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Madhubani847211

मधुबनी पुलिस ने चोरी हुए 134 मोबाइल बरामद कर लोगों को लौटाया

Jul 11, 2024 08:01:55
Madhubani, Bihar

मधुबनी पुलिस ऑपरेशन मुस्कान के तहत विगत दो वर्षों में सैकड़ों मोबाइल फोन बरामद कर लोगों को वापस किया। फिर नगर थाना परिसर में SP द्वारा मोबाइल मालिक को खोया हुआ मोबाइल बरामद कर लौटाया गया। SP सुशील कुमार ने बताया कि जिले के सभी थानों में मोबाइल खो जाने की शिकायत दर्ज की गई थी, तमाम थानों की पुलिस ने अधिकांश मोबाइल बरामद कर आम लोगों के हित में बेहतर कार्य किए है। उन्होंने बताया की बरामद 134 मोबाइल की कीमत करीब 27 लाख है। ऑपरेशन मुस्कान के तहत 134 मोबाइल लोगों को वापस किया गया।

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ADArvind Dubey
Dec 10, 2025 10:02:11
Obra, Uttar Pradesh:सोनभद्र जनपद के बिजपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत एनटीपीसी आवासीय परिसर में एक संविदाकर्मी ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर जान दे दी। 56 वर्षीय भाईलाल की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं कि आखिर क्या वजह थी कि उन्होंने ऐसा कदम उठाया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची और मामले की जांच में जुट गई है। बिजपुर एनटीपीसी के आवासीय परिसर में फांसी का फंदा और उसके नीचे सवालों का पहाड़। सुबह-सुबह रोज़ की तरह सफाई करने पहुंचे संविदाकर्मी भाईलाल लेकिन कुछ देर बाद ही कमरे के अंदर फंदे पर लटके मिले। पुलिस के अनुसार मृतक की उम्र 56 साल बताई जा रही है। मृतक के मोबाइल, कमरे की स्थिति और कार्यस्थल से जुड़े पहलुओं को भी जांच का हिस्सा बनाया जा रहा है ताकि मौत के पीछे की असली वजह सामने लाई जा सके। फिलहाल पुलिस हर एंगल से मामले की जांच में जुटी है। यह पूरा मामला बिजपुर थाना क्षेत्र के एनटीपीसी आवासीय परिसर का है।
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RSRAJEEV SHARMA
Dec 10, 2025 10:02:00
Bahraich, Uttar Pradesh:इंडो नेपाल बार्डर पर 10 लाख की स्मैक के साथ तस्कर गिरफ्तार, बहराइच से बड़ी खबर, भारत नेपाल बॉर्डर पर पुलिस की गिरफ्त में आया शातिर स्मैक तस्कर, भारत से नेपाल ले जा रहा था स्मैक की खेप, रुपईडीहा बार्डर पर चेकिंग के दौरान स्मैक तस्कर हुआ अरेस्ट, गिरफ्त में आये तस्कर की थाना रामगांव क्षेत्र के सुभान पुरवा निवासी राजवन पुत्र रिक्खी के रूप में हुई पहचान, पुलिस और एसएसबी के संयुक्त ऑपरेशन में आरोपी किया गया गिरफ्तार, गिरफ्त में आये स्मैक तस्कर के कब्जे से 50 ग्राम स्मैक की खेप बरामद, बरामद हुई स्मैक की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत आंकी गयी तकरीबन ₹10 लाख, पुलिस मामले की जांच में जुटी
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KSKULWANT SINGH
Dec 10, 2025 10:01:00
Yamuna Nagar, Haryana:यमुनानगर में आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। हालात यह हैं कि सिर्फ सरकारी अस्पतालों में ही प्रतिदिन 8 से 9 कुत्ता काटने के मामले दर्ज हो रहे हैं। बढ़ती घटनाओं के बीच शहर में दहशत का माहौल है। ताजा मामला नाहरपुर की रहने वाली एक महिला के बच्चों से जुड़ा है, जिन्हें कुत्तों ने काट लिया। इनमें से एक छोटी बच्ची की हालत गंभीर बताई जा रही है और उसका सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है। महिला का कहना है कि वह अपने छोटे बच्चों के साथ घर के बाहर थी तभी अचानक आवारा कुत्तों ने उन पर हमला कर दिया। घबराई हुई मां बच्चों को तुरंत अस्पताल लेकर पहुंची, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार शुरू किया। डॉक्टरों के मुताबिक, बच्चे की हालत चिंताजनक है और उसकी लगातार निगरानी की जा रही है। सामाजिक कार्यकर्ता राहुल भान ने बढ़ते कुत्ता काटने के मामलों को लेकर नगर निगम पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 में निगम ने लगभग 1.60 करोड़ रुपये खर्च कर 16,170 कुत्तों की नसबंदी करवाई थी, लेकिन वह अभियान सफल साबित नहीं हुआ। उनका कहना है कि नसबंदी में गड़बड़ी की जांच होनी चाहिए और दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। राहुल भान ने बताया कि शहर की लगभग हर गली में 20 से 30 कुत्ते घूमते नजर आते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यमुनानगर विधायक के सरकारी निवास के पास भी लगभग 30 आवारा कुत्ते देखे गए थे, जिनकी वीडियो भी उन्होंने रिकॉर्ड की थी। यमुनानगर में कुत्ता काटने की घटनाओं का यह सिलसिला प्रशासनिक उदासीनता की ओर इशारा करता है। जब तक ठोस कार्रवाई नहीं होती, तब तक शहरवासियों की परेशानी कम होती नहीं दिख रही।
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PSPramod Sharma
Dec 10, 2025 10:00:33
Gwalior, Bhopal, Madhya Pradesh:EXCLUSIVE *एमपी का फर्जी आईएएस को लेकर बड़ा खुलाशा दस्तावेजो के साथ* - जालसाजी से बने आईएएस को लेकर बड़ा खुलाशा... - कोर्ट का फर्जी आदेश बनाया आईएएस की DPC में शामिल हुआ और आईएएस अवार्ड करा लिया... - जालसाजी से आईएएस बने संतोष वर्मा को लेकर बड़ा खुलाशा... - जिस मजिस्ट्रेट की मिली भगत से आईएएस बनने के लिए फर्जी कोर्ट की आर्डर सीट बनाई उसी मजिस्ट्रेट पर शिकंजा कसा तो मजिस्ट्रेट ने उगल दिए राज... - विवादित संतोष वर्मा का फर्जीवाड़ा... - पूजा खेड़कर पार्ट - 2 (आर्डर सीट 6/10/20) - संतोष वर्मा को डर था की कहानी हर्षिता अग्रवाल वाले मामले में पुलिस उच्च अदालत में ना चली जाए इसीलिए जालसाजी वाले कोर्ट के ऑर्डर में उन्होंने राजीनामा का जिक्र किया और राजीनामा को देखते हुए पुलिस ने भी उच्च अदालत में अपील न करने का पत्र संतोष वर्मा को थमा दिया और संतोष वर्मा बन गए राज्य प्रशासनिक सेवा से आईएएस अफसर... - संतोष वर्मा ने मजिस्ट्रेट विजेंद्र रावत के साथ मिलकर हर्षिता अग्रवाल का एक राजीनामा पत्र भी बना लिया जो इस वक्त ज़ी न्यूज़ के पास मौजूद है कागजों पर तो संतोष वर्मा ने केस को खत्म कर दिया पर एक्चुअल में कोर्ट के सिस्टम में वह खत्म नहीं कर पाए... (फर्जी समझौता शपथ पत्र हर्षिता अग्रवाल) - हर्षिता अग्रवाल वर्सेस संतोष वर्मा मामले को भले ही जालसाजी से संतोष वर्मा ने खत्म कर दिया पर कोर्ट की प्रोसीडिंग अभी जारी है यह तीन दस्तावेज देखिए साल 2020 और 2021 में कोर्ट की सुनवाई चलती रही अब अब आगामी कोर्ट 30 जनवरी 2026 को इस मामले की सुनवाई करेगा जिस मामले को फर्जी तरीके से संतोष वर्मा ने खत्म कर दिया था... (कोर्ट सुनवाई दस्तावेज) - अब संतोष वर्मा पर शिकंजा कस गया है पर संतोष वर्मा का आईएएस का तमगा अब तक नहीं छीना है ...अब एक और कोर्ट का यह दस्तावेज देखिए जिस मजिस्ट्रेट विजेंद्र रावत के सिग्नेचर से फर्जी क्लीन चिट समझौता आदेश जारी हुआ संतोष वर्मा जिसके सहारे आईएएस बने अब वही विजेंद्र रावत पर शिकंजा कसा और उन्होंने अग्रिम जमानत के लिए प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश इंदौर में अग्रिम जमानत याचिका लगाई जिसमें विजेंद्र रावत संतोष वर्मा पर जालसाजी कर आईएएस अवार्ड हासिल करने का आरोप लगा रहे हैं यह दस्तावेज इस वक्त ज़ी न्यूज़ के पास मौजूद है... जो सस्पेंड मजिस्ट्रेट विजेंद्र रावत ने अपनी अग्रिम जमानत याचिका की सुनवाई के दौरान सनीसनी खेज कोर्ट में खुलासा किया है... संतोष वर्मा को लेकर जिनके नाम से संतोष वर्मा ने जालसाजी से कोर्ट का आदेश तैयार कर आईएएस बने अब वही मजिस्ट्रेट सस्पेंड होने के बाद अपनी अग्रिम जमानत याचिका में खुद कह रहे हैं कि संतोष वर्मा ने फर्जी तरीके से हर्षिता अग्रवाल केस में कोर्ट की आर्डर कॉपी बनाई और आईएएस बने हैं पर बावजूद इसके कार्मिक विभाग और सरकार धृतराष्ट्र बन बैठा हुआ है और एक फर्जी और जालसाजी व्यक्ति आईएएस का तमगा लेकर कुर्सी पर जमा बैठा है.... (एंडिंग PTC) (संतोष वर्मा को साल 2020 में हर्षिता केस में समझौता से दोषमुक्त करने वाले मजिस्ट्रेट खुद अपनी जमानत याचिका में संतोष के गुनाह का सबूत दे रहे है)
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MDMahendra Dubey
Dec 10, 2025 10:00:14
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