Back
राजस्थान सरकार की विकास की पोल: 65 करोड़ की सड़क बर्बादी!
Alwar, Rajasthan
एंकर ,विजुअल, बाइट
राजस्थान सरकार एक तरफ विकास का दावा करती है. लेकिन वही उस विकास में सरकार की पोल खुलती हुई दिखाई देती है.
ZEE मीडिया की जीरो ग्राउंड पर.
ऐसा ही एक मामला अलवर जिले में देखने में सामने आया. जहां भिवाड़ी अलवर मेगा हाइवे के पापड़ी मोड़ से लेकर मुबारिकपुर गोविंदगढ़ को जोड़ने वाली सड़क का है. इस सड़क पर 65 करोड रुपए की बर्बादी सामने दिखाई दे रही है.
अलवर जिले के रामगढ़ पंचायत समिति के धनेटा में निर्माणाधीन डामर सड़क की गुणवत्ता पर सवाल उठे हैं. पापड़ी स्टैंड से सैंमला खुर्द गोविंदगढ़ तक 60 किलोमीटर लंबी इस सड़क का निर्माण पीआरएसएल कंपनी द्वारा किया जा रहा है. इस परियोजना की लागत लगभग 65 करोड़ रुपये है. इस सड़क को पूरे मापदंड के अनुसार नहीं बनाई जा रहा है. यह सड़क अलवर भिवाड़ी के बीच में पापड़ी मोड़ से शुरू होती है. जो गोविंदगढ़ नगर तक जाती है. यह ब्रज चौरासी क्षेत्र को जोड़ती है. इसको लिंक हाईवे भी कहा जा सकता है. इस सड़क मार्ग पर कई बड़े कसबे भी आते हैं. ऐसे में इस मार्ग पर वाहनों की आवाजाही भी बहुत ज्यादा है.उसके बावजूद भी अधिकारी यहां पूरी तरह लापरवाही बरत रहे हैं .और बजट को ठिकाने में लगा रहे हैं.ग्रामीणों के विरोध के बाद ठेकेदार और संबंधित अधिकारी यहां से भाग गए हैं.
स्थानीय ग्रामीणों ने इस सड़क को दोबारा बनाने की मांग की है .ग्रामीणों का आरोप है कि जब हम इस सड़क निर्माण का विरोध करते हैं. तो ठेकेदार और संबंधित अधिकारियों द्वारा हमारे खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी जा रही है. बुजाका घाटी में हालात इस तरीके से की जो सड़क बनी है. उस सड़क पर ही डामरीकरण डाला गया है .जो एक ही बरसात में पूरी तरह बह गया. रोडिया भी निकल गई है. यहां देखा तो हाथ से ही सड़क को उखाड़ सकते थे .और सबसे बड़ी बात है की गीली सड़क पर ही उस डामर का डामरीकरण किया गया है. जो पूरी तरह से नीचे पोली है. ग्रामीणों के विरोध के चलते इस काम को रोक दिया गया है। और जो घटिया किस्म का डामरीकरण किया गया है. उसको जेसीबी की सहायता से हटाया गया है. यहां सबसे बड़ी बात यह है कि जो सड़क पर डामरीकरण किया गया है. उसको आसानी से हाथों से हटाया जा सकता है. और नीचे पानी है. गीली सड़क पर डामरीकरण की गई है. जो सड़क पर बिल्कुल भी फिक्स नहीं बैठ रहा है.
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि ठेकेदार द्वारा घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है. सड़क कई स्थानों पर धंस गई है. और उखड़ने लगी है. स्थानीय लोगों ने इकट्ठा होकर निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और संबंधित विभाग के अधिकारियों को सूचित किया.
ग्रामीण आरिफ का कहना है की जो पत्थर यहां से निकले हैं. उनको भी ठेकेदार ने बेच दिया है. अगर उन पत्थरों को यहां पर लगाते तो ज्यादा सही रहता है. क्योंकि यह घाटी है .घाटी पर बड़ा मोड है .जहां सकरी सड़क होने के कारण वाहनों के गिरने का खतरा भी पैदा हो सकता है.
इधर ग्रामीण रमेश ने बताया की यहां सड़कों पर बरसात के दौरान गहरे गहरे गड्ढे हो गए हैं .उनको सही नहीं किया गया है .चार दिन पहले ही इन्होंने सड़क डाली और चार दिन में ही सड़क के यह हालत हो गए हैं तो आगे सड़क कैसे चलेगी.
बाइट__आरिफ, स्थानीय निवासी
(दिव्यांग)
बाइट_रमेश स्थानीय निवासी
वॉक थ्रू__बुजाका की घाटी से
0
Report
हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|
Advertisement