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कटिहार में हिंदू मुस्लिम एकता की अनूठी मिसाल, मोहर्रम पर बढ़ी भाईचारे की भावना!
Katihar, Bihar
मिसाल --
कटिहार- मुहर्रम के अवसर पर गंगा जमुना तहजीब का मिसाल पेश करते हैं हरिपुर में हिंदू परिवार
हिंदू मुस्लिम एकता की अनूठी मिसाल
तकरीबन 100 वर्षों से श्रद्धा पूर्वक हिंदू परिवार के लोग पूरी शिद्दत से मोहर्रम का पर्व मनाते आ रहे
मुस्लिम रीति रिवाज के साथ फतिहा पढ़ते हुए ढोल नगाड़े बजाते हुए झरनी गीत गाते हैं
इमामबाड़ा के चारों ओर घूम-घूम कर झरनी गीत गाते हैं
स्थानीय लोग ने कहा कि गांव में करीब तीन पीढ़ी पूर्व से स्वर्गीय छेदी साह के मजार पर मोहर्रम पर्व के मौके पर मुस्लिम रीति रिवाज से तजिया जुलूस निकाला जाता है
यह परंपरा जिला के लिए एक बड़ी मिसाल व संदेश है
कटिहार जिला के हसनगंज प्रखंड के जगरनाथपुर पंचायत के हरिपुर महमदिया गांव में तकरीबन 100 वर्षों से श्रद्धा पूर्वक हिंदू परिवार के लोग पूरी शिद्दत से मोहर्रम का पर्व मनाते आ रहे हैं। पर्व आने के कुछ दिन पूर्व से ही इमामबाड़ा की साफ सफाई एवं रंग रोगन करते हुए हर लोग पूरी इबादत से मोहर्रम पर्व में अपने-अपने परिवारों के साथ इकट्ठा होकर स्व० छेदी साह के मजार इमामबाड़ा में निसान खड़ा कर चारों ओर केला के पेड़ से सजाते हैं।
मुस्लिम रीति रिवाज के साथ फतिहा पढ़ते हुए ढोल नगाड़े बजाते हुए झरनी गीत गाते हैं । यह परंपरा पिछले सैकड़ों वर्षों से गांव में कायम है । यहां के हिंदू समाज के परिवार इमाम हुसैन की सदाओं में उनके जयकारे के साथ जुलूस निकालते हैं।इमामबाड़ा के चारों ओर घूम-घूम कर झरनी गीत गाते हैं। मौके पर स्थानीय लोग ने कहा कि गांव में करीब तीन पीढ़ी पूर्व से स्वर्गीय छेदी साह के मजार पर मोहर्रम पर्व के मौके पर मुस्लिम रीति रिवाज से तजिया जुलूस निकाला जाता है, जो हिंदू मुस्लिम एकता की अनूठी मिसाल है। उन लोगों ने कहा कि स्वर्गीय छेदी साह के मजार पर मुहर्रम के मौके पर पौराणिक परंपरा के साथ निसान खड़ा कर दूध लावा, मिठाई पान आदि को लेकर पूजा अर्चना की जाती हैं। साथ ही अपने और अपने पूरे परिवार समेत गांव में सुख शांति समृद्धि बनी रहे, इसकी कामना किया जाता है। पूजा अर्चना के बाद माथा टेक दुआ मांगते हैं। साथ ही एक दूसरे के बीच प्रसाद का भी वितरण किया जाता है कहा कि इस मजार पर मांगी गई। हर मन्नतें लोगों की पूरी होती है। इस दौरान उन लोगों ने कहा कि यह मोहर्रम का पर्व आपसी भाईचारा व श्रद्धा का प्रतीक है। इस त्योहार के माध्यम से आने वाले पीढ़ी को बड़ी संदेश मिलते रहेगी। मौके पर गांव के लोगों ने इस पर्व पर लाठी खेलते हुए इमाम हुसैन के जयकारे भी लगाते हैं । उन्होंने कहा कि हिंदू समाज के परिवार ने बड़े विधि विधान के साथ स्वर्गीय छेदी साह के मजार पर निशान खड़ा करते हुए ढोल नगाड़े के साथ त्यौहार मनाते हैं। आगे कहा कि जिस तरह हिन्दू परिवार पूरी सिद्दत से अपना त्यौहार मनाता हैं। उसी आदर और सत्कार से मुहर्रम में भी निसानदारी भी करता है। यहां का हर बासिन्दा अपने परिवार साथ ताज़िया को सम्मान के साथ रख इबादत करता है। यह परंपरा जिला के लिए एक बड़ी मिसाल व संदेश है।
बाइट -- - मनोज मंडल, पूर्व प्रमुख, हसनगंज
बाइट -- जयप्रकाश साह, छेदी साह का वंशज
बाइट -- अनिल कुमार साह, छेदी साह के परिवार का अंग
-- विजुअल --
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