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Kaimur821101

बिहार के मनरेगा में पोखर खुदाई में हो रहे घोटाले का मामला आया सामने

Aug 06, 2024 11:03:41
Bhabua, Bihar

कैमूर जिले के मनरेगा कार्यालय भभुआ द्वारा संचालित पोखर खुदाई योजना में बड़े पैमाने पर अनियमितता का मामला सामने आया है। भभुआ प्रखंड के मरीचा गांव में 10 लाख रुपये की लागत वाली योजना में बिना काम के ढाई लाख रुपये का भुगतान किया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि मात्र 6 इंच मिट्टी की खुदाई हुई है। इससे पहले डीहरमा गांव में भी बिना काम के 1.45 लाख रुपये निकाले गए थे। ग्रामीणों ने डीडीसी को आवेदन देकर जांच की मांग की है। मनरेगा के अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।

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NKNished Kumar
Nov 11, 2025 08:47:44
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AYAMARJEET YADAV
Nov 11, 2025 08:47:34
Sasaram, Bihar:खबर रोहतास जिला से है। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने आज अपने पैतृक गांव कोनार में मतदान करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अपने गांव के हाई स्कूल के मतदान केंद्र संख्या- 368 पर वोट डालें। वोट डालने के बाद प्रशांत किशोर ने अपील किया कि जो लोग अभी तक घरों में है, वह अपने घर से निकले और एक अच्छा बिहार बनाने के लिए मतदान करें। सही सरकार चुने तथा सही लोग को वोट दे। अपने बच्चों के भविष्य के लिए वोट दें। रोजगार के लिए, पलायन रोकने के लिए तथा स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए वोट करें। बता दे की जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर करगहर विधानसभा क्षेत्र के कोनार गांव में है। यहां से जनसुराज के प्रत्याशी रितेश पांडे भी इस दौरान उनके साथ मौजूद रहे। प्रशांत किशोर के अपने पैतृक गांव कोनार पहुंचने पर उनको देखने तथा उनसे मिलने लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। बाइट -- प्रशांत किशोर (सूत्रधार) जन सुराज, सासाराम।
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ASAshutosh Sharma1
Nov 11, 2025 08:47:21
Jaipur, Rajasthan:दिल्ली में लाल किले के पास हुए धमाके के बाद राजस्थान पुलिस और एटीएस (ATS) पूरी तरह अलर्ट मोड पर आ गई है। प्रदेश के सभी जिलों में पुलिस को चौकसी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं, जबकि जयपुर, अजमेर, जोधपुर और उदयपुर जैसे प्रमुख शहरों में सुरक्षा एजेंसियों ने विशेष निगरानी शुरू कर दी है। एटीएस लगातार लोगों, खासकर युवाओं से अपील कर रही है कि वे ऐसे किसी व्यक्ति या संगठन के संपर्क में न आएं जो धर्म के नाम पर नफरत या हिंसा फैलाने की कोशिश करता हो। सूत्रों के मुताबिक, एटीएस ने लोकल पुलिस के साथ मिलकर संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए खुफिया तंत्र को भी सक्रिय कर दिया है। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, धार्मिक स्थलों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में सादी वर्दी में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। पिछले दिनों राजस्थान एटीएस ने एक मौलवी ओसामा को गिरफ्तार किया था, जिस पर युवाओं को कट्टरपंथ की राह पर धकेलने और सोशल मीडिया के जरिए ब्रेनवॉश करने का आरोप है। इस गिरफ्तारी के बाद से ही एटीएस लगातार लोगों, खासकर युवाओं से अपील कर रही है कि वे ऐसे किसी व्यक्ति या संगठन के संपर्क में न आएं जो धर्म के नाम पर नफरत या हिंसा फैलाने की कोशिश करता हो। राजस्थान पहले भी आतंकी संगठनों के निशाने पर रह चुका है। 2008 में जयपुर में एक के बाद एक हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में 70 से ज्यादा लोगों की जान गई थी। वहीं, 2014 में जयपुर और टोंक सहित कई जगहों पर आतंकी स्लीपर सेल के नेटवर्क का खुलासा हुआ था। राजस्थान पुलिस और ATS एजेंसी ने लोगों से अपील की है कि सोशल मीडिया पर सक्रिय ऐसे तत्वों से सावधान रहें जो युवाओं को गुमराह कर आतंक की राह पर ले जाने की कोशिश करते हैं। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस या एटीएस हेल्पलाइन पर दें।
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DGDeepak Goyal
Nov 11, 2025 08:46:34
Jaipur, Rajasthan:राजस्थान की ब्यूरोक्रेसी में सोमवार देर रात बड़ा धमाका हुआ। मुख्य सचिव सुधांश पंत को केंद्र सरकार ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय में सचिव नियुक्त किया है। इस आदेश के साथ ही राजस्थान में नए मुख्य सचिव की तलाश तेज़ हो गई है। राज्य सचिवालय में सोमवार को हुई कमेटी ऑफ सेक्रेट्रीज़ (COS) की बैठक में मुख्य सचिव सुधांश पंत ने सभी अधिकारियों से कहा था अपना आचरण सुधारिए, जल्द ही एक बड़ा धमाका होने वाला है, आप सब भौचक्के रह जाएंगे। बैठक में मौजूद अधिकारी उस समय उनके इस बयान का अर्थ नहीं समझ पाए लेकिन शाम ढलते ही उनकी बात भविष्यवाणी बन गई। पहला धमाका हुआ जब एक महिला आईएएस अधिकारी ने अपने आईएएस पति के खिलाफ FIR दर्ज कराई। और देर रात दूसरा धमाका मुख्य सचिव पंत का केंद्र में ट्रांसफर आदेश जारी हुआ। केंद्र सरकार का आदेश, दिल्ली बुलाए गए पंत। कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग ने देर रात आदेश जारी कर बताया कि पंत को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय में सचिव बनाया गया है। वे अमित यादव का स्थान लेंगे, जो 30 नवंबर 2025 को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। यह निर्णय केंद्र की नियुक्ति मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (ACC) की मंजूरी के बाद लिया गया। महज एक साल 11 माह में फिर दिल्ली वापसी। सुधांश पंत को 1 जनवरी 2024 को केंद्र से भेजकर राजस्थान का मुख्य सचिव नियुक्त किया गया था। करीब दस माह बाद ही वे दोबारा सेंट्रल डेपुटेशन पर लौट रहे हैं। उनका कार्यकाल फरवरी 2027 तक रहने वाला था, लेकिन अब वे उससे पहले ही दिल्ली रवाना हो रहे हैं। पंत की दिल्ली वापसी के बाद ब्यूरोक्रेसी में चर्चाओं का दौर जारी है। राज्य सचिवालय में हर ओर यही सवाल गूंज रहा है क्या सुधांश पंत को पहले से अंदेशा था कि धमाका उन्हीं से जुड़ा होगा?” राजस्थान में खुली नए CS की रेस। सुधांश पंत के केंद्र जाने के बाद अब राजस्थान में नए मुख्य सचिव की तलाश शुरू हो गई है। ब्यूरोक्रेसी के गलियारों में कई वरिष्ठ अधिकारियों के नाम चर्चा में हैं..अभय कुमार (रिटायरमेंट अगस्त 2028), अखिल अरोड़ा (रिटायरमेंट फरवरी 2029), शिखर अग्रवाल (रिटायरमेंट जुलाई 2030), आनंद कुमार (सीनियर एसीएस, रेस में शामिल) सरकार अब वरिष्ठता और मेरिट दोनों के संतुलन से निर्णय करने पर मंथन कर रही है। सुधांश पंत के दिल्ली जाने के आदेश के बाद प्रशासनिक गलियारों में अब केवल एक चर्चा है राजस्थान का अगला मुख्य सचिव कौन होगा?” टकराव की खबरें भी आईं सामने। सचिवालय के गलियारों में चर्चा हैं की सुधांश पंत पिछले कुछ महीनों से राजस्थान में खुद को असहज महसूस कर रहे थे। बताया जाता है कि ट्रांसफर-पोस्टिंग जैसे निर्णयों में उनकी राय को तरजीह नहीं दी जा रही थी। कई बार उनकी अनुशंसा के बावजूद अफसरों की नियुक्ति उनकी इच्छा अनुसार नहीं हुई। मुख्य सचिव के पद पर होते हुए भी वे कई मामलों में स्वतंत्र निर्णय नहीं ले पा रहे थे। अहम निर्णयों की जानकारी उन्हें तब मिलती, जब आदेश जारी हो चुका होता। यही वजह बताई जा रही है कि उन्होंने केंद्र में वापसी का रास्ता चुना। पहले भी बीच कार्यकाल में दिल्ली गए हैं मुख्य सचिव। राजस्थान में मुख्य सचिवों के बीच कार्यकाल में दिल्ली लौटने की परंपरा नई नहीं है। सुधांश पंत से पहले दिल्ली डेपुटेशन से लौटकर मुख्य सचिव रहे राजीव महर्षि भी बीच कार्यकाल में दिल्ली फिर से चले गए थे.....राजीव महर्षि ने दिसंबर 2013 से अक्टूबर 2014 के बीच दस माह बाद ही दिल्ली का रुख किया था। सीके मैथ्यू को 2013 में मुख्य सचिव पद से हटाकर RSRTC चेयरमैन बनाया गया था। इन पदों पर रह चुके हैं सुधांश पंत। मुख्य सचिव सुधांश पंत ने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में बीटेक किया है। राजस्थान कैडर में आने के बाद उन्होंने जयपुर, जैसलमेर, झुंझुनूं और भीलवाड़ा जिलों में कलेक्टर रहते हुए उल्लेखनीय कार्य किए। जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) के कमिश्नर रहते उन्होंने शहरी विकास की दिशा बदली। इसके अलावा वे कृषि विभाग के आयुक्त, जलदाय विभाग के एसीएस, वन एवं पर्यावरण विभाग के प्रमुख सचिव और राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन जैसे अहम पदों पर सेवाएं दे चुके हैं।
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RKRakesh Kumar Bhardwaj
Nov 11, 2025 08:45:50
Jodhpur, Rajasthan:भोपालगढ़ उप जिला अस्पताल में मौसमी बीमारियों से हर घर झकड़ा हुआ, डेंगू,चिकनगुनिया,खांसी, जुकाम और बुखार के मरीजों की संख्या हर रोज काफी बढ़ रही, जिसके कारण अस्पताल में लंबी कतारें लगने लगीं, महिला व पुरुषों की बराबर लाइने लगी हुई नजर आ रही, मौसम में बदलाव और दिन-रात के तापमान में अंतर के कारण लोग ज्यादातर बीमार पड़े, खासकर छोटे बच्चे भी काफी प्रभावित हो रहे हैं। भोपालगढ़ क्षेत्र में इन दिनों काफी वायरल फैला हुआ नजर आ रहा है। नवंबर का आधा माह बीतने के बाद भी मच्छरों का प्रकोप फैलता नजर आ रहा है। प्रशासन की ओर से मच्छरों को मारने के लिए किसी भी प्रकार का छिड़काव नहीं करने के कारण भोपालगढ़ शहर के हर घर से एक से दो व्यक्ति मरीज बनकर अस्पताल का चक्कर काटते नजर आ रहे है। ---डॉ के रिक्त पद बनी बड़ी समस्या--- भोपालगढ़ के उप जिला अस्पताल में इन दिनों 28 डॉक्टर के स्वीकृत पद में से महज तीन डॉक्टर यहां अपनी सेवाए दे रहे हैं। सभी डॉक्टर के पद रिक्त होने के कारण भोपालगढ़ क्षेत्र की जनता को जोधपुर 80 किलोमीटर दूर इलाज करवाने के लिए जाना पड़ रहा है।स्टे के तहत सीनियर शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर लोकेंद्र चौधरी के अस्पताल में सेवाएं देने से अस्पताल थोड़ा बहुत पटरी पर चल रहा है।
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HBHemang Barua
Nov 11, 2025 08:45:32
Noida, Uttar Pradesh:डॉक्टर परवेज अंसारी के घर से राजधानी लखनऊ के मडियाओ थाना क्षेत्र के IIM रोड के मुताक्कीपुर में डॉक्टर परवेज अंसारी के घर पर NIA और ATS की टीम ने छापेमारी की और डॉक्यूमेंट इकट्ठा करके लेकर गई है परवेज अंसारी एटीएस के हाथ नहीं लगे हैं डॉक्टर परवेज अंसारी फरीदाबाद से गिरफ्तार मुजम्मिल और शाहिद शाहीन के काफी ग़रीबी बताए जा रहे हैं पड़ोसी का कहना है कि वह अकेले आते थे अकेले रहते थे बहुत ज्यादा किसी से बातचीत नहीं करते थे पिछले दो-तीन दिनों से घर पर नहीं आए हैं परवेज इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में पढ़ाते हैं उनके घर के बाहर एक गाड़ी खड़ी है जिस पर इंटीग्रल यूनिवर्सिटी की पास भी लगा हुआ है
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HUHITESH UPADHYAY
Nov 11, 2025 08:45:21
Pratapgarh, Rajasthan:जिला : प्रतापगढ़ विधानसभा : प्रतापगढ़ खबर की लोकेशन : प्रतापगढ़ हेडर/हेडलाईन : राज्य सरकार और पुलिस विभाग के निर्देशानुसार सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए प्रतापगढ़ जिले में चलाया विशेष अभियान एंकर/इंट्रो : राज्य सरकार और पुलिस विभाग के निर्देशानुसार सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए प्रतापगढ़ जिले में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में धोलापानी थाना पुलिस द्वारा नाकाबंदी कर वाहनों की सघन जांच की गई। जिला पुलिस अधीक्षक बी. आदित्य के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी रविन्द्र पाटीदार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने बेरीकेड्स लगाकर आने-जाने वाले सभी वाहनों की गहन तलाशी ली। जांच के दौरान ट्रक, ट्रोला, कार, बाइक सहित हर प्रकार के वाहनों के चालकों की पहचान, वाहन दस्तावेज और लाइसेंस की बारीकी से जांच की गई। पुलिस टीम ने मौके पर ही कई चालकों का अल्कोहल टेस्ट किया और आवश्यक चालान और कार्रवाई की गई। अभियान का मुख्य उद्देश्य नशे में वाहन चलाने की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाना और सड़क दुर्घटनाओं को रोकना है। थाना पुलिस ने बताया कि यह जांच अभियान आगे भी नियमित रूप से जारी रहेगा ताकि सड़क पर सुरक्षा और अनुशासन सुनिश्चित किया जा सके। साथ ही, आमजन से अपील की गई है कि वे नशे की हालत में वाहन न चलाएं, यातायात नियमों का पालन करें और सुरक्षित यात्रा का वातावरण बनाए रखने में सहयोग करें।
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SPSanjay Prakash
Nov 11, 2025 08:39:14
Noida, Uttar Pradesh:अलवर अलवर रेलवे स्टेशन पर महिला की संदिग्ध मौत, परिवार चेन्नई मजदूरी के लिए जा रहा था अलवर जिले के नौगांवा क्षेत्र के अलावलपुर गांव से परिवार सहित मजदूरी के लिए चेन्नई जा रही एक महिला की सोमवार शाम अलवर रेलवे स्टेशन पर अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। पुलिस ने शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाकर मामले की जांच शुरू कर दी है। चेन्नई मजदूरी के लिए निकला परिवार, अलवर स्टेशन पर घटी घटना जानकारी के अनुसार, मृतका विष्णु देवी (60) पत्नी अमरनाथ निवासी अलावलपुर, नौगांवा अपने परिवार और गांव के अन्य लोगों के साथ चेन्नई कपास तोड़ने के काम के लिए रवाना हुई थीं। सभी लोग दोपहर करीब डेढ़ बजे घर से निकले और अलवर रेलवे जंक्शन पहुंचकर जयपुर जाने वाली ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। प्लेटफॉर्म पर खाना खाने के बाद अचानक गिर पड़ीं महिला परिवारजनों के अनुसार, शाम करीब साढ़े तीन बजे विष्णु देवी ने प्लेटफॉर्म नंबर दो पर बैठकर खाना खाया। इसके कुछ ही देर बाद वे अचानक बेहोश होकर गिर पड़ीं। परिवार ने उन्हें उठाने का प्रयास किया लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। डॉक्टरों ने किया मृत घोषित, पुलिस जांच में जुटी मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने तुरंत महिला को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतका के देवर दिनदयाल ने बताया कि विष्णु देवी के तीन बेटे पहले से चेन्नई में रहकर मजदूरी करते हैं。 पुलिस ने बताया कि मौत के कारणों का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल सकेगा। फिलहाल मामले की जांच जारी है।
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TSTushar Srivastava
Nov 11, 2025 08:38:48
Lucknow, Uttar Pradesh:डॉक्टर परवेज अंसारी के घर से राजधानी लखनऊ के मडियाओ थाना क्षेत्र के IIM रोड के मुतक्कीपुर में डॉक्टर परवेज अंसारी के घर पर NIA और ATS की टीम ने छापेमारी की और डॉक्यूमेंट इकट्ठा करके लेकर गई है परवेज अंसारी एटीएस के हाथ नहीं लगे हैं डॉक्टर परवेज अंसारी फरीदाबाद से गिरफ्तार मुजम्मिल और शाहिद शाहीन के काफी ग़रीबी बताए जा रहे हैं पड़ोसी का कहना है कि वह अकेले आते थे अकेले रहते थे बहुत ज्यादा किसी से बातचीत नहीं करते थे पिछले दो-तीन दिनों से घर पर नहीं आए हैं परवेज इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में पढ़ाते हैं उनके घर के बाहर एक गाड़ी खड़ी है जिस पर इंटीग्रल यूनिवर्सिटी की पास भी लगा हुआ है
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HBHemang Barua
Nov 11, 2025 08:38:38
Noida, Uttar Pradesh:दिल्ली लाल किले पर ब्लास्ट मामले में दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां की जांच अब 3 महत्वपूर्ण फैक्टर्स पर आकर टिक गई है। सबसे अहम वो 3 घंटे वो 3 घंटे जिनमें डॉक्टर उमर ने लाल किले की पार्किंग में गाड़ी खड़ी रखी उस दौरान उमर कहां था क्या पार्किंग में ही था या 3 घंटे के दौरान वो किसी से मुलाकात कर रहा था या इलाके की रेकी उसने की और वो पीक hour का इंतजार रहा था। जब ज्यादा भीड़ सड़को पर जुट सके। आखिर दोपहर 3 बजकर 19 मिनट पर वो गाड़ी पार्किंग में पहुंच गई थी। उसके बाद 6 बजकर 22 पर गाड़ी बाहर आई। इन 3 घंटों के दौरान उमर ने क्या किसी से बात की। क्या किसी से वो निर्देश ले रहा था या किसी के निर्देश का इंतजार कर रहा था। उमर को पता चल चुका था कि उसके साथी पकड़े जा चुके है और पुलिस कभी भी उस तक पहुंच सकती है तो ऐसे में उसने दिल्ली की हाईली सिक्योरिटी वाले इलाके में 3 घंटे तक रुकने का रिस्क क्यों लिया। क्या कोई स्लीपर सेल या लॉजिस्टिक सपोर्ट का इंतजार था। दूसरा अहम पहलू फरीदाबाद के जिस अल फला यूनिवर्सिटी के 3 डॉक्टर्स का नाम सामने आ गया था। इस नेटवर्क में इनके अलावा और कितने एक्टिव मेंबर या नॉन एक्टिव मेंबर जिन्हें स्लीपर सेल भी कहा जाता है वो एक्टिव थे। ये इतने हथियार इन्होंने कहा से लिए, इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक कहां से आया। क्या अलग अलग समय पर अलग अलग खेप से पहुंचा। ये विस्फोटक और हथियार यहां तक पहुंचाने वाले कौन थे। जिस टेलीग्राम ग्रुप से ये लोग जुड़े हुए थे उसके अन्य मेंबर कौन कौन है वो कब से एक्टिव था। क्या उमर मुजम्मिल या आदिल ने दिल्ली की रेकी की थी या इनके लिए ये काम कोई ओर कर रहा था। अब तक दिल्ली में जितने भी बम धमाके देखे गए उसमें विस्फोटक भले ही कोई भी हो लेकिन ब्लंट ऑब्जेक्ट जैसे, कील, बोल बेयरिंग ब्लेड जैसी धारदार चीजों का इस्तेमाल किया जाता था। जिससे इंपैक्ट बहुत ज्यादा और दूर तक हो। लेकिन इस मामले में ऐसा कुछ नहीं हुआ पुलिस को किसी भी तरह का कोई भी ब्लंट ऑब्जेक्ट नहीं मिले है। तो आखिरकार ब्लास्ट का इतना इंपैक्ट कैसे हुआ जबकि सड़क पर कहीं कोई गड्ढा भी नहीं बना। जैसा अक्सर ब्लास्ट साइट पर देखा जाता है। लेकिन गाड़ियों के परखच्चे उड़ गए न सिर्फ उस गाड़ी के जिसमें ब्लास्ट हुआ बल्कि आसपास की गाड़ियों के भी।
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