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जयपुर से भूटान और वियतनाम की इंटरनेशनल उड़ानें विंटर शेड्यूल में शुरू नहीं होंगी

KCKashiram Choudhary
Nov 15, 2025 08:35:52
Jaipur, Rajasthan
जयपुर लोकेशन- जयपुर फीड- 2सी हैडर- नहीं जुड़ेंगे भूटान-वियतनाम! जयपुर एयरपोर्ट से नहीं बढ़ेंगी फ्लाइट्स भूटान-वियतनाम की फ्लाइट्स नहीं होंगी शुरू विंटर शेड्यूल में शुरू होनी थी फ्लाइट्स भूटान एयरलाइंस ने मात्र 1 दिन चलाई फ्लाइट हनोई की फ्लाइट भी नहीं होगी शुरू वीओ- 1 इस बार सर्दियों में जयपुर शहरवासियों को उम्मीद थी कि उन्हें नए इंटरनेशनल एयर डेस्टिनेशन के लिए हवाई यात्रा की सुविधा मिल सकेगी। दरअसल 2 एयरलाइंस ने फ्लाइट संचालन शुरू करने के लिए शेड्यूल फाइल किया था। इस शेड्यूल को DGCA ने भी अप्रूव कर दिया था। भूटान के पारो एयरपोर्ट और वियतनाम के हनोई एयरपोर्ट के लिए फ्लाइट शुरू होनी थी। जयपुर एयरपोर्ट से जुड़े सूत्रों के मुताबिक लम्बे समय बाद जयपुर एयरपोर्ट से कोई नया इंटरनेशनल डेस्टिनेशन जुड़ने की उम्मीद थी। अंतिम बार अबू धाबी के लिए करीब 2 साल पहले हवाई सेवा शुरू हुई थी जबकि करीब 7 साल पहले कुआलालंपुर के लिए सीधी फ्लाइट शुरू हुई थी। आपको बता दें कि अभी जयपुर से 6 इंटरनेशनल डेस्टिनेशन के लिए 8 फ्लाइट संचालित होती हैं। ये 2 नए डेस्टिनेशन जुड़ने से जयपुर से इंटरनेशनल एयर कनेक्टिविटी में इजाफा होता। भूटान और वियतनाम दोनों ही देशों में कम खर्चे में सैर की जा सकती है। ऐसे में जयपुर से विदेश जाकर शादी समारोह करने वाले लोगों के लिए डेस्टिनेशन वैडिंग का भी विकल्प हो सकता था। Gfx In नहीं जुड़ेंगे भूटान, वियतनाम! - वियतनाम एयरलाइंस की फ्लाइट हनोई के लिए थी प्रस्तावित - फ्लाइट VN-975 हनोई से रात 11:55 बजे आती जयपुर - फ्लाइट VN-974 जयपुर से रात 1:15 बजे जाती हनोई - 17 नवंबर से शुरू होनी प्रस्तावित है फ्लाइट - सप्ताह में 3 दिन सोम, बुध, शुक्रवार को होनी है संचालित - लेकिन अभी 17 नवंबर से शुरू नहीं होगी फ्लाइट - इसी तरह भूटान के पारो एयरपोर्ट के लिए शुरू होनी थी फ्लाइट - 13 नवंबर से भूटान एयरलाइंस की फ्लाइट होनी थी शुरू - फ्लाइट B3-722 भूटान से दोपहर 12:20 बजे आती जयपुर - फ्लाइट B3-723 जयपुर से दोपहर 1:30 बजे जाती भूटान - सप्ताह में एक दिन हर गुरुवार को संचालित होने का है शेड्यूल - 13 नवंबर को मात्र एक दिन के लिए संचालित हुई यह फ्लाइट - लेकिन अब आगामी दिनों में नहीं होगी संचालित Gfx Out वीओ- 2 जयपुर एयरपोर्ट से विंटर शेड्यूल में इंटरनेशनल एयर कनेक्टिविटी के नाम पर इन्हीं 2 देशों की नई फ्लाइट्स शुरू होनी थी। लेकिन अब ये फ्लाइट्स शुरू नहीं होंगी। जयपुर एयरपोर्ट से जुड़े सूत्रों की मानें तो भूटान एयरलाइंस की जो फ्लाइट 13 नवंबर को संचालित हुई है, वह आगामी दिनों में संचालित नहीं होगी। एयरलाइन ने जयपुर एयरपोर्ट प्रशासन से फ्लाइट संचालन को लेकर संपर्क नहीं किया है। ऐसे में माना जा रहा है कि 20 नवंबर को या आगामी दिनों में हर गुरुवार को यह फ्लाइट नहीं चलेगी। इसी तरह वियतनाम एयरलाइंस की तरफ से भी जयपुर से हनोई के बीच फ्लाइट संचालन को लेकर कोई सम्पर्क नहीं साधा गया है। - काशीराम चौधरी जी मीडिया, जयपुर
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SDSurendra Dasila
Nov 15, 2025 10:35:28
Dehradun, Uttarakhand:एंकर राजधानी देहरादून में पिछले तीन दिन से इनकम टैक्स की छापेमारी की कार्रवाई लगातार जारी है। 12 नवंबर से इनकम टैक्स की टीम राजधानी देहरादून में बिल्डर और शराब कारोबारी के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। दिलचस्प बात तो यह है की इनकम टैक्स की टीम श्रद्धालु बनाकर राजधानी में पहुंची। अक्सर आपने फिल्मों में देखा होगा की इनकम टैक्स या सीबीआई की टीम किस तरह से भेष बदलकर या किसी और तरीके से छापेमारी के कार्रवाई को अंजाम देने के लिए पहुंचती है। राजधानी देहरादून में 12 नवंबर को सुबह-सुबह खबर आई की राजधानी के कई बड़े बिल्डर और शराब कारोबारी के घर में एक साथ इनकम टैक्स की कई टीमों ने छापेमारी की कार्रवाई शुरू कर दी है। बड़ी बात यह है कि यह छापेमारी की कार्रवाई 12 नवंबर से अभी तक लगातार जारी है। 80 घंटे से ज्यादा का वक्त बीत चुका है और अभी भी इनकम टैक्स की छानबीन लगातार जारी है। 12 नवंबर को इनकम टैक्स की टीम ने देहरादून के रियल एस्टेट कारोबार से जुड़े राकेश बत्ता , रमेश बत्ता , विजेंद्र पुंडीर , इंद्र खत्री के ठिकानों पर छापेमारी की इसके साथ ही शराब कारोबारी कमल अरोड़ा और प्रदीप वालिया के घर पर भी छापेमारी की गई। वॉक थ्रू IT की छापेमारी ( 12 नवंबर) इनकम टैक्स की छापेमारी में दिलचस्प कहानी यह है की इनकम टैक्स की टीम उत्तराखंड में श्रद्धालु बनकर पहुंची थी। उत्तराखंड के चार धामों में तीन धामों के कपाट बंद हो चुके हैं । इसलिए इनकम टैक्स की टीम ने बहुत शातिर अंदाज में बद्रीनाथ धाम के स्टीकर सभी गाड़ियों में लगाए थे । जय बद्री विशाल के स्टीकर इनकम टैक्स की सभी गाड़ियों में लगे हुए थे। फिल्मों की यह दिलचस्प कहानी राजधानी में छापेमारी के दौरान देखने को मिली। यहाँ तक की इनकम टैक्स की टीम की भनक किसी को भी नहीं लगी। साल 2022 के बाद इनकम टैक्स की उत्तराखंड में यह सबसे बड़ी कार्रवाई नजर आ रही है। 3 दिन से ज्यादा का समय होने के बाद भी कार्रवाई लगातार जारी है इलीगल ट्रांजैक्शन से लेकर हवाला कारोबार के जरिए पैसा भेजने के मामले में भी लगातार छानबीन चल रही है। सूत्र बता रहे हैं कि करोड़ों रुपए के टैक्स चोरी का मामला सामने आ रहा है। वॉक थ्रू इनकम टैक्स रीजनल ऑफिस से
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ABAnnu Babu Chaurasia
Nov 15, 2025 10:35:14
Etawah, Uttar Pradesh:इटावा जनपद में समाजवादी पार्टी के द्वारा एसआईआर को लेकर एक मीटिंग आयोजित की गई जिसमें सपा नेता शिवपाल सिंह यादव मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे। उन्होंने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि अंग्रेज इष्ट इंडिया कंपनी के समय देश का सोना लूटकर ले गए थे, भाजपा के लोग भी वही कर रहे हैं—सब गुजराती लूटकर ले जा रहे हैं, मंत्री अधिकारी से लेकर नेता सभी पैसा इकट्ठा कर रहे हैं और अब वोट खरीदने का काम कर रहे हैं। चुनाव आयोग चुप बैठा है, ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश में हमारे पास इतने कार्यकर्ता और नेता हैं कि सभी जुट जाएं, लेकिन सभी नेता फोटो और ट्वीट में लगे रहते हैं, काम करना पड़ेगा। भाजपा पिछले एक साल से चुनाव में लग सकती है। इटावा के अधिकारी फार्म 6 नहीं दे रहे हैं। भाजपा पर भरोसा क्या करें? वोट खरीद-फरोख्त कर रहा है क्या, चुनाव आयोग जाँच करे।
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SSSUNIL SINGH
Nov 15, 2025 10:34:46
Sambhal, Uttar Pradesh:डेट 15/11/2025 टॉपलाइन ...संभल जिले में अवैध अस्पताल के संचालन और सरकारी तालाब पर अवैध कब्जे के मामले में फंसे दरगाह जनेटा शरीफ के मुस्लिम धर्मगुरु मुतवल्ली सैयद शाहिद मियां अब अकूत प्रॉपर्टी की शिकायत के मामले में अपने परिवार और करीबियों समेत NIA के रडार पर आ गए है .. NIA ने जिले के एस पी कृष्ण विश्नोई को पत्र भेज कर दरगाह के मुस्लिम धर्मगुरु मुतवल्ली शाहिद मियां ,उनके दो बेटो समेत 4 लोगों की प्रोपर्टी के मामले में जांच रिपोर्ट मांगी है ...SP के आदेश पर पुलिस ने शिकायत की जांच शुरू कर दी है .. दरगाह के मुतवल्ली शाहिद मियां ने सभी शिकायतों को निराधार बताया ...कहा ,बह तो लोगो की खिदमत और दुआ कर लोगो की मुरादे पूरी कर रहे है .....यह भी कहा , हालात बदले हुए है ,इसलिए हालात का फायदा उठाकर उन्हें परेशान किया जा रहा है । यह मामला संभल जनपद की चंदोसी तहसील के बनियाठेर थाना इलाके की दरगाह जनेटा शरीफ का है, दरअसल जनेटा गांव के मोहम्मद जावेद ने NIA के रीजनल ऑफिस ,लखनऊ शिकायती पत्र भेज कर दरगाह के मुस्लिम धर्मगुरु मुतवल्ली सैय्यद शाहिद मियां ,उनके परिवार और करीबियों की संपत्ति की जांच की मांग की थी , शिकायत कर्ता मोहम्मद जावेद ने अपनी शिकायत में दरगाह के मुतवल्ली सैय्यद शाहिद मियां और उनके परिवार पर खाड़ी देशों से अवैध धन अर्जित कर अकूत प्रॉपर्टी इकट्ठा करने का आरोप लगाया है । NIA से शिकायत के मामले में Zee मीडिया की टीम ने दरगाह जनेटा शरीफ पहुंचकर दरगाह के मुतवल्ली शाहिद मियां से बातचीत की तोmutvalli शाहिद मियां NIA से शिकायत के मामले में भड़क गए ..दरगाह के मुतवल्ली शाहिद मियां ने भड़कते हुए कहा , उन पर अभी तक लगाए गए सभी आरोप निराधार है ...यह भी कहा ..हालात बदले हुए हैं, इसलिए शिकायत करने वाला शख्स भी हालात का फायदा उठा रहा है ... वह लोगों की खिदमत कर रहे है , उनकी दुआ से लोगो की मुरादे पूरी हो रही है । बता दे , दरगाह जनेटा शरीफ के मुतवाल्ली सैय्यद शाहिद मियां दरगाह में अवैध अस्पताल के संचालन और सरकारी तालाब पर अवैध कब्जे के मामले में भी फंसे हुए है ...दरगाह में अवैध अस्पताल के संचालन आरोप में मुतवल्ली शाहिद मियां के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग FIR भी दर्ज करा चुका है।
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VAVINEET AGARWAL
Nov 15, 2025 10:34:29
Amroha, Uttar Pradesh:एंकर अमरोहा जनपद के नौगांवा सादात कस्बे के मोहल्ला अलीनगर से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ दहेज की मांग को लेकर ससुराल पक्ष पर 22 वर्षीय विवाहिता निशा परवीन को जिंदा जलाने का आरोप लगा है। निशा की शादी करीब दो वर्ष पूर्व हुई थी और तब से ही उस पर दहेज को लेकर लगातार दबाव और प्रताड़ना का आरोप लगाया जा रहा है। आग से गंभीर रूप से झुलसी निशा को पहले स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसकी नाज़ुक हालत को देखते हुए दिल्ली रेफर कर दिया गया। पीड़िता जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है। इधर, पीड़िता के पिता ने पति अखबार उर्फ मोनू, देवर और ननद पर दहेज उत्पीड़न और जान से मारने की नीयत से आग लगाने का गंभीर आरोप लगाया है। पिता रोते हुए न्याय की गुहार लगा रहा है और आरोपियों को कड़ी सज़ा दिलाने की मांग कर रहा है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और पूरे घटनाक्रम की गहन छानबीन कर रही है। मामला इलाके में दहशत और आक्रोश का विषय बना हुआ है।
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ANAnil Nagar1
Nov 15, 2025 10:34:05
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MPManish Purohit
Nov 15, 2025 10:33:55
Mandsaur, Madhya Pradesh:दिल्ली विस्फोट के बाद मध्य प्रदेश के मंदसौर में स्थित गांधी सागर बांध की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है यहां पर आने जाने वाले रास्तों पर सख्त चेकिंग की जा रही है साथ ही बांध के आसपास भी फोर्स तैनात किया गया है गौरतलब है कि मंदसौर का गांधी सागर बांध चंबल नदी पर बना हुआ है और इसकी ऊँचाई 204 फीट लंबाई 1686 फीट और क्षमता 258.61 tmc feet है, इस बांध का जल ग्रहण क्षेत्र 22584 स्क्वायर किलोमीटर है बांध की सुरक्षा तीन विभागों द्वारा किए जाने का दावा किया जाता है, बांध को सिचाई विभाग, इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड or पुलिस द्वारा सुरक्षा दी जाती है सबसे पहले एंट्री पॉइंट पर सुरक्षा चौकी पर एंट्री की जाती है जिसके बाद बंद के चित्र में प्रवेश दिया जाता है लेकिन सुरक्षा व्यवस्था पूर्वज थी दिखाई दे रही है और यहां पर कोई अतिरिक्त सावधानी बरतनी के संकेत दिखाई नहीं दे रहे पुलिस से दावा कर रही है कि सुबह शाम यहाँ पर रूटीन चेकिंग की जाती है और किसी भी तरह का किसी और अलर्ट मिलने पर तुरंत सिंचाई विभाग के दिए गए बिंदु के अनुसार वाहनों की चेकिंग भी की जाती है वहीं विद्युत वितरण कंपनी द्वारा भी सुरक्षा गार्ड बांध की सुरक्षा के लिए लगाए जाते हैं
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KBKuldeep Babele
Nov 15, 2025 10:33:35
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KSKamal Solanki
Nov 15, 2025 10:33:19
Dhar, Madhya Pradesh:स्लग :- कारम डैम पर फिर हुआ काम शुरू एंकर :- धार जिले के धरमपुरी क्षेत्र में जल संसाधन विभाग का निर्माणाधीन कारम डैम वर्ष 2022 में बड़े हादसे की आशंका के कारण राष्ट्रीय सुर्खियों में आया था। कारम नदी पर बन रहे इस बांध में 11 अगस्त 2022 को अचानक बड़े स्तर पर रिसाव शुरू हो गया, जिससे बांध की दीवार के कमजोर होने और टूटने का खतरा पैदा हो गया। प्रशासन ने तत्काल स्थिति को गंभीर मानते हुए आसपास के 12 से ज्यादा गाँवों में अलर्ट जारी किया और हजारों ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया。 कैसे शुरू हुआ संकट भारी बारिश के चलते डैम में जलभराव काफी बढ़ गया था। इसी दौरान डैम की मिट्टी वाली दीवार में लीकेज दिखाई दिया और तेज गति से पानी का रिसाव शुरू हो गया। तकनीकी विशेषज्ञों ने संभावना जताई कि यदि रिसाव नहीं रोका गया तो बांध का बड़ा हिस्सा टूट सकता है, जिससे आसपास की बस्तियाँ और खेती-किसानी को भीषण नुकसान हो सकता था。 प्रशासन की त्वरित कार्रवाई स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन, NDRF, SDRF की टीमों ने मोर्चा संभाला। कई गाँवों को खाली कराया गया, आसपास का ट्रैफिक डायवर्ट किया गया। 24 घंटे नियंत्रण कक्ष शुरू किया गया, ग्रामीणों के लिए राहत शिविर बनाए गए। विशेषज्ञों की निगरानी में ब्रीच प्लान लागू किया गया। भारी मशीनों की मदद से डैम की दीवार से नियंत्रित तरीके से पानी छोड़ा गया, ताकि पानी के दबाव को कम किया जा सके। इस खतरे को लगभग 36 घंटे के कठिन ऑपरेशन के बाद नियंत्रण में लाया गया。 बाद की जांच में क्या सामने आया? घटना के बाद सरकार ने उच्चस्तरीय जांच बैठाई। जांच रिपोर्टों में पाया गया कि—निर्माण में तकनीकी त्रुटियाँ थीं, गुणवत्ता मानकों का ठीक से पालन नहीं किया गया, मिट्टी और सामग्री की क्वॉलिटी में गड़बड़ी की आशंका, सुपरविजन कमजोर। इसके बाद कई इंजीनियरों और ठेकेदारों पर कार्रवाई की गई। डैम की प्रमुख दीवार की ठीक-ठाक दबाई नहीं हुई जिस कारण रिसाव हुआ अब क्या? डैम का आधा हिस्सा अभी भी पुरा टुटा हुआ है, वही से दूसरे हिस्से का काम चल रहा। अभी भी डैम में छोटे पत्थरों का उपयोग हो रहा 52 गाँव के किसानों के लाभ कारम डैम का निर्माण क्षेत्र के किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए किया जा रहा था। इस बाँध के निर्माण से 52 गाँवों के किसानों सिंचाई का लाभ मिलेगा। इस बाँध की अनुमानित लागत करीब 302 करोड़ रुपये है। कारम डैम के निर्माण में चार गाँव डूब गए जिन्हे विस्तापित किया गया; लगभग 90 हेक्टेयर निजी और 65 हेक्टेयर सरकारी भूमि में इसका निर्माण हो रहा है। जब बाँध का हिस्सा काटकर पानी निकाला गया तब तक 100 करोड़ रुपये खर्च किये जा चुके थे। ग्रामीण भूपेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि डैम का निर्माण कार्य फिर से चालू हुआ है लेकिन अभी भी मॉनिटरिंग की खास आवश्यकता है। पहले भी लापरवाही के कारण डैम में दरार आई थी; यदि फिर से ऐसा हुआ तो इस डैम का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा। अभी तक अधिकारी केवल छोटे लेवल के मौके पर आते हैं, बड़े लेवल के अधिकारी मौके पर नहीं आ रहे। Byte :-भूपेंद्र सिंह ठाकुर भारूड़पुरा एक और ग्रामीण रोहित ने बताया कि डैम की जद में जो चार गांव आए थे उन्हें तो बसाया गया, लेकिन अभी भी इस डैम की गुणवत्ता का ध्यान रखने की आवश्यकता है। Byte :- रोहित शर्मा ग्रामीण मौक़े से WT अधिकारारी कुछ भी बोलने के कों तैयार नहीं.....
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PSPrashant Shukla
Nov 15, 2025 10:32:52
Seoni, Madhya Pradesh:सिवनी जिले की जीवनरेखा कही जाने वाली वैनगंगा नदी पर बना संजय सरोवर, जिसे भीमगढ़ बांध के नाम से भी जाना जाता है, आज भी प्रदेश की सबसे अहम सिंचाई परियोजनाओं में गिना जाता है। लगभग चार किलोमीटर लंबा और बयालीस मीटर ऊँचा यह विशाल मिट्टी का बांध, क्षेत्र की पानी और खेती—दोनों से जुड़ी जरूरतों को पूरा करता है। बता दे कि यह बांध एशिया के सबसे बड़े मिट्टी के बांध में शुमार है इस बांध का निर्माण साल 1972 में शुरू हुआ था। कई चरणों में इसका काम आगे बढ़ा और यह परियोजना धीरे-धीरे पूरी तरह विकसित हुई। संजय सरोवर की जलधारण क्षमता पाँच हजार करोड़ लीटर से अधिक मानी जाती है, जो इसे मध्य भारत के महत्वपूर्ण जलाशयों में शामिल करती है। सिंचाई की बात करें तो यह परियोजना सिवनी और बालाघाट—दोनों जिलों के खेतों को पानी उपलब्ध कराती है। नई स्वीकृति के पहले चरण में लगभग तीन सौ गाँवों को सीधे लाभ, और करीब ग्यारह हजार हेक्टेयर भूमि को अतिरिक्त सिंचाई सुविधा मिलने की उम्मीद है। हाल के मौसम में भारी बारिश के बाद इस बांध के गेट खोले जाने की घटनाएँ भी सामने आई हैं। प्रशासन के मुताबिक यह एक नियमित प्रक्रिया है—जिसका उद्देश्य जलस्तर को नियंत्रित रखना और निचले इलाकों में किसी भी तरह की आपदा को रोकना है। रखरखाव की बात करें तो राज्य सरकार ने नहरों के कंक्रीटीकरण, मरम्मत और आधुनिकीकरण के लिए बड़ी राशि मंजूर की है। जिससे न केवल पानी की उपलब्धता बढ़ेगी, बल्कि रिसाव कम होने पर किसानों को और अधिक सिंचाई का लाभ मिल सकेगा। पर्यटन के लिहाज से भी यह क्षेत्र आकर्षण का केंद्र बन रहा है। संजय सरोवर का शांत वातावरण, बोटिंग और आसपास की प्राकृतिक सुंदरता—इसे एक उभरते हुए टूरिस्ट पॉइंट की पहचान दे रही है। कुल मिलाकर—संजय सरोवर बांध सिर्फ एक जल परियोजना नहीं, बल्कि सिवनी और आसपास के जिलों की आर्थिक और कृषि व्यवस्था की रीढ़ है। इसके संरक्षण और आधुनिक विस्तार से आने वाले वर्षों में यहां की जल-समृद्धि और भी मजबूत होने की उम्मीद है।
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PSPramod Sinha
Nov 15, 2025 10:32:00
Khandwa, Madhya Pradesh:एंकर... नदियों पर बने बड़े-बड़े बांध देश की समृद्धि और विकास में बड़ी भूमिका निभाते हैं। यह पीने और खेतों में सिंचाई के लिए पानी तो उपलब्ध कराते ही हैं, बिजली पैदा कर कर औद्योगिक विकास की गति को भी सहारा देते हैं। लेकिन क्या आपको मालूम है कि इन बांधों को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए क्या सेफ्टी मेजर अपने जाते हैं? भूकंप, बाढ़, पानी का दबाव, तापमान, भूमि का क्षरण और बांध की तलहटी में जमने वाली गाद बांधों की उत्पादकता को प्रभावित करती है। यदि किसी कारणवश बांध टूट जाए तो उससे बड़े पैमाने पर होने वाले जान माल के नुकसान से कैसे बचा जाए। इन्हीं सभी बातों को लेकर बांधों का सेफ्टी ऑडिट होता है। इन सेफ्टी ऑडिट में कुछ पैरामीटर बने हुए हैं और अलग-अलग एजेंसी नियमित सेफ्टी ऑडिट करती है। जो कमियां पाई जाती है उसे तुरंत दुरुस्त किया जाता है。 देश के सबसे बड़े इंदिरा सागर बांध में यह सेफ्टी कैसे किया जाता है। किन-किन बातों का ध्यान रखा जाता है। यह ऑडिट कौन कौन सी एजेंसीज़ करती हैं और भविष्य में किसी अनहोनी से कैसे बचा जा सकता है। इन्हीं सब बातों को लेकर इंदिरा सागर बांध के महाप्रबंधक अजीत कुमार से हमने बात की। आइए जानते हैं क्या होता है बांधों का सेफ्टी ऑडिट और यह क्यों जरूरी है ? प्रोफाइल- खंडवा में नर्मदा नदी पर बांईnदिरा सागर बांध पानी धारण करने की क्षमता के आधार पर देश का सबसे बड़ा काँक्रीट ग्रेविटी बांध है। इसमें लगभग 12 बिलियन घन मीटर पानी धारण करने की क्षमता है। 913 स्क्वायर किलोमीटर में फैला इसका रिजर्वायर है और लगभग 62 वर्ग किलोमीटर में इसका कैचमेंट एरिया है। इस बांध में 20 रेडियल गेट लगाए गए हैं और 125 मेगावाट की 8 यूनिट से यहां 1000 मेगावाट जल विद्युत बनाई जाती है। यह बांध अमरकंटक से लेकर खंभात की खाड़ी तक नर्मदा नदी और उसकी सहायक नदियों पर बने सभी बांधों को नियंत्रित करता है। इसलिए इसे मदर डैम भी कहा जाता है। इंदिरा सागर बांध से छोड़ा गया पानी ही आगे ओमकारेश्वर और सरदार सरोवर बांध को पानी पहुंचता है। पानी धारण करने की क्षमता और उत्पादकता के आधार पर एक बांध की उम्र लगभग 50 वर्ष मानी जाती है। वर्ष 2004 में बनकर तैयार हुआ यह बांध लगभग 21 वर्ष का हो चुका है। सेफ्टी के नजरिए से देखा जाए तो फिलहाल यह बांध काफी सुरक्षित माना जा सकता है।
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PPPrakash Pandey
Nov 15, 2025 10:31:21
Mau, Uttar Pradesh:मऊ में एक ऐसा घटना सामने आया है जिसे देख आपके रोंगटे खड़े हो जाएँगे एक डंपर के नीचे दस मीटर तक घसीटते युवक का सीसीटीवी देख आप भी डैंग रह जाएँगे बेकाबू डंपर ने बाइक सवार को रौंद दिया। गाड़ी में फंसकर युवक करीब 10 मीटर तक घिसटता चला गया। वह चिल्लाता रहा लेकिन ड्राइवर ने ब्रेक नहीं लगाई। इसी बीच पहिए के नीचे बाइक सवार युवक का सिर आ गया। युवक के सिर के अनगिनत टुकड़े हो गए। छाती और हाथ की हड्डियां भी कई हिस्सों में टूट गईं। उधर, एक्सीडेंट के बाद ड्राइवर गाड़ी लेकर फरार होने लगा तो लोगों ने दौड़ाया। इसके बाद वह डंपर छोड़कर भाग गया। इसके बाद गुस्साए लोगों ने रोड जाम कर दिया। शनिवार सुबह की यह घटना जिला मुख्यालय से करीब 5 किलोमीटर दूर कोतवाली क्षेत्र की है। युवक की पहचान डिहवा के सतीश सोनकर के रूप में हुई है। इस विभत्स हादसे का वीडियो भी सामने आया है। 42 सेकेंड के वीडियो में डंपर के बाइक सवार को रौंदने से लेकर उसको घसीटने और सिर के कुचलने तक का फुटेज है। पूरा मामला खटीक टोला डिहवा दक्षिण का रहने वाला सतीश सोनकर (35 वर्ष) ठेला लगाकर सब्जी बेचता था। शनिवार सुबह 6 बजे वह अपनी अपाची बाइक से सब्जी मंडी जा रहा था। कस्बे के बलिया मोड पर अचानक से एक डंपर ने ओवरटेक करने की कोशिश में लेफ्ट साइड में तेजी से टर्न किया। अचानक से डंपर टर्न होने से सतीश ने अपनी बाइक को भी घुमाया। लेकिन उसके हटने के पहले ही डंपर से बाइक को ठोकर लग गई। इस ठोकर से बाइक दूर जा छिटकी लेकिन सतीश, डंपर में फंस गया। वह जोर-जोर से चिल्लाया लेकिन ड्राइवर ने ब्रेक लगाने की बजाय स्पीड बढ़ा दी। देखते ही देखते सतीश डंपर के पहिए के नीचे आ गया। करीब 10 मीटर तक वह घिसटा। इसी बीच उसका सिर पहिया के नीचे आ गया। देखते ही देखते उसका सिर बुरी तरह क्रश हो गया। हेलमेट के कई टुकड़े हो गए। सिर के कई टुकड़े बिखर गए तो कुछ हिस्सा सड़क पर ही चिपक गया।
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SKSHIV KUMAR
Nov 15, 2025 10:30:59
Piprola Ahmedpur, Uttar Pradesh:नाम शिव कुमार लोकेशन शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री ने बिहार चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने जंगल राज का सपना देख रहे हैं लोगों को छोड़कर सुशासन को चुना है। बिहार में जनता सुशासन चाहती थी। यह जीत प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार की जीत है। सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि जनता विकास और गुड गवर्नेंस चाहती है। बिहार की जनता ने मोदी और नीतीश कुमार को एक मौका दिया है। कि वह बिहार को विकसित राज्य बना सके। वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना यहां एक स्कूल में पहुंचे थे। यहां पहुंच कर उन्होंने किताब का विमोचन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार में जंगल राज कायम करने की मंशा रखने वालों को जनता ने करारा जवाब दिया है। और सुशासन को चुना है। जनता विकास चाहती है और सुशासन चाहती है। यहां मोदी और नीतीश कुमार के चेहरे को देखकर वोट दिया गया। उन्होंने कहा कि बिहार में अब सुशासन होगा और तिहार को विकसित राज्य बनाने की तरफ एक नया कदम होगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि विपक्ष हर के बाद नए-नए बहाने बनाता है। बाईट -सुरेश कुमार खन्ना, वित्त मंत्री
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ADASHISH DWIVEDI
Nov 15, 2025 10:30:46
Hardoi, Uttar Pradesh:हरदोई में थानाध्यक्ष के घर 35 लाख की ज्वेलरी चोरी का पुलिस ने किया खुलासा,तीन महिलाएं-एक पुरुष गिरफ्तार,पांच बच्चे संरक्षण में हरदोई के शहर कोतवाली क्षेत्र में थानाध्यक्ष के सरकारी आवास से हुई करीब 35 लाख रुपये की ज्वेलरी चोरी की वारदात का पुलिस ने महज छह दिनों में सफलताप्र👉ुal खुलासा कर दिया। पुलिस ने तीन महिलाओं और एक पुरुष को गिरफ्तार किया है,जबकि पांच बाल अपचारियों को संरक्षण में लिया गया है।आरोपियों के पास से चोरी की बड़ी तादात में ज्वेलरी बरामद कर ली गई है। गिरफ्तार महिलाएं कबाड़ बीनने का काम करती थीं और बच्चों की मदद से तालाबंद मकानों की रेकी करवाती थीं,फिर वारदात को अंजाम देती थीं। घटना 9 नवंबर की है। सवायजपुर थाने के थानाध्यक्ष उप निरीक्षक प्रिंस कुमार शीतकालीन वर्दी लेने पुलिस लाइन स्थित अपने राजकीय आवास पर पहुंचे तो देखा कि घर का ताला टूटा हुआ है।अंदर जाकर पता चला कि उनकी शादी में माता-पिता द्वारा दिए गए करीब 20 लाख रुपये के सोने के आभूषण और पत्नी को उपहार में मिले लगभग 15 लाख रुपये के आभूषण गायब हैं।थानाध्यक्ष ने 11 नवंबर को कोतवाली शहर में तहरीर दी,जिस पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई। पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और सफल अनावरण के लिए कोतवाली शहर पुलिस के साथ स्वाट एवं सर्विलांस टीम को लगाया।टीम ने सीसीटीवी फुटेज, वैज्ञानिक साक्ष्यों और मुखबिरों की मदद से वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह तक पहुंच बनाई। पुलिस के मुताबिक जांच के दौरान पता चला कि आरोपी महिलाएं कबाड़ बीनने के बहाने इलाके में घूमती थीं।वे बच्चों से तालाबंद मकानों की रेकी करवाती थीं।बच्चे घर में घुसकर सामान की लोकेशन देखते, फिर महिलाएं बच्चों की मदद से दरवाजा खुलवाकर अंदर दाखिल होतीं और चोरी कर फरार हो जातीं थी।थानाध्यक्ष के घर में भी यही तरीका अपनाया गया। पुलिस ने छापेमारी कर ज्योति पत्नी अरविंद, कल्पना पत्नी विनोद निवासी प्रगति नगर,कोतवाली देहात,लक्ष्मी पत्नी राजेश,निवासी जिप्सनगंज पुल के निकट और धीरेंद्र उर्फ धीरू पुत्र अनिल, निवासी रेलवेगंज पुरानी गल्लामंडी, कोतवाली शहर को गिरफ्तार किया।पाँच बाल अपचारियों को भी संरक्षण में लिया गया।आरोपियों के कब्जे से एक गले का हार, एक मंगलसूत्र, आठ अंगूठियां, दो गले की चेन,एक मांग टीका, चार जोड़ी पायल, एक जोड़ी कान के झुमके और एक जोड़ी टॉप्स बरामद हुए।पुलिस गिरफ्तार महिलाओं और पुरुष को जेल भेजने की तैयारी में जुटी है।
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