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चूरू में स्कूल वैन में आग: बच्चों की जान बचाने में आस-पड़ोस की मदद!
Churu, Rajasthan
चूरू
विधानसभा- चूरू
लोकेशन--चूरू
संवाददाता- नवरतन प्रजापत
मोबाइल-9414776072
चूरू मे स्कूल वैन के इंजन ने पकड़ी आग,
स्कूल वैन मे बैठे थे झमता से अधिक बच्चे,
शहर की भर्तिया रोड़ पर हुआ हादसा,
आस पड़ोस के लोगों ने बच्चो क़ो निकाला वैन से बाहर,
वैन मे बैठे थे करीब दो दर्जन से अधिक स्कूली बच्चे,
कोतवाली थाना पुलिस पहुंची मौके पर,
बच्चो मे हादसे के बाद दहशत,
कंडम और वगैर मेंटिनेस दौड़ रहे स्कूली वैन।
चूरू। शहर में आज दोपहर एक बड़ा हादसा होते -होते टला है, जहां स्कूली बच्चो से भरी वैन के इंजन ने आग पकड़ ने से हड़कंप मच गया। शहर की भर्तिया रोड़ पर मौजूद लोगों ने बहादुरी दिखाते हुए स्कूल वैन मे बैठे स्कूली बच्चो क़ो सकुशल बाहर निकाला और आग बुझाने के प्रयास मे जुटे। हादसे के बाद बच्चो मे दहशत फैल गयी और स्कूली बच्चे रोने लगे। सूचना पर कोतवाली थाना पुलिस भी पहुंची और हादसे की जानकारी जुटा वैन चालक क़ो हिरासत मे लिया। कोतवाली थाने के एएसआई लक्ष्मण सिंह ने बताया कि स्कूल वैन मे आग लगने की सूचना पर मौके पर पहुंचे थे और जहां प्रारंभिक तौर पर स्कूल वैन मे क्षमता से अधिक बच्चों के बैठे होने की जानकारी मिली, जिस पर वैन चालक क़ो हिरासत मे ले वैन क़ो थाने ले जाया जा रहा है, हादसे की सूचना पर मौके पर पहुंचे निजी स्कूल के बच्चो के परिजनों ने कहा स्कूल प्रशासन और वैन चालक की लापरवाही के चलते हादसा हुआ है, जहां कंडम और वगैर मेंटिनेस के स्कूल वैन दौड़ाए जा रहे है और वैन की क्षमता से अधिक बच्चों को बैठाया जा रहा है हादसे के प्रत्यक्ष दर्शी संजय भाटी ने कहा अगर मौके पर आस पड़ोस के लोग दौड़कर नही पहुंचते तो बड़ा हादसा हो सकता था वैन मे हादसे के वक़्त करीब 18 से 20 बच्चे बैठे थे। भाटी ने कहा इंजन के आग पकड़ते ही पहले बच्चो क़ो सकुशल बाहर निकाला फिर आस पड़ोस से पानी की बाल्टीयाँ ला इंजन मे लगी आग बुझाई गयी। वैन मे ना कोई मेडिकल किट था और ना अग्निशामन यंत्र था।
बाईट--लक्ष्मण सिंह, एएसआई, कोतवाली थाना चूरू।
बाईट--राकेश कुमार, पेरेंट्स(स्काई टीशर्ट)
बाईट--संजय भाटी,प्रत्यक्षदर्शी।(चौकड़ी शर्ट)
नवरतन प्रजापत
जी मीडिया चूरू
मो. 9414776072
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Muzaffarpur, Bihar:
Desk - Bihar
Location - Muzaffarpur
Reporter - Manitosh Kumar
Slug- मुजफ्फरपुर पहुंचे भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ, मराठी विवाद पर उठाया सवाल तो बिहार में कलाकारों को पेंशन देने की योजना की की सराहना की
Anchor- भोजपुरी फिल्मो के सुपरस्टार व पूर्व बीजेपी सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ आज मुजफ्फरपुर पहुंचे, सीतामढ़ी के जदयू विधायक पंकज मिश्रा के आवास पर पहुंचे निरहुआ ने बिहार के NDA सरकार की जमकर तारीफ़ की, वहीं हाल ही में कलाकारों को पेंशन देने की योजना की भी सराहना की. साथ ही कहा कि विधायक पंकज मिश्रा जी ने कलाकारों के लिए एक आयोग बनाने की मांगकी हैं वो भी सराहनीय कदम हैं.
वहीं मुंबई में भाषा विवाद को लेकर एक बार फिर निरहुआ ने बड़ा सवाल उठाया हैं. निरहुआ ने कहा कि भाषा को लेकर जो विवाद चल रहा हैं वो बेहद निंदनीय हैं, इसके खिलाफ सबको एकसाथ मिलकर सवाल उठाना चाहिए, फ़िल्म इंडस्ट्री में सभी भाषा के लोग काम करते हैं, भारत अनेक भाषाओ वाला देश हैं, वहां भाषा विवाद गलत हैं.
बाइट - दिनेश लाल यादव निरहुआ,सुपरस्टार व पूर्व बीजेपी सांसद
*इनपुट - मणितोष कुमार*
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Jamui, Bihar:
जमुई जिले के खैरा थाना क्षेत्र के सागदहा गांव में शौच के लिए गए की पैर पिसलकर गहरे पानी में डूबने से मौत हो गई। सूचना के बाद पहुंची खैरा थाना की पुलिस ने प्रक्रिया पूरी कर सबको पोस्टमार्टम ब्लेजर अस्पताल भेज दिया है। मृतक युवक की पहचान खैरा थाना क्षेत्र के सगदाहा गांव का निवासी अशोक सिंह के 35 वर्षीय पुत्र विक्की कुमार के रूप में हुई है। वहीं परिजनों ने संवेदक के खिलाफ जमकर विरोध किया और उचित कार्रवाई की मांग की है। हालांकि पुलिस को भी ग्रामीणों के गुस्से का शिकार होना पड़ा। कोई खैरा थाना अध्यक्ष मिंटू कुमार सिंह ने कहा कि नदी में डूबने से एक युवक की मौत हुई थी हम लोगों के द्वारा कागजी प्रक्रिया पूरी कर शव को पोस्टमार्टम करा कर परिजन को सौंप दिया गया है। बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग के द्वारा दी जाने वाली अनुग्रह राशि प्रक्रिया के अनुसार दिलाया जाएगा।
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Jaipur, Rajasthan:
District- jaipur
Reporter- mahesh pareek 9829793993
Location - jaipur
हाईकोर्ट के शॉट और याचिकाकर्ता के वकील रजनीश गुप्ता की बाईट
इंट्रो- राजस्थान हाईकोर्ट ने देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर उपचुनाव के मतदान के दौरान बूथ पर एसडीएम को थप्पड मारने के मामले में टोंक की एससी, एसटी कोर्ट में चल रही कार्रवाई पर अंतरिम रोक लगा दी है। इसके साथ ही अदालत ने मामले में राज्य सरकार से जवाब तलब किया है। जस्टिस उमाशंकर व्यास की एकलपीठ ने यह आदेश नरेश मीणा की रिवीजन याचिका पर प्रारंभिक सुनवाई करते हुए दिए।
बॉडी- याचिका में अधिवक्ता रजनीश गुप्ता ने अदालत को बताया कि प्रकरण साधारण मारपीट का है, जबकि उसे हत्या का प्रयास का बताकर रिपोर्ट दर्ज की गई। बूथ पर निर्वाचन आयोग की ओर से लगाए गए सीसीटीवी और मौके पर मौजूद तहसीलदार के मोबाइल से की गई रिकॉर्डिंग में एसडीएम का गला घोंटने जैसा कुछ रिकॉर्ड नहीं हुआ है। इसके अलावा एसडीएम की मेडिकल रिपोर्ट में भी न तो गले पर कोई चोट आई है और ना ही शरीर के अन्य हिस्से पर ऐसी कोई प्राणघातक चोट नहीं मिली है। मामले में पुलिस ने न सिर्फ बीएनएस की धारा 109(1) के तहत हत्या का प्रयास का मामला दर्ज किया। वहीं इसी धारा में आरोप पत्र भी पेश कर दिया। दूसरी ओर अदालत ने भी इसी धारा में याचिकाकर्ता पर चार्ज फ्रेम कर दिए। जबकि प्रकरण ज्यादा से ज्यादा साधारण मारपीट का ही बनता है। इसलिए उसके खिलाफ किए गए चार्ज फ्रेम आदेश को रद्द किया जाए। जिस पर सुनवाई करते हुए एकलपीठ ने निचली अदालत की कार्रवाई पर रोक लगाते हुए राज्य सरकार से जवाब तलब किया है।
बैकग्राउंड- गौरतलब है कि देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के दौरान समरावता गांव के लोगों ने वोटिंग का बहिष्कार कर रखा था। निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा वहां ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठा था। इस दौरान मीणा ने अधिकारियों पर ग्रामीणों से जबरन मतदान कराने का आरोप लगाया और मतदान बूथ पर मौजूद एसडीएम अमित चौधरी से धक्का-मुक्की की और थप्पड मार दिया। घटना के बाद ग्रामीणों और पुलिस के बीच झडप भी हुई थी। इसके बाद पुलिस ने नरेश मीणा के खिलाफ अलग-अलग कई मामले दर्ज किए थे। गत तीस मई को हाईकोर्ट ने थप्पड़ कांड में नरेश मीणा की द्वितीय जमानत याचिका को स्वीकार करते हुए उसे जमानत पर रिहा करने के आदेश दिए थे।
BYTE- रजनीश गुप्ता, याचिकाकर्ता के वकील
महेश पारीक, ज़ी मीडिया
जयपुर।
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Katihar, Bihar:
कटिहार मे मोहर्रम के मौके पर दिखा मिशन सिंदूर की झलक
कटिहार मे मोहर्रम के जुलुस मे भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान पर किये गये ऑपरेशन सिंदूर की झलक देखने को मिली
कटिहार के सलामत नगर मोहर्रम कमेटी ने भारत के नक़्शे के साथ पाकिस्तान पर ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से धूल चटाने वाले दोनों भारतीय महिला विंग कमांडर कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह को प्रमुखता के साथ दिखा गया
बिहार के कटिहार मे मोहर्रम के जुलुस मे भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान पर किये गये ऑपरेशन सिंदूर की झलक देखने को मिली है। जिसमें भारतीय सेना की पाकिस्तान पर की गई सैन्य कार्रवाई को दिखाने का प्रयास किया गया है। कटिहार के सलामत नगर मोहर्रम कमेटी ने भारत के नक़्शे के साथ पाकिस्तान पर ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से धूल चटाने वाले दोनों भारतीय महिला विंग कमांडर कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह को प्रमुखता के साथ दिखा गया है। इस दौरान, फाइटर जेट प्लेन के कटआउट भी प्रदर्शित किए गए जो मोहर्रम के जुलूस का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाया गया है। बताते चले की आतंकवादियों नें जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर बंदूकधारियों ने फ़ायरिंग कर 26 पर्यटकों की मौत के वाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सैन्य कार्रवाई की थी जिसका उद्देश्य पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमला करना था इस ऑपरेशन को "मिशन सिंदूर" के रूप में भी जाना जाता है, और इसे भारत की पाकिस्तान के खिलाफ एक मजबूत संदेश के रूप में देखा जाता है। लेकिन एक विशेष समुदाय के द्वारा मोहर्रम के जुलूस में ऑपरेशन सिंदूर की झलक का प्रदर्शन इस बात का प्रतीक है कि समुदाय विशेष भी ऑपरेशन सिंदूर को एक गौरवपूर्ण उपलब्धि के रूप में देखता है और पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय सेना की कार्रवाई का समर्थन करता है
बाइट -- सउद अकरम खान, समाजसेवी
-- विजुअल --
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Gumla, Jharkhand:
*गुमला ब्रेकिंग न्यूज़*
*ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने किया नवडीहा पंचायत सचिवालय का निरीक्षण, ग्रामीणों को दी राहत की उम्मीद*
गुमला – झारखंड सरकार की ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने सोमवार को घाघरा प्रखंड के नवडीहा पंचायत सचिवालय का दौरा कर वहां की गतिविधियों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पंचायत सचिवालय को मजबूत बनाने और ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान ग्राम स्तर पर ही करने पर जोर दिया।
मंत्री ने कहा कि अब ग्रामीणों को अपनी समस्याओं को लेकर प्रखंड या जिला कार्यालय नहीं जाना पड़ेगा। सरकार की कोशिश है कि अधिकतर सेवाएं पंचायत सचिवालय से ही मिलें। उन्होंने पंचायत सचिव, मुखिया और अन्य पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि जो काम पंचायत स्तर पर नहीं हो पा रहे हैं उन्हें संबंधित विभाग तक सचिवालय के माध्यम से भेजा जाए ताकि ग्रामीणों को भागदौड़ नहीं करनी पड़े।
मंत्री ने यह भी बताया कि आधार अपडेट और सुधार का काम भी जल्द ही पंचायत सचिवालय में शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही सभी विभागों से जुड़े रजिस्टर को ठीक से संधारित करने का निर्देश दिया गया।
ग्रामीणों ने मंत्री के सामने कई समस्याएं रखीं
करंज टोली से गुटवा तक सड़क निर्माण की मांग
सखी मंडल की महिलाओं ने कहा कि बरसात में बैठक करने की जगह नहीं मिलती इसलिए स्थायी भवन की जरूरत है
उप मुखिया ने नल जल योजना की खामियों की बात रखी कहा कि जलमीनार तो लगे हैं लेकिन पानी की आपूर्ति नहीं होती कई बार आठ आठ दिन तक पानी बंद रहता है
जल सहिया ने कहा कि पुराने चापाकलों पर जलमीनार तो लगाए गए हैं लेकिन पानी नहीं आता जिससे गांव में जल संकट बना हुआ है
मंत्री ने सभी समस्याओं को गंभीरता से सुना और अधिकारियों को निर्देश दिया कि सड़क पानी और पंचायत भवन जैसी बुनियादी सुविधाओं को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि पंचायत सचिवालय को ही प्रशासनिक तंत्र का मजबूत आधार बनाकर ग्रामीणों की जरूरतें वहीं पूरी की जाएंगी।
वाइट - दीपिका पांडेय सिंह
मंत्री
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज
झारखंड सरकार
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Barh, Bihar:
बाढ़ अनुमंडल में सालिमपुर थाना अंतर्गत एक मृत महिला 10 साल बाद अचानक जिंदा हो उठी। 2015 में सालिमपुर थाना में ननकी देवी के परिजनों ने उसकी हत्या का केस दर्ज कराया था। ननकी देवी के परिजनों ने उसके ससुराल वालों को फंसाने के लिए यह नाटक रचा था। ननकी देवी की शादी काला दियारा में हुई थी। पुलिस कई वर्षों तक इस मामले की जांच में जुटी रही, लेकिन ननकी देवी के हत्यारों का कोई सुराग नहीं मिला। थक हारकर पुलिस ने इस मामले में महिला को मृत मानकर केस को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। लेकिन रविवार की शाम को सालिमपुर थाना को अचानक ननकी देवी के जिंदा होने की खबर मिली। एक बार फिर पुलिस टीम का गठन कर जांच शुरू कर दी गई। पुलिस ने एक बार फिर इस मामले में अनुसंधान शुरू कर दिया। पुलिस को जांच के दौरान काफी चौंकाने वाली जानकारी मिली। ननकी देवी ने अपने ससुराल पक्ष के लोगों को फंसाने के लिए अपने मृत होने का नाटक रचा था। जब ननकी देवी के परिजनों पर पुलिस ने दबाव डाला, तो सारी कहानी खुलकर सामने आ गई। वह लोगों की नजरों से छिपकर दूसरी शादी कर पटना में रह रही थी। उसके दूसरे पति की भी मौत हो चुकी है। अब पुलिस इस मामले में ननकी देवी द्वारा दूसरी शादी करने के लिए पूरा नाटक रच ससुराल वालों को फंसाने के एंगल से मामले की जांच कर रही है। वहीं पुलिस को शक है कि महिला अपने ससुराल के लोगों से पैसा ऐंठने के लिए भी नाटक रच सकती है। पुलिस ने ननकी देवी के परिजन को हिरासत में ले लिया है।
बाइट अभिषेक कुमार सिंह, एसडीपीओ 2, बाढ़
ननकी देवी के परिजन
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Jaipur, Rajasthan:
District- jaipur
Reporter- mahesh pareek 9829793993
Location - jaipur
हाईकोर्ट के शॉट और याचिकाकर्ता के वकील अखिल सिमलोट की बाईट
इंट्रो- राजस्थान हाईकोर्ट ने पूर्व विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा की ओर से बिजली विभाग के एईएन से मारपीट के मामले में धौलपुर की अदालत में चल रहे मुकदमे को जयपुर जिले की एससी, एसटी कोर्ट में ट्रांसफर करने के आदेश दिए हैं। जस्टिस उमाशंकर व्यास की एकलपीठ ने यह आदेश पीडित हर्षाधिपति की आपराधिक याचिका पर सुनवाई करते हुए दिए।
बॉडी- अदालत ने कहा कि आरोपी को जमानत मिलने के बाद निकाले गए जुलूस से प्रतीत होता है कि उसने शक्ति प्रदर्शन किया था। वहीं उसके खिलाफ मारपीट के अन्य प्रकरण में दर्ज हैं। ऐसे में मारपीट के इस केस को ट्रांसफर करना उचित है। इसके साथ ही अदालत ने जयपुर पुलिस आयुक्त को कहा है कि वे प्रकरण की सुनवाई के दौरान सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम करेंगे। इसके अलावा धौलपुर एसपी गवाहों समन व नोटिस तामील कराने में सहयोग देंगे। अदालत ने मामले की त्वरित सुनवाई के लिए केस ऑफिसर स्कीम के तहत एक एसआई और दो एएसआई को भी सहयोग देने के लिए कहा है।
आपराधिक याचिका में अधिवक्ता अखिल सिमलोट ने अदालत को बताया कि आरोपी बाहुबली और प्रभावशाली है। धौलपुर में केस की सुनवाई होने से याचिकाकर्ता के साथ-साथ गवाहों को भी जान-माल का खतरा है। आरोपी मलिंगा के खिलाफ अन्य आपराधिक प्रकरण भी दर्ज है। ऐसे में केस को धौलपुर से बाहर भेजा जाए।
बैकग्राउंड- मामले के अनुसार 29 मार्च, 2022 को बाड़ी थाने में मलिंगा और उनके समर्थकों के खिलाफ याचिकाकर्ता पर हमला और मारपीट का मामला दर्ज हुआ था। घटना को लेकर हाईकोर्ट ने 17 मई, 2022 को मलिंगा को जमानत पर रिहा करने के आदेश दिए था। जमानत मिलने के बाद जुलूस निकालने के चलते अदालत ने 5 जुलाई, 2024 को मलिंगा की जमानत रद्द करते हुए उसे तीस दिन में सरेंडर करने को कहा था। इसके खिलाफ दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने 22 जुलाई, 2024 को अंतरिम आदेश देते हुए हाईकोर्ट के जमानत रद्द करने के आदेश पर रोक लगा दी थी। वहीं 8 नवंबर, 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने रोक को हटाते हुए मलिंगा को सरेंडर करने को कहा था। मलिंगा के सरेंडर करने के बाद 13 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट ने उसे जमानत पर रिहा करने के आदेश दिए थे। वहीं दूसरी ओर हाईकोर्ट ने मई, 2024 में धौलपुर कोर्ट में चल रही सुनवाई पर अंतरिम रोक लगा दी थी।
BYTE- अखिल सिमलोट, याचिकाकर्ता के वकील
महेश पारीक, ज़ी मीडिया
जयपुर।
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Gauri Kala, Uttarakhand:
स्लग- इंदिरा चौक का नाम बदलने पर कांग्रेसी नाराज
रिपोर्ट- विजय आहूजा
स्थान- ऊधमसिंहनगर
एंकर- रुद्रपुर के इंदिरा चौक का नाम बदलने से नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नगर निगम के सहायक नगर अधिकारी के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया कार्यकर्ताओं ने सहायक नगर अधिकारी को ज्ञापन देकर इंदिरा चौक का नाम ना बदलने की मांग की।
वॉइस 1–पिछले कई दशकों से रुद्रपुर के मुख्य चौक को इंद्रा चौक के नाम से जाना जाता है।।कुछ साल पहले तक इस चौक पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की प्रतिमा लगी हुई थी लेकिन हाइवे के चौड़ीकरण के दौरान पार्क से यह मूर्ति हटा दी गई लेकिन अब नगर निगम ने इस चौक पर भगवान महादेव का त्रिशूल लगाने की घोषणा कर दी है।नगर निगम के इस फैसले के विरोध में आज कांग्रेसियों ने विरोध प्रदर्शन किया।
(बाइट– मोहन खेड़ा,वरिष्ठ कांग्रेस नेता)
बाइट- मोहन खेड़ा, कांग्रेस नेता
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Gumla, Jharkhand:
*ब्रेकिंग न्यूज़*
*गुमला पुलिस की बड़ी सफलता, चर्चित व्यापारी विनोद अग्रवाल हत्याकांड का 24 घंटे में खुलासा – मास्टरमाइंड समेत तीन शातिर अपराधी गिरफ्तार*
गुमला – गुमला जिले में दिनदहाड़े हुई व्यवसायी विनोद अग्रवाल की निर्मम हत्या की गुत्थी को गुमला पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर सुलझाकर बड़ी कामयाबी हासिल की है। इस सनसनीखेज कांड में पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता (मास्टरमाइंड) समेत कुल तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में तीनों आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है।
घटना की पृष्ठभूमि
दिनांक 6 जुलाई 2025, दिन रविवार को गुमला शहर के प्रतिष्ठित व्यवसायी विनोद अग्रवाल पर लोहे की रॉड से जानलेवा हमला किया गया। गंभीर रूप से घायल हालत में उन्हें सदर अस्पताल लाया गया, जहां से उन्हें रांची रिम्स रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
शुरुआती जांच में लोगों को यह सड़क दुर्घटना लगी, लेकिन जब सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई तो हत्याकांड की साजिश सामने आ गई। पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए मामले को गंभीरता से लिया और जांच शुरू की।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
गुमला के पुलिस अधीक्षक हरीस बिन जमा के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुरेश कुमार यादव,अवर निरीक्षक महेंद्र कुमार करमाली,थाना प्रभारी एवं सशस्त्र बल शामिल थे।
टीम ने सोमवार सुबह 7:30 बजे गुमला थाना क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर दो अपराधियों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया, वहीं तीसरे आरोपी को दोपहर में उसके घर से दबोचा गया।
*गिरफ्तार अपराधियों के नाम व पते*
1. अंचल ब्यूम तिर्की उर्फ चीकू टिग्गा – लोयला नगर, थाना गुमला
2. जुलियस मिंज उर्फ जुली – डुमरटोली, सिरसिया रोड, थाना गुमला
3. समीर टोप्पो – डुमरटोली, सिरसिया रोड, थाना गुमला इनमें से अंचल और जुली के खिलाफ पूर्व में भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। ये दोनों अपराध की दुनिया में पहले से ही सक्रिय रहे हैं।
*बरामद सामग्री*
गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त घातक हथियार व आपराधिक साजो-सामान बरामद किए हैं
एक काला बैग (चोरी का मोबाइल, दस्ताने, रेनकोट)
धारदार चाकू
नीले रंग का लोहे का हथौड़ा
एक लोहे की रॉड (तीन बिता पाँच उंगली लंबी)
एक तलवार (लाल हैंडल वाली)
एक काली टोपी और सफेद-काले रंग की जैकेट
एक मोटरसाइकिल – JH07C-4318
पूछताछ में अपराधियों ने स्पष्ट रूप से कबूल किया कि पुरानी आपसी रंजिश के कारण उन्होंने मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया।
*एसपी की अपील*
पुलिस अधीक्षक हरीस बिन जमा ने प्रेस वार्ता में कहा की गुमला पुलिस ने प्रतिबद्धता के साथ इस हत्याकांड का उद्भेदन किया है। यदि किसी को किसी भी अपराधी के बारे में कोई सूचना हो, तो वह निडर होकर सीधे पुलिस को सूचित करें। पुलिस जनता की सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर है। उन्होंने व्यापारियों से भी अपील की अपने-अपने प्रतिष्ठानों में CCTV कैमरे अवश्य लगवाएं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में जांच में मदद मिल सके।
वाइट - हरीश बिन जमा
एसपी गुमला
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Sirohi, Rajasthan:
एंकर - महाराष्ट्र में एक बार फिर भाषा विवाद ने तूल पकड़ लिया है। मीरा-भायंदर में मराठी भाषा नहीं बोलने पर एक राजस्थानी व्यापारी के साथ मारपीट के मामले से पूरे प्रदेश में आक्रोश फैल गया। आरोप है कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने व्यापारी को सिर्फ इसलिए पीट दिया क्योंकि उसने मराठी में जवाब नहीं दिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पूरे देश में गुस्सा देखा जा रहा है। आइए सबसे पहले देखते हैं विशेष संवाददाता शरद टाक की ग्राउंड रिपोर्ट
ओपनिंग पीटीसी
वीओ - ये तस्वीरें मीरा रोड की हैं, जहां 29 जून की रात मराठी भाषा विवाद को लेकर एक व्यापारी के साथ मारपीट की गई। आरोप महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना यानी मनसे के कार्यकर्ताओं पर है। पीड़ित दुकानदार का कसूर बस इतना था कि उसने मराठी में बात नहीं की। वीडियो वायरल होते ही मामला गरमा गया। व्यापारी ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई, आरोपियों की पहचान भी हुई, लेकिन पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर कुछ घंटों में छोड़ दिया। इससे व्यापारी वर्ग में भारी नाराजगी है।
वीओ - मामले ने तुल पकड़ा और मीरा-भायंदर के व्यापारियों ने बंद का आह्वान किया, जिसका शहरभर में व्यापक असर दिखा। हजारों व्यापारी वडेर भवन में जमा हुए और शांतिपूर्ण मोर्चा निकालकर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। इस प्रदर्शन में महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सैकड़ों महिलाएं पारंपरिक परिधान में मोर्चा संभाला और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। व्यापारियों के प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस उपायुक्त प्रकाश गायकवाड को ज्ञापन सौंपा।
गायकवाड ने भरोसा दिलाया कि दोषियों के खिलाफ निष्पक्ष कार्रवाई होगी और किसी भी हालात में कानून-व्यवस्था बिगड़ने नहीं दी जाएगी।
मीडिल पीटीसी
वीओ - इस पूरे घटनाक्रम के पीछे क्या सच में भाषा को लेकर आपस में विवाद उपजा है या फिर कुछ लोग इसे हथियार बनाकर वोटों की राजनीति करते हैं? विशेषज्ञों का मानना है कि दरअसल महाराष्ट्र में हर बार बीएमसी चुनावों के आसपास भाषा को लेकर विवाद सामने आते हैं। कभी हिंदी बनाम मराठी तो कभी उत्तर भारतीय बनाम मराठी मानुष का मुद्दा गरमाया जाता है। लेकिन राजनीतिक दल जब इसे अपनी सियासत का औजार बनाते हैं तो इसकी आड़ में आम आदमी पिसता है। क्योंकि विवाद की आग में वोटों की फसल पकाई जाती है। विवाद का कारण जो भी रहा हो पर ऐसी घटनाओं में पीसीजता तो आमआदमी है।
बाइट - राकेश राजपुरोहित, प्रवासी नेता
वीओ - इस घटना की गूंज अब राजस्थान तक सुनाई दी है।
राजस्थान सरकार के पंचायती राज राज्यमंत्री ओटाराम देवासी और जालौर-सिरोही सांसद लुंबाराम चौधरी के अलावा कई नेताओं ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस घटना की कड़ी निंदा की है और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। मीरा-भायंदर में भाषा विवाद को लेकर व्यापारी वर्ग में जबरदस्त नाराजगी देखी जा रही है। हजारों की संख्या में व्यापारी और महिलाएं सड़कों पर उतरे। व्यापारियों का साफ कहना है कि इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
विओ - फिलहाल मीरा-भायंदर में हिंदी बनाम मराठी विवाद एक बार फिर चर्चा में है। व्यापारी वर्ग का गुस्सा साफ नजर आ रहा है और राजस्थान के साथ साथ पूरे देश में इसकी गूंज पहुंच चुकी है। अब सवाल यही है कि दोषियों के खिलाफ कब तक कार्रवाई होगी।
क्लोजिंग पीटीसी
शरद टाक
जी मीडिया
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