनमें से 48 वाहनों का अप्रूवल भी हाड़ा ने कर दिया - टोंक में रहते निरीक्षक रमेश पांडे ने 31 वाहनों की एंट्री की, खुद ही अप्रूव किए वहीं परिवहन विभाग के आधा दर्जन डीटीओ ने भी गजब का करिश्मा किया है। कई डीटीओ ने पहले बाबू बनकर वाहनों की बैकलॉग एंट्री कर दी, उसके बाद में खुद ही डीटीओ की अपनी आईडी से बैकलॉग को अप्रूवल कर दिया। इस मामले में सबसे ज्यादा गड़बड़ी सवाईमाधोपुर डीटीओ रहे दयाशंकर गुप्ता ने की है। डीटीओ दयाशंकर गुप्ता ने सवाईमाधोपुर डीटीओ रहते की भारी गड़बड़ी - दयाशंकर गुप्ता ने 262 वाहनों का बैकलॉग अप्रूवल किया - रोचक यह कि इनमें से 82 वाहनों की तो एंट्री भी खुद दयाशंकर गुप्ता ने की - डीटीओ अभय मुद्गल ने बांसवाड़ा डीटीओ रहते 39 वाहनों को अप्रूव किया - इनमें से 28 वाहनों की एंट्री भी खुद अभय मुद्गल ने की, अप्रूव भी खुद किया - डीटीओ संजय शर्मा ने बांसवाड़ा डीटीओ रहते 3 अप्रूवल किए, एक की एंट्री खुद की
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