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Dewas455001

विक्रांत क्लब ने निकाली भव्य चुनरी यात्रा, विधायक गायत्री राजे पवार भी शामिल

Oct 10, 2024 02:24:49
Dewas, Madhya Pradesh

प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी विक्रांत क्लब द्वारा भव्य चुनरी यात्रा निकाली गई जिसमें विधायक गायत्री राजे पवार सहित बड़ी संख्या में आम जन शामिल हुए। यह यात्रा शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए माता टेकरी पहुंची। विक्रांत क्लब के चिंटू रघुवंशी ने बताया कि यह चुनरी यात्रा हर साल निकाली जाती है, जो माता टेकरी पर पहुंचकर मां चामुंडा और मां तुलजा भवानी को चुनरी चढ़ाई जाती है।

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RTRAJENDRA TIWARI
Dec 20, 2025 16:03:10
Mahoba, Uttar Pradesh:महोबा में सदर तहसील परिसर में एक अधिवक्ता के बस्ते से बैग चोरी होने की घटना को लेकर आज अधिवक्ताओं ने आक्रोशित होकर तहसील परिसर में प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी कर जिला स्तरीय सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान जिलाधिकारी से शिकायत दर्ज कराई। अधिवक्ताओं ने तहसील परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को नाकाफी बताते हुए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की मांग की। फिलहाल डीएम ने सुरक्षा व्यवस्था और शीघ्र सीसीटीवी कैमरे लगवाने का आश्वासन दिया है। दरअसल सदर तहसील परिसर में अधिवक्ता का बैग चोरी की घटना से आक्रोशित होकर आज अधिवक्ताओं ने सम्पूर्ण समाधान दिवस में जाकर जिलाधिकारी से अपनी शिकायत दर्ज कराई और बताया कि तहसील परिसर में प्रतिदिन बड़ी संख्या में वादकारी आते-जाते हैं, वहीं अधिवक्ताओं का भी लगातार आना-जाना और घंटों तक न्यायालय व कार्यालयों में मौजूद रहना रहता है। इसके बावजूद परिसर में सुरक्षा के कोई ठोस और व्यापक इंतजाम नहीं हैं, जिसका फायदा उठाकर असामाजिक तत्व आए दिन चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। अधिवक्ताओं ने बताया कि मोटरसाइकिल, बैग, लैपटॉप और अन्य कीमती सामान की चोरी की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया। अधिवक्ताओं ने बताया कि बीती शाम तहसील परिसर के भीतर से अधिवक्ता भरत कुमार का बैग उसके बस्ते से चोरी हो गया। बैग में महत्वपूर्ण दस्तावेज, फाइलें और अन्य जरूरी सामान रखा हुआ था। इस घटना के बाद अधिवक्ताओं में भय और असुरक्षा का माहौल बन गया है। अधिवक्ताओं का कहना है कि वे अपने पेशे के कारण फीस, दस्तावेज और न्यायिक कार्यों से जुड़े कागजात अपने बैग में रखते हैं और कई बार न्यायालयों में घंटों व्यस्त रहने के चलते बस्ते छोड़ने पड़ते हैं, जिससे चोरी की आशंका बनी रहती है। अधिवक्ताओं ने नारेबाजी के बाद सम्पूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए तहसील परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की मांग की। ज्ञापन में कहा गया कि इतने बड़े तहसील परिसर में इलेक्ट्रॉनिक सुरक्षा व्यवस्था का न होना गंभीर लापरवाही है, जिससे चोरों के हौसले बुलंद हैं। इस पर जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उप जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि तहसील परिसर में जल्द से जल्दी सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। प्रशासन ने अधिवक्ताओं को शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
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PKPradeep Kumar
Dec 20, 2025 16:01:45
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MPMahesh Pareek
Dec 20, 2025 16:01:04
Jaipur, Rajasthan:हाई कोर्ट के शॉट और याचिकाकर्ता के वकील तनवीर अहमद की बाईट इंट्रो- राजस्थान हाईकोर्ट ने अभियोजन अधिकारियों के वार्षिक प्रदर्शन मूल्यांकन प्रतिवेदन में दोषसिद्धि की दर को आधार बनाए जाने पर अतिरिक्त मुख्य गृह सचिव और अभियोजन निदेशक को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। जस्टिस अशोक कुमार जैन की एकलपीठ ने यह आदेश राजस्थान अभियोजन अधिकारी संघ की अध्यक्ष प्रतिभा पुरोहित की याचिका पर प्रारंभिक सुनवाई करते हुए दिए。 बॉडी- याचिका में अधिवक्ता तनवीर अहमद ने अदालत को बताया कि राज्य सरकार की ओर से अभियोजन अधिकारियों के लिए एपीएआर का नया प्रारूप तय किया गया है। जिसमें पहली बार अभियोजन अधिकारियों के प्रदर्शन मूल्यांकन करने के लिए उनकी ओर से आरोपी को दोषसिद्धि कराने की दर का कॉलम जोडा गया है। याचिका में कहा गया कि यह प्रावधान मनमाना और असंवैधानिक है। किसी आपर creatures मामले में दोषसिद्धि या बरी होना कई कारकों पर निर्भर करता है। जिसमें जांच की गुणवत्ता, साक्ष्यों की उपलब्धता, गवाहों के सहयोग और न्यायालय की प्रक्रिया आदि शामिल हैं, लेकिन इन पर अभियोजन अधिकारी का पूर्ण नियंत्रण नहीं होता है। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट भी पूर्व में कई मामलों में तय कर चुका है कि अभियोजन अधिकारियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन केवल दोषसिद्धि की दर के आधार पर नहीं किया जा सकता। जिस पर सुनवाई करते हुए एकलपीठ ने संबंधित अधिकारियों से जवाब तलब किया है।
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DIDamodar Inaniya
Dec 20, 2025 16:00:40
Nagaur, Rajasthan:डीडवाना जिला स्तरीय प्याज किसान मेला बना किसानों के लिए सीख और संबल का मंच, वैज्ञानिकों से मिला आधुनिक खेती का मंत्र डीडवाना–कुचामन जिले में किसानों को आधुनिक खेती की ओर अग्रसर करने और गुणवत्तायुक्त बीज व नवीन तकनीकों की जानकारी देने के उद्देश्य से जिला स्तरीय प्याज किसान मेले का आयोजन किया गया। कुचामन सिटी के राजकीय खेल स्टेडियम में आयोजित इस मेले में डीडवाना–कुचामन सहित आसपास के सीमावर्ती जिलों से बड़ी संख्या में किसान पहुंचे और कृषि के नए आयामों से रूबरू हुए。 मेले का शुभारंभ मुख्य अतिथि राजस्व एवं सैनिक कल्याण विभाग के राज्य मंत्री विजय सिंह चौधरी तथा जिला कलेक्टर डॉ. महेंद्र खड़गावत ने किया। आयोजन के दौरान किसानों को प्याज, लहसुन, संतरा, बाजरा के बीजों के साथ ड्रैगन फ्रूट के पौधे वितरित किए गए, वहीं प्रगतिशील किसानों को उनके नवाचार और योगदान के लिए सम्मानित भी किया गया。 राज्य मंत्री विजय सिंह चौधरी ने अपने संबोधन में केंद्र व राज्य सरकार की कृषि और उद्यानिकी से जुड़ी योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार किसान हित में लगातार कार्य कर रही है और इस तरह के मेले किसानों के लिए लाभकारी सिद्ध होते हैं। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों से मिला मार्गदर्शन आगामी फसल चक्र में किसानों के लिए उपयोगी रहेगा और नई तकनीकों से खेती आसान होने के साथ-साथ नुकसान भी कम होगा। जिला कलेक्टर डॉ. महेंद्र खड़गावत ने किसानों को उनकी पसंद और प्रजाति के अनुसार नि:शुल्क बीज उपलब्ध कराने की प्रक्रिया को पारदर्शी और लागत कम करने वाला कदम बताते हुए सभी सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की। “एक जिला ए. उपज – प्याज” कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित इस मेले की विशेष बात देश के प्रतिष्ठित कृषि वैज्ञानिकों का मार्गदर्शन रहा। ICAR–डायरेक्टोरेट ऑफ ऑनियन एंड गार्लिक रिसर्च, पुणे के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. राजीव बी. काले ने किसानों को प्याज व लहसुन की उन्नत किस्मों, पोषण प्रबंधन, रोग नियंत्रण और गुणवत्तापूर्ण उत्पादन की वैज्ञानिक तकनीकों की जानकारी दी। वहीं ICAR–IIHR/RAFARI, कोटा के सहायक निदेशक एवं केंद्र प्रमुख डॉ. ए. के. सिंह ने प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन, आधुनिक भंडारण तकनीक और बाजार से जुड़ाव जैसे विषयों पर किसानों का मार्गदर्शन किया。 कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों से खेती को एक उद्योग के रूप में अपनाने, उत्पादन को गुणवत्ता के साथ बाजार और निर्यात स्तर तक पहुंचाने तथा प्रसंस्करण आधारित उद्यमों की ओर कदम बढ़ाने का आह्वान किया। किसानों ने मेले को बेहद उपयोगी बताते हुए कहा कि उन्हें योजनाओं, सब्सिडी प्रक्रिया और आधुनिक कृषि तकनीकों की कई नई जानकारियां मिली हैं。 कार्यक्रम के सफल संचालन और समन्वय में संयुक्त निदेशक कृषि हरि ओम सिंह राणा की महत्वपूर्ण भूमिका रही, जिनके निर्देशन में जिले में प्याज उत्पादन और उद्यानिकी क्षेत्र को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सशक्त बनाने की दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं。
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ASAmit Singh
Dec 20, 2025 15:51:25
Kishanganj, Bihar:किशनगंज जिले में पिछले दो दिनों से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। सर्द हवाएं और गिरता पारा लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। खासकर चौक-चौराहों पर रहने वाले दिहाड़ी मजदूरों और कामगारों को भारी परेशानी हो रही है। लोग अपने स्तर से किसी तरह लकड़ी व्यवस्था करके अलाव जला रहे है। जिला प्रशासन के द्वारा शहर के बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और अन्य व्यस्त चौक-चौराहों पर अलाव की व्यवस्था नहीं किये जाने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिले में हाड़ कंपाने वाली ठंड गिरने से रिक्शा और टेंपो चालक ठिठुरते हुए यात्रियों को पहुंचा रहे हैं। लोगों ने जिला प्रशासन से तत्काल अलाव की समुचित व्यवस्था करने की मांग किया है। इसी बीच अनुमंडल पदाधिकारी अनिकेत कुमार ने बताया कि पिछले दो दिनों से जिले में ठंड का प्रकोप बढ़ा है। जिसे लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट पर है, उन्होंने कहा कि शहर के मुख्य स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की जायेगी साथ ही स्वास्थ्य विभाग भी सजग है ताकि लोगों को ठंड जनित बीमारियों से बचाव किया जा सके। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के द्वारा गरीबों के बीच कंबल का भी वितरण किया जायेगा।
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MKMUKESH KUMAR
Dec 20, 2025 15:50:55
Darbhanga, Bihar:बहेड़ी थाना क्षेत्र में ‘महाकाल’ नामक युवाओं की बिगरेल टोली का आतंक, अवैध हथियार लहराकर सोशल मीडिया पर रील, ग्रामीण एसपी ने कार्रवाई का दिया आश्वासन बहेड़ी थाना क्षेत्र में इन दिनों ‘महाकाल’ नाम से सक्रिय युवाओं की एक कथित बिगरेल टोली का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। स्थानीय लोगों के अनुसार यह टोली अवैध हथियारों के साथ खुलेआम घूमती है और इंस्टाग्राम सहित अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हथियार लहराते हुए रील भी पोस्ट करती रहती है। इस गिरोह के डर से क्षेत्र के आम लोग सहमे हुए हैं। आरोप है कि 40–50 युवकों की यह टोली बाइक से कहीं भी पहुंचकर रंगदारी मांगने, गाली-गलौज करने, जान से मारने की धमकी देने और आम लोगों को परेशान करने जैसी गतिविधियों में शामिल रहती है। इसी को लेकर एक शिकायतकर्ता ने थाना पहुंचकर ग्रामीण एसपी श्री आलोक से लिखित शिकायत की। शिकायतकर्ता का कहना है कि पहले भी लिखित आवेदन देने के बावजूद इस गैंग के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, जिससे इनके हौसले और बढ़ गए हैं। मामले पर ग्रामीण एसपी श्री आलोक ने बताया कि इस तरह की शिकायतें सामने आई हैं। उन्होंने स्थानीय थाना को त्वरित और सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। ग्रामीण एसपी ने स्पष्ट कहा कि जो भी टोली या गिरोह बनाकर अपराध करेगा, अवैध हथियार रखेगा और लोगों में दहशत फैलाएगा, उसकी जगह अब जेल होगी। पुलिस के इस आश्वासन के बाद क्षेत्र के लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही इस गिरोह के आतंक से निजात मिलेगी।
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VRVikash Raut
Dec 20, 2025 15:50:26
Deoghar, Jharkhand:देवघर कॉलेज के खेल मैदान में कल से सांसद खेल महोत्सव का भव्य आयोजन किया जा रहा है। यह खेल महोत्सव लगातार छह दिनों तक चलेगा, जिसमें विभिन्न खेल विधाओं से जुड़े खिलाड़ी अपनी प्रतिभा और हुनर का प्रदर्शन करेंगे। आयोजन को लेकर खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। गोड़्डा लोकसभा के सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने कहा कि सांसद खेल महोत्सव जैसे आयोजन ग्रामीण स्तर की छिपी प्रतिभाओं को आगे लाने में अहम भूमिका निभाते हैं। इससे बच्चों और युवाओं को न केवल प्रतिस्पर्धात्मक माहौल मिलता है, बल्कि उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचने का एक मजबूत मंच भी प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि खेल अनुशासन, आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता विकसित करते हैं। ऐसे आयोजन भविष्य के खिलाड़ियों को सही दिशा देने के साथ-साथ जिले में खेल संस्कृति को भी मजबूत करते हैं। सांसद खेल महोत्सव के सफल आयोजन के लिए स्थानीय प्रशासन, खेल संघों और आयोजकों द्वारा तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
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PSPrince Suraj
Dec 20, 2025 15:50:05
Noida, Uttar Pradesh:क्लासरूम में दरिंदगी! महिला शिक्षिका पर जानलेवा हमला एक साल से शादी का दबाव, इंकार पर परीक्षा के बीच पिटाई स्कूल बना रणक्षेत्र, आरोपी शिक्षक पुलिस गिरफ्त में माधेपुरा। जिले के उदाकिशुनगंज प्रखंड के पीपरा करौती पंचायत स्थित केपीएन प्लस टू उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शनिवार को अपराध का गवाह बन गया। अर्धवार्षिक परीक्षा के दौरान एक महिला शिक्षिका पर उसी विद्यालय के शिक्षक ने कक्षा में घुसकर हमला कर दिया। अचानक हुई इस वारदात से पूरे स्कूल में भगदड़ और दहशत का माहौल बन गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आरोपी शिक्षक ने शिक्षिका से पहले बहस की और फिर हाथापाई शुरू कर दी। छात्र-छात्राएं डर के मारे सहम गए, परीक्षा कक्ष में अफरा-तफरी मच गई। अन्य शिक्षकों के हस्तक्षेप के बाद किसी तरह स्थिति को नियंत्रित किया गया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को हिरासत में ले लिया। पीड़ित शिक्षिका ने आरोप लगाया है कि आरोपी पिछले लगभग एक वर्ष से जबरन प्रेम संबंध और विवाह का दबाव बना रहा था। लगातार इंकार के बावजूद वह पीछा करता रहा और शनिवार को उसने हिंसक रूप ले लिया। हमला इतना अचानक था कि शिक्षिका को संभलने का मौका तक नहीं मिला। पीड़िता फरवरी 2024 में बीपीएससी टीआई-2 के तहत सहायक शिक्षक के रूप में विद्यालय में पदस्थापित हुई थीं। वह उदाकिशुनगंज में किराए के मकान में रहती हैं। आरोप है कि आरोपी शिक्षक रास्ते में छींटाकशी करता था और स्कूल के कागजात का बहाना बनाकर उनके आवास तक भी पहुंचता रहा। घटना की सूचना मिलते ही एसडीपीओ अविनाश कुमार स्वयं थाना पहुंचे और पीड़िता से पूछताछ की। थानाध्यक्ष सुधाकर कुमार ने बताया कि महिला शिक्षिका के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और आरोपी से गहन पूछताछ की जा रही है। घायल शिक्षिका को देर शाम पीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने उनके कान में चोट की पुष्टि की है। इस घटना के बाद विद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था और कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
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RRRakesh Ranjan
Dec 20, 2025 15:49:47
Noida, Uttar Pradesh:सड़क सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री का 4-ई मॉडल, शिक्षा, प्रवर्तन, इंजीनियरिंग और इमरजेंसी केयर पर होगा फोकस 01 से 31 जनवरी, 2026 तक चलेगा प्रदेशव्यापी सड़क सुरक्षा अभियान केवल चालान समाधान नहीं, आदतन नियम तोड़ने वालों के लाइसेंस जब्त और वाहन सीज करने की सख्त नीति लागू करें: मुख्यमंत्री वर्ष 2025 में 46 हजार से अधिक दुर्घटनाएं और 24 हजार से ज्यादा मौतें गंभीर चेतावनी, एक भी मृत्यु पूरे परिवार के लिए आजीवन पीड़ा है: मुख्यमंत्री जागरूकता अभियान का केंद्र व्यवहार परिवर्तन, तहसील से जिला मुख्यालय तक प्रचार सामग्री, वास्तविक दुर्घटनाओं के उदाहरण और पब्लिक एड्रेस सिस्टम के उपयोग के निर्देश एनएसएस, एनसीसी, आपदा मित्र, स्काउट गाइड और सिविल डिफेंस की भागीदारी से युवाओं को जोड़कर अभियान को जनभागीदारी का स्वरूप देने पर बल ब्लैक स्पॉट सुधार, रोड सेफ्टी ऑडिट, ओवर स्पीडिंग और लेन ड्राइविंग पर नियंत्रण, एक्सप्रेसवे पेट्रोलिंग, क्रेन और एम्बुलेंस बढ़ाने के निर्देश गोल्डन ऑवर में उपचार सर्वोपरि, निजी ट्रॉमा सेंटरों को जोड़ने, 108 और एएलएस एम्बुलेंस का रिस्पॉन्स टाइम घटाने और स्कूल व भारी वाहनों की फिटनेस जांच के निर्देश लखनऊ, 20 दिसंबर:- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 01 जनवरी से 31 जनवरी 2026 तक प्रदेशव्यापी “सड़क सुरक्षा माह” आयोजित करने के निर्देश देते हुए कहा है कि नए वर्ष की शुरुआत केवल औपचारिक आयोजनों से नहीं, बल्कि जनजीवन से सीधे जुड़े सड़क सुरक्षा जैसे अत्यंत संवेदनशील विषय पर ठोस संकल्प, व्यापक जनभागीदारी और व्यवहार परिवर्तन के लक्ष्य के साथ होनी चाहिए। शनिवार को शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों, मंडलायुक्तों तथा जनपदों के जिलाधिकारियों के साथ आयोजित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सड़क सुरक्षा अभियान किसी भी स्थिति में औपचारिकता बनकर न रह जाए, बल्कि यह प्रत्येक नागरिक के जीवन से जुड़ा जन आंदोलन बने। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सड़क सुरक्षा माह को 4-ई मॉडल के आधार पर संचालित किया जाए, जिसमें शिक्षा, प्रवर्तन, इंजीनियरिंग और इमरजेंसी केयर चारों स्तंभों पर समान रूप से और समन्वित ढंग से कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि लोगों को केवल नियमों की जानकारी देना पर्याप्त नहीं है, बल्कि यह समझाना आवश्यक है कि यातायात नियमों का पालन उनके स्वयं के जीवन, उनके परिवार और समाज की सुरक्षा से सीधे जुड़ा है। शिक्षा के माध्यम से बच्चों, युवाओं और आम नागरिकों में सही सड़क व्यवहार विकसित किया जाए, प्रवर्तन के अंतर्गत नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित हो, इंजीनियरिंग के माध्यम से सड़कों के ब्लैक स्पॉट और क्रिटिकल पॉइंट सुधारे जाएं तथा इमरजेंसी केयर के अंतर्गत त्वरित एम्बुलेंस सेवा और बेहतर ट्रॉमा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन चारों स्तंभों पर संतुलित और एकसाथ काम किए बिना सड़क दुर्घटनाओं में वास्तविक कमी संभव नहीं है। बैठक में विभागीय अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि वर्ष 2025 में नवंबर तक प्रदेश में कुल 46,223 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिनमें 24,776 लोगों की मृत्यु हुई है। मुख्यमंत्री ने इन आंकड़ों को अत्यंत गंभीर बताते हुए कहा कि सड़क दुर्घटनाएं केवल प्रशासनिक या तकनीकी समस्या नहीं हैं, बल्कि यह एक बड़ी सामाजिक चुनौती है। उन्होंने कहा कि एक भी दुर्घटना में किसी व्यक्ति की मृत्यु पूरे परिवार को जीवन भर का दर्द दे जाती है और इस पीड़ा को वही परिवार समझ सकता है। इसी दृष्टिकोण से सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए संवेदनशीलता के साथ-साथ कठोर निर्णय लेना भी आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत जनवरी के पहले सप्ताह में विशेष रूप से जागरूकता पर फोकस किया जाए और सभी विभाग अपनी-अपनी तैयारियां समय से पूरी करें। प्रदेश की प्रत्येक तहसील, ब्लॉक, जिला और सभी प्रमुख मुख्यालयों पर जागरूकता संबंधी प्रचार सामग्री अनिवार्य रूप से लगाई जाए। उन्होंने कहा कि किसी एक वास्तविक सड़क दुर्घटना के उदाहरण को सामने रखकर आमजन को यह समझाया जाए कि एक छोटी सी लापरवाही किस प्रकार पूरे जीवन की दिशा बदल देती है। पब्लिक एड्रेस सिस्टम का व्यापक और प्रभावी उपयोग किया जाए, ताकि यह संदेश हर व्यक्ति तक पहुंचे कि सड़क सुरक्षा किसी और की नहीं, बल्कि उनके अपने जीवन और परिवार से जुड़ा विषय है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इस अभियान में राष्ट्रीय सेवा योजना, राष्ट्रीय कैडेट कोर, आपदा मित्र, स्काउट गाइड और सिविल डिफेंस जैसे संगठनों की सक्रिय और प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि युवाओं और स्वयंसेवी संगठनों की सहभागिता से ही यह अभियान वास्तविक अर्थों में जन आंदोलन बन सकेगा। जब तक समाज स्वयं जिम्मेदारी नहीं लेगा, तब तक केवल सरकारी प्रयासों से अपेक्षित परिणाम नहीं मिल सकते। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि केवल चालान करना सड़क दुर्घटनाओं का स्थायी समाधान नहीं है। उन्होंने निर्देश दिए कि जो लोग आदतन यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं, उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए। ऐसे मामलों में ड्राइविंग लाइसेंस जब्त करने और वाहन सीज करने की स्पष्ट नियमावली तैयार कर उसका सख्ती से पालन कराया जाए। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा के मामलों में कठोरता अनिवार्य है, क्योंकि यह सीधे तौर पर लोगों की जान से जुड़ा विषय है। मुख्यमंत्री ने सड़क दुर्घटनाओं के प्रमुख कारकों पर विस्तार से चर्चा करते हुए ब्लैक स्पॉट और क्रिटिकल पॉइंट की पहचान कर उनके त्वरित और स्थायी सुधार के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़क इंजीनियरिंग की कमियां, खराब साइनज, अव्यवस्थित कट, अंधे मोड़ और अनुचित स्पीड ब्रेकर दुर्घटनाओं को बढ़ाते हैं। लोक निर्माण विभाग तथा अन्य रोड ओनिंग एजेंसियां समयबद्ध ढंग से सुधार कार्य सुनिश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि केवल टेबल टॉप स्पीड ब्रेकर ही बनाए जाएं और सभी सड़कों का नियमित रोड सेफ्टी ऑडिट कराया जाए। मुख्यमंत्री ने एम्बुलेंस सेवाओं और स्कूल वाहनों की फिटनेस की विशेष जांच कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में अनफिट वाहन सड़क पर न चलें। इसके साथ ही 300 किलोमीटर से अधिक दूरी की यात्रा करने वाले बड़े यात्री वाहनों में एकल चालक की व्यवस्था समाप्त कर अनिवार्य रूप से दो चालकों की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, ताकि चालक की थकान से होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सके। उन्होंने ओवर स्पीडिंग रोकने के साथ-साथ लेन ड्राइविंग के प्रति भी आमजन को जागरूक करने पर बल दिया तथा एक्सप्रेसवे पर पेट्रोलिंग, एम्बुलेंस और क्रेन की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं को और सुदृढ़ करने पर विशेष बल देते हुए कहा कि सड़क दुर्घटना में जितनी जल्दी घायल को चिकित्सकीय सहायता मिलती है, क्षति की संभावना उतनी ही कम होती है। उन्होंने गोल्डन ऑवर की महत्ता को रेखांकित करते हुए निर्देश दिए कि ट्रॉमा सेंटर की सुविधा वाले निजी अस्पतालों को भी सड़क दुर्घटना पीड़ितों के उपचार से जोड़ा जाए। गृह, परिवहन, लोक निर्माण, एक्सप्रेसवे प्राधिकरण, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग आपसी समन्वय से ऐसा प्रभावी नेटवर्क तैयार करें, जिससे घायल व्यक्ति को शीघ्र उपचार मिल सके। उन्होंने निर्देश दिए कि 108 और एएलएस एम्बुलेंस सेवाओं का रिस्पॉन्स टाइम और कम किया जाए। मुख्यमंत्री ने सड़क अनुशासन पर जोर देते हुए कहा कि सड़क आवागमन के लिए होती है, वाहन खड़ा करने के लिए नहीं। उन्होंने निर्देश दिए कि सड़कों के किनारे किसी भी स्थिति में टेम्पो, बस या रिक्शा स्टैंड न बनें। पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए और अव्यवस्थित पार्किंग पर सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि मकान निर्माण की सामग्री सड़क पर बिखरी न रहे और वेंडिंग जोन का निर्माण स्थानीय निकायों की जिम्मेदारी है, जिसे हर हाल में पूरा किया जाए। मुख्यमंत्री ने हाइवे और एक्सप्रेसवे के किनारे लंबे समय तक खड़े वाहनों, डग्गामार वाहनों और सड़क किनारे कतारबद्ध खड़े ट्रकों को गंभीर दुर्घटना का कारण बताते हुए इनके विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस तरह की अव्यवस्थाओं को तत्काल दुरुस्त किया जाए। बैठक में मुख्यमंत्री ने स्टंटबाजी करने वाले युवकों के विरुद्ध भी पूरी सख्ती बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्टंटबाजी न केवल उनकी अपनी जान, बल्कि सड़क पर चल रहे अन्य लोगों के जीवन के लिए भी गंभीर खतरा है। सड़क सुरक्षा के विषय पर किसी भी स्तर पर लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी और शासन से लेकर स्थानीय स्तर तक सभी अधिकारियों को पूरी निष्ठा और गंभीरता के साथ इस अभियान की सफलता सुनिश्चित करनी होगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि नियोजित प्रयासों के परिणामस्वरूप जहरीली मदिरा बनाने और बेचने की अवैध गतिविधियां लगभग समाप्त हो चुकी हैं, फिर भी व्यवस्था को सजग रहना होगा। यह सुनिश्चित किया जाए कि मदिरा की दुकानें स्कूल, कॉलेज अथवा धार्मिक स्थलों के निकट न हों। मदिरा दुकानों के साइनेज केवल संबंधित दुकान पर ही हों और वे भी निर्धारित आकार में हों। बैठक के अंत में, मुख्यमंत्री ने वर्ष वर्ष में सर्वाधिक सड़क दुर्घटनाओं वाले शीर्ष पांच जनपदों हरदोई, प्रयागराज, आगरा, कानपुर नगर सहित अन्य संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों से संवाद कर दुर्घटनाओं के प्रमुख कारकों और उनके निस्तारण को लेकर विस्तृत चर्चा की तथा निर्देश दिए कि इन जनपदों में विशेष कार्ययोजना बनाकर सख्ती और संवेदनशीलता के साथ लागू की जाए।
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RKRANJEET Kumar OJHA
Dec 20, 2025 15:49:11
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