Become a News Creator

Your local stories, Your voice

Follow us on
Download App fromplay-storeapp-store
Advertisement
Back
Ambedkar Nagar224122

अंबेडकर नगर में रेहड़ी पटरी पर अतिक्रमण हटाने के अभियान के दौरान मचा बवाल हुए दुकानदार परेशान

Nov 28, 2024 11:28:47
Akbarpur, Uttar Pradesh

अम्बेडकर नगर में पटरियों से दुकाने हटाई जा रही है ,जिसपर अधिशासी अधिकारी नगर में पालिका अकबरपुर बिना सिंह ने बताया यह अभियान अब लगातार बिना बताए जारी रहेगा ताकि भविष्य में जाम की समस्या उत्पन्न ना हो यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चल सके लेकिन इस अभियान से कई दुकानदार परेशानी में आ गए है।

0
comment0
Report

हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|

Advertisement
RVRaunak Vyas
Dec 05, 2025 07:45:17
Bikaner, Rajasthan:गंग नहर के 100 वर्ष पूरे हो चुके हैं। पश्चिमी राजस्थान इस ऐतिहासिक विरासत को सलाम कर रहा है। 1925 में हुसैनीवाला से शुरू हुई नहर आज 2 करोड़ लोगों की जीवनरेखा बन चुकी है। महाराजा गंगा सिंह की दूरदर्शी सोच को याद कर बीकानेर में भावुकता का माहौल है। विधायक सिद्धि कुमारी बोलीं— गंगासिंह जी एक इमोशन, एक इंस्टीट्यूशन और विज़नरी लीडर थे; उनका इतिहास ऐसा काम करता रहा है कि अगली पीढ़ी भी याद रखे। “गंग नहर की सौ साल पुरानी सीख आज भी जीवंत है।” संवाददाता राउनाक व्यास ने विधायक और पूर्व राजघराने की सदस्य सिद्धि कुमारी से खास बातचीत की।intro - गंग नहर के 100 वर्ष पूरे होने पर आज पश्चिमी राजस्थान याद कर रहा है उस दूरदर्शी सोच को, जिसने रेगिस्तान की किस्मत बदल दी। 5 दिसंबर 1925 को हुसैनीवाला में महाराजा गंगा सिंह जी ने इस नहर की आधारशिला रखी थी, और आज उसी गंग यानी इंदिरा गांधी नहर से 2 करोड़ से ज़्यादा लोग लाभान्वित हो रहे हैं। सौ साल पहले पानी की कमी, अकाल और कष्ट से जूझते इलाकों को राहत देने की जो कल्पना की गई थी, आज वही सपना हकीकत बनकर करोड़ों लोगों का सहारा है। हुसैनीवाला से लेकर बीकानेर तक इस ऐतिहासिक मौके पर कई कार्यक्रम आयोजित हुए, जिसमें विधायक और पूर्व राजघराने की सदस्य सिद्धि कुमारी ने महाराजा गंगा सिंह को याद किया। 1920 में जब उन्होंने सोचा कि घर-घर पानी कैसे पहुँचएगा, तब इन इलाकों में अकाल पड़ता था, पानी की भयंकर समस्या थी। लेकिन 1925 में वो सपना संभव हुआ और उन्हें हर व्यक्ति का साथ मिला। सिद्धि कुमारी ने कहा कि उन्होंने सिर्फ पानी का सपना नहीं देखा, बल्कि उसे बेहतरीन तरीके से पूरा भी किया। मुझे गर्व है कि मैं उस परिवार की सदस्य हूँ। गंगासिंह जी सिर्फ एक राजा नहीं, एक इमोशन, एक इंस्टीट्यूशन और विज़नरी लीडर थे, जिनकी सोच आने वाली पीढ़ियों के लिए मिसाल बन गई। उन्होंने कहा- मैं भी सौभाग्यशाली हूँ कि मुझे जनता की सेवा का मौक़ा मिला। मेरी दादी कहा करती थीं कि अगर तुम सेवा के लिए नहीं निकलोगी, तो कौन निकलेगा। आज सौ साल बाद भी वही सिस्टम ज़िंदा है, जो उन्होंने उस वक्त बनाया था और ये एक बड़ा लेसन है कि कोई भी काम ऐसा करो, कि अगली पीढ़ी भी याद रखे।
0
comment0
Report
Dec 05, 2025 07:40:05
0
comment0
Report
RZRajnish zee
Dec 05, 2025 07:36:19
Patna, Bihar:बिहार विधानसभा की कार्यवाही- संसदीय कार्य मंत्री ने प्रस्ताव रखा कि समितियों के सदस्यों का मनोनयन विधानसभा अध्यक्ष करें पहले की निर्वाचन प्रक्रिया को शिथिल कर अध्यक्ष को दिया गया अधिकार लोकलेखा समिति, प्राक्कलन समिति और सरकारी उपक्रमों की समितियों के लिए उपरोक्त प्रस्ताव स्वीकृत किया गया बिहार विनियोग विधेयक पर दस रुपए कटौती का प्रस्ताव आरजेडी के आलोक मेहता ने रखा बजटीय अनुमान में कमी और कुप्रबंधन के कारण बार बार बजट अनुपूरक मांग लाया जाता है यह कोई कोरोना काल नहीं है कि अचानक से अनुपूरक बजट लाया जाए यह व्यवहार में आ गया है कि ठेकेदारों की मांगों पर अनुपूरक बजट मांग किया जा रहा है मूल बजट की राशि में कौन सी ऐसी परिस्थिति आ गई की बजट अनुपूरक मांग लाना पड़ा अतिरिक्त व्यय सकल घरेलू उत्पाद के तीन फीसदी से ज्यादा है या तय सीमा के अंदर है यह भी महत्वपूर्ण है सरकार की विफलताओं को छिपाने का यह उपक्रम है स्थापना और प्रतिबद्धता व्यय पर मांग समझ में आता है लेकिन योजनाओं पर मांग समझ से परे है नयी राशि की मांग जनता की आंखों में धूल झोंकने जैसा है सरकार के पास न दृष्टि है,न योजना है दो लाख रुपया महिलाओं को कैसे देंगे यह बड़ा सवाल है बिहार की बाकी महिलाओं को क्या हक नहीं है कि उन्हें भी दस दस हजार रुपए मिले?? और दो दो लाख रुपए मिले?? बBulडोजर पर कहना चाहता हूं कि यह संस्कृति नहीं लागू होना चाहिए मंत्री श्रवण कुमार रख रहे हैं अपनी बात,सरकार के उत्तर के तौर पर बोल रहे हैं श्रवण कुमार जीविका समूह से एक करोड़ चालीस लाख महिलाएं जुड़ चुकी हैं महिलाएं आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई योजनाएं चलाई सीएम नीतीश कुमार का योगदान अतुलनीय है जीविका दीदियों को अलग अलग क्षेत्रों में काम भी मिल है जिससे उन्हें काम.का अवसर मिल रहा है राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज,मंडल अनुमंडल हॉस्पिटल में खाना बनाने का काम भी जीविका दीदियों को दिया गया है सतत् जीवकोपार्जन योजना के तहत भी काम दिया जा रहा है विपक्ष कहते हैं कि महिलाओं को दो लाख रुपए कहा से देंगे दो लाख परिवार को चिन्हित करके दो दो लाख रुपया दिया जायेगा जो ताड़ी और मद्य में लगे थे जो वादा किया है वह करके दिखाया है,आगे भी करेंगे महिलाओं के उत्पाद बिक्री के लिए भी काम किया जा रहा है एक करोड़ 56 लाख महिलाओं को दस दस हजार रुपए दिए गए हैं यहां की महिलाएं दूसरे राज्यों में जाकर भी प्रशिक्षण दे रही हैं विपक्ष के लोग कह रहे थे कि पैसा जो दिया गया है उसे वापस लेंगे,मां नहीं योजना और एकमुश्त तीस हजार रुपए देने के बातों पर झांसे में नहीं आई बिहार की महिलाएं फर्म भरवा रहे थे ये लोग,बीस वर्षों में जो काम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया है उसपर भरोसा किया यहां के लोगों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि कम बोलो नहीं तो सिमट जाओगे लेकिन इनलोगों ने नहीं माना राज्य की महिलाओं की तरक्की से दिक्कत नहीं है तो आलोक मेहता कटौती प्रस्ताव वापस लें आरजेडी के आलोक मेहता ने दस रुपए का कटौती प्रस्ताव वापस नहीं लिया ध्वनिमत से प्रस्ताव पास हुआ द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरणी के तहत कृषि विभाग से संबंधित 395,32,42,000 रुपए से अनधिक अनुपूरक मांग की गई विपक्ष के आलोक कुमार मेहता, राहुल कुमार, कुमार सर्वजीत और संदीप सौरभ ने 10 रुपए का कटौती प्रस्ताव रखा कृषि विभाग के मांग पर बाद विवाद के बाद इसे स्वीकृत किया गया शेष विभाग के द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरण अनुदान मांग और नियोजन को गिलोटिन द्वारा किया गया प्रस्ताव के पक्ष ने बहुमत द्वारा प्रस्ताव स्वीकृत हुआ विजेंद्र यादव का ने कहा कि जनता से पैसे लेकर जनता में ही देना है नीयत ठीक हो तो पैसे कहां से आएगा यह समस्या नहीं होगी जिसे आलोक मेहता ने उठाया है पैसा यदि चारा, बालू में खत्म कर दिया जाए तब पैसे की समस्या होती है बिहार विधानसभा में बिहार विनियोग विधेयक 2025 स्वीकृत किया गया कुल 91,717,.1135 करोड़ रुपए की राशि समेकित निधि से विनियोजन किया जाना है बिहार विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित
0
comment0
Report
PKPrashant Kumar
Dec 05, 2025 07:35:34
Munger, Bihar:सोनडीहा के पास चोरा नदी में मिला युवक का शव, क्षेत्र में सनसनी मुंगेर: तारापुर-खड़गपुर मुख्य मार्ग स्थित सोनडीहा के समीप शुक्रवार सुबह चोरा नदी में एक युवक का शव तैरता हुआ मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना मिलते ही तारापुर पुलिस मौके पर पहुँची और शव को नदी से बाहर निकाला। मृतक की पहचान लौना निवासी देवदत्त कुमार उर्फ़ देवी यादव, के रूप में हुई है। परिजनों के अनुसार वह पांच भाइयों में चौथे नंबर पर था और अविवाहित था। पंचायत के वार्ड सदस्य ने बताया कि वह तारापुर हटिया में मजदूरी कर अपनी जीविका चलाता था। स्थानीय लोगों का कहना है कि मृत युवक भांग का नशा करता था। आशंका जताई जा रही है कि संभवतः वह शौच के लिए नदी किनारे गया होगा और गहरे पानी में डूब गया। हालांकि, वास्तविक कारणों की पुष्टि जांच के बाद ही हो सकेगी। घटना की जानकारी पर फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर आवश्यक साक्ष्य एकत्र किए। वहीं इंस्पेक्टर विवेक राज, थाना अध्यक्ष राजकुमार तथा दरोगा अनिल सिंह ने स्थल का निरीक्षण किया। शव को पोस्टमार्टम के लिए मुंगेर भेज दिया गया है। पुलिस हर संभावित बिंदु पर जांच कर रही है और मामले के कारणों का पता लगाने में जुटी हुई है.
0
comment0
Report
DKDeepesh Kumar
Dec 05, 2025 07:35:18
Noida, Uttar Pradesh:दिल्ली: केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजूने वक्फ संपत्ति और उसके पंजीकरण पर कहा, "मेरे पास बहुत सारे सांसद आए और विभिन्न राज्य के लोग आए और मुझे अनुरोध किया कि 9 लाख से अधिक वक्फ संपत्ति को पंजीकरण करने में जो दिक्कत आ रही है और आज आखिरी दिन है इसलिए उम्मीद पोर्टल में पंजीकरण डेट को आगे बढ़ाने का सबने अनुरोध किया। अभी तक 151000 से अधिक वक्फ संपत्ति का पंजीकरण हो चुका है...मुझे बताया गया कि कुछ राज्य में उम्मीद पोर्टल धीरे चल रहा था या कुछ लोगों के पास दस्तावेज की कमी होगी। लेकिन सबने अनुरोध किया है तो मैं आश्वासन देता हूं कि जितने लोगों ने उम्मीद पोर्टल में कोशिश किया लेकिन हुआ नहीं है तो उनके लिए हम आगे का रास्ता खोलेंगे। हम 3 महीने तक कोई जुर्माना नहीं लगाएंगे। आप 3 महीने तक पंजीकरण करा लीजिए... सुप्रीम कोर्ट ने अपने निर्देशों में साफ कहा था कि 6 महीने की डेडलाइन के बाद तारीख नहीं बढ़ाई जा सकती, लेकिन ट्रिब्यूनल के पास इसे 6 महीने तक बढ़ाने का अधिकार है... हम अपने लोगों को ज़्यादा से ज़्यादा राहत देने की पूरी कोशिश करते हैं, लेकिन कुछ चीजें कानून से बंधी होती हैं। चूंकि पार्लियामेंट ने वक्फ अमेंडमेंट एक्ट पास कर दिया है, इसलिए हम कानून नहीं बदल सकते..."
0
comment0
Report
SPShiv Pratap Singh Rajput
Dec 05, 2025 07:34:57
0
comment0
Report
Advertisement
Back to top