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Raebareli229001

Raebareli - 55 वर्ष के संविदाकर्मी बिजली की लाइन पर नहीं करेंगे काम

Feb 02, 2025 03:39:25
Raebareli, Uttar Pradesh

उपकेंद्रों में कार्यरत 55 साल या इससे ज्यादा उम्र के संविदाकर्मी बिजली लाइन पर काम नहीं करेंगे. इनके साथ लाइन पर काम करते समय हादसा होता है तो क्षतिपूर्ति की रिकवरी उपकेंद्र के जेई, एसडीओ व एक्सईएन से होगी।

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VSVishnu Sharma1
Dec 19, 2025 14:04:07
Jaipur, Rajasthan:अरावली को लेकर राजस्थान में कांग्रेस हमलावर है कांग्रेस की ओर से SaveAravalli को जन आंदोलन बनाने की तैयारी की जा रही है अरावली के मुद्दे को जन आंदोलन बनाने की बात कही जा रही है कांग्रेस का कहना है कि अरावली बचाना राजनीति नहीं बल्कि अस्तित्व की लड़ाई है कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि अरावली के 90 प्रतिशत पहाड़ खनन माफिया के हवाले करने की साजिश की जा रही है अरावली पहाड़ियों की नई परिभाषा के बाद राजस्थान कांग्रेस आक्रामक मोड में है पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में ऐसी रिपोर्ट पेश की है जिससे अरावली का दायरा सिमट गया है अरावली राजस्थान का केवल पर्वत नहीं बल्कि हमारा रक्षा कवच है इसे 100 मीटर के दायरे में समेटना प्रदेश की 90 प्रतिशत अरावली के मृत्यु प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर करने जैसा है गहलोत ने लोग से जुड़ने की अपील की है NSUI ने भी अरावली बचाने के लिए पैदल मार्च का ऐलान किया है 26 दिसंबर को शहीद स्मारक से कलेक्ट्रेट सर्किल तक पैदल मार्च निकाला जाएगा ताकि अरावली संरक्षण की मांग उठाई जा सके
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SMSHARAD MAURYA
Dec 19, 2025 14:01:58
Bhadohi Nagar Palika, Khamaria, Uttar Pradesh:भदोही जिले में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है, इंडियन आर्मी में भर्ती कराने का झांसा देकर युवकों से लाखों रुपये ऐंठने वाले एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरा आरोपी अभी फरार है। मामला थाना ऊँज क्षेत्र से जुड़ा है ,पीड़ित प्रशान्त यादव ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि वाराणसी के रहने वाले दो व्यक्तियों ने सेना में नौकरी दिलाने का भरोसा दिया था आरोपियों ने खुद को सेना के अधिकारियों से जुड़ा बताते हुए युवकों का विश्वास जीता और दिल्ली ले जाकर मुलाकात भी कराई आरोप है कि आरोपियों ने पीड़ित और उसके साथियों से कुल 30 लाख 74 हजार रुपये वसूल लिए इसमें करीब 2 लाख 94 हजार रुपये बैंक खाते में और 27 लाख 80 हजार रुपये नकद लिए गए लंबे समय तक इंतजार के बाद भी न तो किसी को नौकरी मिली और न ही पैसा वापस किया गया , पैसा मांगने पर पीड़ितों को धमकियां देने का भी आरोप है इसके बाद पीड़ित की शिकायत पर थाना ऊँज में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया और पुलिस ने जांच शुरू की, पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक आरोपी अभिषेक कुमार पटेल को उसके घर फूलपुर जनपद वाराणसी से गिरफ्तार कर लिया वहीं, दूसरा आरोपी अशोक पाठक अभी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
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PTPawan Tiwari
Dec 19, 2025 14:01:28
Balrampur, Uttar Pradesh:बलरामपुर जनपद के तुलसीपुर की शांत, सौम्य और आध्यात्मिक वातावरण से घिरी भूमि में एक ऐसा चमत्कारी स्थल मौजूद है, जिसकी आभा वर्षों से लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती आ रही है। यह स्थान है—मां पाटेश्वरी देवीपाटन शक्तिपीठ, जहां महायोगी गुरु गोरखनाथ के तप, सती के त्याग और आस्था की अनगिनत अनसुनी कहानियां आज भी जीवंत हैं। अनकही–अनसुनी की इस कड़ी में हम आपको ले चल रहे हैं इस अद्भुत धाम में, जहां सदियों से जल रही अखंड धूना अपनी दिव्य महिमा की अनंत गाथा कहती है। *त्रेतायुग से जल रहा वह धूना, जिसकी लौ नहीं हुई मंद* पीठाधीश्वर मिथलेश नाथ योगी महाराज बताते हैं कि देवीपाटन मंदिर में प्रज्ज्वलित गुरु गोरखनाथ का धूना त्रेतायुग से अब तक अखंड जल रहा है। मान्यता है कि महायोगी गोरखनाथ ने वर्षों की कठिन साधना के दौरान यह अग्नि प्रज्ज्वलित की थी। तब से लेकर आज तक—न तो यह धूना बुझा, न इसकी आभा कम हुई। धूने की राख यानी भभूति को श्रद्धालु दिव्य प्रसाद मानते हैं। कहा जाता है कि इसे श्रद्धा से माथे पर लगाने से हर प्रकार का कष्ट दूर हो जाता है और नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है। यही कारण है कि यहां आने वाला हर भक्त मां पाटेश्वरी के दर्शन के बाद धूना के सामने नमन किए बिना लौटता नहीं। *कही–अनकही कहानी:* स्थानीय बुजुर्गों के अनुसार एक बार मूसलाधार बारिश में पूरा क्षेत्र जलमग्न हो चुका था। आसपास की अग्नियां बुझ गईं, लेकिन धूना की ज्वाला तनिक भी कम नहीं हुई। लोगों का विश्वास है कि धूना को स्वयं महायोगी की ऊर्जा संरक्षित करती है, इसलिए प्रकृति की कोई विपरीत परिस्थिति इसे प्रभावित नहीं कर पाती। *मंदिर का इतिहास—शिव के तांडव से देवीपाटन तक यात्रा* पुजारी रविंद्र दास महाराज मंदिर के इतिहास को सुनाते हुए बताते हैं कि यह स्थान उस समय शक्ति से जाग्रत हुआ जब राजा दक्ष के यज्ञ में पत्नी सती के अपमान का दुःख सहन न कर पाने पर भगवान शिव ने उनका देह उठाकर तांडव करना शुरू कर दिया। परिस्थिति को शांत करने के लिए भगवान विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से माता सती के शरीर को 51 भागों में विभाजित कर दिया। इन 51 स्थानों पर ही शक्तिपीठों की स्थापना हुई। कहा जाता है कि माता का वाम अंग—बायां कंधा—देवीपाटन की इस भूमि पर ही गिरा, और तभी से यह स्थल महाशक्ति का केंद्र बन गया। *कही–अनकही कथा:* पुरानी मान्यता है कि जब सती का कंधा यहां गिरा, तो उस रात पूरा वन ज्योतियों से आलोकित हो उठा था। दूर बसे गांवों के लोगों ने भी असाधारण प्रकाश देखा। सुबह जब साधक और ऋषि यहां पहुंचे तो उन्हें भूमि पर दिव्य ऊष्मा और तेज का अनुभव हुआ। इसी कारण इस स्थान को “देवी का स्पर्शस्थल’’ कहा जाता है। *गोरखनाथ की तपस्थली—जहां हर कण में साधना बसती है* इस स्थल को विशेष महत्ता इस कारण भी प्राप्त है कि यही वह पवित्र धरा है, जिसे महायोगी गोरखनाथ ने अपनी तपस्थली चुना था। वर्षों तक कठोर साधना करते हुए उन्होंने धूना प्रज्ज्वलित किया, जिसे आज अखंड ज्योति कहा जाता है। देश के अलग–अलग प्रदेशों से आने वाले साधक यहां बैठकर कुछ देर उस धूने के पास मौन साधना करते हैं। उनका विश्वास है कि यहां बैठकर मन और आत्मा दोनों पवित्र हो जाते हैं। *अनकही मान्यता:* कहा जाता है कि एक बार एक साधक अपनी मनोकामना लेकर यहां आया। वह महीनों तक परेशान था, जीवन में निराशा छाई हुई थी। उसने धूना के पास बैठकर चुपचाप ध्यान किया और लौट गया। कुछ ही दिनों में उसकी समस्या सुलझ गई। लोग इसे "धूना की शक्ति" का चमत्कार कहते हैं। *तंत्र विद्या का प्रमुख केंद्र—अमावस्या और नवरात्रि पर बढ़ती दिव्यता* देवीपाटन का अखंड धूना सिर्फ भक्ति का केंद्र नहीं, बल्कि तंत्र साधना का भी प्राचीन और सम्मानित स्थान है। नवरात्रि, कालरात्रि, अमावस्या और विशेष पर्वों पर देशभर से तांत्रिक, साधक, पुरोहित और गुरु यहां पहुंचते हैं।धूना की भभूति को वे शक्ति रूप में ग्रहण करते हैं। यहां एक विशेष नियम है—धूना के पास खुले सिर जाना वर्जित है। श्रद्धालु सिर पर रूमाल या वस्त्र रखकर ही इस पवित्र स्थल तक पहुंचते हैं। *दर्शन बिना यात्रा अधूरी—भक्तों की आस्था का केंद्र* मंदिर से जुड़े पुजारी बताते हैं कि मां पाटेश्वरी के दर्शन के बाद श्रद्धालु “अखंड धूना” की परिक्रमा को अपनी धार्मिक यात्रा का अनिवार्य हिस्सा मानते हैं। लोग इसे सिर्फ एक धूना नहीं, बल्कि परम ऊर्जा और सुरक्षा का स्रोत मानते हैं। भक्त यहां से भभूति घर ले जाते हैं और इसे अपने घर–आंगन की शुद्धि, सुरक्षा और सकारात्मकता का प्रतीक मानते हैं। देश के कोने–कोने से आती भक्ति की धार नवरात्रि और मकर संक्रांति के दौरान देवीपाटन में श्रद्धालुओं का विशाल सैलाब उमड़ता है। नेपाल, उत्तराखंड, बिहार, मध्यप्रदेश, पूर्वांचल और अन्य राज्यों से लोग यहां दर्शन करने आते हैं। महायोगी को खिचड़ी अर्पित करना वर्षों पुरानी परंपरा है। जो भक्त गोरखपुर स्थित गुरु गोरखनाथ मंदिर नहीं जा पाते, वे यहां खिचड़ी चढ़ाकर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं。 *विशेष शब्द* देवीपाटन का यह धाम सिर्फ एक मंदिर नहीं—बल्कि आस्था, तप और अनकही मान्यताओं की वह विरासत है, जिसका हर कण भक्तों के लिए दिव्य अनुभूति लेकर आता है。
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NJNEENA JAIN
Dec 19, 2025 14:00:53
Saharanpur, Uttar Pradesh:सहारनपुर में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे को देखते हुए जिलाधिकारी के निर्देश पर सहारनपुर में रैन बसेरों का सुचारू संचालन किया जा रहा है। खुद जिलाधिकारी मनीष बंसल लगातार रैन बसेरों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं। प्रशासन का दावा है कि जरूरतमंदों को ठंड से राहत देने के लिए रैन बसेरों में सभी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित की गई हैं। रैन बसेरों में पर्याप्त संख्या में नई रजाई, गद्दे और बेड उपलब्ध कराए गए हैं। पीने के लिए गर्म और ठंडे पानी की मशीनें लगाई गई हैं, वहीं सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। सड़कों पर सो रहे लोगों को सुरक्षित रूप से रैन बसेरों तक पहुंचाने के लिए ई-रिक्शा की व्यवस्था की गई है। जगह-जगह बनाए गए रैन बसेरों में होटल जैसी साफ-सुथरी और सुरक्षित सुविधाएं दी जा रही हैं। इसके साथ ही जिलाधिकारी के निर्देश पर जरूरतमंद लोगों को ठंड से बचाने के लिए कंबल वितरण का अभियान भी चलाया जा रहा है। नगर निगम और प्रशासन की टीम लगातार क्षेत्र में भ्रमण कर बेसहारा और गरीब लोगों को चिन्हित कर कंबल वितरित कर रही है, ताकि कोई भी व्यक्ति ठंड की वजह से परेशान न हो। रैन बसेरा के केयरटेकर विकास कश्यप ने बताया कि उनके रैन बसेरे में करीब 60 लोगों के रुकने की व्यवस्था है। महिलाओं के लिए अलग केबिन है, जेंट्स और लेडिस के अलग शौचालय, रूम हीटर, साफ-सफाई, वाटर कूलर और सीसीटीवी कैमरे उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि अधिकारी रातभर निरीक्षण करते रहते हैं और ई-रिक्शा के जरिए सड़कों पर सो रहे लोगों को रैन बसेरे तक लाया जाता है। जन मंच के पीछे बने दूसरे रैन बसेरे में भी हीटर सहित सभी सुविधाएं मौजूद हैं। जिलाधिकारी मनीष बंसल ने बताया कि शीतलहर के दृष्टिगत जिले में कुल 28 रैन बसेरे संचालित किए गए हैं। नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत और अन्य प्रमुख स्थानों पर दिन-रात रुकने की व्यवस्था है। शहर और ग्रामीण इलाकों में अलाव जलवाए जा रहे हैं। घने कोहरे को देखते हुए स्कूलों का समय सुबह 9:30 से दोपहर 2:30 बजे तक किया गया है। सड़क सुरक्षा के लिए रिफ्लेक्टर, लाइटिंग और पुलिस चेकिंग बढ़ाई गई है। जिलाधिकारी ने कहा कि अधिकारी लगातार भ्रमणशील रहेंगे और जरूरत पड़ने पर और स्थायी रैन बसेरे भी बनाए जाएंगे।
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ASABDUL SATTAR
Dec 19, 2025 14:00:23
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MIMohammad Imran
Dec 19, 2025 13:50:19
Jaipur, Rajasthan:आदर्श नगर ज़ोन में नियमों की खुली अवहेलना प्लॉट नंबर 323 पर नक्शे के विपरीत निर्माण का आरोप रेरा और नगर निगम नियमों का उल्लंघन प्रशासन की चुप्पी पर उठे सवाल कार्रवाई होगी या फाइलों में दबेगा मामला? जयपुर। आदर्श नगर ज़ोन अंतर्गत प्लॉट नंबर 323 पर स्वीकृत नक्शे के विपरीत निर्माण खड़े होने के गंभीर आरोप सामने आए हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि संबंधित भवन में रेरा (RERA) नियमों के साथ-साथ नगर निगम के भवन उपविधियों का भी स्पष्ट उल्लंघन किया गया है, इसके बावजूद अब तक प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई。 सूत्रों के अनुसार, निर्माण कार्य में निर्धारित सेटबैक, फ्लोर एरिया और ऊँचाई मानकों की अनदेखी की गई है। यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो यह न केवल शहरी नियोजन के नियमों की अवहेलना है, बल्कि आसपास के निवासियों की सुरक्षा और बुनियादी सुविधाओं पर भी प्रतिकूल असर डाल सकता है。 स्थानीय लोगों का आरोप है कि शिकायतें दिए जाने के बाद भी आदर्श नगर ज़ोन के जिम्मेदार अधिकारी मौके पर ठोस निरीक्षण करने और आवश्यक नोटिस जारी करने में देरी कर रहे हैं। नियमों के अनुसार, ऐसे मामलों में नोटिस, सीलिंग और ध्वस्तीकरण तक की कार्रवाई का प्रावधान है, परंतु फिलहाल प्रशासन की भूमिका सवालों के घेरे में है。 रेरा के तहत पंजीकरण और स्वीकृतियों का पालन अनिवार्य है। यदि बिना वैध स्वीकृति के निर्माण किया गया है तो डेवलपर/मालिक पर जुर्माना और दंडात्मक कार्रवाई संभव है। नगर निगम अधिनियम भी नक्शा-विपरीत निर्माण पर सख्त कदम उठाने की अनुमति देता है。 अब बड़ा सवाल यह है कि आदर्श नगर ज़ोन प्रशासन इस मामले में कब और क्या कार्रवाई करेगा? क्या नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्ती होगी या फिर यह मामला भी अन्य फाइलों की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा? जनता जवाब और तत्काल कार्रवाई की मांग कर रही है。
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ASAshok Singh Shekhawat
Dec 19, 2025 13:49:58
Sikar, Rajasthan:सीकर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता प्रवास पर जिला भाजपा कार्यालय शुक्रवार को आई। पूर्व सांसद सुमेधानंद सरस्वती, पूर्व विधायक रतन जलधारी व भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज बाटड़ के नेतृत्व में पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने उनको पार्टी का दुपट्टा व फूल मालाएं पहनाकर स्वागत करते हुए अभिनंदन किया। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता भाजपा कार्यालय में आने पर पार्टी के संस्थापकों व माँ भारती के चित्र के समक्ष पुष्प अॢपत किए। जिलाध्यक्ष मनोज बाटड़ ने पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का परिचय करवाया। इस दौरान पूर्व सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती, पूर्व विधायक रतनलाल जलधारी, पूर्व जिलाध्यक्ष महेश शर्मा, जिला महामंत्री राजेश रोलन, जिला उपाध्यक्ष नेमीचंद कुमावत, मुख्य प्रवक्ता करण सिंह, श्रीहरि बियाणी, तेजप्रकाश सैनी, विष्णु काबरा, ईश्वर सिंह राठौड़, नीलम मिश्रा, भंवरलाल जांगिड़, सुरेश सैनी, अनिता शर्मा, नंदकिशोर सैनी, सुल्तान सिंह, प्रभुसिंह सेवद, सुरेश फागलवा, सुरेश अग्रवाल, इंद्र शर्मा, प्रदीप अग्रवाल, मदन जांगिड़, लक्ष्मण सिंह निर्वाण, रामचंद्र बगडिय़ा, दुर्गा हटवाल, मनोहरलाल सैनी, कविता चौधरी, सोनू सोनी सहित कई भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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