गोवर्धन में अहोई अष्टमी के अवसर पर राधाकुंड में निसंतान दंपती आधी रात से आस्था की डुबकी लगाएंगे। श्रद्धालु राधारानी कुंड में स्नान कर संतान प्राप्ति की प्रार्थना करेंगे।
गुरुवार शाम से ही राधाकुंड में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगेगी। धार्मिक मान्यता के अनुसार, बछड़ा बने राक्षस को मारने के बाद श्रीकृष्ण को गोहत्या का पाप लगा था, जिससे मुक्ति पाने के लिए उन्होंने अपनी बंशी से राधारानी कुंड का निर्माण किया था।