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क्या शिक्षा का रथ कीचड़ में फंस गया? जानें संग्रामपुर के विद्यालय की स्थिति!
Munger, Bihar
प्रशांत कुमार मुंगेर
संग्रामपुर का एक अनोखा विद्यालय में ना सड़क, ना बिजली, ना ब्लैकबोर्ड – कीचड़ में चलता है "शिक्षा का रथ"
मुंगेर : जिले के संग्रामपुर प्रखंड अंतर्गत बलिया पंचायत का प्राथमिक विद्यालय गाँधी नगर में मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है। शिक्षा विभाग की नाकामी और प्रशासन की उदासीनता ने यहाँ के बच्चों के भविष्य को अधर में लटका दिया है।वही स्कूल तक पहुँचने के लिए कोई पक्की सड़क नहीं, कक्षाओं में ब्लैकबोर्ड तक नहीं, बिजली की व्यवस्था नदारद, और कक्षाओं में पक्कीकरण व विद्यालय कि बाउंड्री वॉल तक नहीं है। बारिश के दिनों में हालात और भी बदतर हो जाते हैं।शिक्षकों को 2 किलोमीटर कीचड़ भरे रास्ते से पैदल चलकर स्कूल पहुँचना पड़ता है, जिससे कई बार वे गिर जाते हैं और कपड़े गंदे हो जाते हैं। यह स्थिति न सिर्फ शिक्षा व्यवस्था, बल्कि मानवीय संवेदनाओं पर भी सवाल खड़े करती है।
बाइट :छात्रा
बाइट छात्रा
विद्यालय के प्रधानाध्यापक रजनीश रोशन ने बताया कि "मैं 2014 से यहाँ कार्यरत हूँ और तब से स्थिति जस की तस बनी हुई है। कई बार हमने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को लिखित सूचना दी है, लेकिन हर बार एक ही जवाब मिलता है – ‘फंड आएगा तो काम होगा’।"
बाइट रजनीश प्रधानाध्यापक
बाइट शिवानी कुमारी शिक्षिका
विद्यालय की इस दशा ने स्पष्ट कर दिया है कि शिक्षा की प्राथमिकता अब भी सरकार और अधिकारियों के लिए बेहद नीचे है।वही इस गांव में लंबे समय से सड़क निर्माण की राह देख रहे ग्रामीणों में भी आक्रोश देखा गया ग्रामीणों ने कहा कि चुनाव के समय तो नेता वोट मांगने के लिए आते हैं और यह कह कर जाते हैं की जीत कर आऊंगा तो सबसे पहले आपके गांव का सड़क बनाऊंगा परंतु पंचायत प्रतिनिधि से लेकर विधायक तक सड़क निर्माण के लिए कोई कदम नहीं उठाए हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है
बाइट ग्रामीण
बाइट ग्रामीण महिला
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