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युवाओं को गैंगस्टरों के जाल से बचने की चेतावनी: एसपी भौरिया
Yamuna Nagar, Haryana
यमुनानगर एसपी सुरेंद्र भौरिया ने जिले के युवाओं को गंभीर चेतावनी देते हुए कहा कि विदेशों में बैठे गैंगस्टर, हरियाणा के गांवों के युवाओं को छोटे लालच देकर खतरनाक अपराधों में धकेल रहे हैं। एसपी ने कहा कि युवाओं को जल्द ही यह समझना होगा कि जुर्म का रास्ता बहुत छोटा होता है, जिसका अंत या तो जेल में होता है या एनकाउंटर में। रोमिल वोहरा इसका ताजा उदाहरण है।
*विदेश में बैठे गैंगस्टरों की नई रणनीति: युवाओं को लालच देकर अपराध की दुनिया में धकेलना*
यमुनानगर पुलिस द्वारा हालिया घटनाओं के विश्लेषण में खुलासा हुआ है कि विदेशी नेटवर्क से जुड़े गैंगस्टर जैसे सूर्यप्रताप, नोनी राणा और सन्नी सलेमपुर, गांव के युवाओं को छोटे-मोटे लालच देकर खतरनाक अपराधों में शामिल कर रहे हैं। यह गैंग युवाओं को वादा करते हैं कि उन्हें विदेश भेजा जाएगा और जीवन संवारने का मौका मिलेगा, जबकि असल में ये युवक अवैध हथियारों की डिलीवरी, फिरौती वसूली और ट्रांसपोर्ट जैसी आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल किए जा रहे हैं। एसपी ने कहा कि ऐसे युवाओं को अक्सर सिर्फ 5 से 10 हजार रुपये देकर संगीन वारदातों में झोंक दिया जाता है, और न तो उन्हें विदेश भेजा जाता है, न ही पूरा भुगतान किया जाता है।
*जुर्म की उम्र होती है छह महीने: रोमिल वोहरा इसका ताजा उदाहरण*
एसपी भौरिया ने प्रेस वार्ता में कहा कि जो युवा इस रास्ते पर फंसते हैं, उनके अपराध की औसत उम्र छह से सात महीने की होती है। रोमिल वोहरा की कहानी इसी सच्चाई का सबसे ताजा उदाहरण है, जिसने जुर्म की दुनिया में तेजी से कदम रखा और एनकाउंटर में मारा गया। युवाओं को चाहिए कि वे ये समझें कि अपराध का रास्ता छोटा होता है और भविष्य उससे कहीं लंबा।
*17 युवाओं की पहचान, जिनका रिकॉर्ड अभी साफ था*
पुलिस ने ऐसे 17 युवाओं की पहचान की है, जो हाल ही में अपराध के संपर्क में आए हैं और जिनका पहले कोई बड़ा आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था। इनमें बिलासपुर और छप्पर गांवों के युवा सबसे ज्यादा हैं। पुलिस का मानना है कि इन युवाओं को भी गैंगस्टर गिरोहों ने झूठे वादों और तात्कालिक पैसों के लालच में फंसाया है। एसपी ने परिजनों से अपील की कि वे समय रहते अपने बच्चों को अपराध के इस रास्ते से वापस लाएं।
*गांव-गांव जागरूकता, पुलिस का सक्रिय अभियान*
एसपी भौरिया ने बताया कि पुलिस टीम गांव-गांव जाकर युवाओं से संवाद कर रही है और उन्हें अपराध के दुष्परिणाम समझा रही है। इसके साथ ही उन्होंने मीडिया से भी सहयोग मांगा कि समाज में इस संदेश को फैलाया जाए कि थोड़े से लालच में जीवन को बर्बाद करना कोई समझदारी नहीं है।
*शराब कारोबारियों को सुरक्षा, फिर भी बिडिंग में कमी, वजह क्या?*
पुलिस ने हाल ही में शराब कारोबारियों की मांग पर गन लाइसेंस और पुलिस सुरक्षा की सुविधा उपलब्ध करवाई है। इसके बावजूद शराब कारोबारियों ने ताजा बिडिंग में भागीदारी से दूरी बना ली है। एसपी भौरिया ने कहा कि इसके पीछे अन्य सामाजिक, पारिवारिक और आर्थिक कारण भी हो सकते हैं, जिन्हें पुलिस गंभीरता से देख रही है। साथ ही अवैध शराब बिक्री पर पुलिस ने लगातार शिकंजा कसा है और पिछले तीन दिनों में 10 मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
बाइट: सुरेंद्र भौरिया, एसपी यमुनानगर।
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