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महंत राजूदास का एसटी हसन पर तीखा हमला: आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप!
Hardoi, Uttar Pradesh
स्लग--हरदोई पहुंचे महंत राजूदास बोले पूर्व सपा सांसद एसटी हसन का हिंदू संगठनों को पहलगाम की घटना से तुलना करना गलत,इनका बयान आतंकवाद को जोड़ना और सनातन को गाली देना
एंकर--हरदोई पहुंचे अयोध्या हनुमानगढ़ी के महंत राजूदास ने पूर्व सांसद एसटी हसन के बयान पर जमकर हमला बोला उन्होंने कहा कि हिंदू संगठनों की तुलना पहलगाम से घटना से करना गलत है। 160 करोड़ की आबादी में पूरे देश में एक आध घटना को हिंदू संगठनों को पहलगाम की घटना से आप जोड़ दोगे इसका मतलब आप पाकिस्तान को बढ़ावा दे रहे हो और आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है।संत राजू दास ने कहा कि एक मजहब को खुश करने के लिए अखिलेश यादव ऐसी बात करते हैं वह अभी तक अयोध्या नहीं आ पाए अगर वाकई में भगवान कृष्ण के वंशज हैं तो डंके की चोट पर कहें कि कृष्ण जन्मभूमि मंदिर का निर्माण हम करेंगे वह सिर्फ चिकनी चुपड़ी बात करके हिंदुओं को बड़ा लालच देकर वोट लेते हैं और तुरंत सनातन और हिंदुओं को गाली देते हैं।
Vo--1--हरदोई के आर आर इंटर कालेज मैदान में रामकथा के अवसर पर पहुंचे अयोध्या हनुमान गढ़ी के महंत राजूदास ने --मुजफ्फरनगर में कांवड़ यात्रा से पहले ढाबे पर काम करने वाले कर्मचारी के कपड़े उतार कर चेकिंग करने के मामले में सपा के पूर्व सांसद एसटी हसन के ऐसा करने वालों की तुलना पुलवामा की घटना के आतंकियों से करने को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए महंत राजूदास ने कहा कि
--एसटी हसन जी डॉक्टर रहे हैं सांसद भी रहे हैं नेता भी हैं कुल मिलाकर कहने का मतलब उनकी मानसिकता देखें किस प्रकार की है उन्होंने मैं पूछना चाहता हूं एसटी हसन जी से लमसम 160 करोड़ की आबादी है और 160 करोड़ की आबादी में मुश्किल से ऐसी घटना एक आध तो पूरे देश में 160 करोड़ में तो क्या आप आतंकवादी कह दोगे हिंदू संगठनों को पहलगाम की घटना से आप जोड़ दोगे आप क्या कहना चाह रहे हो पाकिस्तान को बढ़ावा दे रहे हो आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हो और क्या कर रहे हो यह शुद्ध रूप से आतंक को और सनातन पर टिप्पणी करने का समाजवादी ने ठेका ले रखा है और लगातार समाजवादी नेता बार-बार एक नहीं अनेक नेता चाहे वह अखिलेश यादव हों चाहे वह पूर्व में स्वामी प्रसाद मौर्य हों चाहे एसटी हसन तमाम ऐसे नेता हैं जो सनातन के ऊपर टिप्पणी करते हैं इससे आतंकवाद को जोड़ना और सनातन को गाली देना हो गया।
Vo --2-- महंत राजूदास से सवाल किया कि ब्राह्मणों के पूजा पाठ को लेकर अखिलेश यादव का बयान आया है कि कई ऐप है ऐप के माध्यम से भी पूजा कर सकते हैं इसको लेकर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि---- देखिए मैं पूछना चाहता हूं माननीय मुलायम सिंह यादव जी जब खत्म हुए थे तो क्या ऐप से उन्होंने पूजा कराया था या किसी ब्राह्मण को बुलाया था क्यों ब्राह्मण को बुलाया था उनको नहीं बुलाना चाहिए था ऐसे तो उन्होंने पूजा नहीं किया देखिए वैदिक परंपरा में सनातन पद्धति में एक जो विद्वान है ब्राह्मण है वह वेद पुराण शास्त्र उपनिषद के ज्ञाता होते हैं जैसे हम साधु हैं हवन कर सकते हैं पूजन कर सकते हैं ठाकुर जी की सेवा कर सकते हैं आप कह दो कि बाबा जी चैनल पर आकर बैठकर एंकरिंग करो तो क्या कर पाएंगे नहीं कर सकते उतना अच्छा उसके लिए हमको आप उतना सिखाओगे पढ़ाओगे तब कर पाएंगे यह उनकी बातें हैं जो हम लोगों के दिमाग में आता नहीं है वह लगातार सनातन पर टिप्पणी कर देते हैं सिर्फ एक को एक मजहब को संप्रदाय को खुश करने के लिए ऐसी बात करते हैं और कोई बात नहीं है सिर्फ टोपी की बात करना है इस्लाम को आगे करना सनातन को गाली देना यह उनका अध्याय लक्ष्य है अभी तक अयोध्या नहीं आ पाए अगर वाकई में भगवान कृष्ण के वंशज हैं डंकी की चोट पर कहें हां कृष्ण की जन्मभूमि मंदिर निर्माण हम कराएंगे हम उनके साथ हैं नहीं बोल सकते दम है क्या सिर्फ चिकनी चुपड़ी बात करके हिंदुओं को बरगलाकर वोट लेते हैं और तुरंत सनातन और हिंदुओं को गाली देते हैं।
Vo --3--इटावा की घटना जातीय रंग लेती जा रही है अखिलेश यादव ब्राह्मणों के लिए कह रहे हैं कि प्रभुत्ववादी और वर्चस्ववादी लोग यह घोषित करें कि पीडीए की ओर से दिया गया दान चढ़ावा कभी स्वीकार नहीं करेंगे इसको लेकर महंत राजू दास ने कहा कि ----देखिए अखिलेश यादव जी का बयान दुर्भाग्यपूर्ण था जिस प्रकार से इटावा की घटना घटी उस घटना का पुरजोर विरोध करते हैं निंदा करते हैं सनातन में कहीं भी किसी की चोटी काटने का कोई प्रावधान नहीं है सनातन में भगवा वस्त्र में अगर व्यक्ति है तो 80 साल का बुजुर्ग भी पैर छूता है सनातन में जिस प्रकार से वहां पर घटना घटी ऐसा नहीं होना चाहिए था लेकिन विषय यह है कि जो कथा व्यास थे उनके ऊपर आरोप है कि महिलाओं से छेड़छाड़ कर रहे थे तब जाकर यह मामला तूल दिया उस मामले को आग में घी डालने का काम किसी ने किया तो उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व मुखिया अखिलेश यादव ने पहली बार मैंने देखा किसी को पिटते हुए आदमी को सम्मानित करते हैं उस व्यक्ति ने कहा कि मेरे साथ दुर्व्यवहार हुआ पीटा गया उसे सम्मानित किया जा रहा है उसके साथ तो सांत्वना होना चाहिए था हां तुम्हारे साथ गलत हुआ ऐसा नहीं हो लेकिन जिस प्रकार से उन्होंने ब्राह्मण बनाम यादव किया लेकिन आभार व्यक्त करता हूं कोई लड़े नहीं लेकिन दंगे हुए ना आपने देखा होगा कि पुलिस की गाड़ियां तोड़ी गई कोतवाली पर हमला हुआ अगर वही उस गांव में गए होते तो क्या स्थिति होती लेकिन दूसरे दिन आपने देखा होगा की खूबसूरती अखिलेश यादव एक सपा के माननीय नेता जी थे पंडित जी के यहां भंडारा चख रहे थे एक तरफ तो यादव और पंडित कर रहे हो दूसरे तरफ पंडित जी के यहां भंडारा चख रहे हो यह दोहरी नीति दोहरा चरित्र नहीं चलेगा इसको जनता समझ चुकी है।
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