Become a News Creator

Your local stories, Your voice

Follow us on
Download App fromplay-storeapp-store
Advertisement
Back
Gonda271310

"खेलों से होता है,बच्चों का सर्वांगीण विकास , राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर खेलों का आयोजन"

Nov 20, 2024 14:38:16
Khorhansha, Uttar Pradesh

राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के अवसर पर प्राथमिक विद्यालय फिरोजपुर के बच्चों के बीच खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का आयोजन शैक्षिक एन.जी. ओ. "एजूकेट गर्ल्स" के मनीष तिवारी के द्वारा कराया गया। इस खेल का समापन विद्यालय के प्रधानाध्यापक राहुल मिश्र के देखरेख में सम्पन्न हुआ। विद्यालय के छात्र और छात्राओं ने कई खेलों में उत्साहपूर्वक हिस्सा लेकर विजेता बनने के लिए पूरे प्रयास से खेल खेला। 

0
comment0
Report

हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|

Advertisement
PSPramod Sinha
Dec 09, 2025 09:47:52
Khandwa, Madhya Pradesh:खंडवा के सीहाडा गांव में आज जिला प्रशासन की टीम ने दरगाह के आसपास अतिक्रमण हटाया। जिला प्रशासन ने दो बुलडोजर की मदद से दरगाह के आसपास की जमीन पर बने दो पक्के निर्माण, तार फेंसिंग और दरगाह के पास बने चबूतरे को उखाड़ दिया। जिला प्रशासन में परिसर में सांसद निधि से बने एक सामुदायिक भवन को खाली करवा कर ग्राम पंचायत को सौप दिया। इस सामुदायिक भवन में अवैध रूप से मदरसा संचालित हो रहा था। पिछले लगभग छह महीने पहले ग्राम पंचायत ने दरगाह के आसपास जमीन पर अतिक्रमण हटाने के लिए जिला प्रशासन में आवेदन दिया था। इसी के जवाब में स्थानीय पीर मौजा वफ्फ कमेटी ने भोपाल न्यायालय राज्य वफ्फ अधीकरण में दावा किया था कि गांव में बनी दरगाह, इमामबाड़ा और ईदगाह की संपत्ति वफ्फ की संपत्ति है। यह तीन और गांव की सारी संपत्ति एक ही रकबा में होने की वजह से पूरे गांव पर वफ्फ की संपत्ति होने का दावा मान लिया गया था। हालांकि ग्रामीण वफ्फ समिति के सदस्य ने यह साफ कर दिया था कि उनका दावा पूरे गांव पर नहीं बल्कि सिर्फ तीन संपत्तियों पर ही है। इसी को लेकर न्यायालय राज्य वफ्फ अधीकरण ने दोनों पक्षों को 10 नवंबर को सुनवाई के लिए बुलवाया था। इस न्यायालय ने यह कहते हुए मामला समाप्त कर दिया कि वैधानिक सूचना पत्र की अवधि दो माह बीत चुकी है इसलिए इसे नहीं सुना जा सकता। इसी आधार पर जिला प्रशासन ने स्थानीय प्रशासन ग्राम पंचायत की शिकायत पर आज दरगाह के आसपास अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की है। कार्रवाई में दरगाह के आसपास लगभग 40000 स्क्वायर फीट की जमीन पर बनी तार फेंसिंग, दो पक्के निर्माण हटाए गए। दरगाह को विस्तार देने के लिए बनाया गया चबूतरा भी हटा दिया गया। साथ ही परिसर में सांसद निधि से बने एक सामुदायिक भवन में चल रहे अवैध मदरसे को भी खाली करा लिया गया। क्योंकि यह भवन सांसद निधि से बना था इसलिए इसे खाली कराकर ग्राम पंचायत को सौंप दिया गया। जिस स्थान पर प्राचीन दरगाह बनी है उसे पर कोई कार्रवाई नहीं हुई दरगाह यथावत है। जिला वफ्फ कमेटी के सदस्यों का कहना है जिला प्रशासन ने कार्रवाई करने के पहले उन्हें कोई सूचना नहीं दी। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर राज्य स्तरीय वफ्फ बोर्ड में अपील दायर करेंगे। कार्यवाही के दौरान एसडीएम, तहसीलदार, सिटी मजिस्ट्रेट और सैकड़ों की संख्या में पुलिस जवान और अधिकारी मौजूद रहे। किसी तरह की कानून व्यवस्था नहीं बिगड़े इसलिए बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे, हालांकि अतिक्रमण हटाने के दौरान ऐसी कोई नौबत नहीं आई।
0
comment0
Report
RKRakesh Kumar
Dec 09, 2025 09:47:05
Delhi, Delhi:उत्तर पूर्वी दिल्ली भजनपुरा थाना क्षेत्र में एक महिला की संग्दिध हालत में मौत का मामला सामने आया है, महिला के परिजनों ने महिला के पति और उसके परिवार पर आरोप लगाया है कि महिला का पति और उसका परिवार मृतका को मारते-पीटते थे और पेसो की मांग करते थे, मृतका की हत्या की गयी है फ़िलहाल मामले की जांच स्थानीय एसडीएम कर रहे है. मृतका की पहचान निकिता जैन (32) वर्ष के रूप में हुई है. निकिता के पिता, 61 वर्षीय अवनीश जैन, ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी की मौत स्वाभाविक नहीं है, बल्कि उसे प्रताड़ित कर मारा गया है। अवनीश जैन ने बताया कि निकिता की शादी अप्रैल 2019 में विकास जैन से हुई थी। विकास अपने परिवार के साथ यमुना विहार के सी ब्लॉक में रहते हैं। दंपती की 4.5 वर्ष की एक बेटी भी है। पिता का आरोप है कि शादी के शुरुआती दिनों से ही विकास और उसके परिजन पैसों के लेनदेन को लेकर निकिता पर दबाव बनाते थे। बागपत जिले के बिनोली निवासी अवनीश जैन किसान हैं और उन्होंने बताया कि अपनी हैसियत के मुताबिक उन्होंने बेटी की शादी पूरे सम्मान और खुशी के साथ की थी। पिता का कहना है कि सोमवार तड़के पड़ोसियों ने भी घर में झगड़े की आवाजें सुनी थीं। उन्होंने आशंका जताई कि इसी झगड़े के बाद निकिता की जान ली गई है। चूंकि शादी को सात वर्ष पूरे नहीं हुए हैं, ऐसे में मामला अब एसडीएम जांच के दायरे में आ गया है। दूसरा पक्ष -- वहीं मृतका के पति के ताऊ का कहना है कि मामले की जांच होनी चाहिए, अगर कोई दोषी है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत के सही कारण का पता लगेगा. वही पुलिस ने भी इसमे मामला दर्ज कर लिया है.
0
comment0
Report
VSVIPIN SHARMA
Dec 09, 2025 09:46:46
Kaithal, Haryana:कैथल नागरिक अस्पताल में डॉक्टरों की हड़ताल का दूसरा दिन और हड़ताल बेअसर, मरीजों को मिल रही नियमित सेवाएं कैथल में मांगों को लेकर डॉक्टरों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही, लेकिन इसका खास असर नागरिक अस्पताल में देखने को नहीं मिला। जिले के करीब 26 डॉक्टर हड़ताल पर रहे और उन्होंने ओपीडी, ऑपरेशन व अन्य नियमित स्वास्थ्य सेवाओं से दूरी बनाई। मरीजों को किसी तरह की दिक्कत न हो, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने करनाल स्थित कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज से डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई। कुल 42 डॉक्टर करनाल से बुलाए गए हैं। कैथल नागरिक अस्पताल के कुछ डॉक्टर हड़ताल में शामिल नहीं हुए, ऐसे में फिलहाल अस्पताल में कुल 69 डॉक्टर मरीजों को सेवाएं दे रहे हैं।अस्पताल में इमरजेंसी सेवाएं, सर्जरी, अन्य ऑपरेशन व पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पहले की तरह जारी है। ओपीडी में भी मरीजों को सामान्य रूप से जांच और उपचार मिल रहा है। कैथल की सिविल सर्जन (CMO) डॉ. रेणु चावला ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिकता मरीज हैं, इसलिए किसी भी सूरत में इलाज में बाधा नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अतिरिक्त डॉक्टरों की तैनाती कर दी गई है और सभी चिकित्सा सेवाएं नियमित रूप से सुचारु रूप से चल रही हैं। बाइट: डॉ. रेणु चावला, CMO कैथल
0
comment0
Report
KSKAMARJEET SINGH
Dec 09, 2025 09:46:06
Bassi Akbarpur, Haryana:करनाल इज़रायल की उन्नत तकनीक से मधुमक्खी पालन में नई उड़ान भरेगा हरियाणा इंडो–इज़रायल परियोजना के तहत उचानी में राष्ट्रीय सेमिनार का आगाज करनाल : हरियाणा के किसान अब मधुमक्खी पालन के क्षेत्र में इज़रायल की उन्नत तकनीकों से महारत हासिल करेंगे। मधुमक्खी पालन को आधुनिक स्वरूप देने और किसानों की आय दुगुनी करने के उद्देश्य से बागवानी प्रशिक्षण संस्थान उचानी में इंडो–इज़रायल परियोजना के तहत 3 दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार की शुरुआत हुई。 देशभर से विशेषज्ञ व अधिकारी पहुंचे—30 से अधिक प्रतिनिधियों की सहभागिता : इस राष्ट्रीय सेमिनार में गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, हिमाचल, राजस्थान, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, मिजोरम सहित विभिन्न राज्यों से करीब 30 वरिष्ठ बागवानी अधिकारी शामिल हुए। इज़रायल से पहुंचे कृषि विशेषज्ञ मि. रूबीस्टेन, मि. मोरेनसिती और दनियल हदाद ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई。 “तकनीकी अंतर को खत्म करना हमारा उद्देश्य”—संयुक्त निदेशक डॉ. बिल्लू यादव : उचानी उद्यान विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. बिल्लू यादव ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कर रही है। उन्होंने बताया कि इज़रायल में मधुमक्खी पालन के जो आधुनिक, प्रभावी और वैज्ञानिक तरीके अपनाए जा रहे हैं, उन्हें यहां प्रशिक्षण के माध्यम से विस्तार से समझाया और प्रदर्शित किया जाएगा。 डॉ. यादव ने कहा,“भारत और इज़रायल के बीच जो तकनीकी अंतर है, इस सेमिनार का उद्देश्य उसे मिटाना और उनके सिद्ध ज्ञान को भारतीय परिस्थितियों में लागू करना है।”उनके अनुसार सेमिनार में शामिल अधिकारी अपने राज्यों में लौटकर इन जानकारियों को किसानों तक पहुंचाएंगे ताकि देशभर के किसान इसका लाभ उठा सकें।उन्होंने यह भी बताया कि हरियाणा में वर्तमान में इंडो–इज़रायेल के छह प्रमुख प्रोजेक्ट—सब्जी, फल, फूल और मधुमक्खी पालन—सफलतापूर्वक चल रहे हैं। “चुनौतियों से निपटने के लिए तकनीकी आदान-प्रदान जरूरी”—इज़रायली विशेषज्ञ रूबीस्टेन : इज़रायली कृषि विशेषज्ञ रूबिस्टेन ने कहा कि वे यहां भारत में मधुमक्खी पालन से जुड़ी चुनौतियों का अध्ययन करने और समाधान सुझाने आए हैं。 उन्होंने कहा, “बौद्धिक और तकनीकी ज्ञान का आदान-प्रदान ही इन चुनौतियों से निपटने का सबसे मजबूत माध्यम है।”उन्होंने बताया कि इज़रायल और भारत दोनों देश मधुमक्खी पालन की बीमारियों व पर्यावरणीय समस्याओं से समान रूप से जूझ रहे हैं और ऐसे कार्यक्रम संयुक्त प्रयासों को मजबूती देते हैं। रूबिस्टेन ने यह भी कहा कि भारत–इज़रायल संबंधों की मजबूती देखकर उन्हें अत्यधिक खुशी हुई है और उन्हें विश्वास है कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम किसानों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा。 इज़रायली विशेषज्ञ मोरेनसिती भी हुए प्रभावित : इज़रायल से आए विशेषज्ञ मि. मोरेनसिती ने भी भारतीय कृषि वैज्ञानिकों व अधिकारियों के साथ अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने दोनों देशों के बीच सहयोग को “भविष्य की मजबूत कदम” बताया。
0
comment0
Report
SKSantosh Kumar
Dec 09, 2025 09:45:30
Noida, Uttar Pradesh:GTB नगर के Hudson Lane में बना Mama's Boui कैफे बार 2017 में शुरू हुआ था. 2023 में इसे बंद कर दिया गया. Mama's Boui के एक्स मैनेजर ने कहा कि बार 2023 के करीब बंद हुआ, बंद करने की वजह वक्त की कमी थी. रोमियो लेन चलने से इसे बंद कर दिया गया. 2017 में शुरू होकर यह लगभग 6 साल चला. उसी बिल्डिंग में अब दो दुकानें चल रही हैं; पहला और दूसरा फ्लोर खंडर जैसे हैं. इसी बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर एक नई दुकान खुली है, जो लगभग एक महीने पहले खोली गई. मालिक ने बताया कि उन्हें डिमांड करने के बावजूद भी पहला और दूसरा फ्लोर नहीं दिया गया और कहा बिल्डिंग के मालिक विदेश में हैं, इसलिए ग्राउंड फ्लोर पर दुकान खोली. दुकान के मालिक ने कहा कि पहला और दूसरा फ्लोर पूरी तरह से बंद हैं. बार का सामान जस के तस पड़ा है; सभी कुर्सी और सामान को सील पैक किया गया है, लेकिन दो साल से खुला नहीं है.
0
comment0
Report
Dec 09, 2025 09:42:32
0
comment0
Report
RKRakesh Kumar Bhardwaj
Dec 09, 2025 09:34:42
Jodhpur, Rajasthan:जोधपुर भारत में ड्रग्स का कारोबार नया नही है पहले बड़े महानगरों यानि की दिल्ली, मुम्बई, गुजरात शहरों में चलता कारोबार लेकिन अब ठिकाने बदलने लगे है। पश्चिमी राजस्थान के सीमावर्ती जिलों जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, बालोतरा, जालौर और सांचौर में पिछले कुछ वर्षों से MD (मेथाम्फेटामाइन) ड्रग्स का अवैध कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। पुलिस, एसओजी व एटीएस की संयुक्त कार्रवाई में लगातार ऐसी फैक्ट्रियां पकड़ी जा रही हैं जहाँ रेगिस्तानी धोरों में बने अस्थायी शेल्टरों या खेत-खलिहानों के बीच चल रही यूनिटों में इस जानलेवा ड्रग का उत्पादन किया जा रहा था। सबसे चिंताजनक तथ्य यह है कि अब ये नेटवर्क ग्रामीण क्षेत्रों तक अपनी जड़ें पसार चुका है, जहाँ भौगोलिक परिस्थितियां और कम आबादी इनके लिए सुरक्षित ठिकाने साबित हो रहे हैं। पुलिस अधिकारियों की माने तो पाकिस्तान से सटे इलाके लंबे समय से तस्करों के लिए संवेदनशील रहे हैं, लेकिन MD ड्रग्स के मामले में इस क्षेत्र का इस्तेमाल सिर्फ आवागमन ही नहीं बल्कि अब निर्माण के तौर पर भी होने लगा है। पुलिस के अनुसार अवैध प्रयोगशालाएँ अक्सर दूर-दराज़ रेतीले क्षेत्रों में स्थापित की जाती हैं जहाँ पहुँच पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण होती है। पकड़ी गई फैक्ट्रियों में अधिकांश में रासायनिक उपकरण, ड्रग्स और तैयार MD पाउडर की बड़ी मात्रा मिली है जिसका बाजार मूल्य करोड़ों में आंका जाता है। जोधपुर का ग्रामीण इलाका इस अवैध कारोबार का नया केंद्र बनता जा रहा है। यहाँ की सुनसान ढाणियाँ, खेतों में बने खाली कमरे, तथा रात के समय कम आवाजाही का फायदा उठाकर गिरोह अपनी यूनिट संचालित करते हैं। पिछले महीनों में पकड़ी गई फैक्ट्रियों से यह संकेत मिलता है कि इस नेटवर्क के पीछे प्रशिक्षित केमिस्ट और अंतरराज्यीय आपराधिक गिरोह सक्रिय हैं। खासकर एज्यूकेटेड लोग शार्टकट से पैसा बनाने के चक्कर में इस कारोबार में शामिल होने लगे है। पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है और पिछले कुछ महीनों में कई बड़ी फैक्ट्रियाँ नष्ट की गई हैं। अधिकारियों का कहना है कि नेटवर्क जटिल है और इसमें कई स्तरों पर लोग जुड़े होते हैं। केमिस्ट, सप्लायर, स्थानीय मददगार और सीमापार के तस्कर। प्रशासन अब ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष निगरानी, ड्रोन सर्विलांस और जन-जागरूकता अभियान बढ़ा रहा है। कितनी खतरनाक है MD मानसिक चिकित्सक के अनुसार MD एक अत्यंत खतरनाक सिंथेटिक ड्रग है जो सीधे मस्तिष्क की तंत्रिका प्रणाली पर असर डालती है। मनोचिकित्सक डॉ सुरेन्द्र कुमार बताते हैं कि MD के सेवन से व्यक्ति को क्षणिक ऊर्जा और उत्साह तो मिलता है, लेकिन यह धीरे-धीरे गंभीर मानसिक रोग, अवसाद, पागलपन जैसे लक्षण, दिल की धड़कन में अनियमितता और कई बार अचानक मृत्यु का कारण बनती है। उनका कहना है कि इसके आदी लोग सामाजिक जीवन से कटने लगते हैं और अपराध के रास्ते पर भी बढ़ सकते हैं। पश्चिमी राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में बेरोजगारी, पलायन और सामाजिक असुरक्षा जैसी स्थितियाँ युवाओं को नशे की ओर धकेल रही हैं। MD की उपलब्धता बढ़ने से कॉलेज और कामकाजी युवाओं में इसका प्रयोग तेजी से बढ़ा है। यह ड्रग سस्ती नहीं है पर आसानी से मिलने की वजह से इसकी मांग लगातार बढ़ रही है। बाइट डॉ सुरेन्द्र कुमार सह आचार्य मेडिकल कॉलेज पश्चिमी राजस्थान में MD ड्रग्स का बढ़ता कारोबार सिर्फ कानून-व्यवस्था की चुनौती नहीं, बल्कि भविष्य की पीढ़ी के लिए गंभीर खतरा है। कड़े कानून, लगातार पुलिस कार्रवाई और जन जागरूकता व सहयोग से ही थार के धोरों में बढते इस कारोबार को रोका जा सकता है。
0
comment0
Report
Advertisement
Back to top