मोहनिया प्रखंड के स्कूल में दूषित पानी की समस्या, एसडीएम ने दिए जांच के निर्देश
कैमूर जिले के मोहनिया प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय बरेज में लगे चापाकल से निकलने वाले पानी से दुर्गंध आती है और थोड़ी देर में पानी का रंग पीला हो जाता है। शिक्षक और छात्र बाहर से पानी पीने को मजबूर हैं। छात्र वाहिद ने बताया कि चापाकल का पानी बदबूदार है और बोतल में रखने पर पीला हो जाता है, जिससे बीमारियों का खतरा है। एसडीएम राकेश कुमार ने पीएचईडी को जांच के निर्देश दिए हैं।
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दिल्ली में वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए बड़ा कदम उठाया गया है। अब 15 साल से ज़्यादा पुरानी पेट्रोल और 10 साल पुरानी डीजल गाड़ियों को पेट्रोल पंपों से फ्यूल नहीं मिलेगा। दिल्ली ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन तकनीक लगाई है, जिससे पंप पर आते ही गाड़ी की उम्र पता चल जाएगी। अगर गाड़ी तय समय से पुरानी है, तो उसे फ्यूल देने से इंकार कर दिया जाएगा।
यह नियम 1 जुलाई 2025 से लागू हो गया है और नियम तोड़ने पर भारी जुर्माना और गाड़ी जब्ती की कार्रवाई की जा सकती है।