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अवैध हथियार फैक्ट्री का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार!
Muzaffarnagar, Uttar Pradesh
DATE - 06.07.2025
हथियारों का ज़खीरा
एंकर - उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद पुलिस ने एक खंडहर में चल रही अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री को पकड़ा है।
मौके से पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है तो वही उनके पास से पुलिस ने 5 बंदूक 15 तमंचे और बड़ी मात्रा में कारतूस और हथियार बनाने के उपकरण भी बरामद किए हैं।
दरसअल मुजफ्फरनगर जनपद की बुढाना कोतवाली पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचना मिली थी कि मेरठ करनाल हाईवे पर स्थित एक खंडहर में कुछ बदमाश अवैध हथियार बनाने का काम कर रहे हैं। जिस पर पुलिस ने शनिवार को घेराबंदी करते हुए जब खंडहर पर छापेमारी की तो मौके से पुलिस ने तीन अभियुक्त गुफरान, जावेद और शाहरुख को गिरफ्तार किया है तो वहीं इनका एक साथी दीपांशु पुलिस को चकमा देकर मौके से भागने में कामयाब हो गया इस दौरान खंडहर से पुलिस ने 5 बंदूक 15 तमंचे बड़ी मात्रा में कारतूस और अवैध शस्त्र बनाने के सभी उपकरण भी बरामद किए हैं।
पुलिस गिरफ्त में आए अभियुक्तों ने पूछताछ के दौरान बताया है कि वह लंबे समय से अवैध बना हथियार बनाने का काम करते आ रहे हैं और ये लोग सुनसान पड़े इलाकों में अवैध हथियार बनाने का काम करते हैं इन अभियुक्तों का एक संगठित गैंग है जो अवैध हथियार बनाकर मार्केट में 3500 रुपये में तमंचा और 6 से 7 हज़ार रुपये में बंदूक को बेचने का काम करते थे साथ ही इन्होंने बताया है कि इनका गैंग गाजियाबाद, नोएडा, मुजफ्फरनगर, मेरठ, शामली और हरिद्वार में अवैध हथियारो को सप्लाई किया करते थे।
जिसके बारे में अधिक जानकारी देते हुए एसएसपी मुजफ्फरनगर संजीव कुमार वर्मा ने बताया कि देखिए एक टिपॉप मिला था बुढाना पुलिस को टिपॉप मे यह बात थी की कुछ लोग करनाल मेरठ मार्ग पर खंडहरों में छुपा हुआ है उसमें छुप छुप कर कुछ काम कर रहे हैं जिस टिपॉप के आधार पर एसपी आरए सीओ बुढ़ाना के देखरेख में यह काम पूरी बुढ़ाना इंस्पेक्टर की यह टीम काम कर रही थी इसमें जमीन के सुपरविजन पर तमाम चीजे जो तथ्य सामने आए तो रंगे हाथ तीन लोगों को पकड़ा गया इसमें एक व्यक्ति गुफरान एक व्यक्ति जावेद है ओर एक व्यक्ति शाहरुख है यह तीन लोग पकड़े गए जिसमें दो लोग सरधना मेरठ के रहने वाले हैं तथा एक व्यक्ति रतनपूरी मुजफ्फरनगर का रहने वाला है और इसमें गुफरान जो मुख्य अभियुक्त है यह पहले भी अभी जमानत पर छूट कर आया था शास्त्र के मामले में शास्त्र फैक्ट्री के मामले में जेल जा चुका है और इसमें जब चेक किया गया तो इस पर शास्त्र फैक्ट्री के सारे उपकरण चाहे वह आरी हो ,स्प्रिंग हो और हथौड़ी हो छेनी हो लोहा काटने की मशीन हो और तमाम ऐसे उपकरण ड्रिल करने का समान हो यह सब बरामद किया गया है पूरी फैक्ट्री आपने देखा होगा इसमें 20 बंदूके के बरामद की गई है जिसमें कंट्री में गन 12 बोर 15 बोर 315 बोर और 12 बोर की कुछ बंदूक के बरामद की गई है पांच हमारी उसे तरह की बंदूक हैं जो एक नाल दो नाल की होती है और कुछ गोली भी इसमें बरामद की गई है साथ ही साथ तमंचे कुछ निर्मित है 15,12 बोर और 315 बोर के कारतूस बरामद किए गए हैं 10 से 15 और साथ ही साथ इसमें आपको बता दूं की अर्ध निर्मित नाल वगैरा भी बरामद की गई है पूरी एक फैक्ट्री बरामद की गई है यह गुड वर्क हुआ है इसमें मेरे द्वारा पूरी टीम को₹20000 का इनाम भी दिया गया है तीन लोग इसमें गिरफ्तार किए गए हैं एक व्यक्ति ऑफस्टन कर रहा है वह जल्दी ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा इसमें आपको बता दूं जो दिव्यांशु नाम का व्यक्ति फरार है बताया जाता है पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया है यह जो असली बनाते हैं₹3500 में ग्राहकों को बेचते हैं और उसके बाद हो सकता है रीसेल भी करते हैं बाद में लोग इसमें लगभग 5 से 6000 में लगभग दुगने दाम में दूसरा व्यक्ति तीसरे व्यक्ति को बेचता है और इसी प्रकार से जो बंदूके हैं साढे छह से 7000हजार में बेची जाती है और फिर 10 से 15000 में दूसरे व्यक्ति से तीसरे व्यक्ति जब बेचने का काम कर रहे हैं पिछले दो-तीन महीना से यह काम फिलहाल कर रहे थे इसमें यह 50 असले बेच चुके हैं अब तक जैसा की पूछताछ से इन्होंने स्वीकार किया है साथी साथ इसमें 5 से 10 लाख रुपए इन्होंने कमा रखे हैं जैसा इन्होंने स्वीकार किया इनके अकाउंट वगैरा चेक किया जा रहे हैं साथ ही साथ बता दूंगी यह लोग जनपद गाजियाबाद ,नोएडा, मुजफ्फरनगर ,मेरठ शामली एवं हरिद्वार में भी कुछ गन जो कंट्रीमेट गन है वह उन्होंने सप्लाई किया है और इनमें दो तीन सोर्स और पता चली है जिसके माध्यम से सप्लाई किया जाता है अभी पुलिस काम कर रही है अभी इनको जेल भेजना आवश्यक था पूछताछ के आधार पर अग्रिम कारवाही कठोर से कठोर कारवाही अमल में लाई जाएगी ।
निश्चित तौर से जैसा मैंने बताया ऐसे लोगों के नाम प्रकाश में आ चुके हैं किन के माध्यम से क्योंकि अभी जो आदमी मीडियम है उसका नाम आया है लेकिन किस-किस को भेजा है दिव्यांशु के माध्यम से और भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है अभी हम सम्मानित कर रहे हैं जो टीम ने वर्क किया है इसमें जो हमारे कांस्टेबल हैं सब इंस्पेक्टर है उन्होंने जो पूर्ण वर्क किया है उसके आधार पर मेरे द्वारा कैश रीवार्ड देकर सम्मानित किया जा रहा है बाकी 20000 का इनाम पूरी टीम को अलग से दिया जा रहा है।
बाइट - संजय कुमार वर्मा ( एसएसपी मुजफ्फरनगर )
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