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संभल का प्राचीन शिव मंदिर: भक्तों का अहंकार या भक्ति का चमत्कार?

SSSUNIL SINGH
Jul 13, 2025 07:01:59
Sambhal, Uttar Pradesh
लोकेशन संभल रिपोर्टर सुनील सिंह डेट 13/7/2025 टॉपलाइन . देश भर में इन दिनों सुर्खियों में चल रहे यूपी के संभल में प्राचीन 68 तीर्थ और 19 कूप के साथ ही ऐसे कई प्राचीन मंदिर है जिनके साथ चमत्कारिक मान्यता जुड़ी है ..संभल जिले की चंदोसी तहसील क्षेत्र के बेरनी गांव में 5 वीं सदी का एक ऐसा ही प्राचीन शिव मंदिर है ,जिसमें मौजूद अनोखे और विशाल शिवलिंग के संदर्भ में मान्यता है कि भक्तों के अहंकार की भावना से बांहों में लेने पर यह शिवलिंग बांहों में नहीं आता ..जबकि भक्ति भावना से इस अनोखे शिवलिंग को बांहों में लिया जाए तो भोलेशंकर का यह अलौकिक शिवलिंग सहज ही भक्तों की बांहों में आ जाता है ..बताया जाता है , श्रावण माह में इस अनोखे शिवलिंग पर जलाभिषेक के लिए बड़ी संख्या में कांवड़ियों की भीड़ उमड़ती है। इस शिवमन्दिर के इलाके में आज भी टीलों की खुदाई के दौरान प्राचीन मूर्तियां और सिक्के मिलते रहते है , ASI ने इस शिव मंदिर और आसपास के टीलों को अपने संरक्षण में लिया हुआ है , इस प्राचीन शिव मंदिर में पूरे वर्ष साधु संतों का जमाबड़ा लगा रहता है । पुरातत्व विभाग के अनुसार, इस शिव मंदिर का निर्माण 5वीं सदी में राजा बेन ने करवाया था. चंदौसी तहसील के इस क्षेत्र को राजा बेन की नगरी बताया जाता है. उन्हीं के नाम पर ही इस गांव का नाम बेरनी पड़ा है. विशाल टीले पर बसे इस गांव में खुदाई के दौरान आज भी 5वीं सदी की मूर्तियां और सिक्के निकलते रहते हैं. कहा जाता है कि कई शताब्दी पूर्व भवन के जीर्णोद्धार के लिए खुदाई की गई थी. शिवलिंग का दूसरा छोर जानने के लिए डेढ़ सौ फिट तक खुदाई हुई, लेकिन शिवलिंग की थाह नहीं मिली. खुदाई में निकली थी भगवान शिव के चतुर्भुज रूप की मूर्ति वर्ष 2010 में एक टीले की खुदाई के दौरान एक किसान को भगवान शिव के चतुर्भुज रूप की एक मूर्ती मिली थी. भारतीय पुरातत्व विभाग ने जांच के बाद इस मूर्ती को पांचवी सदी का बताया था. यह भव्य मूर्ती आज भी मंदिर में रखी हुई है. पुरातत्व विभाग ने गांव के सभी टीलों की खुदाई पर रोक लगाकर प्राचीन शिव मंदिर को सौन्दर्य करण के लिए पर्यटन विभाग को सौंप दिया. 3 बार हो चुका जीर्णोद्वार इस प्राचीन शिव मंदिर का 3 बार जीर्णोद्वार हो चुका है. ग्रामीण बताते हैं कि पहली बार राजा बेन ने इस मंदिर का जीर्णोद्वार कराया था. इसके बाद वर्ष 2010 में अत्यधिक बरसात से मंदिर ढह कर पूरी तरह ध्वस्त हो गया, लेकिन यहां स्थापित शिवलिंग को कोई नुकसान नहीं पहुंचा. यूपी के सीएम रहे मुलायम सिंह ने भी इस ,मंदिर के जीर्णोद्वार के लिए 10 लाख रुपये दिए थे. इसके अलावा पर्यटन विभाग ने भी 10 लाख रुपये आवंटित किए थे. फाइल ,बाइट ..मंदिर के पुजारी फाइल, बाइट ..प्रबंधक फाइल ,बाइट ,ग्रामीण ।
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