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2000 साल पुरानी करकूट नाग खुदाई में मिलीं भगवान शिव की 11 मूर्तियाँ!
KHKHALID HUSSAIN
Aug 04, 2025 16:46:19
Aishmuqam,
NOTE : THIS IS FOR DNA AS DISCUSSED WITH SANDEEP JI 0408ZN_TEMPLE ( TVU 9 ) 2000 साल पुराने करकूट नाग के जीर्णोद्धार के दौरान खुदाई में भगवान शिव की 11 मूर्तियों सहित 21 हिंदू मूर्तियाँ मिलीं। लोक निर्माण विभाग के नेतृत्व में चल रहे एक झरने के जीर्णोद्धार परियोजना के लिए खुदाई कार्य के दौरान अनंतनाग जिले के ऐशमुकाम के सालिया क्षेत्र में करकूट नाग में शिवलिंग सहित प्राचीन हिंदू मूर्तियाँ प्राप्त हुईं। अनंतनाग शहर से 3 किलोमीटर की पगडंडी सहित लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित यह पवित्र झरना कश्मीरी पंडितों के लिए महत्वपूर्ण है और करकूट वंश (625-855 ई.) से जुड़ा है। इन कलाकृतियों को विस्तृत विश्लेषण, कार्बन डेटिंग और संरक्षण, प्रामाणिकता और आयु सहित, के लिए पुरातत्व विभाग को सौंप दिया गया है। बाइट रियाज़ अहमद खान और अब अजीज पठान मजदूर लेबर (मूर्तियाँ खोजने वाले दो मज़दूरों) बाइट पीडब्ल्यूडी विभाग के पर्यवेक्षक अब्दुल माजिद वानी माना जाता है कि ये कलाकृतियाँ, जिनमें मुख्यतः कई शिवलिंग सहित हिंदू मूर्तियाँ हैं, करकूट वंश (625-855 ई.) के समय की हैं। यह काल कश्मीरी शैव धर्म और मंदिर वास्तुकला में अपने योगदान के लिए जाना जाता है। करकूट नाग स्थल का सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व है, विशेष रूप से कश्मीरी पंडित समुदाय के लिए, क्योंकि यह प्राचीन हिंदू पूजा पद्धतियों से जुड़ा है। इस क्षेत्र का ऐतिहासिक महत्व है, जहाँ झरने और आसपास की संरचनाएँ करकूट युग की स्थापत्य शैली को दर्शाती हैं। इस खोज ने इतिहासकारों और स्थानीय लोगों में रुचि जगाई है, कुछ लोगों का अनुमान है कि यह स्थल समय के साथ दबे किसी बड़े मंदिर परिसर का हिस्सा हो सकता है। ललितादित्य मुक्तापीड़ जैसे शासकों के लिए प्रसिद्ध करकूट वंश, कला, संस्कृति और धर्म के संरक्षण के लिए प्रसिद्ध है, जिसमें मार्तंड सूर्य मंदिर का निर्माण भी शामिल है। करकूट नाग में मिली खोजें इस क्षेत्र की समृद्ध पुरातात्विक विरासत के बारे में और जानकारी प्रदान कर सकती हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा ऐतिहासिक संदर्भ और अतिरिक्त निष्कर्षों की संभावना का आकलन करने के लिए आगे की जाँच किए जाने की उम्मीद है। यह स्थल कश्मीरी पंडित समुदाय द्वारा एक पवित्र तीर्थस्थल के रूप में पूजनीय है, विशेष रूप से करकूट वंश (625-855 ई.) से इसके जुड़ाव के कारण। यह झरना, जिसे अक्सर एक पवित्र तालाब कहा जाता है, प्राचीन काल में धार्मिक गतिविधियों का केंद्र बिंदु माना जाता है। शिवलिंग और देवताओं की मूर्तियों की उपस्थिति इस स्थल की शैव पूजा के केंद्र के रूप में भूमिका की ओर इशारा करती है, जो प्राचीन कश्मीर की एक प्रमुख परंपरा थी। कश्मीरी शैव दर्शन, एक अद्वैतवादी दर्शन, करकूट काल के दौरान फला-फूला, और करकूट नाग जैसे स्थल संभवतः आध्यात्मिक केंद्र के रूप में कार्य करते थे। स्थानीय कश्मीरी पंडित लंबे समय से इस झरने को पवित्र मानते रहे हैं, और यह खोज एक तीर्थस्थल के रूप में इसकी ऐतिहासिक भूमिका को पुष्ट करती है। बाइट रूबों सप्रू कश्मीरी पंडितों विद्वान ( This byte had come in slug : ZN TEMPLE BYTE ( TVU 3 ) कश्मीर पर शासन करने वाला करकूट वंश कश्मीर में शैव धर्म में अपने योगदान के लिए प्रसिद्ध है। यह राजवंश हिंदू और बौद्ध परंपराओं का संरक्षक था और एक समन्वित सांस्कृतिक वातावरण को बढ़ावा देता था। ऐसा माना जाता है कि मूर्तियाँ संभवतः 2,000 वर्ष से भी पुरानी हो सकती हैं। कर्कटूक नाग स्थल के लिए WT यह न केवल हिंदुओं के लिए एक पवित्र स्थान है, बल्कि क्षेत्र के मुसलमानों का मानना है कि सूफी "शाह हमदान" ने यहाँ पूजा की थी और आज भी क्षेत्र के लोग यहाँ श्रद्धा रखते हैं। यहाँ मुसलमानों द्वारा वार्षिक उत्सव भी मनाया जाता है। बाइट स्थानीय मुसलमानों ग़ुलाम हसन डार उसी रास्ते पर एक और शिव मंदिर (पाप हरण) स्थित है जिसका अर्थ है पाप निवारण, जिसका जीर्णोद्धार 4 करोड़ रुपये के बजट से किया जा रहा है। जम्मू और कश्मीर के अनंतनाग जिले के सालिया गाँव में स्थित पाप हरण मंदिर (जिसे पाप हरण तीर्थ या पाप हरण नाग भी कहा जाता है) कश्मीरी पंडितों के लिए एक पूजनीय धार्मिक स्थल है, जिसकी जड़ें इस क्षेत्र की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत में गहराई से जुड़ी हैं। मंदिर परिसर से WT यह तीर्थस्थल सलिया गाँव में स्थित है, जो अनंतनाग शहर से लगभग 8-10 किलोमीटर दूर है। यह मंदिर और झरना स्थित हैं। इस तीर्थस्थल का केंद्र लगभग 15 फीट गुणा 12 फीट का एक पवित्र झरना है, जिसे श्रद्धालु पवित्र मानते हैं। इस झरने के साथ एक छोटा मंदिर और आसपास की कुछ ज़मीन है, जो तीर्थस्थल परिसर का हिस्सा है। यह कर्कोटा राजवंश का भी था, उस समय जब कश्मीर हिंदू और बौद्ध संस्कृति का एक प्रमुख केंद्र था। ऐसा भी कहा जाता है कि इसका संबंध महाभारत से है और एक बार भीम ने भी इस झरने को दूषित किया था। बाइट रूबों सप्रू कश्मीरी पंडितों विद्वान ( This byte had come in slug : ZN TEMPLE BYTE ( TVU 3 ) इस झरने और मंदिरों का जीर्णोद्धार कश्मीर प्रशासन द्वारा शुरू किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य इस स्थल की पवित्रता को बनाए रखना और तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाओं में सुधार करना है। इस प्रक्रिया के दौरान हुई खोजों ने सावधानीपूर्वक पुरातात्विक प्रबंधन की आवश्यकता को उजागर किया है। कुछ कश्मीरी पंडित समूहों ने सरकार से तीर्थस्थल की भूमि पर अतिक्रमण रोकने का आग्रह किया है। तीर्थयात्रियों के लिए इस स्थल को और अधिक सुलभ बनाने के लिए बुनियादी ढाँचा विकसित करें। अतिरिक्त ऐतिहासिक अवशेषों को उजागर करने के लिए आगे खुदाई करें। ख़ालिद हुसैन ज़ी मीडिया कश्मीर
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SMSandeep Mishra
Dec 10, 2025 02:04:25
Dindori, Madhya Pradesh:डिंडोरी में जहाँ सरकारी सिस्टम की लापरवाही के चलते चौदह साल से सस्पेंड चल रहा है, हैरत की बात यह है कि उसे इस अवधि में मिलने बाला जीवन निर्वाह भत्ता भी नहीं दिया गया। ऐसे में कभी बच्चों का भविष्य सँवारने बाला शिक्षक आज खुद दाने दाने को मोहताज है और परिवार पालने के लिए लकड़ी बेचने को मजबूर है। मामला करंजिया विकासखंड के कुतरी गांव की प्राथमिक शाला में पदस्थ रहे शिक्षक धनीराम मरावी 2011 की जनगणना में लापरवाही के आरोप लगे और तत्कालीन कलेक्टर बी. चंद्रशेखर ने उन्हें निलंबित कर दिया। नियमों के मुताबिक निलंबन अवधि में जीवन निर्वाह भत्ता मिलना अनिवार्य था... कुछ महीनों तक मिला भी… लेकिन फिर अचानक खत्म हो गया। धनीराम ने विभाग में आवेदन दिए… मदद की गुहार लगाई… लेकिन सिस्टम की बेरुख़ी ने उन्हें पूरी तरह तोड़ दिया। बीमारी पत्नी का इलाज… बच्चों की शादी… घर की जिम्मेदारियाँ… सबने मिलकर इस मास्टर साहब को मजदूर बना दिया। आज हालत यह है कि धनीराम कांवर में लकड़ी बेचकर दिनभर में सिर्फ सौ डेढ़ सौ रुपए कमा पाते हैं… कभी–कभी मजदूरी कर लेते हैं… ताकि परिवार का गुजारा चल सके। क्या एक मामूली गलती की सजा इतनी भयावह हो सकती है कि 14 साल में सुनवाई नहीं हो सकी? धनीराम की पत्नी को इलाज की सख़्त जरूरत है लेकिन उनके पास इतने पैसे भी नहीं है कि ठीक से पत्नी का इलाज कर सकें। उनके साथी शिक्षक बताते हैं—धनीराम पहले मेरे साथ पदस्थ थे… लेकिन आज उनकी स्थिति बेहद दयनीय है… कई बार मिलकर मदद की… लेकिन सिस्टम की लापरवाही ने उन्हें इस हाल में पहुँचा दिया। जिला कलेक्टर अंजू पवन भदौरिया ने माना कि निलंबन अवधि में जीवन निर्वाह भत्ता न मिलना गंभीर लापरवाही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले की जाँच करवाकर जल्द बहाली की पूरी कोशिश की जाएगी। अब बड़ा सवाल यह है— क्या 14 साल से बनवास झेल रहे इस शिक्षक को कब तक बहाल किया जाएगा? क्या धनीराम फिर से स्कूल में पढ़ाते नज़र आएँगे? या फिर सिस्टम की उदासीनता उन्हें लकड़ी बेचने पर ही मजबूर रखेगी? संदीप मिश्रा zee मीडिया डिंडोरी
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ASAkhilesh Sharma
Dec 10, 2025 02:03:34
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CRCHANDAN RAI
Dec 10, 2025 02:01:13
Barh, Bihar:बाढ़ अनुमंडल में अलखनाथ घाट के पास एक सबसे खतरनाक और जहरीला सांप निकलने से हड़कंप मच गया। गंगा के किनारे एक बॉयलर प्लांट में यह सांप कई दिनों से आस पास के क्षेत्र में देखा जा रहा था। लोग इसे अजगर समझकर अनदेखी कर रहे थे। लेकिन जब प्लांट के अंदर लोगों ने बोरे में एक बड़े सांप को देखा, तब लोगों ने इसे अजगर समझ इसका पूंछ पकड़कर एक कार्टून में डाल दिया। जब लोगों को इसके खतरनाक जहरीले सांप रसेल वाइपर होने की जानकारी मिली, तब लोगों में हड़कंप मच गया। लोगों ने तुरंत वनविभाग के कर्मचारियों को इसकी जानकारी दी। वन विभाग के लोगों ने बताया कि यह दुनिया के सबसे खतरनाक सांप में से एक है। यह गंगा के किनारे के क्षेत्रों में अक्सर دیکھا जाता है। इसे अक्सर लोग अजगर समझने की भूल कर लेते हैं, लेकिन यह बहुत फुर्तीला और जहरीला होता है。
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GBGovindram Bareth
Dec 10, 2025 02:00:46
Saiki, Bihar:अवैध गिट्टी परिवहन पर खनिज विभाग की ताबड़तोड़ कार्रवाई. टिमरलगा बेरियल में हुई कार्रवाई। एंकर/सारंगढ़ जिले में खनिज माफियाओं पर नकेल कसने प्रशासन की सख्त कार्रवाई जारी है। जिला कलेक्टर के निर्देश पर खनिज विभाग की टीम ने रात्रि गश्त के दौरान अवैध गिट्टी परिवहन करते तीन हाइवा वाहनों को पकड़ा है। जिले 9 परिवहन पर कार्यवाही। जानकारी के अनुसार टीमरलगा बेरियल, गुडेली क्षेत्र में बिना रॉयल्टी के गिट्टी परिवहन की सूचना पर खनिज अमले ने रात में दबिश दी। इस दौरान तीन हाइवा गाड़ियाँ तेज रफ्तार से रोड पर दौड़ती मिलीं, जिन्हें टीम ने मौके पर ही रोककर जांच की। बिना रॉयल्टी वाहनों में अवैध गिट्टी लोड पाया गया। वाहनों से जुड़े नाम सामने आए हैं: मनोज कुमार अग्रवाल, बरमकेला; छत्तीसगढ़ मिनरल, गुडेली; मनीष बसंत, गुडेली; संदीप अग्रवाल। खनिज विभाग ने मौके पर ही पंचनामा तैयार कर खनिज अधिनियम के तहत कार्रवाई की है। जब्ती की कार्यवाही के बाद वाहनों को प्रक्रियानुसार मालिक की सुपुर्दगी में दिया गया है। प्रशासन का कहना है कि अवैध खनन व परिवहन के खिलाफ कार्रवाई आगे भी लगातार जारी रहेगी। बाइट/बजरंग पैकरा जिला खनिज अधिकारी।
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PDPradyut Das
Dec 10, 2025 01:45:32
Jalpaiguri, West Bengal:উত্তরের জলপাইগুড়িতে Chায়ে চিন্তা। আবহাওয়ার খালকে খেয়ামিপানার পাশাপাশি উত্তরবঙ্গে বন্যার জের। চায়ের ফলনে ব্যাপক ক্ষতির সম্মুখীন। অক্টোবরে রাজ্যে চায়ের উৎপাদন কমল দেড় কোটি কেজি। নভেম্বরেও সেই ধাক্কা সামালে উঠতে পারেনি চা শিল্প মহল। ফলে বছর শেষে চায়ের উৎপাদন কোথাই গিয়ে দাঁড়াবে তা নিয়ে উদ্বেগে বাগান মালিকরা。 টি বোার্ড এবং টি রিসার্চ অ্যাসোসিয়েশনের তথ্য বলছে, গত বছর অক্টোবরে রাজ্যে সবমিলেয়ে ৬১.১৩ মিলিয়ন কেজি চা উৎপাদন হয়েছিল। কিন্তু এবার অক্টোবরে রাজ্যে মোট চা উৎপাদন হয়েছে ৪৬.০৭ মিলিয়ন কেজি। অর্থাৎ গত বছরের তুলনায় ১৫.০৬ মিলিয়ন কেজি উৎপাদন কম এবার। খেয়ালি আবহাওয়ার পাশাপাশি উত্তরবঙ্গে অক্টোবরে হওয়া বন্যা যার অন্যতম কারণ বলে মত ওয়াকিবহাল মহলের। ইন্ডিয়ান টি প্ল্যান্টার্স অ্যাসোসিয়েশনের মুখ্য উপদেষ্টা অমৃতাংশু চক্রবর্তীর দাবি, খেয়ালি আবহাওয়ার জেরে চায়ের উৎপাদন মারাত্মকভাবে মার খাচ্ছে। কখনও টানা বৃষ্টি না হওয়া, আবার কখনও নাগাড়ে ভারী বৃষ্টির কারণে ক্ষতির মুখে পড়ছে চা শিল্প। অক্টোবরে উদ্বেগজনকভাবে চায়ের উৎপাদন কমার পিছনে উত্তরবঙ্গে বন্যা অন্যতম কারণ বলে মনে করেন তিনি। বলেন, খামখেয়ালি আবহাওয়ার কারণে চা বাগানে পোকার আক্রমণ আগের চেয়ে অনেক বেড়ে গিয়েছে। অনুমোদিত কীটনাশক দিয়ে ওিো পোকা দমন করা সম্ভব হচ্ছে না। কনফেডারেশন অব ইন্ডিয়ান স্মল টি গ্রোয়ার্স অ্যাসোসিয়েশনের (সিস্টা) সভাপতি বিজয়গোপাল চক্রবর্তী বলেন, ‘সেপ্টেম্বরেও চায়ের উৎপাদন কম হয়েছে। অক্টোবরে গত বছরের তুলনায় এবার রাজ্যে চায়ের উৎপাদন কম দোড় কোটি কেজি। নভেম্বরের রিপোর্ট এখনও হাতে আসেনি। তবে যতটুকু খবর মিলছে, ঘাটতি মেটানো সম্ভব হয়নি। ফলে বছর শেষে এবার চায়ের উৎপাদন যে কোথায় গিয়ে দাঁড়াবে, তা বুঝা যাচ্ছে না’।
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Dec 10, 2025 01:44:25
Sawaizpur, Uttar Pradesh:हरदोई की सवायजपुर तहसील के एसडीएम मयंक कुंडू ने सभागार में भरखनी, हरपालपुर, सांडी ब्लाक के राशन कोटेदारों को बुलाकर बैठक की। इस दौरान सभी से एसआईआर अभियान शत प्रतिशत सफल बनाने के लिए सहयोग मांगा। कहा कि राशन कोटेदार अधिकतर वोटरों को व्यक्तिगत रूप से जानते हैं। जो वोटर वर्तमान समय में घर पर न होकर किसी कार्य से बाहर गए हैं उनके बाहर रहने के स्थान और मोबाइल नंबर के बारे मे राशन कोटेदारो को जानकारी है। एसडीएम ने राशन कोटेदारों से वर्तमान एसआईआर अभियान के दौरान बांटे गए गणना पत्रक जल्द से जल्द भरवाकर जमा करवाने में बीएलओ का सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कई बूथों का भी औचक निरीक्षण कर बीएलओ को जल्द कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। इस दौरान तहसीलदार विनोद कुमार , नायव देशराज भारती भी रहे।
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SKSantosh Kumar
Dec 10, 2025 01:16:19
Noida, Uttar Pradesh:लखनऊ बॉलीवुड की फेमस सिंगर कनिका कपूर के साथ स्टेज पर एक शॉकिंग घटना घटी है, जिसका वीडियो अब इंटरनेट पर तेजी से छाया है। इस वीडियो में कनिका परफॉर्म करती दिख रही हैं। उसी दौरान उनके साथ एक ऐसा हादसा होता है जिसे देखकर अब हर कोई हैरान है। दरअसल स्टेज पर परफॉर्म कर रहीं कनिका के सामने अचानक एक शख्स स्टेज पर पहुंच जाता है और उन्हें छूने लगता है। हालांकि, सुरक्षा मे तैनात गार्ड मौके पर पहुंच कर युवक क दूर हटाता है घटना के बाद भी कनिका गाना भी जारी रखती हैं। इस चौंकाने वाले वीडियो में कनिका कपूर मेघालय के मेगोंग फेस्टिवल में अपना लाइव परफॉर्मेंस करती दिख रही हैं। सोशल मीडिया पर तेजी से छाए इस वीडियो में एक अनजान शख्स अचानक स्टेज पर उनके करीब आ जाता है जिसकी भनक किसी को पहले नहीं लगती है। वो स्टेज पर आते ही दौड़कर कनिका के पास पहुंचता है और उनके पैर पकड़ने लग जाता है और जहां-तहां उन्हें छूने की कोशिश कर रहा है। घटना रविवार शाम की है
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