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संकिसा में बौद्ध पर्यटन विकास: करोड़ों की परियोजना शुरू!
ASARUN SINGH
FollowJul 10, 2025 02:00:13
Farrukhabad, Uttar Pradesh
फर्रुखाबाद
अरुण सिंह
मंदिरों के साथ अब बहुत स्तूपों का भी होगा पर्यटन विकास
प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह ने बौद्ध स्थल संकिसा को करोड़ो की लागत से सुधारने का काम होगा शुरू
बौद्ध मठों में पर्यटन विकास परियोजनाओं से संकिसा को नई पहचान देने की तैयारी
917 लाख की परियोजना में म्यांमार मठ की सहमति पर संशय
एयर कनेक्टिविटी और मूलभूत सुविधाओं का वादा अभी अधूरा
फर्रुखाबाद : बौद्ध तीर्थ स्थल संकिसा में पर्यटन विकास को लेकर 9.17 करोड़ रुपये की परियोजना को स्वीकृति दी गई है। इस कार्ययोजना में पांच प्रमुख बौद्ध मठों को शामिल किया गया है। परियोजना के अंतर्गत इन स्थलों के सौंदर्यीकरण, प्रकाश व्यवस्था, बैठने की सुविधा, संकेतक बोर्ड, और पर्यटक सुविधा केंद्र जैसे काम प्रस्तावित हैं।
परियोजना के तहत जापान बुद्धिस्ट टेंपल के लिए सर्वाधिक 283.43 लाख रुपये निर्धारित हैं, जबकि म्यांमार मठ को 258.86 लाख, धम्मालोको को 113.03 लाख, श्रीलंका मठ को 101.47 लाख और महाबोधि पुस्तकालय एवं महासम्मान विहार को 110.91 लाख की परियोजना धनराशि स्वीकृत की गई है। इन पांचों स्थलों पर सौंदर्यकरण, पर्यटक सुविधा केंद्र, संकेतक बोर्ड, प्रकाश व्यवस्था, बैठने की व्यवस्था, पेयजल व साफ-सफाई जैसी आवश्यक सुविधाएं विकसित की जाएंगी। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी दीप्ति वत्स के अनुसार, मठों के संचालकों से आवश्यक अनुमति लेकर कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
म्यांमार मठ ने नहीं दी सहमति
म्यांमार बुद्धिस्ट पगोडा के भंते डा. एस. नंदा महाथेरा ने अभी सहमति नहीं दी है। उनका कहना है कि उन्हें कार्य की रूपरेखा स्पष्ट रूप से नहीं बताई गई, इसलिए वह कोई निर्णय नहीं ले सके। उन्होंने विकास के प्रयासों की सराहना की, लेकिन इसे केवल मठ की सजावट तक सीमित न रखने की बात कही।
डेकोरेशन से नहीं, सुविधा से होगा संकिसा का विकास
“मंदिर का डेकोरेशन करने से ज्यादा जरूरी है संकिसा का विकास। पानी, बिजली, सड़क, रोशनी, सस्ते गेस्ट हाउस और मार्केट जैसी सुविधाएं हों। तीर्थ यात्री दर्शन करने आते हैं, लेकिन स्थानीयों और यात्रियों के लिए सुविधाएं नहीं हैं। मैं 36 साल से यहां हूं, देख रहा हूं कि एक ही होटल है और वह भी काफी महंगा है। पर्यटन विभाग का गेस्ट हाउस बंद पड़ा हुआ है। संकिसा नगर पंचायत बन चुका है, लेकिन जमीनी सुविधाओं में अभी बहुत पीछे हैं।” - भंते डॉ. एस. नंदा महाथेरा, म्यांमार बुद्धिस्ट पगोडा
हेलीपोर्ट और एयर कनेक्टिविटी अभी अधर में
प्रदेश सरकार के पर्यटन विकास मंत्री व जनपद के प्रभारी जयवीर सिंह ने विगत वर्ष मोहम्मदाबाद एयरस्ट्रिप को दिल्ली और लखनऊ से जोड़ने का वादा किया था। हेलीपोर्ट सुविधा शुरू कराने का भरोसा दिया था। हालांकि यह प्रस्ताव एक वर्ष बाद भी केंद्र सरकार के उड्डयन मंत्रालय में लंबित है। संकिसा में पहुंचने के लिए फिलहाल सड़क मार्ग ही मुख्य विकल्प है।
बौद्ध मठ - स्वीकृत धनराशि लाख रुपये में
श्रीलंका बुद्धिस्ट विहार - 101.47
धम्मालोको बुद्धिस्ट विहार - 113.03
जापान बुद्धिस्ट टेंपल - 283.43
म्यामार बुद्धिस्ट पगोडा - 258.86
महाबोधि पुस्तकालय व महासम्मान विहार - 110.91
बाइट--डॉ एम नंदा भंते
बाइट दीप्ति वत्स क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी
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