Become a News Creator

Your local stories, Your voice

Follow us on
Download App fromplay-storeapp-store
Advertisement
Back
Ajmer305001

अजमेर के विद्यार्थियों की मुश्किलें: जर्जर स्कूल भवन में पढ़ाई का संकट!

Abhijeet Dave
Jul 07, 2025 13:56:09
Ajmer, Rajasthan
अजमेर विधानसभा अजमेर सिटी अभिजीत दवे 9829102621 एंकर - प्रदेश मे मानसून की मेहरबानी ने जहाँ लोगो के चेहरों पर मुस्कान बिखेरी है तो वही अजमेर मे 100 के करीब ऐसे स्कूली विद्यार्थी है जो जर्ज़र स्कूल भवन के चलते एक अलग ही परेशानी से दो चार हो रहे है... मूल स्कूल की जगह दूसरी स्कूल मे शिफ्टिंग इन विद्यार्थियों के लिए राहत से ज्यादा आफत साबित हो रही है.. देखिये पूरा मामला vo - स्कूल भवन होने के बावजूद खुले बरामदे के नीचे बैठकर पढ़ते इन विद्यार्थियों को देखकर आप कंफ्यूज ना होइएगा.... ऐसा नहीं है की इस स्कूल भवन मे दिक्कत है या फिर क्लासरूम्स कम है... दरअसल, यह भी विद्यार्थी इस स्कूल के पंजीकृत विद्यार्थी नहीं है... मानसून के चलते करीब 100 के आसपास ऐसी विद्यार्थी हैं जो कोटडा राजकीय विद्यालय में अध्यनरत थे लेकिन वहां भवन जर्जर होने के चलते इन्हें रामनगर स्थित महात्मा गांधी स्कूल में शिफ्ट कर दिया गया है... विद्यार्थियों के जीवन सुरक्षा के लिहाज से यह शिफ्टिंग सुनने बेहद साहनी लगती हो लेकिन व्यावहारिक रूप से यह शिफ्टिंग इन बच्चों के लिए परेशानी का कारण बन गई है.. जिस स्कूल में इन बच्चों को शिफ्ट किया गया है वहां पहले से ही नियमित कक्षाएं चल रही है इस लिहाज से उनकी कक्षाएं दोपहर 12:00 बजे बाद शुरू होती है और क्लासरूम नहीं होने के चलते इन्हें खुले बरामदे में फिलहाल बैठाया गया है.. ऐसे में यह बच्चे अब वापस से अपने मूल स्कूल में ही पढ़ने की बात कर रहे हैं बाइट - विद्यार्थी बाइट - विद्यार्थी vo - शिक्षा विभाग ने विद्यार्थियों के जीवन सुरक्षा को देखते हुए निर्णय लिया कि इन्हें रामनगर स्कूल में शिफ्ट कर दिया जाए जब तक की जर्जर भवन की मरम्मत न हो जाए लेकिन तब तक के लिए व्यवस्थाएं करने में विभाग के अधिकारी नहीं सोच पाए और नहीं कोई प्रयास किए गए लिहाजा खुले में बैठकर पढ़ने को मजबूर है यह विद्यार्थी जिन्हें ना तो ग्रीन बोर्ड उपलब्ध है और नहीं पर्याप्त अन्य सुविधाएं.. इसको लेकर कांग्रेस ने कई सवाल खड़े किए हैं तो स्कूल के प्रधानाचार्य का कहना है कि जल्दी व्यवस्था में सुधार कर लिया जाएगा और बच्चों को कोई परेशानी नहीं होगी बाइट - ओमप्रकाश, कांग्रेस नेता बाइट - उषा खत्री, प्रधानाचार्य vo - हालांकि इसमें कोई दो राय नहीं कि जल्द ही इन विद्यार्थियों को भी पर्याप्त सुविधाएं मिल सकेंगे लेकिन फिलहाल जिस खुले विराम दे के नीचे बैठकर पढ़ने को यह बच्चे मजबूर है उसे बरामदे के हाल भी तस्वीरों में आप साफ देख सकते हैं वहां का प्लास्टर भी उखाड़ रहा है और कभी भी हाथ से का कारण बन सकता है ऐसे में शिफ्टिंग करने से पहले तमाम बातों को ध्यान में रखना जरूरी होना चाहिए था अभिजीत दवे zee मीडिया अजमेर
0
Report

हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|

Advertisement
Advertisement
Back to top