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Muzaffarpur842001

मुजफ्फरपुर में रोटरी क्लब समारोह, 13 लाख का योगदान

Sept 02, 2024 05:16:02
Muzaffarpur, Bihar

मुजफ्फरपुर में रोटरी क्लब लिच्छवी के पदस्थापन समारोह में पूर्व अध्यक्ष अजीत अग्रवाल ने रोटरी फाउंडेशन को 8.4 लाख रुपये और अन्य रोटेरियनों ने 3 लाख रुपये देने की घोषणा की। डिस्ट्रिक्ट गवर्नर विपिन चाचान ने रोटरी की समाज सेवा गतिविधियों की जानकारी दी, जिसमें आई हॉस्पिटल, कैंसर वैक्सीनेशन, और युवाओं को प्रशिक्षण शामिल है।

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BSBhanu Sharma
Dec 29, 2025 03:48:32
Dholpur, Rajasthan:धौलपुर में घना कोहरा, वाहनों की रफ्तार थमी, फसल में नुकसान की संभावना धौलपुर। जिले में 3 दिन से मौसम खराब चल रहा है। सर्द हवाओं के साथ कड़ाके की सर्दी ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है। हाईवे और सड़क मार्गों पर आवागमन की रफ्तार थम गई है। सोमवार को जिले का न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। घना कोहरा और कड़ाके की सर्दी फसल के लिए नुकसानदेह मानी जा रही है। आज फिर जिले में मौसम का मिजाज बिगड़ गया। घना कोहरा होने से वायुमंडल में धुंध छा गई। सड़क मार्गों पर विजिबिलिटी 10 से 15 मीटर तक देखने को मिली है।वाहनों की रफ्तार काफी धीमी पड़ गई है। वाहन चालक हेडलाइट जलाकर वाहनों की ड्राइविंग कर रहे हैं। शीतलहर से बचने के लिए लोग आग जलाकर अलावो का सहारा ले रहे हैं। लोगों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। कोचिंग सेंटर जाने वाले विद्यार्थी एवं कामदार लोगों को सुबह कड़ाके की सर्दी से सामना करना पड़ा है. शहर के प्रमुख बाजार एवं सड़कों पर सन्नाटा पसर गया है। रवि फसल में मौसम से नुकसान बताया जा रहा है। किसानों ने बताया रवि की सरसों और आलू फसल में नुकसान की संभावना है।वही गेहूं चना मटर इन फसलों में आद्रता और नमी के विशेष जरूरत है। सोमबार को तापमान का पारा एकदम लुढ़ककर 8 सेल्सियस डिग्री रह गया है। उधर मौसम विभाग ने आगामी दिनों में घना कोहरा शीत लहर एवं कड़ाके की सर्दी पड़ने की चेतावनी दी है
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RMRam Mehta
Dec 29, 2025 03:48:18
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SPSohan Pramanik
Dec 29, 2025 03:47:54
Pakur, Jharkhand:सलग - फुटबॉल / 29 DEC एरिया – पाकुड़ गोकुलपुर के मैदान में अंतर्राजीय तीन दिवसीय वार्षिक फुटबॉल चैम्पियनशीप का भव्य शुभारंम हुआ...इस चैम्पियनशीप में देश के विभिन्न राज्यों के कुल 16 टीमें ने हिस्सा लिया है...तीन दिनो तक चलने वाले वार्षिक फुटबॉल चैम्पियनशीप में देश के उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल के नामचीन खिलाड़ी खेल का प्रदर्शन करेंगे...पश्चिम बंगाल के मोहन बागान की टीम ने भी हिस्सा लिया है...टुनामेंट में भाग ले रही टीमों में शामिल विदेशी खिलाड़ियों को देखने बड़ी संख्या में खेलप्रेमी गोकुलपुर मैदान पहुंचे है...पहले दिन हजारीबाग, दुमका, पाकुड़, कोलकाता के खिलाड़ियों के द्वारा टूर्नामेंट में दमखम दिखाएंगे...यह टूर्नामेंट का लाइव टेलीकास्ट भी किया जा रहा है...ताकि घर बैठे भी लोग इस खेल को देखकर आनंद ले सके...
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BSBHUPENDAR SINGH SOLANKI
Dec 29, 2025 03:47:38
Tonk, Rajasthan:टोंक बीसलपुर बांध ने बनाया नया रिकॉर्ड: नहरों में पानी छोड़ने के 10 दिन बाद तक भरा रहा इस साल का 10वां कीर्तिमान इस साल जिले में हुई रिकॉर्ड तोड़ बारिश से बीसलपुर बांध ने कई नए कीर्ति मान स्थापित है। इस एक सीजन में बीसलपुर बांध ने अब तक 10 रिकॉर्ड बना लिए है। हाल ही में 9वां और 10 वां रिकॉर्ड भी बीसलपुर बांध ने बना लिया है। यह रिकॉर्ड है बीसलपुर बांध की नहरों में पानी छोड़ने के 10 दिन तक बांध फुल भरा रहा। वहीं पहली बार बांध 19 दिसंबर तक फुल भरा रहा। इससे पहले के सालों में अक्टूबर, नवंबर माह में ही बांध खाली होने लग जाता था। जबकि इस साल 20 दिसंबर से बांध खाली होने लगा है। वह भी काफी कम खाली हो रहा है। नहरों ओर पेयजल सप्लाई में पानी छोड़ने के बावजूद आठ दिन में महज पांच सेंटीमीटर पानी बांध में कम हुआ है। आज बांध का जलस्तर 315.45 आर एल मीटर है। इस साल कम दिन छूटेगा नहरों में पानीः इस साल पिछले साल के मुकाबले नहरों में पानी कम छोड़ा जाएगा। क्योंकि गत साल बांध से नहरों में पानी 22 नवम्बर से 15 अमर्च तक 112 दिन तक पानी छोड़ा गया था। बीसलपुर बांध से इस बार करीब 80 दिन देरी से नहरों में 10 दिसंबर को पानी छोड़ा है। इससे पहले 4 दिसम्बर को ही बीसलपुर बांध का आखिरी गेट बंद किया था। इस साल बांध के 134 दिन गेट खुले रहे थे। इससे बनास नदी में बांध 140.821 टीएमसी पानी व्यर्थ बहा था। इससे बीसलपुर बांध साढ़े तीन बार भर जा सकता था। dाईं नहर है सबसे बड़ीः बीसलपुर बांध की 51.6 किमी लम्बी दायीं और 18.65 किमी लम्बी बायीं नहर तथा वितरिकाओं (कुल लम्बाई करीब 750 किमी) की मरम्मत और सफाई का काम जोरों पर है। दोनों नहरों और उनकी वितरिकाओं के जरिए नास 81 हजार से अधिक क्षेत्रफल में उगी रबी की फसलों और सब्जियों को सिंचाई का पानी उपलब्ध होगा। साल 2019 में 64 दिन खुले थे गेटः इस साल बीसलपुर बांध लबालब होने पर 24 जुलाई को बांध का एक गेट खोला था। फिर पानी बढ़ा तो कुछ दिन बाद अधिकतम 8 गेट इस साल खोले गए थे। इसके बाद पानी की आवक कम होने बांध का एकमात्र गेट खोलकर रखा गया, जिसे 90 दिन बाद 21 अक्टूबर को बंद किया था। इसी के साथ बीसलपुर बांध ने लगातार सबसे अधिक 90 दिन पानी निकासी का रिकॉर्ड बनाया था。 tenaja बारिश से बढ़ी आवक, फिर खुले गेटः इस सीजन में बांध के गेट 24 जुलाई खोले गए थे और 21 अक्टूबर को बंद किए थे। अक्टूबर महीने के आखिरी सप्ताह में बारिश होने से बांध में फिर से पानी की आवक बढ़ गई थी। इसके चलते पहली बार बांध के अक्टूबर माह के लास्ट वीक में 28 अक्टूबर को दोपहर को बांध का फिर एक गेट खोला गया था। उसे 4 दिसंबर को बंद किया था。 किस साल कितना पानी बनास नदी में छोड़ा: बीसलपुर बांध के गेट अब तक 8 बार खोले जा चुके हैं। पहली बार इसमें 2004 में पानी रोका गया था। उस साल 26.18 टीएमसी पानी निकासी की गई थी। इसी तरह फिर 2006 में 43.25 टीएमसी, 2014 में 11.202 टीएमसी, 2016 में 134.238 टीएमसी, 2019 में 93.605 टीएमसी, 2022 में 13.246 टीएमसी, 2024 में 31.433 टीएमसी और इस साल 135 टीएमसी से ज्यादा पानी की निकासी बनास नदी में की गई है। बीसलपुर बांध प्रोजेक्ट के एक्सईएन मनीष बंसल ने बताया कि टोंक जिले में सिंचाई के लिए 8 टीएमसी पानी, पेयजल के लिए 16.2 टीएमसी पानी आरक्षित है। इसके अलावा 8.15 टीएमसी वाष्पीकरण व अन्य खर्च माना गया है。 ये बने है इस साल सात रिकॉर्ड: 1. दिसंबर माह में पहली बार गेट खुला रहना 2. सबसे ज्यादा पानी की निकासी होना 3. लगातार दूसरे साल गेट खुलना 4. पहली बार जुलाई में गेट खोलना 5. पहली बार अक्टूबर में फिर से गेट खुलना 6. पहली बार 4 दिसंबर तक बांध के गेट खुले रहना 7. सबसे ज्यादा दिनों (134 दिन) तक गेट खुले रहना 8. पहली बार देरी से 10 दिसंबर में नहरों में पानी छोड़ा 9. पहली बार 19 दिसंबर तक बांध फुल भरा रहना 10. नहरों में पानी छोड़ने के दस दिन तक भी भरा रहा पानी
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DGDeepak Goyal
Dec 29, 2025 03:47:19
Jaipur, Rajasthan:एंकर-राज्य सरकार ने साल 2026 के लिए सार्वजनिक और ऐच्छिक अवकाशों का कैलेंडर जारी कर दिया है। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी इस टाइम टेबल का सबसे ज्यादा असर सीधे सरकारी कार्मिकों की छुट्टी प्लानिंग पर पड़ेगा। कागजों में भले ही 31 सार्वजनिक और 19 ऐच्छिक अवकाश नजर आ रहे हों, लेकिन वास्तविकता यह है कि त्योहारों के कई अवकाश शनिवार-रविवार पर पड़ने से कर्मचारियों को मिलने वाली छुट्टियां अपेक्षा से काफी कम हो गई हैं। वीओ-1-राज्य सरकार ने साल 2026 के लिए सार्वजनिक और ऐच्छिक अवकाशों का टाइम टेबल जारी कर दिया है। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से घोषित इस कैलेंडर ने सरकारी कार्मिकों के बीच मिली-जुली प्रतिक्रिया पैदा कर दी है। एक ओर जहां कर्मचारियों को लगातार तीन-तीन दिन की छुट्टियों वाले 12 सप्ताह मिलेंगे, वहीं دوسری ओर कई बड़े त्योहार शनिवार-रविवार पड़ने से छुट्टियों की संख्या घट गई है। सरकारी कर्मचारियों के लिए साल 2026 में कुल 31 सार्वजनिक अवकाश घोषित किए गए हैं। इसके अलावा 19 ऐच्छिक अवकाश भी सूची में शामिल हैं......इस बार अवकाश कैलेंडर में सबसे बड़ा झटका उन त्योहारों से जुड़ा है, जो साप्ताहिक अवकाश के दिन ही आ गए हैं। 9 सार्वजनिक छुट्टियां शनिवार या रविवार पर पड़ने की वजह से स्वतः ही बेअसर हो गई हैं। इसका सीधा असर यह हुआ है कि कर्मचारियों को साल भर में मिलने वाली वास्तविक छुट्टियों की संख्या कम हो गई है, जबकि कैलेंडर में अवकाशों की गिनती ज्यादा दिख रही है। महाशिवरात्रि और दीपावली जैसे बड़े पर्व रविवार को पड़ने से कर्मचारियों में कसक हैं। आमतौर पर इन त्योहारों पर लंबी छुट्टी की उम्मीद रहती है, लेकिन इस बार वह संभावना नहीं बन पाई। हालांकि पूरी तस्वीर निराशाजनक भी नहीं है। साल 2026 में ऐसे 12 सप्ताह हैं, जिनमें सरकारी कर्मचारियों को लगातार तीन-तिन दिनों की छुट्टी मिलेगी। इनमें से कुछ सप्ताह ऐसे हैं, जहां शुक्रवार को सार्वजनिक अवकाश रहेगा और उसके बाद शनिवार-रविवार की साप्ताहिक छुट्टी मिलेगी। वहीं कुछ सप्ताहों में शनिवार-रविवार के बाद सोमवार को सार्वजनिक अवकाश होने से लगातार तीन दिन का ब्रेक मिलेगा। विशेष रूप से 5 सोमवार ऐसे हैं, जिन पर सार्वजनिक अवकाश घोषित है। इनकी वजह से उन सप्ताहों में शनिवार और रविवार के साथ मिलाकर तीन दिन की छुट्टी अपने आप बन जाएगी। इनमें 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस), 2 मार्च (होलिका दहन), 21 सितंबर (रामदेव जयंती व तेजा दशमी), 19 अक्टूबर (दुर्गाष्टमी) और 9 नवंबर (गोवर्धन पूजा) शामिल हैं。 वीओ-2-दूसरी ओर 6 सार्वजनिक छुट्टियां रविवार को होने के कारण कर्मचारियों को अतिरिक्त अवकाश का कोई लाभ नहीं मिलेगा। जिसमें रविवार 25 जनवरी को देवनारायण जयंती, 15 फरवरी को महाशिवरात्रि, 19 अप्रैल को परशुराम जयंती, 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस, 11 अक्टूबर को नवरात्र स्थापना, 8 नवंबर को दीपावली का सार्वजनिक अवकाश है, हर शनिवार-रविवार को साप्ताहिक अवकाश होता है, इसलिए ये छुट्टियां कम हो गई हैं। उधर तीन सार्वजनिक छुट्‌टी शनिवार को होने से तीन छुट्टी कम हो गई है जिसमें शनिवार 21 मार्च को इदुलफितर, 11 अप्रैल को महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती, 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस हैं। राज्य स्तर के कैलेंडर के अलावा जिला कलेक्टरों को साल में दो स्थानीय अवकाश घोषित करने का अधिकार दिया गया है। इससे कर्मचारियों को कुछ हद तक राहत मिल सकती है। जयपुर जिले में तो यह राहत मिल चुकी है, जहां कलेक्टर ने 14 जनवरी (मकर संक्रांति) और 11 मार्च (शीतला अष्टमी) को स्थानीय अवकाश घोषित कर दिया है। VO-3- बहरहाल, साल 2026 का अवकाश कैलेंडर सरकारी कर्मचारियों के लिए यह संदेश लेकर आया है कि छुट्टियों की संख्या ज्यादा दिखती जरूर है, लेकिन वास्तविक लाभ सीमित है। त्योहारों के अवकाश यदि सप्ताहांत पर पड़ते हैं, तो उसका फायदा कर्मचारियों को नहीं मिल पाता। ऐसे में अब सरकारी कार्मिकों को अपने अवकाश, यात्रा और पारिवारिक योजनाएं बनाते समय कैलेंडर को और ज्यादा सावधानी से देखना होगा। सरकारी दफ्तरों में चर्चा यही है कि 2026 में छुट्टियां कैलेंडर में ज्यादा और हाथ में कम” साबित होंगी, हालांकि बीच-बीच में मिलने वाले तीन दिन के ब्रेक कुछ राहत जरूर देंगे। दीपक गोयल जी मीडिया जयपुर。
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RKRANJEET Kumar OJHA
Dec 29, 2025 03:47:03
Jamshedpur, Jharkhand:जमशेदपुर जुगसलाई थाना क्षेत्र के फाटक गोलचक्कर रेलवे ट्रैक के पास स्थित एक पुराने टायर गोदाम में देर रात अचानक आग लगने से इलाके में अफरा-तफरी मच गई. आग की लपटें और धुएं का गुबार दूर से ही दिखाई देने लगा, जिससे आस पास के लोगों में दहशत महौल बन गया. बताया जा रहा है कि राष्ट्रपति के प्रस्तावित आगमन को लेकर प्रशासन द्वारा फाटक गोलचक्कर के समीप फुटपाथ से टायर दुकानों को पहले ही हटवा दिया गया था. इसके बाद दुकानदारों ने अपने टायर रेलवे बाउंड्री के पीछे अस्थायी रूप से जमा कर रखे थे. इन्हीं रखे गए टायरों में आग लगने की आशंका जताई जा रही है. घटना की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंच गई हैं और आग पर काबू पाने का प्रयास जारी है. आग तेजी से फैलने की वजह से दमकल कर्मियों को काफी मशकत करनी पड़ रही है. गौरतलब है कि इसी मार्ग से होकर राष्ट्रपति का काफिला आज करनडीह जाहेरथान की ओर जाएगा, ऐसे में प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. फिलहाल आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है और क्षेत्र में एहतियातन सुरक्षा बढ़ा दी गई है. फिलहाल आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है।
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BSBHUPENDAR SINGH SOLANKI
Dec 29, 2025 03:46:50
Tonk, Rajasthan:मालपुरा: रैगर समाज के प्रतिभा सम्मान समारोह में बही शिक्षा की बयार मालपुरा में अखिल भारतीय रैगर महासभा टोंक द्वारा किया जा रहा प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन, शिक्षा के साथ खेलकूद व अन्य सामाजिक क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य करनें वाले 400 से अधिक प्रतिभाओं व 25 भामाशाहों का किया सम्मान, कार्यक्रम का शुभारम्भ अंबেডकर जी चित्र पर दीप प्रज्जवलित व माल्यार्पण कर किया, मुख्य अतिथि जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी, विधायक रामसहाय वर्मा, राष्ट्रीय अध्यक्ष बीएल नवल सहित समाज के पदाधिकारी रहे कार्यक्रम में मौजूद, अतिथियों ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रतिभाएं परिचय की मोहताज नही होती, प्रतिभाएं पानी की तरह होती है जो अपना रास्ता खुद बना लेती है, समाज की बालिकाओं ने शिक्षाप्रद गानों पर शानदार प्रस्तुति, बूंदी के कलाकारों की मस्क वादन पर कच्छी घोड़ी नृत्य पर राजस्थानी कल्चर की नजर आई झलक, समारोह में समाज के हजारों महिला- पुरुषो ने भाग लिया.
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SHSAYED HUSSAIN AKHTAR
Dec 29, 2025 03:46:24
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VRVIJAY RANA
Dec 29, 2025 03:45:53
Chandigarh, Chandigarh:हरियाणा पुलिस ने वर्ष 2026 के लिए अपराध‑रोधी रणनीति को नया तेवर देते हुए हिंसक अपराधियों, ड्रग नेटवर्क, साइबर अपराध और उभरते सुरक्षा खतरों पर सख्त और प्री‑एम्पटिव (पूर्व‑नियोजित) फोकस का संकेत दिया है। मधुबन स्थित हरियाणा पुलिस अकादमी में हुई उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में डीजीपी ओ.पी. सिंह ने साफ कहा कि “हरियाणा की आखिरी गली तक दबदबा पुलिस का होना चाहिए, अपराधियों का नहीं।” ख़ूंखार अपराधी और हॉटस्पॉट पर नकेल रणनीति के केंद्र में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को 100 हिंसक अपराधियों की लाइव निगरानी की जिम्मेदारी देना शामिल है, जबकि हर जिले को अपने 20 सबसे खतरनाक अपराधियों की अलग सूची तैयार कर उन पर कड़ी नजर रखने को कहा गया है। इनमें हत्या, रंगदारी, कॉन्ट्रैक्ट किलिंग और संगठित गिरोहों से जुड़े आरोपी और सजायाफ्ता अपराधी शामिल रहेंगे, जिन पर लगातार निगरानी, कानूनी पाबंदियां और आर्थिक जांच के जरिए दबाव बनाए रखने की बात कही गई। इसी के साथ, शहरी इलाकों में रंगदारी, सीमावर्ती जिलों में ड्रग सप्लाई रूट और ग्रामीण बेल्ट में जुआ‑शराब और बदमाश तत्वों वाले इलाकों को क्राइम हॉटस्पॉट मानकर वहां लगातार “डोमिनेशन” (दबदबा) वाली पुलिस मौजूदगी पर जोर दिया गया। डीजीपी ने साफ किया कि लक्ष्य सिर्फ घटना के बाद कार्रवाई नहीं, बल्कि अपराध की तैयारी, संसाधन जुटाने और नेटवर्किंग को पहले ही चरण में तोड़ना है। नशा: सिर्फ रेड नहीं, सज़ा और डि‑एडिक्शन भी नशे के खिलाफ मोर्चे पर 2026 के लिए फोकस “कमर्शियल क्वांटिटी” वाले मामलों पर रहेगा, जहां सख्त जांच, मजबूत चार्जशीट और कोर्ट में सज़ा की दर बढ़ाने को प्राथमिकता दी जाएगी। ड्रग माफिया की अवैध कमाई की पहचान कर उसे कुर्क करने की कार्रवाई को अनिवार्य हथियार के रूप में देखा जा रहा है, ताकि नेटवर्क की आर्थिक कमर तोड़ी जा सके। बैठक में नशा‑मुक्ति व्यवस्था को सामाजिक न्याय विभाग से स्वास्थ्य विभाग में स्थानांतरण के हालिया सरकारी फैसले को भी अहम अवसर के रूप में देखा गया। वरिष्ठ अधिकारियों ने माना कि इससे डि‑एडिक्शन सेंटरों का विस्तार और अपग्रेडेशन तेज़ी से हो सकता है, बशर्ते पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन के बीच करीबी समन्वय बने। जिलों से अपेक्षा की गई कि वे सिर्फ पकड़‑धकड़ और जागरूकता तक सीमित न रहकर युवाओं और दोहराए जाने वाले नशा‑उपयोगकर्ताओं को ठोस उपचार और पुनर्वास विकल्प तक पहुंचाने में भी सक्रिय भूमिका निभाएं। साइबर अपराध: हेल्पलाइन से लेकर कोर्टरूम तक मधुबन बैठक ने साफ दिखा दिया कि साइबर फ्रंट पर लड़ाई सिर्फ टेक्निकल नहीं, कानूनी भी है। डीजीपी ओ.पी. सिंह ने माना कि साइबर अपराधी संसाधन‑सम्पन्न, तकनीकी रूप से दक्ष और कई बार महंगे वकीलों से लैस होते हैं, ऐसे में पुलिस की तैयारी सतही नहीं हो सकती। रणनीति के तहत साइबर हेल्पलाइन और जिला‑स्तरीय रिस्पॉन्स सिस्टम को और मजबूत करने, शिकायत से एफआईआर, चार्जशीट और ट्रायल तक पूरी प्रक्रिया की नियमित समीक्षा करने पर जोर दिया गया। डिजिटल सबूतों की कस्टडी, फॉरेंसिक प्रोटोकॉल और गवाह‑सुरक्षा जैसी बातों के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर को कड़ा बनाने और शुरू से ही अभियोजन पक्ष के साथ तालमेल पर बल दिया गया। स्लीपर सेल, सीमापार नेटवर्क और बदला भू‑राजनीतिक माहौल बैठक में पारंपरिक अपराध से आगे बढ़कर सुरक्षा से जुड़ी नई चुनौतियों पर भी गंभीर चर्चा हुई। हरियाणा की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए आतंकवादी स्लीपर सेल की पहचान और उन्हें सक्रिय होने से पहले ही नाकाम करने को प्रमुख प्राथमिकता बताया गया। सिंह ने अधिकारियों को आगाह किया कि स्थानीय शरारती तत्वों को पाकिस्तान‑मूल के अपराधियों या संगठित गिरोहों के साथ हाथ मिलाकर सनसनीखेज वारदातों की साजिश रचने का कोई अवसर न मिले। बदले हुए भू‑राजनीतिक परिदृश्य के बीच संदिग्ध घुसपैठ और अवैध प्रवास पर भी सतर्क नज़र रखने की बात कही गई, जिसमें संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों की गतिविधियों की वैधानिक निगरानी भी शामिल है। अधिकारियों को संकेत दिया गया कि यह निगरानी कानून, प्रक्रिया और मानवाधिकारों के दायरे में रहकर, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा और जन‑सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता मानकर की जाए। विकसित भारत 2047 और हरियाणा की ‘यूएसपी’ पूरी चर्चा के दौरान डीजीपी ने राज्य की सुरक्षा जरूरतों को केंद्र की “विकसित भारत 2047” दृष्टि से जोड़कर देखा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे खुद को सिर्फ क्राइम‑कंट्रोल एजेंसी नहीं, बल्कि हरियाणा के दीर्घकालिक आर्थिक‑सामाजिक विकास के सुरक्षा सहयोगी के रूप में देखें। सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “हरियाणा की सबसे बड़ी ताक़त अपराधियों पर क़ानून का दबदबा (पुलिस हेगेमनी) है; यही हमारी इन्वेस्टमेंट और टैलेंट डेस्टिनेशन के रूप में यूएसपी है, और इसे हमें पूरे जोर से सुरक्षित रखना है।” उनका संदेश था कि निवेश, रोज़गार और विकास की विश्वासनीयता का सीधा संबंध इस बात से है कि क्या गिरोह, रंगदारी नेटवर्क और संगठित अपराधी खुद को ‘हावी’ महसूस करते हैं या ‘घिरा हुआ’। थाने से शुरू होने वाली आख़िरी माइल की लड़ाई आख़िर में कहानी फिर थाने पर आकर टिकती है, जिसे सिंह “नागरिक सुरक्षा का पहला स्तंभ” मानते हैं। उन्होंने ज़िला पुलिस नेतृत्व से कहा कि वास्तविक नेतृत्व वहीं मापा जाएगा, जहां थाना‑स्तर पर एसएचओ स्थानीय इंटेलिजेंस मजबूत करे, दोहराए जाने वाले अपराधियों पर नज़र रखे, अपराध की तैयारी के हर चरण को बाधित करे और जनता के बीच पुलिस की मौजूदगी को पेशेवर और भरोसेमंद रूप में स्थापित करे। “साइबर फ्रॉड से लेकर नॉर्को नेटवर्क और टेरर स्लीपर सेल तक, हम तेज़ इंटेलिजेंस और मजबूत क़ानून का मेल करके उभरते अपराध से तीन कदम आगे रहेंगे,” सिंह ने बैठक के बाद कहा।
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VRVIJAY RANA
Dec 29, 2025 03:45:35
Chandigarh, Chandigarh:Year Ender \n \n2025 में कुल अपराधों का रुझान \n \nharyana में आईपीसी/बीएनएस और विशेष स्थानीय कानूनों के तहत कुल संगीन अपराध 2024 के 1,35,574 मामलों से घटकर 2025 में 1,27,850 रह गए, यानी 7,724 मामलों की कमी (लगभग 5.7 प्रतिशत)।\nआईपीसी/बीएनएस के अपराध अकेले 1,10,738 से घटकर 1,07,242 हो गए (3,496 मामलों की कमी, करीब 3.16 प्रतिशत), जबकि विशेष कानूनों के मामले 17 प्रतिशत से अधिक गिरे।\n \nव्यक्ति, संपत्ति और महिलाओं के खिलाफ अपराध\n \nव्यक्ति के खिलाफ हत्या के मामले 958 से घटकर 904 (करीब 5.6 प्रतिशत कम), गंभीर चोट के 3,892 से 3,524 (लगभग 9.5 प्रतिशत गिरावट), फिर भी पुलिस की तत्परता से पूरे राज्य में 100 से अधिक हत्या की साजिशें नाकाम की गईं।\nलूट के मामले 24 प्रतिशत, छिनैती 12 प्रतिशत से अधिक और चोरी 13 प्रतिशत से ज्यादा घटीं, जो बेहतर रोकथाम और हॉटस्पॉट पर तैनाती का नतीजा है।\n \nमहिलाओं के खिलाफ बलात्कार के मामले 1,373 से तेजी से घटकर 1,025 (25 प्रतिशत से अधिक कमी), छेड़छाड़ और दहेज हत्या में भी उल्लेखनीय गिरावट दर्ज हुई।\nअपहरण और एससी/एसटी एक्ट के मामले भी नीचे आए, जो बेहतर सामुदायिक संपर्क और तेज जांच का परिणाम है।\n \nगैंग्स पर कार्रवाई और लास्ट माइल डोमिनेशन\nहरियाणा पुलिस ने जमीन पर 'लास्ट माइल डोमिनेशन' मजबूत किया, साल के आख़िरी दो महीने में 4,000 से अधिक हिंसक और दोहराव वाले अपराधियों को जेल भेजकर संगठित अपराध और उगाही के नेटवर्क को कमजोर किया। इस अवधि में लगातार निगरानी, खुफिया तंत्र और तकनीकी मदद से 100 से ज्यादा हत्या की योजनाएं पहले ही पकड़ लीं, जिससे जानमाल का नुकसान रोका गया और कानून का राज मजबूत हुआ। \nविदेशों से संचालित अंतरराज्यीय गैंगस्टरों को सफलतापूर्वक प्रत्यर्पित कराया, जिनके कमांड स्ट्रक्चर अब टूट चुके हैं। \nहॉटस्पॉट्स में विशेष अभियान चलाकर अपराध-प्रवण इलाकों को साफ किया, पुलिस उपस्थिति, निगरानी और स्थानीय समुदायों के साथ समन्वय बढ़ाया। \n \nसाइबर अपराध और फोरेंसिक में नेतृत्व\nसाइबर अपराध से लड़ाई में राष्ट्रीय नेतृत्व कायम रखा, राज्य स्तरीय साइबर थानों, वित्तीय धोखाधड़ी, सोशल मीडिया और बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा पर वर्टिकल्स बढ़ाए। \nडिजिटल फोरेंसिक, बैंकों और मध्यस्थों से तालमेल से साइबर-वित्तीय धोखों में पता लगाने और वसूली में सुधार आया। \n \nफोरेंसिक विज्ञान में क्रांतिकारी निवेश किया, डीएनए, साइबर-मोबाइल फोरेंसिक, बैलिस्टिक्स और नशीले पदार्थों की जांच क्षमता बढ़ाई। \nइससे गंभीर मामलों में चार्जशीट मजबूत हुईं, दोषसिद्धि दर बढ़ी और फोरेंसिक रिपोर्टों की लंबी कतारें कम हुईं।\n \nनई आपराधिक कानूनों का सफल कार्यान्वयन\nहरियाणा पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) समेत नई कानूनी संरचना को पूरे राज्य में बखूबी लागू किया, रजिस्ट्रेशन, जांच और दस्तावेजीकरण के प्रक्रियाओं को नया रूप दिया। \nअधिकारियों, अभियोजकों और स्टाफ के लिए व्यापक प्रशिक्षण, अपडेटेड एसओपी और डिजिटल टेम्प्लेट्स से थाना स्तर पर सहज संक्रमण हुआ, सेवाओं में कोई व्यवधान नहीं। \n \n2026 की रणनीतिक प्राथमिकताएं\n2026 में तकनीक-आधारित पुलिसिंग को और बढ़ावा दिया जाएगा, सीसीटीवी ग्रिड, एआई से अपराध मैपिंग पर होगा ज़ोर।\nजिला साइबर इकाइयां को मजबूत किया जाएगा, डार्क वेब-क्रिप्टो अपराधों के लिए विशेष वर्टिकल्स बनेंगे, ऑनलाइन धोखाधड़ी के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाएंगे। \n \nफोरेंसिक क्षमता बढ़ाएंगे, गंभीर अपराधों में तेज और प्रभावी कार्रवाई होगी, लास्ट माइल डोमिनेशन पर जोर होगा। क्राइम हॉटस्पॉट्स नहीं बनने दिए जाएँगे।\nपीड़ित-केंद्रित और सामुदायिक पुलिसिंग पर जोर, थानों पर त्वरित सेवाएं, महिलाओं-बच्चों के लिए सहायता और जन संवाद बढ़ाएंगे। \n \nडेटा-आधारित तैनाती, मजबूत कानूनी फॉलो-अप और अंतरराज्यीय-वैश्विक समन्वय से 2025 का गतिशील बना कर हरियाणा को 2026 में और सुरक्षित बनाएंगे।
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Dec 29, 2025 03:45:00
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NarendrkumardixitNarendrkumardixit
Dec 29, 2025 03:39:17
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APAVINASH PATEL
Dec 29, 2025 03:36:58
Sakti, :एंकर सक्ती-भारतीय जनता युवा मोर्चा ने प्रदेश नेतृत्व के आव्हान पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का सक्ती के अग्रसेन चौक में भी जिला भाजयुमो ने पुतला दहन किया है. भाजयुमो के अनुसार कांग्रेस पार्टी के नेता हमेशा सनातन धर्म और साधु-संतो का अपमान करते रहे हैं. भाजयुमो जिला अध्यक्ष आलोक पटेल ने कहा कि सनातन धर्म का विरोध पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ कई कांग्रेसी नेताओं ने किया है. भूपेश बघेल अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पं. प्रदीप मिश्रा एवं पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का विरोध कर रहे है इससे स्पष्ट होता है कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं को इनका विरोध करने का स्क्रीप्ट किसी ने दिया हो. उन्होंने कहा कि रामसेतु की जब बात आई तब कांग्रेसियों ने कहा कि यह काल्पनिक है, भगवान राम को कांग्रेसियों ने काल्पनिक कहा. राम मंदिर बनने और आमंत्रण मिलने के बाद भी गांधी-परिवार दर्शन करने नहीं गया. बल्कि यह भारतीय आस्था और परंपरा पर सीधा आघात है. भाजपा और भारतीय जनता युवा मोर्चा ऐसे किसी भी कृत्य को कभी स्वीकार नहीं करेगा. भाजयुमो ने कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि सनातन संस्कृति पर किसी भी प्रकार का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. युवा मोर्चा के पदाधिकारियों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि साधु–संत भारतीय समाज की आत्मा हैं और यदि उनको अपमानित करने का कोई कार्य करेगा उन सभी तत्वों को भाजयुमो के विरोध प्रदर्शन के माध्यम से जवाब दिया जाएगा.
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OSONKAR SINGH
Dec 29, 2025 03:36:19
Indore, Madhya Pradesh:चित्रकूट में घने कोहरे की वजह से डंपर और डीसीएम में टक्कर 18 भैंसों की मौत घने कोहरे का असर देखने को मिला है जिसके चलते भैंसों से भरा तेज रफ्तार डीसीएम गाड़ी सड़क किनारे खड़े डंपर ट्रक के पीछे से जोरदार टक्कर मार दिया है जिससे हादसे में डीसीएम लदी 18 भैंसों की मौत हो गई है तो वहीं डीसीएम चालक हादसे में बाल बाल बच गया है। मामला शिवरामपुर चौकी क्षेत्र के चकला राजरानी गांव के पास का है जहां नेशनल हाईवे किनारे खड़े एक डंपर ट्रक के पीछे से भैंसों से भरे तेज रफ्तार डीसीएम ने टक्कर मार दिया है जिससे हादसे में डीसीएम लदी 18 भैंसों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है यह हादसा घने कोहरे की वजह से आज सुबह हुआ है जिससे घने कोहरे की धुंध की वजह से डंपर नहीं दिखाई दिया जिससे पीछे से डीसीएम ने टक्कर मार दिया। सबसे बड़ी बात यह रही कि घने कोहरे की वजह से दोनों वाहन दिखाई नहीं दिया और डीसीएम चालक भी मौके से फरार हो गया जिसकी वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन नहीं किया गया। जब कोहरा छटा तो वहां ड्यूटी पर गए ट्रैफिक पुलिस के सिपाहियों ने इसकी जानकारी शिवरामपुर पुलिस को दिया जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस और पशुपालन विभाग के कर्मचारियों ने क्रेन की मदद से घायल भैंसों को डीसीएम से नीचे उतारा और उनका इलाज करना शुरू कर दिया और जो भैंसे मृत हो चुकी थी उनको गड्ढा खोदकर दफना दिया गया है बताया जाए कि डीसीएम में 35 भैंसे लदी थी जिन्हें कटनी से इनके भैंस मंडी ले कर जाया जा रहा था। वहीं पुलिस का कहना है कि इस हादसे की जानकारी किसी ने नहीं दी और डीसीएम चालक भी मौके से फरार है जो रेस्क्यू किया जा रहा है। रेस्क्यू के बाद डीसीएम मालिक और चालक के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।
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