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Unnao209801

Unnao: SP दीपक भूकर ने बाइक पेट्रोलिंग की, सुरक्षा व्यवस्था का किया निरीक्षण

Jan 09, 2025 06:09:04
Unnao, Uttar Pradesh

शहर की शांति और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर ने बाइक पेट्रोलिंग की। एसपी ने अपनी टीम के साथ शहर के विभिन्न प्रमुख मार्गों का दौरा किया और पुलिस सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान क्षेत्राधिकारी सिटी सोनम सिंह भी एसपी के साथ मौजूद रहीं। यह पेट्रोलिंग उन्नाव शहर की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए की गई ताकि पुलिस विभाग यह सुनिश्चित कर सके कि शहर में कोई असमंजस की स्थिति उत्पन्न न हो।

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ASArvind Singh
Nov 13, 2025 08:33:16
Sawai Madhopur, Rajasthan:स्लग-वन मंत्री ने चम्बल नदी पालीघाट में घड़ियालों को छोड़ा प्राकृतिक आवास में-अरविंद सिंह-सवाई माधोपुर 13 नवम्बर 2025 एंकर-राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमाओं में फैले चम्बल घड़ियाल अभयारण्य को “घड़ियाल हॉटस्पॉट” के रूप में विकसित करने की दिशा में सरकार एंव वन विभाग द्वारा एक बड़ा कदम उठाया गया है । इसी के चलते आज वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री संजय शर्मा तथा मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक शिखा मेहरा सवाई माधोपुर के दौर पर रहे ,जहाँ उन्होंने जिले के खण्डार स्थित चम्बल घड़ियाल अभयारण्य, पालीघाट का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने घड़ियाल रेयरिंग फास्ट ट्रैक–हेड स्टार्टिंग कार्यक्रम के तहत पाँच माह के 10 घड़ियाल हैचलिंग्स को उनके प्राकृतिक आवास चम्बल नदी में छोड़कर पुनर्वास प्रक्रिया की शुरुआत की गयी है । वीओ-1-खंडार क्षेत्र के चम्बल नदी पालीघाट में स्थापित घड़ियाल रेयरिंग सेंटर में वैज्ञानिक पद्धति से रेस्क्यू किये गये 30 घड़ियाल हैचलिंग्स का पालन-पोषण किया गया है। इनकी लंबाई 7 सेंटीमीटर से बढ़कर लगभग 75 सेंटीमीटर तक हो गयी है। इन 30 घड़ियालों में से 10 घड़ियालों को आज वनमंत्री संजय शर्मा व हॉफ शिखा मेहरा द्वारा चम्बल नदी के प्राकृतिक आवास में छोड़ा गया, जबकि शेष घड़ियालों को आगामी दिनों में 5-5 के समूहों में क्रमवार चम्बल में छोड़ा जाएगा। डीएफओ रामानंद भाकर ने बताया कि यह परियोजना घड़ियाल संरक्षण योजना की एक बड़ी उपलब्धि है, जिससे चम्बल नदी क्षेत्र में घड़ियालों की संख्या और सुरक्षा दोनों में वृद्धि होगी। बाईट-1-रामानंद भाकर ,डीएफओ रणथंभौर वीओ-2-वनमंत्री संजय शर्मा ने चम्बल घड़ियाल अभयारण्य का अवलोकन कर घड़ियाल संरक्षण, कृत्रिम प्रजनन और वैज्ञानिक रेयरिंग तकनीकों की जानकारी ली तथा व्यवस्थाओं की सराहना की। उन्होंने कहा की चम्बल नदी पारिस्थितिकी संतुलन की धुरी है। यहाँ घड़ियालों का संरक्षण केवल वन्यजीव संरक्षण नहीं, बल्कि पर्यावरणीय स्थिरता का प्रतीक है। पालीघाट में जिस प्रकार वैज्ञानिक ढंग से कार्य हो रहा है, उसी तर्ज पर धौलपुर और अन्य क्षेत्रों में भी चम्बल नदी तंत्र में घड़ियाल संरक्षण को सशक्त किया जाएगा। वन मंत्री ने कहा कि जिस प्रकार मध्य प्रदेश सरकार ने घड़ियाल अभयारण्य को पर्यटन के नए केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में कदम बढ़ाया है, उसी प्रकार राजस्थान में भी पालीघाट और चम्बल तट को “इको-टूरिज्म जोन” के रूप में विकसित करने की संभावनाएं तलाश की जाएंगी। उन्होंने कहा कि चम्बल नदी अब केवल “दबंगों की धरती” नहीं, बल्कि “घड़ियालों की धरती और पर्यावरणीय संतुलन का प्रतीक” बनकर उभर रही है। बाईट-2-संजय शर्मा ,वन मंत्री वीओ-3-गौरतलब है कि राष्ट्रीय चम्बल अभयारण्य, जो राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमाओं में लगभग 5400 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है,यह देश का प्रमुख घड़ियाल प्रजनन और संरक्षण केंद्र है। यहाँ हर वर्ष चम्बल नदी से घड़ियालों के अंडे एकत्र किए जाते हैं, जिनसे घड़ियाल शावक निकलते हैं। इन्हें लगभग तीन वर्ष तक नियंत्रित वातावरण में पाला जाता है, तत्पश्चात इन्हें प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया जाता है। इसकी कड़ी में आज खंडार स्थित पाली घाट चम्बल घड़ियाल अभ्यारण में भी इसका शुभारंभ किया गया है । इससे अब तीनों राज्यो में फैला यह क्षेत्र दुनिया का सबसे बड़ा प्राकृतिक घड़ियाल संरक्षण क्षेत्र बन चुका है। बाईट-3-जैलाब्दीन डायरेक्टर घड़ियाल अकॉलिजी प्रोजेकट वीओ-4-चंबल नदी पालीघाट घड़ियाल अभ्यारण पर हैचलिंग सेंटर पर घड़ियालों के बच्चों को रिलीज करने के लिए पहुंचे वन मंत्री ने अपनी टीम के साथ चंबल में बोटिंग कर चंबल सफारी का लुफ्त उठाया और अधिकारियों से चम्बल घड़ियाल सहित चम्बल सफारी की पूरी जानकारी ली और चम्बल सफारी के लिए ट्यूरिज्म बढ़ाने के निर्देश दिए ।इस इन दौरान प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक शिखा मेहरा, अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) राजेश गुप्ता, उप वन संरक्षक एवं उप क्षेत्र निदेशक (प्रथम), रणथम्भौर बाघ परियोजना डॉ. रामानंद भाकर सहित अन्य वन अधिकारी एंव चम्बल घड़ियाल अभ्यारण के अधिकारी एवम् कर्मचारी मौजूद रहे ।
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SKSantosh Kumar
Nov 13, 2025 08:32:54
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AKAshok Kumar1
Nov 13, 2025 08:32:40
Noida, Uttar Pradesh:एनसीआर में प्रदूषण का स्तर लगातार खतरनाक होता जा रहा है। दिल्ली से सटे गाजियाबाद में भी हालात गंभीर बने हुए हैं। हवा में जहरीले धुएं और धूलकणों की बढ़ती मात्रा को देखते हुए कड़ा कदम उठाया गया है। बढ़ते प्रदूषण के चलते एनसीआर में ग्रेप-3 यानी ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान का तीसरा चरण लागू कर दिया गया है। इसके तहत कई तरह की रोक और सख्त नियम लागू किए गए हैं। गाजियाबाद में अब BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीज़ल वाहनों के चलने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। यानी अगर कोई पुराना वाहन सड़क पर चलता पाया गया तो उसपर 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। यह नियम निजी और कमर्शियल दोनों तरह के वाहनों पर लागू होगा। एआरटीओ प्रशासन ने बताया कि एनसीआर में लगातार एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ रहा है इसी वजह से यह सख्त कदम उठाना जरूरी हो गया। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद में परिवहन विभाग की चार प्रवर्तन टीमें गठित की गई हैं जो शहर में BS-3 और BS-4 मानक वाले वाहनों की चेकिंग कर रही हैं। इसके साथ ही नोएडा की छह और हापुड़ की कुछ टीमें भी इस अभियान में शामिल की गई हैं। शहर में संयुक्त अभियान के तहत परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस मिलकर सड़कों पर जांच कर रहे हैं। किसी भी वाहन को पकड़े जाने पर मौके पर ही चालान काटा जाएगा। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि जिनके वाहन पुराने मानकों के हैं वे उन्हें फिलहाल सड़कों पर न निकालें।
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KHKHALID HUSSAIN
Nov 13, 2025 08:32:19
Chaka, :श्रीनगर से दिल्ली और फिर तुर्की तक फैला "सफेदपोश" आतंकी मॉड्यूल एक अंतर-राज्यीय नेटवर्क से अंतरराष्ट्रीय आतंकी नेटवर्क में तब्दील हो गया है। जम्मू कश्मीर के एक जिले से शुरू हुआ एक अंतर-राज्यीय आतंकी मॉड्यूल अब अंतरराष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण संबंधों के साथ सामने आया है। इस नेटवर्क में डॉक्टर और मौलवी जैसे कट्टरपंथी पेशेवर शामिल हैं, जिनके हैंडलर केंद्र शासित राज्यों, भारत के राज्यों और विदेशों से सक्रिय हैं। जम्मू कश्मीर पुलिस को पोस्टर लगाने के एक मामले में शुरू की गई जाँच में बड़ी सफलता मिली है। आईजीपी कश्मीर वीके बिरदी और एसएसपी संदीप चक्रवर्ती की कड़ी निगरानी में पेशेवर तरीके से की गई जाँच के नतीजे सामने आए और बड़े पैमाने पर आतंकी हमलों की साजिश का पर्दाफाश हुआ और हज़ारों लोगों की जान बच गई। शुरुआती मामला पिछले महीने नौगाम में सुरक्षा बलों को धमकी देने वाले जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर मिलने के बाद दर्ज की गई एक प्राथमिकी से शुरू हुआ था। पुलिस की जाँच में कट्टरपंथी लोगों के एक नेटवर्क का पता चला, जिसमें पेशेवर और छात्र शामिल थे, जिनमें से कुछ पाकिस्तान में बैठे हैंडलरों के संपर्क में थे। यह मॉड्यूल पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित आतंकी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अंसार ग़ज़वत-उल-हिंद (AGuH) से जुड़ा है। जाँच से पता चला है कि इसके सदस्य एन्क्रिप्टेड संचार माध्यमों का उपयोग करके सीमा पार अपने आकाओं के संपर्क में थे। विदेशों से धन के प्रवाह का पता लगाने के लिए वित्तीय जाँच जारी है। जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न भारतीय राज्यों में संचालित होने वाले एक मॉड्यूल के रूप में शुरू हुए इस मॉड्यूल का एक तंत्र पाकिस्तान और संभवतः अन्य देशों से भी संचालित होता पाया गया है। संदिग्धों को देश से भागने से रोकने के लिए नेपाल सीमा जैसी सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इस नेटवर्क की एक प्रमुख विशेषता उच्च शिक्षित पेशेवरों का कट्टरपंथीकरण है, जिनमें फरीदाबाद स्थित अल-फ़लाह विश्वविद्यालय के कई डॉक्टर भी शामिल हैं। गिरफ्तार की गई एक महिला डॉक्टर, डॉ. शाहीन शाहिद, के बारे में माना जाता है कि वह जैश-ए-मोहम्मद की महिला शाखा की कमांडर थी और मसूद अज़हर की बहन सादिया अज़हर की कमान संभालती थी। कई राज्यों में समन्वित अभियानों के परिणामस्वरूप 2,900 किलोग्राम से अधिक आईईडी बनाने की सामग्री, हथियार और गोला-बारूद का एक विशाल जखीरा बरामद हुआ, जो एक परिष्कृत और सुसज्जित अभियान का संकेत देता है। यह मामला आतंकवाद के उभरते स्वरूप का उदाहरण है, जहाँ घरेलू मॉड्यूल योजना, वित्तपोषण और रसद के लिए अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी संगठनों के साथ तेज़ी से परिष्कृत संबंध स्थापित कर रहे हैं। राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) ने इस व्यापक साजिश की आगे की जाँच के लिए जाँच अपने हाथ में ले ली है। जम्मू कश्मीर के पुलिस आज, 12 नवंबर, 2025 को जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) और अंसार ग़ज़वत-उल-हिंद (एजीयूएच) से जुड़े "सफेदपोश" आतंकी मॉड्यूल को निशाना बनाकर एक व्यापक, निरंतर कार्रवाई कर रही है। यह अभियान क Kashmir घाटी और अन्य राज्यों में फैला हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप और अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है और आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई है। क Kashmir घाटी के कम से कम चार ज़िलों, जिनमें अनंतनाग, कुलगाम, गंदेरबल और शोपियां शामिल हैं, में समन्वित छापेमारी सक्रिय रूप से चल रही है। ये अभियान पूरे आतंकी समर्थन नेटवर्क और ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGW) तंत्र को ध्वस्त करने पर केंद्रित हैं। चल रही कार्रवाई के दौरान, पुलिस ने क Kashmir घाटी में लगभग 150 लोगों को उनके संदिग्ध आतंकी संबंधों के बारे में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। कई लोगों को निवारक निरोध कानूनों के तहत हिरासत में रखा गया है। आज की छापेमारी का मुख्य ध्यान प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी के सदस्यों और सहयोगियों पर है, जिस पर आतंकी नेटवर्क को सहायता देने का संदेह है। पुलिस ने अकेले कुलगाम ज़िले में लगभग 200 स्थानों पर छापेमारी की। एक धर्मगुरु/इमाम, मौलवी इश्तियाक को आज हरियाणा के फरीदाबाद से हिरासत में लिया गया और पूछताछ के लिए श्रीनगर ले जाया गया। वह अल फलाह विश्वविद्यालय परिसर में एक किराए के मकान में रहता था, जहाँ इस सप्ताह की शुरुआत में विस्फोटकों का एक बड़ा जखीरा मिला था। अधिकारियों ने आज की तलाशी के दौरान बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री ज़ब्त की है, जिसमें डिजिटल गैजेट, दस्तावेज़ और प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े मुद्रित सामग्री शामिल है। राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) की बहु-एजेंसी जाँच, जिसमें अब तुर्की से संभावित संबंध भी शामिल है, इस मॉड्यूल के अंतरराष्ट्रीय संबंधों की जाँच कर रही है और वित्तपोषण स्रोतों का पता लगाने के लिए एक विस्तृत वित्तीय जाँच चल रही है। अधिकारी लगातार इस बात पर ज़ोर दे रहे हैं कि जाँच एक उच्च प्राथमिकता वाला अभियान है और कट्टरपंथी पेशेवरों के नेटवर्क की पूरी पहुँच का पता चलने पर और गिरफ्तारियाँ होने की उम्मीद है। भारत में एक "अंतर-राज्यीय आतंकी मॉड्यूल" की हालिया जाँच में पाकिस्तान स्थित आकाओं और आतंकी संगठनों से सीधे संबंध सामने आए हैं, जिससे इन नेटवर्कों को संचालित करने और उनका मार्गदर्शन करने में पाकिस्तान की महत्वपूर्ण भूमिका उजागर होती है। पुलिस जाँच के प्रमुख निष्कर्षों से संकेत मिलता है कि पाकिस्तान स्थित संस्थाएँ कथित रूप से इसमें शामिल हैं। पाकिस्तान स्थित आका भारत में लोगों को कट्टरपंथी बनाने और भर्ती करने के लिए सोशल मीडिया और एन्क्रिप्टेड चैनलों का उपयोग कर रहे हैं, जिनमें डॉक्टर और शिक्षाविद जैसे उच्च शिक्षित पेशेवर भी शामिल हैं। मॉड्यूल के हिस्से के रूप में गिरफ्तार किए गए लोग कथित तौर पर पाकिस्तान में अपने आकाओं के सीधे संपर्क में थे और अपनी गतिविधियों के लिए निर्देश प्राप्त कर रहे थे। कथित तौर पर धर्मार्थ कार्यों की आड़ में पेशेवर और शैक्षणिक नेटवर्क के माध्यम से धन जुटाया गया था, और नेटवर्क ने आईईडी तैयार करने के लिए रसद सहायता और सामग्री प्रदान की थी। जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) की महिला भर्ती शाखा, जमात-उल-मोमिनात जैसी विशिष्ट शाखाओं के गठन की घोषणा संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी मसूद अजहर, जो पाकिस्तान में रहता है, द्वारा पत्रों के माध्यम से की गई थी। भारतीय अधिकारी और सुरक्षा विशेषज्ञ अक्सर ऐसे मॉड्यूलों को भारत को अस्थिर करने और सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के लिए आतंकवाद को छद्म युद्ध के रूप में इस्तेमाल करने की पाकिस्तान की रणनीति का हिस्सा मानते हैं। जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश जैसे क्षेत्रों में फैले इस मॉड्यूल की "आंतर-राज्यीय" प्रकृति, पाकिस्तान स्थित आकाओं द्वारा पारंपरिक संघर्ष क्षेत्रों से परे एक व्यापक नेटवर्क बनाने के जानबूझकर प्रयास का संकेत देती है। इस नेटवर्क का संबंध हाल ही में दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार विस्फोट से है जिसमें कई लोग मारे गए थे। भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसियों द्वारा हाल ही में किए गए सुरक्षा आकलनों से पता चलता है कि तुर्की, पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल के बीच गुप्त अभियानों में एक "चतुर्भुज गठबंधन" है, जो पाकिस्तान स्थित आतंकी मॉड्यूल को तीनों देशों से जोड़ता है। भारत में "सफेदपोश मॉड्यूल" मामलों ने पुष्टि की है कि गिरफ़्तार किए गए व्यक्ति पाकिस्तान में अपने आकाओं और आतंकी नेतृत्व के सीधे संपर्क में थे, जिन्होंने साज़िशों को अंजाम दिया और निर्देश दिए। ख़ुफ़िया रिपोर्टों से पता चलता है कि उभरते हुए आतंकवादी समूहों को समर्थन देने के लिए बांग्लादेश और नेपाल में तुर्की के वित्तपोषण मार्गों का इस्तेमाल किया जा रहा है। तुर्की की ख़ुफ़िया एजेंसी कथित तौर पर ढाका में जमात-ए-इस्लामी जैसे इस्लामी समूहों की कुछ गतिविधियों और बुनियादी ढाँचे के वित्तपोषण में शामिल है। भारत द्वारा "ऑपरेशन सिंदूर" जैसे आतंकवाद-रोधी अभियानों के बाद, ऐसी चेतावनियाँ हैं कि पाकिस्तान ने रणनीतिक रूप से अपने कुछ सक्रिय आतंकी ठिकानों को बांग्लादेश और नेपाल में स्थानांतरित करने की योजना बनाई है, ताकि भारत की कमज़ोर सीमाओं से इन देशों की निकटता का फ़ायदा उठाया जा सके। भारतीय अधिकारियों का मानना ​​है कि पाकिस्तान और तुर्की बांग्लादेश और नेपाल में वैचारिक और परिचालन गतिविधियों का समन्वय कर रहे हैं, जिसके ज़रिए धन, हथियार और चरमपंथी प्रचार बांग्लादेश में स्थानांतरित किया जा रहा है। तुर्की की बांग्लादेश के साथ बढ़ती रक्षा और राजनीतिक साझेदारी, साथ ही पाकिस्तान के साथ उसके मज़बूत संबंधों को भारत एक嚙 सुरक्षा चिंता के रूप में देखता है, जिसका उद्देश्य भारत के क्षेत्रीय प्रभाव को चुनौती देना और संभावित रूप से क्षेत्र को अस्थिर करना है। संक्षेप में, जहाँ मुख्य संचालक पाकिस्तान में ही रहते हैं, वहीं व्यापक नेटवर्क को कथित तौर पर तुर्की और बांग्लादेश को पारगमन या रसद केंद्रों के रूप में शामिल करते हुए एक रणनीतिक गठबंधन के माध्यम से सुगम बनाया जाता है। जम्मू और कश्मीर (J
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PSPramod Sharma
Nov 13, 2025 08:31:50
Delhi, Delhi:ऑपरेशन सिंदूर के बाद J&K छोड़ देश की अलग-अलग यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने वाले जांच एजेंसियों की रडार पर - ऑपरेशन सिंदूर का बदला लेने के लिए पाकिस्तानी कट्टरपंथी संगठनों ने जम्मू कश्मीर के अपने गुर्गो को हिंदुस्तान की अलग-अलग यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के लिए प्लांट किया - ऑपरेशन सिंदूर में JAISH-e-Mohammed का सरगना मसूद अजहर की फैमिली का बदला लेने के लिए अपना कुनबा हिंदुस्तान में बढ़ाने में जुटा हुआ था... - सोशल मीडिया के अलग-अलग साइट के जरिए जैश से कनेक्ट हुए थे... - अब जांच एजेंसों के रडार पर वह सभी जम्मू कश्मीर के युवक है जो पिछले कुछ माह में जम्मू कश्मीर से देश की अलग-अलग यूनिवर्सिटी हो मैं एडमिशन लेकर पढ़ाई के लिए पहुंचे हुए हैं... - जांच एजेंसियों को सूचना मिली है कि I LOVE MUHMMAD की आग यूपी में ये कट्टरपंथी प्लान के हिसाब से नही फैला पाए थे... - जम्मू कश्मीर में ऑपरेशन क्लीन की तैयाऱी
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ASANIMESH SINGH
Nov 13, 2025 08:31:35
Ujjain, Madhya Pradesh:बड़नगर: न्यायालय में कोर्ट फीस की फर्जी रसीदें बनाकर लाखों रुपए का गबन करने वाले कथित फर्जी वकील उज्ज्वल जोशी के खिलाफ बड़नगर थाने में मामला दर्ज किया गया है। जिला न्यायाधीश रामविलास गुप्ता की कोर्ट से रीडर योगेश ठाकुर द्वारा दी गई शिकायत में बताया गया कि आरोपी ने दीवानी मुकदमों में कोर्ट फीस की फर्जी रसीदें पेश कीं। सत्यापन में पता चला कि उज्जवल जोशी ने अब तक 5 लाख 81 हजार 85 रुपये का गबन किया है। पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध अपराध क्रमांक 711/25 दर्ज कर बीएनएस की धारा 318(4), 338, 336(3), 336(4), 340(2), 316(2) के तहत जांच शुरू की है। सूत्रों के अनुसार, आरोपी उज्ज्वल जोशी रसीद को एडिट कर नकली रसीद बना देता था। मामले में शामिल अन्य जिम्मेदार लोगों पर भी कार्रवाई की तैयारी है。
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GBGovindram Bareth
Nov 13, 2025 08:30:49
Saiki, Bihar:राज्यपाल से इच्छा मृत्यु की मांग, करन पटेल न्याय के लिए भूख हड़ताल पर। सामाजिक बहिष्कार का आरोप लगाया गया है। ग्राम पंचायत सिंधीचुआ में दयनीय मामला सामने आया है। पीड़ित ने सामाजिक बहिष्कार का जिक्र कर राज्यपाल से इच्छा मृत्यु की मांग की है। करन पटेल के अनुसार सड़क दुर्घटना के बाद वे पिछले तीन साल से शारीरिक अपंगता से पीड़ित हैं और बिस्तर पर हैं। उन्हें सामाजिक सहयोग के साथ शासन-प्रशासन से सहयोग चाहिए। परिवारिक और सामाजिक बहिष्कार के कारण उन्हें कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। आरोप है कि उनके वर्तमान हालात का फायदा उठाकर रिश्तेदार और समुदाय के लोग सामाजिक पैसों का झूठा आरोप लगाकर उन्हें बहिस्कृत कर दिए हैं, जबकि मामला परिवारिक जमीन विवाद से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि उनके पास एक सामाजिक पत्र है जिसमें बहिस्कार का स्पष्ट उल्लेख है, लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिल रहा। उन्होंने न्याय की गुहार लगाकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर जाने का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा है। राज्यपाल से जांच आदेश के बावजूद भी थाने के प्रभारी निष्पक्ष जाँच नहीं कर रहे। इसलिए भूख हड़ताल जैसे रास्ते को अपनाना पड़ रहा है। दूसरी ओर थाने के प्रभारी ने जरूरी पूछताछ कर जाँच की है और प्रभावी प्रतिवेदन उच्चाधिकारियों को भेज दिया है। सामाजिक पत्र सामने आने के बाद इसमें सामाजिक प्रतिबंध लगाने के बारे में उल्लेख है और उनके पास अन्य साक्ष्य होने का दावा कर रहे हैं। पीड़ित अपने माता-पिता, पत्नी और बच्चों के साथ रहते हैं और न्यायपूर्ण कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
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