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किसानों की फसलें बर्बाद, मुआवजे की आस में हैं पीड़ित किसान!
DBDURGESH BISEN
FollowJul 16, 2025 12:05:28
Pendra, Chhattisgarh
दुर्गेश सिंह बिसेन / ज़ी मीडिया / पेंड्रा / स्लग- compensate/ 16-7-25
एंकर -रतनपुर से केंदा , पेंड्रा अमरकंटक होते हुए डिंडोरी तक जाने वाला नेशनल हाईवे 45 में निर्माणाधीन सड़क में ठेका कंपनी ने किसने की बिना अधिग्रहित की हुई जमीन पर डाल मिट्टी डालकर बनाई डायवर्सन रोड ,किसानों के खेतों में सैकड़ो ट्राली मिट्टी पाटने से किसान 2 वर्षो से खेती नहीं कर पा रहे हैं , ना भूमि अधिग्रहित हुई ना मिला मुआवजा , नेशनल हाईवे का तर्क - अस्थाई सड़क की वजह से उस भूमि का अधिग्रहण नहीं कर रहा है जिसकी वजह से उन्हें मुआवजा की पात्रता भी नहीं है ऐसे में किसान परेशान है और शासन प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रहे हैं..
vo1 रतनपुर से मंजवानी, केंदा, कारीआम, अमरकंटक होते हुए नेशनल हाईवे 30 को जोड़ने के लिए बनाई जा रही निर्माणाधीन सड़क में मुआवजे को लेकर किसान परेशान है, वैसे तो नियमतः सड़क निर्माण के पूर्व भूमि अधिग्रहण एवं मुआवजा वितरण हो जाना चाहिए पर लेट लतीफी और एवं मार्किंग में गड़बड़ी की वजह से भूस्वामी परेशान हो रहे हैं पेंड्रा रोड अनुविभाग के अंतर्गत आने वाले NH 45 से गुजरने वाली सड़क में कई जगह बड़े-बड़े पुल पुलिया का निर्माण चल रहा है कई जगह तो सिर्फ गड्ढा खोदकर बेस्ट डालकर छोड़ दिया गया है ऐसे में यह तय है कि इन पुल पुलिया के निर्माण में एक दो वर्ष बड़े आराम से लग जाएंगे ऐसे में इन सड़कों को मोटरेबल बनाए रखने के लिए जगह-जगह डायवर्सन किया गया है एवं डायवर्सन के लिए किसने की जमीन पर सैकड़ो हाईवे मिट्टी पाटकर अस्थाई सड़क का निर्माण किया गया है ताकि बड़े वाहन भी बिना किसी परेशानी के आसानी से निकल सके, पर किसानों के इस भूमि का नेशनल हाईवे या शासन की ओर से अधिग्रहण नहीं किया गया है.....! जिसकी वजह से भू स्वामी किसान लगातार परेशान हो रहे हैं, दरअसल पिछले 2 वर्षों से नेशनल हाईवे निर्माण का कार्य जारी है एवं इस समय अस्थाई सड़क भी बनाई गई, अस्थाई सड़कों की वजह से किसानों के खेतों में पानी जमा हो रहा है डायवर्सन सड़कों में लाई गई मिट्टी एवं उसे बनाने के लिए चलाई गई बड़ी-बड़ी मशीनों की वजह से खेतों में दलदल हो गया है जिसकी वजह से किसान धान की खेती नहीं कर पा रहे हैं अब किस शासन प्रशासन से मुआवजे के लिए गुहार लगा रहे हैं कि यदि उनकी भूमि अधिग्रहित नहीं हुई है तो कम से कम उन्हें फसल क्षति का मुआवजा तो मिलना ही चाहिए.....
बाइट - भैया लाल यादव - पीड़ित किसान
बाइट चेतन सिह - किसान
बाइट - प्रेम सिह - किसान
बाइट - पटेल सिह - किसान
Vo 2 गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला में सिंचाई की सुविधा कम होने की वजह से ज्यादातर किसान वर्ष भर में एक ही खेती करते हैं जो धान की खेती होती है इसी उपज से उनका सारा खर्च एवं पेट चलता है , पाल राष्ट्रीय राजमार्ग के ठेकेदार द्वारा बनाई गई अस्थाई सड़क की वजह से किस 2 सालों से खेती नहीं कर पा रहे हैं जिससे उनके सामने भूखे मरने की स्थिति निर्मित हो रही है, मामले में आने विभागीय अधिकारी का कहना है कि नेशनल हाईवे के अधिकारियों के साथ मिलकर राजा विभाग शीघ्र ही पूरक प्रकरण बनाएगा जिसमें ऐसे किसान जो मुआवजे से छूट गए हैं या जिनकी भूमि दबी है उन्हें इसका लाभ दिया जाएगा
बाइट - रिचा चंद्राकर एसडीएम पेंड्रा अनू विभाग
नेशनल हाईवे में जिन किसानों की भूमि दबी है वह ज्यादातर आदिवासी हैं ऐसे में राष्ट्रीय राजमार्ग अथॉरिटी एवं राजस्व विभाग की जिम्मेदारी है कि ऐसी किसानों की क्षति का सही आकलन करते हुए उन्हें शीघ्र ही मुआवजे का भुगतान किया जाए ताकि कोई बड़ी समस्या उत्पन्न ना हो....
दुर्गेश सिंह बिसेन
जी मीडिया पेंड्रा
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