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Sonbhadra231219

Sonbhadra - ओबरा में पाक के पुतले पर फूंटा मुस्लिम समुदाय का गुस्सा

May 09, 2025 15:04:04
Obra, Uttar Pradesh

शुक्रवार को ओबरा के भलुआ टोला में जुम्मे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय का आक्रोश उबल पड़ा। मुस्तफा रजा सिद्दीकी के नेतृत्व में सैकड़ों मुस्लिम भाइयों ने सड़कों पर उतरकर पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सार्वजनिक रूप से उसके पुतले को आग के हवाले कर दिया। इस प्रदर्शन के जरिए समुदाय ने पाकिस्तान द्वारा आतंकवादियों को कथित समर्थन और हाल ही में पहलगाम में हुए निर्दोष नागरिकों के कत्लेआम की कड़ी भर्त्सना की। नूरी मस्जिद में नमाज अदा करने के बाद मुस्लिम समुदाय का सैलाब हाथों में नारे लिखी तख्तियां लिए सड़कों पर उमड़ पड़ा। "पाकिस्तान मुर्दाबाद" और "हिंदुस्तान जिंदाबाद" के नारों से पूरा इलाका गूंज उठा।

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SPSanjay Prakash
Nov 07, 2025 05:20:15
Noida, Uttar Pradesh:
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SPShiv Pratap Singh Rajput
Nov 07, 2025 05:19:11
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Nov 07, 2025 05:19:06
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GSGAUTAM SARKAR
Nov 07, 2025 05:18:57
Kurustikur, Chhattisgarh:एंकर- कांकेर जिले के कोड़ेकुर्सी थाना क्षेत्र में एक धर्मांतरित व्यक्ति के शव को दफ़नाने लेकर विवाद हो गया है, कोड़ेकुर्सी निवासी मनीष निषाद की 4 नवंबर की शाम रायपुर में बीमारी के बाद मौत हो गई थी मौत के बाद परिजन उसे अपने गृह ग्राम कोड़ेकुर्सी लेकर आए जहां अंतिम संस्कार की प्रक्रिया प्रारंभ की गई तो ग्रामीणों ने विरोध कर दिया ग्रामीणों ने कहा कि गांव की सीमा में किसी भी धर्मांतरित व्यक्ति के शव का अंतिम संस्कार नहीं करने देंगे मृतक के परिजन शव दफनाने को लेकर पुलिस के पास पहुंचे पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया परंतु ग्रामीण नहीं माने ग्रामीणों के नहीं मानने पर मृतक के परिजनों एवं ईसाई समुदाय के कुछ लोगों ने शव को کوड़ेकुर्से थाने में ही छोड़ दिया और वहां से चले गए देर शाम कोड़ेकुर्से थाना स्टाफ ने शव को अस्पताल में सुरक्षित रखवा दिया। इसके बाद बड़ी संख्या में मसीह समाज के लोग कोड़ेकुर्से थाना पहुंचे और उन्होंने अघोषित रूप से कोड़ेकुर्से थाना का घेराव कर दिया। मसीह समाज के लोग कोड़ेकुर्से थाना के सामने लगभग चार घंटे खड़े रहे वहीं इस बीच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश श्रीमाल और मसीह समाज के लोगों के बीच बातचीत चलती रही परंतु बातचीत बेनतीजा रही, एसडीएम भानु प्रतापपुर ने भी इन्हें समझाने का प्रयास किया परंतु मसीह समाज के प्रतिनिधि जिद पर अड़े रहे कि उन्हें अंतिम संस्कार इसी गांव में ही करना है नहीं तो शव पुलिस थाने में ही रहेगा शाम 4 बजे तक शव कोड़ेकुर्सी में ही पुलिस की कस्टडी में रहा। किसी भी विवाद की स्थिति को टालने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं हालांकि प्रशासन ने कहा है की चारामा के मसीह समाज के कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार करवा देंगे परंतु मसीह समाज के लोग किसी भी दशा में मानने को तैयार नहीं है वहीं दूसरी ओर आदिवासी एवं सनातन धर्म के लोग भी पहुंच गए हैं कुल मिलाकर स्थिति तनाव में है और अभी तक किसी निर्णय पर नहीं पहुंची है
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NGNakibUddin gazi
Nov 07, 2025 05:18:23
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KBKuldeep Babele
Nov 07, 2025 05:18:05
Jabalpur, Vehicle Fac. Jabalpur, Madhya Pradesh:महाकौशल की सबसे बड़ी नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में अस्पताल में खून के अवैध कारोबार पकड़ा गया है। यहां दलाल मरीजों से रुपए लेकर ब्लड दिलाने का सौदा करते हैं; मरीजों के इलाज से लेकर रिपोर्ट तक के लिए पैसे वसूले जा रहे हैं। इस गोरख धंधे में मेडिकल कॉलेज के वार्ड बॉय भी शामिल हैं। एक कैमरे में वार्ड बॉय और दलालों के बीच रुपए का लेनदेन भी कैद हुआ है। इस खुलासे के बाद मेडिकल कॉलेज के डीन ने पैथोलॉजी विभाग को जांच की आदेश दिए हैं। जबलपुर की एक सामाजिक संस्था ने भी मामले की शिकायत पुलिस से की है। फिलहाल मामले में मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक ने जांच की आदेश दिए हैं। कुछ समय पहले यहाँ पर तीन दलाल अन्नू, जॉनसन और अंशुल तिवारी को सुरक्षा गार्ड्स की मदद से पकड़ा गया था।
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SPSanjay Prakash
Nov 07, 2025 05:17:43
Noida, Uttar Pradesh:सरिस्का में दिखा शेरों का शहंशाह! टाइगर ST-2304 की रोमांचक साइटिंग से गूंजा जंगल अलवर के सरिस्का टाइगर रिजर्व में गुरुवार का दिन पर्यटकों के लिए किसी फिल्मी सीन से कम नहीं रहा। सदर रेंज के जंगलों में टाइगर ST-2304 अचानक सफारी ट्रैक पर आ धमका। जिप्सी के बिल्कुल पास पहुंचकर बाघ कभी ट्रैक के इस पार तो कभी उस पार घूमता नजर आया। उसकी हर अदा देख पर्यटक रोमांचित हो उठे। जब टाइगर ने दहाड़ने के अंदाज में मुंह खोला और अपनी लंबी जीभ बाहर निकाली, तो सफारी में सवार लोग खुशी और रोमांच से झूम उठे। कुछ क्षणों के लिए तो माहौल डर और उत्साह दोनों से भर गया, क्योंकि बाघ लगातार जिप्सी के आसपास मंडराने लगा। इस सीज़न में टाइगर ST-2304 की यह पहली झलक बताई जा रही है। इससे पहले सरिस्का में बाघिन ST-9 और टाइगर ST-21 (युवराज) की साइटिंग होती रही थी। गुरुवार की इस शानदार झलक ने पर्यटकों के चेहरे खिल उठा दिए। सरिस्का में अब बाघों और शावकों की बढ़ती संख्या से जंगल सफारी का रोमांच चरम पर है। बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचकर जंगल की खूबसूरती और बाघों की झलक का लुत्फ उठा रहे हैं।
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VRVIJAY RANA
Nov 07, 2025 05:17:20
Chandigarh, Chandigarh:अंबाला शहर। मुख्यमंत्री नायब सैनी का संबोधन। राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 साल पूरे हुए हैं। इसी मौके पर हम सभी एकत्रित हुए हैं। वंदे मातरम के 150 साल पूरे होने पर मैं सभी को बधाई देता हूं। वंदे मातरम गीत केवल एक गीत नहीं है बल्कि और धड़कन है। वंदे मातरم भारत की पहचान है। वंदे मातरम गीत ने अंग्रेजों के खिलाफ समाज में चेतना फैलाने का काम किया था। इसी गीत ने अंग्रेजों के शासन को हिला दिया था। तब युवाओं को गीत ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने की प्रेरणा दी। ब्रिटिश सत्ता वंदे मातरम गीत से डरती थी, क्योंकि उन्हें पता था कि वंदे मातरम में हथियारों से ज्यादा शक्ति है। वंदे मातरम हमारे की त्योहार, संस्कृत, संस्कृति और त्योहारों के अंदर भी शामिल है। इस जीत ने आजादी के दौरान जनता को जगाने का काम किया। वंदे मातरम को रविंद्र नाथ टैगोर ने कोलकाता में पहली बार गया था। 1905 की बंगाल विभाजन के वक्त वंदे मातरम को स्वर और संगीत में पिरोया जा चुका था। आजादी की लड़ाई जीतने में वंदे मातरम ने लोगों में राष्ट्रवाद और एकता को जागृत किया था। वंदे मातरम के ऊपर अंग्रेजी हुकूमत में प्रतिबंध भी लग गया था। सभी भारतीयों ने सभी तरह की भेदभाव मिटाकर इस गीत को गाते हुए आजादी की लड़ाई लड़ी थी। प्राचीन समय में भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था। इसी चिड़िया को लूटने के लिए अंग्रेज भारत में आए और अपना कब्जा किया। आजादी की पहली लड़ाई 1857 में लड़ी गई इसके बाद लड़ाई लड़ी गई। 18 सावन की क्रांति की शुरुआत हरियाणा के अंबाला से हुई थी। 1857 की क्रांति को जीवित रखने के लिए अंबाला के अंदर शहीद स्मारक बनाया है। वंदे मातरम को लेकर इतिहास में कांग्रेस में आपत्तियां जताई है। हाल ही में तेलंगाना के अंदर कांग्रेस ने वंदे मातरम गीत को गाना अनिवार्य किया है। वंदे मातरम मां भारती का प्रसाद है जो तुष्टिकरण की बजाय राष्ट्रवाद पर चलता है। वंदे मातरम ने जब लोगों के सोए हुए स्वाभिमान को उठाया तो हमारी आजादी की लड़ाई बड़े स्तर पर पहुंच गई। भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव जैसे क्रांतिकारी वंदे मातरम का नाम बोलते हुए फांसी के फंदे पर झूल गए थे। 1942 में महात्मा गांधी के नेतृत्व में भारत छोड़ो आंदोलन शुरू हुआ था। उसे समय भी वंदे मातरम, इंकलाब जिंदाबाद और जय हिंद के नारे दिए गए थे। इन तारों ने अंग्रेजों को भारत छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया था। 1950 में भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने वंदे मातरम को राष्ट्रीय गीत का दर्जा दिया था। वंदे मातरम आज भी उतना ही प्रासंगिक है, जितना आजादी की लड़ाई में था। हमें इस लो को जलाए रखना है। हमें सबसे पहले राष्ट्र को सबसे पहले रखना होगा, तुष्टीकरण को छोड़ना होगा, समग्र विश्वास को अपनाना होगा, राष्ट्रीय विद्रोह विधि लोगों का विरोध करना होगा। सभी को न्याय देना होगा सभी को अवसर उपलब्ध करवाने होंगे तभी भारत एक विकसित राष्ट्र बनेगा। मैं देश की आजादी में शहीद होने वाले सभी ज्ञात और अज्ञात पत्र सेनानियों वह भी नमन करता हूं।
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KRKishore Roy
Nov 07, 2025 05:17:08
Noida, Uttar Pradesh:अलवर तेज रफ्तार स्कॉर्पियो सात बार पलटी, चालक की मौत — चार घायल, दो को जयपुर रेफर अलवर जिले में दिल्ली–मुंबई सुपर एक्सप्रेस-वे पर गुरुवार रात करीब ढाई बजे एक दर्दनाक हादसा हो गया। लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र के चैनल नंबर 122 के पास तेज रफ्तार स्कॉर्पियो अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में चालक कप्तान (निवासी धमरेड़, राजगढ़) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए。 जानकारी के अनुसार, स्कॉर्पियो में कुल पांच लोग सवार थे। वाहन के मालिक जितेंद्र (निवासी राजगढ़) ने तीन दिन पहले ही नई स्कॉर्पियो खरीदी थी और उसे मॉडिफाई कराने दिल्ली गए थे। दिल्ली से लौटते समय यह हादसा हुआ। बताया जा रहा है कि रफ्तार इतनी तेज थी कि स्कॉर्पियो लगातार सात बार पलटी खाकर चकनाचूर हो गई, जिससे गाड़ी की पूरी बॉडी खत्म हो गई । घायलों में धर्मेंद्र पुत्र पप्पूराम जागा, जितेंद्र पुत्र पप्पूराम जागा, राकेश पुत्र जगदीश, और डेनी पुत्र पप्पूराम, सभी राजगढ़ निवासी शामिल हैं। इनमें से धर्मेंद्र और डेनी की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें जयपुर रेफर किया गया है, जबकि जितेंद्र और राकेश का इलाज अलवर में जारी है。 मृतक कप्तान कार बाजार में काम करता था। जितेंद्र और धर्मेंद्र सगे भाई हैं और दोनों भी कार बाजार से जुड़े हुए हैं। पुलिस ने वाहन को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
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SRSANDEEP RATHORE
Nov 07, 2025 05:16:31
Pali, Rajasthan:देसूरी के ओसवाल जैन मंदिर में चोरी, मुकुट व छत्र ले उड़े नकाबपोश चोर देसूरी (पाली)। पाली जिले के देसूरी कस्बे में स्थित ओसवाल जैन मंदिर में देर रात चोरी की सनसनीखेज वारदात सामने आई है। देर रात करीब 1 बजकर 40 मिनट पर दो नकाबपोश चोरों ने मंदिर के मुख्य द्वार का ताला तोड़कर अंदर प्रवेश किया और भगवान के चढ़ाए जाने वाले 8 से 9 मुकुट एवं एक छत्र चोरी कर लिए। सूत्रों के अनुसार, चोरों ने मंदिर में रखा बड़ा दानपात्र भी उठाकर बाहर एक सुनसान गली में फेंक दिया। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि दानपात्र में कितनी नकदी थी। पूरी वारदात मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई है。 सुबह जब पुजारी पूजा करने पहुँचे तो उन्हें घटना का पता चला। उन्होंने तत्काल देसूरी पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची और फिंगरप्रिंट टीम को जांच के लिए बुलाया गया。 बताया जा रहा है कि इससे दो दिन पहले भी कस्बे में एक बाइक चोरी की घटना हुई थी।
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