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शिक्षा विभाग का नया आदेश: क्या अस्तित्व में नहीं है स्कूल?
Surajpur, Chhattisgarh
एंकर -- सूरजपुर के शिक्षा विभाग और विवादों का चोली दामन का साथ रहा है,, एक बार फिर से शिक्षा विभाग के द्वारा जारी किया गया आदेश चर्चा का विषय बना हुआ है,, दरअसल शिक्षकों का आरोप है कि जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा पांच शिक्षकों का ट्रांसफर ऐसे स्कूल में कर दिया गया है, जो अब अस्तित्व में ही नहीं है,, मीडिया के द्वारा सवाल पूछे जाने पर अब संबंधित अधिकारी मामले के जांच की बात कह रहे हैं,,
वी ओ -- बिश्रामपुर इलाके का आत्मानंद हिंदी मीडियम स्कूल जो की 2022 से संचालित हो रहा है,, इसके पहले यह स्कूल उच्चतर माध्यमिक बालक हाई स्कूल के नाम से संचालित था,, साथ ही इसी कैंपस में आत्मानंद मिडिल स्कूल भी चल रहा है,, इन दोनों स्कूलों में शिक्षा विभाग की ओर से पांच शिक्षकों की नियुक्ति की गई है,, जिसको लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं,, आइए हम आपको यह भी बता देते हैं कि आखिर यह नियुक्ति पत्र कितना चर्चा में क्यों है,, दरअसल जो नियुक्ति पत्र जारी किया गया है वह बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिश्रामपुर और चोपड़ापारा मिडिल स्कूल बिश्रामपुर के नाम से है, जबकि यह दोनों स्कूल 3 साल पहले ही आत्मानंद स्कूल में मर्ज हो गया था और आज यह अस्तित्व में ही नहीं है,, जो स्कूल अस्तित्व में ही नहीं है वहां शिक्षकों की प्रतिस्थापन कैसे की जा सकती है ? जिसको लेकर शिक्षक संघ के द्वारा लगातार आपत्ति दर्ज कराई जा रही है,,
बाइट -- गौतम शर्मा, शिक्षक साझा मंच जिला सहसंचालक
वी ओ -- वहीं स्कूल की प्रिंसिपल के अनुसार उन्होंने इसकी जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी को दी थी, लेकिन उन्होंने इन शिक्षकों के ज्वाइनिंग के लिए उन पर दबाव डाला इसके बाद उन्होंने सभी पांच शिक्षकों की जॉइनिंग अपने स्कूल में ली है,, जबकि जिला शिक्षा अधिकारी इन बातों से इनकार कर रही हैं, उनके अनुसार यदि ऐसा हुआ है तो वह इसकी जांच कराएंगे और इसे सुधारने का प्रयास करेंगे,,
बाइट -- सुचित्रा खलखो,, प्रिंसिपल आत्मानंद स्कूल बिश्रामपुर
बाइट -- भारती वर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी सूरजपुर
वी ओ -- वहीं अब इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस भी भाजपा को घेर रही है,, कांग्रेस के पूर्व कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि इस सरकार को शिक्षा से कोई लेना-देना नहीं है यह सरकार तो सर आपकी दुकान खुलने में लगी हुई है,, जबकि शिक्षा विभाग खुद मुख्यमंत्री संभाल रहे हैं ऐसे में शिक्षा विभाग कि यह स्थिति बेहद चिंताजनक है,,
बाइट -- अमरजीत भगत, पूर्व कैबिनेट मंत्री
वी ओ -- जिले में युक्तियुक्तकरण को लेकर लगातार आरोप लगते रहे हैं, ऐसे में शिक्षा विभाग कि यह लापरवाही कहीं ना कहीं शिक्षा विभाग को सवालों के घेरे में खड़ा कर रहा है,,
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