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बासनपीर विवाद: 23 गिरफ्तार, क्या है असली सच?

SDShankar Dan
Jul 12, 2025 14:35:36
Jaisalmer, Rajasthan
जिला-जैसलमेर विधानसभा-जैसलमेर खबर की लोकेशन -जैसलमेर रिपोर्टर-शंकर दान मोबाइल-9799069952 बासनपीर छतरी विवाद का मामला, पत्थरबाजों पर पुलिस की कार्यवाही, दो दर्जन से अधिक लोगों को किया गिरफ्तार-जिसमे महिलाएं भी शामिल,मुख्य साजिशकर्ता हासमखां सहित 23 आरोपी गिरफ्तार,बासनपीर गांव बना पुलिस छावनी, छतरीयों का निर्माण कार्य जारी, मौके पर सामान्य हालात जैसलमेर ( शंकर दान, जैसलमेर) एक रिपोर्ट जैसलमेर के बासनपीर गांव में छतरी निर्माण को लेकर उपजा विवाद बीते लंबे समय से थमने का नाम नहीं ले रहा है। 2019 में जहां असामाजिक तत्वों द्वारा जैसलमेर के रियासत कालीन जुझार रामचंद्र सिंह सोढ़ा व पालीवाल जी की छतरी को ध्वस्त कर दिया गया था। रियासत काल के दौरान बीकानेर की सेना से लोहा लेते रामचन्द्रसिंह ने इसी जगह पर अपने प्राण त्यागे थे। जिसके कारण जैसलमेर वाशिंदों मैं उनके प्रति गहरी आस्था है। 2019 से शुरू हुए इस विवाद का समाधान होने के बाद समाज के मोजूज लोगों व पुलिस की समझाइश के बाद बीती 09जुलाई को छतरियों के निर्माण का कार्य शुरू हुआ। इसी बीच 10 जुलाई गुरुवार को छतरी निर्माण के दौरान ही समुदाय विशेष के ग्रामीणों द्वारा छतरी निर्माण करने वाले लोगों पर पथराव कर दिया गया। पत्थरबाजों में पुरुषों के साथ ही महिलाएं व छोटे बच्चे भी शामिल दिखे। मामला बढ़ता देख पुलिस जाब्ता भी बासनपीर गांव पहुँचा और पूरा गांव छावनी में तब्दील हो गया। पुलिस के पहुंचने के बाद जहां पत्थर बाज लोग अपने घरों में घुस गए वहीं पत्थरबाजी से कई गाड़ियों के शीशे भी टूटे। इस दौरान आठ पुलिसकर्मी, 1 तहसीलदार सहित 2 लोग घायल हो गए। जिन्हें जैसलमेर जिला चिकित्सालय लाया गया जहां उनका उपचार किया गया। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। वहीं पुलिस ने कार्यवाही करते हुए महिलाओ सहित करीब 23 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं इस घटना में पुलिस की ओर से मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने इस संबंध में लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। वही सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी से बचने की भी अपील की गई है। ये था मामला दरअसल, साल 2019 में भी कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा बासनपीर गांव में रियासतकालीन वीर योद्धाओं की स्मृति में बनी छतरियों को गिराया गया था। इसके बाद गुरुवार को बासनपीर गांव में तालाब के पास कुछ लोग छतरियों का निर्माण कर रहे थे, जिसका गांव के लोगों ने विरोध किया।जब छतरियों के पुनर्निर्माण का कार्य शुरू हुआ तो फिर से ये विवाद और पथराव की घटना हुईं, जिसमें कई लोग घायल हुए। पत्थर बरसते रहे-पुलिस देखती रही घायल गणपत सिंह नोडियाला ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि घटना के वक्त प्रशासन मौके पर मौजूद था। लेकिन उन्होंने कोई कार्यवाही नहीं की और मूकदर्शक बने रहे। दूसरे समुदाय के लोगों ने महिलाओं और बच्चों को आगे कर पत्थरबाजी करवाई और प्रशासन देखता रहा। जीरो टोलरेस पर होगी कार्रवाई 23 लोगों को किया गिरफ्तार जैसलमेर एसपी सुधीर चौधरी ने इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि घटना की सूचना मिलते ही अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर भेजा गया और अब स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि पत्थरबाजी में शामिल उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। मामले की जांच जारी है। फिलहाल पुलिस गांव में शांति बनाए रखने के लिए लगातार गश्त कर रही है। स्थिति अभी नियंत्रण में है वहीं पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बासनपीर छतरियां विवाद: एंकर : जैसलमेर जिले के बासनपीर गांव में पुरानी पौराणिक छतरियों के पुनः निर्माण एवं मरम्मत कार्य के दौरान उपजे विवाद ने मंगलवार को हिंसक रूप ले लिया। निर्माण स्थल पर हुई पत्थरबाजी, राजकार्य में बाधा और पुलिस पर हमले के मामले में जिला पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए मुख्य साजिशकर्ता हासमखां समेत 23 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी के निर्देशन में की गई इस त्वरित कार्रवाई ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि प्रशासन अब विधि व्यवस्था भंग करने वालों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाएगा। बासनपीर जूनी में छतरियों के पुनर्निर्माण को लेकर उपजे विरोध में शामिल भीड़ ने 10 जुलाई को पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर हमला कर दिया था। इस मुख्य षड्यंत्रकर्ता हासमखां पुत्र सरादीन खां को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, हासमखां ने इस पूरे घटनाक्रम को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई और उच्च अधिकारियों को गुमराह करने का प्रयास किया।पुलिस ने इस मामले में अब तक कुल 23 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें महिलाओं की संख्या भी अधिक है। गिरफ्तार आरोपियों में मरवत, सुमरि, तीजा, हुरा, हसीना, ईतिया, इस्लामखां, जाकिरखां, बच्चें खान, सुभानखां, बसीरखां, राणेखां, आसीनखां, इमामत, मदीना, जामा, बिस्मिल्ला, अनीमत, असीयत, नजीरां, और हसीना के नाम शामिल हैं।गिरफ्तार सभी आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इन धाराओं में राजकार्य में बाधा, पथराव, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाना, मारपीट और साजिश जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं। जिला पुलिस ने अब शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भी विशेष टीमें गठित कर दी हैं। वृत्ताधिकारी वृत जैसलमेर के नेतृत्व में गांव और आसपास के क्षेत्रों में दबिशें दी जा रही हैं। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और जांच पूरी तरह निष्पक्ष और तथ्यों पर आधारित होगी।पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने कहा कि "हम हर उस व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे जिसने कानून को हाथ में लिया है। यह मामला केवल छतरियों के निर्माण का नहीं, बल्कि कानून व्यवस्था को चुनौती देने का है।" बाईट-1- सुधीर चौधरी - एसपी- जैसलमेर बाइट -महंत प्रताप पूरी,MLA पोकरण बाइट -छुगसिंह सोढा, जुझार संघर्ष समिति बाइट -बचल खान, बासनपीर निवासी W/T-SHANKAR DAN, JAISALMER
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