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भौरीगंज में कंप्यूटर दुकान से चोरी, 60 हजार का नुकसान

Nov 22, 2024 01:51:00
Paraspur, Uttar Pradesh

परसपुर थाना क्षेत्र के भौरीगंज मंगलौसा गांव में गुरुवार दोपहर एक कंप्यूटर दुकान से अज्ञात चोर लैपटॉप और प्रिंटर चुरा ले गए। इस चोरी से दुकान मालिक मनीष को लगभग 60 हजार रुपये का नुकसान हुआ। दुकानदार मनीष ने बताया कि घटना के समय वह दुकान पर नहीं था। चोरों ने दुकान में घुसकर सामान चुराया जिसकी वीडियो रिकॉर्डिंग मनीष के पास मौजूद है। उन्होंने पुलिस को शिकायत दी है। इस मामले पर एसओ दिनेश सिंह ने कहा कि अभी तक उन्हें इस घटना की जानकारी नहीं मिली है।

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DGDeepak Goyal
Dec 11, 2025 06:15:48
Jaipur, Rajasthan:एंकर-स्मृति वन की सुबह इन दिनों सिर्फ पक्षियों की चहचहाट से नहीं, बल्कि लोगों की नाराज़गी से भी गूंज रही है। कारण राजीविका के सेल्फ हेल्प ग्रुप द्वारा लगाया जा रहा फूड कियोस्क। दरअसल वन विभाग ने जून माह में राजीविका को फूड कियोस्क लगाए जाने की अनुमति दी थी। यह कियोस्क 10 गुणा 10 फुट लम्बाई-चौड़ाई में गेट संख्या 1 के पास पार्किंग क्षेत्र के बगल में लगाया जाना था। लेकिन मॉर्निंग वॉकर्स का आरोप है कि कियोस्क अब सीधे स्मृति वन के अंदर खड़ा कर दिया गया हैं.....जिससे यहाँ की प्राकृतिक शांति और व्यवस्था प्रभावित होगी। इससे यहां घूमने आने वाले लोगों को असुविधा हो रही है। सुबह घूमने वाले लोगों का कहना हैं की हम यहां हरियाली के बीच ताज़ी हवा लेने आते हैं। वन विभाग की इजाजत पार्किंग तक थी, अंदर जाकर किस आधार पर कियोस्क बना दिया गया..वन विभाग ने नियम-शर्तों में यह भी लिखा था कि कियोस्क पार्किंग क्षेत्र के पास लगाया जाएगा। यहां गंदगी नहीं फैलने दी जाएगी। साथ ही स्मृति वन के पेड़-पौधों वनस्पतियों से छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए। सिंगल यूज प्लास्टिक को पूरी तरह प्रतिबंधित करते हुए स्मृति वन के अंदर कचरा फैलाने पर रोक लगाई थी। वहीं कियोस्क केवल सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच ही चलाया जा सकता है। शर्तों के उल्लंघन पर कियोस्क आवंटन किसी भी समय करने का क्लॉज तय किया गया था। लेकिन आरोप है कि यहां पर वन विभाग द्वारा निर्धारित इन सभी शर्तों का उल्लंघन किया जा रहा है। अब लोग वन विभाग से मांग कर रहे हैं कि या तो कियोस्क को स्वीकृत स्थान पर शिफ्ट किया जाए, या फिर अनुमति को तुरंत रद्द किया जाए, ताकि स्मृति वन का शांत, स्वच्छ और सुरक्षित माहौल कायम रह सके।
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DSdevendra sharma2
Dec 11, 2025 06:15:36
Rajsamand, Mohi, Rajasthan:राज्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर राजसमंद जिले में होंगे विविध कार्यक्रम,,,,कलक्टर अरुण कुमार हसीजा ने बैठक लेकर तैयारियों की समीक्षा की, सौंपे दायित्व,,,,कहा: हर विभाग पुख्ता तैयारी के साथ करे सफल आयोजन,,,,, राजसमंद। राज्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर जिले में विविध जिला स्तरीय कार्यक्रम होंगे। राजसमंद जिला कलक्टर अरुण कुमार हसीजा ने सभी जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों की बैठक तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की। इस दौरान एडीएम नरेश बुनकर, जिला परिषद सीईओ बृजमोहन बैरवा सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी कलेक्ट्रेट बैठक कक्ष में उपस्थित रहे, साथ ही सभी ब्लॉक स्तरीय अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंस से जुड़े。 जिला,राजसमंद जिला संवाददाता,देवेंद्र शर्मा
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DRDamodar Raigar
Dec 11, 2025 06:15:28
Jaipur, Rajasthan:जयपुर एंकर— राज्य सरकार ने प्रवासी राजस्थानी दिवस समारोह के दौरान राज्य की नई राजस्थान पर्यटन नीति–2025 औपचारिक रूप से जारी की. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जेईसीसी में आयोजित पर्यटन सत्र के दौरान इस नीति का विमोचन किया गया. इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी, पर्यटन विभाग के अधिकारी, प्रवासी राजस्थानी समुदाय और पर्यटन क्षेत्र से जुड़े उद्यमी मौजूद रहे. प्रवासी राजस्थानी दिवस समारोह के दौरान उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने कहा कि राजस्थान पर्यटन नीति–2025 के जरिए राज्य सरकार का लक्ष्य आगामी वर्षों में राजस्थान को विश्वस्तर पर प्रतिस्पर्धी, सुरक्षित और पर्यटक–अनुकूल राज्य के रूप में स्थापित करना है. उन्होंने कहा कि नई नीति राजस्थान को भारत का सबसे मजबूत, आधुनिक और आकर्षक पर्यटन राज्य बनाने का संकल्प है. सरकार चाहती है कि हर पर्यटक राजस्थान की संस्कृति, मेहमाननवाज़ी और विविधता भरे अनुभवों से समृद्ध होकर लौटे. यह नीति राज्य में पर्यटन के विस्तार, रोजगार सृजन, डिजिटल सुविधा, धार्मिक–सांस्कृतिक सर्किट, एस्ट्रो–टूरिज्म, एडवेंचर और वेलनेस टूरिज्म जैसे नए क्षेत्रों को गति देने वाला व्यापक रोडमैप साबित होगी. नई नीति के तहत राज्य सरकार ने पर्यटन ढांचे को आधुनिक, सुरक्षित, निवेश–अनुकूल और तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लक्ष्य निर्धारित किए हैं. यह नीति सिर्फ एक नीतिगत डॉक्यूमेंट ही नहीं बल्कि यह राज्य को एक वैश्विक पर्यटन महाशक्ति में बदलने का हमारा रोडमैप है. उन्होंने कहा कि पर्यटन के आधारभूत ढांचे को सुदृढ़ करने के लिए पर्यटन के सभी आयामों जैसे पर्यटक सुविधाओं, मार्केटिंग एवं प्रमोशन, मेले एवं त्योहार, पर्यटन निवेश, पर्यटन में आईटी, डिजिटल एवं एआई, कौशल विकास, युवाओं को पर्यटन क्षेत्र में रोजगार पर लक्ष्य निर्धारित कर कार्य किया जाएगा. विशेष पर्यटन क्षेत्र और धार्मिक सर्किट—1. चुनिंदा जिलों में एसटीजेड प्लग–एंड–प्ले मॉडल पर स्थापित किए जाएंगे, जहाँ आधारभूत संरचना सरकार और आतिथ्य सेवाएं निजी क्षेत्र विकसित करेगा. 2. कृष्ण गमन पथ और बृज–द्वारका तीर्थ मार्ग के तहत राजस्थान के प्रमुख मंदिरों में यात्री सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी, वन विभाग और देवस्थान विभाग के सहयोग से धार्मिक और वन्यजीव–आधारित टूरिज्म हब भी विकसित किए जाएंगे. डिजिटल और अनुभव आधारित पर्यटन—राज्य सरकार ऐतिहासिक स्मारकों का थ्रीडी लेजर स्कैन, वीआर अनुभव, डिजिटल संग्रहालय और लाइट–एंड–साउंड शो विकसित करेगी. नई पर्यटन फ़िल्में, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर सहयोग और डिजिटल प्रचार पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. पर्यटकों को बेहतर डिजिटल सुविधा देने के लिए नया राजस्थान पर्यटन वेब पोर्टल, मोबाइल ऐप, चैटबॉट, डिजिटल मैप व गाइडबुक लॉन्च किए जाएंगे. जिला स्तर पर प्रबंधन—प्रत्येक जिले में कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला पर्यटन विकास समिति द्वारा पर्यटन स्थलों के संचालन और प्रबंधन के लिए डेस्टिनेशन मैनेजमेंट ऑर्गानाइजेशन के रूप में भी कार्य किया जाएगा. पीक सीजन में समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए ये समितियाँ नियमित बैठकें आयोजित करेंगी. पर्यटक सुविधा और कनेक्टिविटी—राज्य के प्रमुख पर्यटन शहरों में हॉप ऑन–हॉप ऑफ बस सेवा, एयरपोर्ट–रेलवे–बस स्टैंड पर प्रीपेड टैक्सी बूथ, ई-सेगवे, रेंटल साइकिल और गाइडेड ई–वाहन सेवाएँ शुरू की जाएंगी. पर्यटकों को सभी परिवहन साधनों में एकीकृत सुविधा देने के लिए राजस्थान ट्रैवल कार्ड भी लाया जाएगा. थीम आधारित पर्यटन को बढ़ावा—एस्ट्रो टूरिज्म, फूड फेस्टिवल, एडवेंचर स्पोर्ट्स, ईको–टूरिज्म, फिल्म सिटी, मल्टी–परपज़ इवेंट स्टेडियम, बर्ड–वॉचिंग सर्किट, शौर्य पर्यटन सर्किट जैसे नए क्षेत्रों को बढ़ावा देकर राज्य में पर्यटन के अवसरों का दायरा व्यापक किया जाएगा. पुष्कर, मरु महोत्सव, झील महोत्सव जैसे आयोजनों को और अधिक स्वरूप देने की तैयारी भी नीति में शामिल है. विरासत, शिल्प और वेलनेस टूरिज्म—विरासत संरक्षण के लिए मैन्युस्क्रिप्ट, जनजातीय संस्कृति, वस्त्र और पारंपरिक शिल्प पर आधारित क्राफ्ट म्यूज़ियम स्थापित किए जाएंगे. योग, आयुर्वेद और नेचुरोपैथी पर आधारित वेलनेस टूरिज्म हब विकसित किए जाएंगे. पर्यटक सुरक्षा—24×7 सहायता प्रणाली—राज्य में 24×7 टूरिज्म कॉल सेंटर, मजबूत टूरिस्ट असिस्टेंस फोर्स, पर्यटक वाहनों में पैनिक बटन, क्यूआर आधारित फीडबैक सिस्टम, CCTV और आईईसी गतिविधियों से सुरक्षा तंत्र को मजबूत किया जाएगा. ग्राफिक्स आउट—समारोह के दौरान नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन राज्य मंत्री झाबर सिंह खर्रा, पशुपालन, डेयरी, गोपालन एवं देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत, आईटीडीसी एमडी मुग्धा सिन्हा, पर्यटन अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रवीन गुप्ता, पर्यटन आयुक्त रुक्मणी रियाड और देश–विदेश से जुड़े अनेक पर्यटन उद्यमी, विशेषज्ञ एवं प्रवासी राजस्थानी प्रतिनिधि मौजूद रहे.
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Dec 11, 2025 06:13:47
Sherpur Para, Uttar Pradesh:बीकापुर।प्रथम संदर्भन दर्जा इकाई प्राप्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीकापुर में हेल्थ एटीएम पिछले कई महीनो से धूल फांक रही है। बताते चलें कि अयोध्या प्रयागराज हाईवे पर बीकापुर में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मौजूद है यहां पर आए दिन मरीजो का तांता लगा रहता है।अस्पताल के हेल्थ एटीएम की बात की जाए तो पुरानी बिल्डिंग में लगा हुआ था अब नई बिल्डिंग में स्थानांतरित कर दिया गया है जो पिछले कई महीनो से बिल्डिंग के कोने में रखा धूल फांक रहा है।इस मामले पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉक्टर अंशुमन यादव ने बताया कि जिस किट (इंस्टॉलाइजर)से मशीन चलती है वह पूरे जिले में नहीं है इस वजह से पूरे जिले की मशीन बंद है और यहां भी बंद है।इसी मामले पर बाद सीएमओ डॉ सुशील कुमार बनियान ने बताया कि ऐसा कोई मामला नहीं है और ना ही किट खत्म है, सारे जिले की हेल्थ मशीन चल रही है।
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Dec 11, 2025 06:10:26
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Dec 11, 2025 06:09:15
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NSNITIN SRIVASTAVA
Dec 11, 2025 06:00:45
Barabanki, Uttar Pradesh:वक्फ प्रॉपर्टी पंजीकरण के लिए उम्मीद पोर्टल पर 6 माह की मोहलत दी गई है। उत्तर प्रदेश वक्फ ट्रिब्यूनल ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 के तहत उम्मीद पोर्टल पर वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण की समय-सीमा बढ़ाकर अब 5 जून 2026 कर दी है। इससे पहले अंतिम तिथि 5 दिसंबर 2025 निर्धारित थी, लेकिन बड़ी संख्या में वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण समय कम होने के चलते पूरा नहीं हो सका था। ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसीम राईन ने प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया और कहा सरकार ने मुसलमानों की वक्फ संपत्तियों को सुरक्षित और व्यवस्थित रूप से दर्ज कराने के लिए बड़ा अवसर प्रदान किया है। वसीम राईन ने मुतवल्लियों से अपील की कि निर्धारित अतिरिक्त अवधि में अपनी-अपनी वक्फ संपत्तियों का उम्मीद पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन अवश्य कराएं ताकि भविष्य में दिक्कत न हो। समय-सीमा बढ़ने से वक्फ संपत्तियों के संरक्षण और पारदर्शिता को नया बल मिलेगा।
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MTMD. TARIQ
Dec 11, 2025 06:00:23
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ASANIMESH SINGH
Dec 11, 2025 05:46:57
Ujjain, Madhya Pradesh:उज्जैन में हनुमान अष्टमी: जहाँ महाकाल और हनुमान का दिव्य संगम जीवित है उज्जैन के महाकाल मंदिर में एक ऐसी परंपरा आज भी जीवित है,जो हनुमान जी के साक्षात दर्शन और महाकाल बाबा..दोनों को एक सूत्र में बांधती है। और ठीक कल उज्जैन में विशेष हनुमान अष्टमी मनाई जाएगी। यह कहानी है कोटि तीर्थ की, और महाकाल–हनुमान के दिव्य संबंध की। पूरे भारतवर्ष में जहाँ हनुमान जयंती मनाई जाती है, उज्जैन में हनुमान अष्टमी का उत्सव बनाया जाता है। महाकाल मंदिर के पुजारी राम शर्मा बताते हैं कि अवंतिका नगरी में यह परंपरा इसलिए प्रचलित है क्योंकि यहीं पर हनुमान जी ने साक्षात दर्शन दिए थे। जब ये ख्याति पूरे शहर में फैली, तो हर मंदिर में उत्सव मनना शुरू हुआ और वही परंपरा आज तक चली आ रही है। महाकाल मंदिर परिसर में स्थित कोटि तीर्थ इस परंपरा का केंद्र है। पुजारी बताते हैं कि यह वही पवित्र कुंड है जिसे स्वयं हनुमान जी ने यहाँ स्थापित किया था। माना जाता है कि इसमें देश के सभी तीर्थों का जल समाहित है। यही जल प्रतिदिन भगवान महाकाल के प्रातःकालीन जलाभिषेक के लिए लिया जाता है। इसके साथ ही यह जल दैनिक पूजन, पंचोपचार, अगरबत्ती–दीप–नैवेद्य की विधियों और गर्भगृह में किए जाने वाले कई विशेष क्रियाकर्मों में भी प्रयोग किया जाता है। इसी कारण कोटि तीर्थ का महत्व केवल अभिषेक तक सीमित नहीं, बल्कि महाकाल की पूरी पूजा-पद्धति का आधार है। परंपरा और लोगों की आस्था को जोड़ने के लिए पुजारी परिवार ने कोटि तीर्थ स्थल पर हनुमान जी की एक विशेष मूर्ति स्थापित की है। कहा जाता है कि यह वही स्थान है जहाँ हनुमान जी के दिव्य साक्षात्कार की कथा जुड़ी हुई है और इसी वजह से महाकाल और हनुमान की महिमा एक ही स्थल पर सजीव दिखाई देती है। पुजारी राम शर्मा बताते हैं कि हनुमान जी की सिद्धि और महिमा को याद करते हुए उज्जैन में अष्टमी के दिन विशेष उत्सव मनाया जाता है। कल यहाँ विशेष पूजन और अनुष्ठान होंगे। श्रद्धालु यह संदेश लेकर जाते हैं कि महाकाल की नगरी में हनुमान जी का आशीर्वाद आज भी उतनी ही शक्ति से प्रकट होता है जितना उनके साक्षात दर्शन के समय हुआ था। महाकाल के दरबार में स्थित कोटि तीर्थ सिर्फ एक कुंड नहीं बल्कि महाकाल और हनुमान के दिव्य संबंध का जीवंत प्रतीक है। इसी वजह से उज्जैन में हनुमान अष्टमी केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि सदियों पुरानी उस ऊर्जा का प्रमाण है जो आज भी इस स्थान को पवित्र बनाए हुए है। उज्जैन की यही अनूठी परंपरा महाकाल की नगरी को भारत के धार्मिक नक्शे पर खास पहचान देती है जहाँ महाकाल और हनुमान की शक्ति एक साथ अनुभव की जाती है। उज्जैन से अनिमेष सिंह की रिपोर्ट.. बाइट - राम शर्मा पुजारी महाकाल मंदिर
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