Become a News Creator

Your local stories, Your voice

Follow us on
Download App fromplay-storeapp-store
Advertisement
Back
Burhanpur450331

बुरहानपुर में पुरानी पेंशन की मांग को लेकर सरकारी कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन

Sept 27, 2024 02:09:26
Burhanpur, Madhya Pradesh

पुरानी पेंशन की मांग को लेकर बुरहानपुर के सरकारी विभागों के हजारों अधिकारियों और कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रांतीय संयोजक संतोष सिंह दीक्षित के नेतृत्व में उन्होंने शहर के मुख्य मार्गों पर आक्रोश रैली निकाली और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी को सौंपा। प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट किया कि उन्हें केवल पुरानी पेंशन चाहिए, न तो NPS और न ही UPS। उनकी मांग है कि उन्हें पहली नियुक्ति की तारीख से वरिष्ठता के साथ पुरानी पेंशन दी जाए।

0
comment0
Report

हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|

Advertisement
NSNITIN SRIVASTAVA
Dec 05, 2025 06:00:46
Barabanki, Uttar Pradesh:ब्रेकिंग बाराबंकी बाराबंकी की एसआरएमयू में फिर बवाल, परीक्षा न देने का आरोप लगाकर छात्रों का जोरदार हंगामा फिर शुरू, सैकड़ों छात्र-छात्राएं कर रहे जोरदार विरोध प्रदर्शन किया, अगले सेमेस्टर की एडवांस फीस जमा न करने पर उन्हें वर्तमान सेमेस्टर की परीक्षा से वंचित का आरोप, छात्रों का आरोप परीक्षा शुल्क पहले ही जमा, लेकिन यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने पोर्टल बंद कर दिया, जिससे एडमिट कार्ड भी नहीं मिल पा रहे, छात्रों का आरोप- यूनिवर्सिटी प्रशासन के चक्कर काटने के बावजूद किसी ने नहीं की सुनवाई, देरी से फीस पर 10 से 12 हजार रुपये तक पेनल्टी लगाने की दी जा रही धमकी, छात्रों का आरोप- डिप्टी रजिस्ट्रार बोल रहे मोबाइल रीचार्ज हो रहे, बस फीस में ही दिक्कत, बयान ने छात्रों और अभिभावकों का गुस्सा और बढ़ाया, रजिस्ट्रार नीरजा जिंदल ने छात्रों के आरोपों से किया इनकार, बोलीं- घेराव जैसी कोई बात नहीं, सिर्फ दो-तीन शिकायतें आईं, एडमिट कार्ड दे दिए गए, एबीवीपी के इकाई अध्यक्ष सत्यव्रत त्रिपाठी ने दी चेतावनी, अगर छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ हुआ, तो संगठन सड़क पर उतरकर लड़ाई लड़ेगा, फिलहाल विश्वविद्यालय प्रशासन और छात्रों के बीच गहराता जा रहा विवाद, छात्रों का भविष्य भी अधर में लटका。
0
comment0
Report
ADAjay Dubey
Dec 05, 2025 06:00:34
Singrauli, Madhya Pradesh:सिंगरौली। झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही ने 6 वर्षीय बच्चे को गंभीर हालत में पहुँचा दिया। सरई थाना क्षेत्र के झारा गांव की विमलावती साहू ने आरोप लगाया कि उनके बच्चे के घायल होने पर झांझोपानी में इलाज कर रहे डॉक्टर रामनेश साहू ने बिना एक्स-रे किए ही पक्का प्लास्टर बांध दिया, जिसके बाद बच्चे की स्थिति बिगड़ती चली गई। 4 नवंबर को बच्चा खेलते समय गिरा था, जिससे उसके हाथ में सूजन और दर्द था। परिजनों के अनुसार डॉक्टर ने बिना जांच किए प्लास्टर बांध दिया। इसके बाद बच्चे की सूजन बढ़ती गई और दर्द असहनीय हो गया। दोबारा जाने पर डॉक्टर ने प्लास्टर न खोलने की सलाह दी, जबकि तीसरी बार उन्होंने प्लास्टर किसी अन्य अस्पताल में कटवाने के लिए कह दिया। गंभीर हालत होने पर बच्चे को तुरंत ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया। मामले को लेकर विमलावती साहू सिंगरौली कलेक्ट्रेट पहुँचीं और संयुक्त कलेक्टर संजीव पांडे से शिकायत की, जिसके बाद संयुक्त कलेक्टर ने तत्काल जांच के निर्देश जारी किए। सीएमएचओ सिंगरौली ने बताया कि बच्चों को बेहतर उपचार के लिए रीवा रेफर किया गया है और संबंधित झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि लापरवाही साबित होने पर सख्त कार्रवाई होगी। साथ ही जिले में सक्रिय अन्य फर्जी डॉक्टरों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की तैयारी भी की जा रही है। सीएमएचओ ने जनता से अपील की— “इलाज हमेशा योग्य एमबीबीएस डॉक्टर से ही कराएँ。” बाइट डॉ पुष्पराज सिंह, सीएमएचओ
0
comment0
Report
MKMohammad Khan
Dec 05, 2025 05:50:47
Bhilwara, Rajasthan:भीलवाड़ा। यूआईटी लॉटरी प्रक्रिया को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे है। इस कड़ी में एक और नया विवाद जुड़ गया है। इस बार विवाद का कारण है ट्रांसजेंडर को आवंटित भूखंड। दरअसल भीलवाड़ा के किन्नर समाज ने भूखंड आवंटन को लेकर कुछ सवाल उठाए हैं। इसको लेकर फिर नया विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल किन्नर समाज से आने वाली प्रिया बाई ने कहा कि जिले में किन्नर समाज के लोगों की संख्या करीब 25 है तो यूआईटी की ओर से आवंटित भूखंड की संख्या 35 कैसे हो गई। हमारे में से एक या दो लोगों ने आवेदन किया है बाकी ट्रांसजेंडर कहां से आ गए है। दूसरा, जिनकी लिस्ट निकाली गई प्राथमिक स्तर पर ऐसा लग रहा है कि वे फर्जी है क्योंकि जिन ट्रांसजेंडर आवेदकों को यह भूखंड आवंटित हुए हैं उनके नाम में पिता या अन्य किसी का नाम लग रहा है जबकि हमारे किन्नर समाज में गुरू शिष्य की pratha है। यानी हमारे आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्र में हमारा स्वयं का नाम और पिता की जगह हमारे गुरू जैसे किरण बाई का नाम लगाया जाता है। लेकिन लिस्ट में गुरू के नाम पर उनके असली पिता और अन्य का नाम, जाति आदि सभी दिखाई दे रहा है। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि आखिर ये लोग कौन है। प्रिया बाई ने तो यहां तक कहा कि जिन ट्रांसजेंडर को भूखंड आवंटन हुआ है उनकी जांच होनी चाहिए क्योंकि हमारे समाज के लोगों का हक किसी और को नहीं छीनने देंगे। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि ट्रांसजेंडर आवेदकों की सत्यता पता लगाने के लिए कमिटी का गठन हो जिसमें हमारे समाज का प्रतिनिधि भी शामिल हो क्योंकि कोई फर्जी दस्तावेज लगाकर भूखंड प्राप्त न कर लें। इधर, यूआईटी सचिव ललित गोयल ने कहा कि ट्रांसजेंडर के लिए पूरे राजस्थान से आवेदन आए है जिन्हें भूखंड आवंटित किए हैं। दस्तावेजों के सत्यापन के साथ ही कलेक्टर के यहां जारी होने वाला सर्टिफिकेट भी अनिवार्य कर दिया है। ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए आवंटित भूखंड उन्हें दिए जाएंगे अन्य किसी को नहीं। अगर किसी ने दस्तावेजों में हेरफेर किया है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
47
comment0
Report
Dec 05, 2025 05:48:42
25
comment0
Report
RKRupesh Kumar
Dec 05, 2025 05:48:23
Betul, Madhya Pradesh:बैतूल की दुर्लभ शिल्पकला भरेवा आर्ट को GI टैग मिला है. इसी साल भोपाल आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को CM डॉ मोहन यादव ने भरेवा शिल्पकला से निर्मित पुष्पक विमान उपहार में दिया था, जो बैतूल के ही टिगरिया गाँव में बनाया गया था. भरेवा आर्ट बैतूल जिले की पहली शिल्पकलाओं में से एक है जिसे GI टैग मिला है. बैतूल जिले के टिगरिया गाँव के भरेवा कलाकारों की मेहनत के चलते इस गाँव को क्राफ्ट विलेज के नाम से भी जाना जाता है. भारत सरकार के बौद्धिक संपदा अधिकार चेन्नई की ओर से भरेवा आर्ट को GI टैग दिया गया है. भरेवा कला बैतूल की प्राचीनतम शिल्पकलाओं में से एक है जिसमें मिट्टी के सांचे बनाकर उनमें पिघली हुई पंचधातु को भरा जाता है और एक से बढ़कर एक शिल्पकलाएँ बनाई जाती हैं. हर कलाकृति खुद में बेजोড় दिखती है और इन्हें बनते हुए देखना भी खास होता है. बैतूल के भरेवा कलाकारों द्वारा बनाई गई मोर चिमनी काफी प्रसिद्ध है. अब GI टैग मिलने से भारत के प्रधानमंत्री और राजदूत इन शिल्पकलाओं को दूसरे देशों के राजदूतों को उपहार स्वरूप दे सकते हैं, वहीं भरेवा कला अब पूरी दुनिया के आर्ट गैलरी तक पहुंच पाएगी. GI टैग मिलने से भरेवा शिल्पकारों को ना सिर्फ दुनियाभर के बाजारों तक पहुंचने का मौका मिलेगा बल्कि इस लुप्त होती कला को नया जीवन मिल गया है. अब से लगभग दो दशक पहले भरेवा शिल्पकरी लगभग लुप्त हो चुकी थी लेकिन भरेवा कलाकारों ने अपनी जनजातीय संस्कृति और रोजमर्रा के जीवन से जुड़े सामानों और अनुभवों को भरेवा शिल्पकारी से व्यक्त किया तो इस कला को पुनर्जीवन मिल गया है.
0
comment0
Report
RMRam Mehta
Dec 05, 2025 05:47:17
Baran, Rajasthan:छबड़ा में खाद के टोकन नहीं मिलने से नाराज किसानों ने शुक्रवार को स्टेट हाईवे 51 के आंबेडकर सर्किल पर विरोध प्रदर्शन किया। किसानों ने सड़क जाम कर दी, जिससे लगभग 2 घंटे तक यातायात बाधित रहा। सूचना मिलने पर कृषि विभाग के अधिकारियों और छबड़ा थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर किसानों को समझाया, जिसके बाद जाम हटा दिया गया। किसानों का आरोप था कि वे सुबह 4 बजे से ही खेल मैदान में टोकन लेने के लिए लाइन में खड़े थे, लेकिन टोकन वितरित नहीं किए गए। इससे वे आक्रोशित हो गए और आंबेडकर सर्किल पर पहुंचे करजाम लगा दिया। किसानों ने बताया कि खाद न मिलने के कारण उन्हें अपनी फसलों के लिए कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
0
comment0
Report
Advertisement
Back to top