Become a News Creator

Your local stories, Your voice

Follow us on
Download App fromplay-storeapp-store
Advertisement
Back
Hyderabad500008

నానల్ నగర్: రోడ్డు ప్యాచ్ పనులను పరిశీలించిన ఎంఐఎం కార్పొరేటర్

Jul 02, 2024 11:24:04
Hyderabad, Telangana

నానల్ నగర్ డివిజన్ పరిధిలోని ఖాదర్ బాగ్ లో కొనసాగుతున్న రోడ్డు ప్యాచ్ పనులను డివిజన్ కార్పొరేటర్ మహమ్మద్ నసీరుద్దీన్ పరిశీలించారు. ఈ సందర్భంగా మాట్లాడుతూ. ఇటీవల కురిసిన వర్షాలకు భారీ వాహనాలు వెళ్లడంతో రోడ్లు పాక్షికంగా దెబ్బతిన్నాయన్నారు. రోడ్డు ప్రమాదాలు జరగకుండా ఈ ప్యాచ్ పనులు చేపడుతున్నట్లు తెలిపారు. అవసరం ఉన్న చోట నూతనంగా రోడ్డు పనులు చేపట్టేలా చూస్తామని అన్నారు.

0
comment0
Report

For breaking news and live news updates, like us on Facebook or follow us on Twitter and YouTube . Read more on Latest News on Pinewz.com

Advertisement
YSYeswent Sinha
Dec 26, 2025 05:31:47
Nawada, Bihar:कर्तव्य पथ पर बलिदान: आईटीबीपी जवान मनोज कुमार शहीद, भीषण सड़क हादसे में साथियों को अस्पताल पहुंचाते हुए प्राण गंवाए नवादा। इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) के वीर जवान मनोज कुमार ने कर्तव्य की राह पर अंतिम सांस तक साथियों का साथ निभाया। बिहार के नवादा जिले के बेरौटा गांव निवासी विनोद गुप्ता के पुत्र मनोज कुमार बुधवार को मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के घाटीगांव थाना क्षेत्र के पास हुए भीषण सड़क हादसे में शहीद हो गए। वे अपनी बटालियन के बीमार साथियों को बेहतर इलाज के लिए शिवपुरी से ग्वालियर के अस्पताल ले जा रहे थे। घने कोहरे के कारण दृश्यता कम होने से उनकी एम्बुलेंस सामने खड़े ट्रक से टकरा गई। इस हादसे में मनोज सहित दो जवानों की मौत हो गई, जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। गांव में शोक की लहर, मातम पसरा शहादत की खबर जैसे ही बेरौटा गांव पहुंची, पूरे इलाके में मातमी सन्नाटा छा गया। शहीद मनोज के घर पर चीख-पुकार मच गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। छोटे भाई हरी कुमार तुरंत ग्वालियर रवाना हो गए। आसपास के गांवों से लोग संवेदना व्यक्त करने पहुंच रहे हैं। सभी की जुबान पर एक ही बा मनोज ने मरते दम तक अपनों और देश का साथ नहीं छोड़ा। उनका पार्थिव शरीर शुक्रवार को गांव की तमाम लोग शहीद हुए जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे अंतिम यात्रा में बड़े पैमाने पर लोग उपस्थित हुए हैं, पूरे राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है। भारत माता के इस वीर सपूत को कोटि-कोटि नमन। उनकी आत्मा को शांति प्रदान हो और परिजनों को इस दुख को सहने की शक्ति मिले। नवादा सांसद विवेक ठाकुर सहित तमाम नेताओं द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की गई है
0
comment0
Report
GMGANESH MOHALE
Dec 26, 2025 05:30:43
Washim, Maharashtra:आजपासून दोन दिवसांचे ‘वत्सगुल्म जिल्हा’ मराठी साहित्य संमेलन उत्साहात पार पडत आहे. या साहित्य संमेलनाच्या निमित्ताने आज ग्रंथदिंडीचे आयोजन करण्यात आले होते. वाशिमचे आराध्य दैवत असलेल्या श्री बालाजी मंदिर येथून जिल्हा पोलीस अधीक्षक अनुज तारे यांच्या हस्ते हिरवी झेंडी दाखवून ग्रंथदिंडीस प्रारंभ करण्यात आला. या ग्रंथदिंडीत मोठ्या संख्येने साहित्यप्रेमी, लेखक,कवी आणि वाचक सहभागी झाले होते. ग्रंथ,फलक आणि घोषणांनी सजलेली ही ग्रंथदिंडी शहरातून मार्गक्रमण करत साहित्यप्रेमाचा जागर घालत होती. दोन दिवस चालणाऱ्या या साहित्य संमेलनात वाशिम जिल्ह्यासह इतर जिल्ह्यांतीलही नामवंत साहित्यिक सहभागी होणार आहेत. संमेलनादरम्यान विविध चर्चासत्रे,परिसंवाद तसेच कवी संमेलनांचे आयोजन करण्यात आले असून, साहित्यप्रेमींना वैचारिक मेजवानी मिळणार आहे.
0
comment0
Report
Dec 26, 2025 05:24:53
0
comment0
Report
GBGovindram Bareth
Dec 26, 2025 05:18:35
Saiki, Bihar:सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले में लगातार हो रही दुर्घटना。 बिलाईगढ़ में बीते रात्रि में एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। दुम्हनी मोड़ के पास तेज रफ्तार कार और ट्रक के बीच जबरदस्त भिड़ंत हो गई। इस भीषण टक्कर में कार में सवार दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई。 मृतकों की पहचान यशवंत टंडन एवं रूपेंद्र कुमार देवांगन के रूप में की गई है। हादसे की सूचना मिलते ही बिलाईगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पंचनामा कार्रवाई कर पोस्टमार्म के लिए भेज दिया गया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है। हादसे के कारणों का पता लगाया जा रहा है। इस दुर्घटना के बाद क्षेत्र में शोक का माहौल है।
0
comment0
Report
NDNEELAM DAS PADWAR
Dec 26, 2025 05:17:50
Korba, Chhattisgarh:एंकर - कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड अंतर्गत आदिवासी बाहुल्य गाँवों में इन दिनों सैला नृत्य कि धूम मची है. आदिवासी समाज के लोग एक समूह बनाकर गाँव गाँव घूमघूमकर सैला नृत्य का प्रदर्शन कर रहे हैँ। समूह में बच्चे, बूढ़े और जवान सभी शामिल है. सभी के हाथों में लकड़ी या बांस की छोटी-छोटी डांडियां हैँ जो संगीत और गायक मंडली द्वारा गाए और बजाए जा रहे पारम्परिक गीतों पर पूरे वेशभूषा के साथ गाँव के हर घर में अपना नृत्य दिखा रहे हैं. उनके नृत्य को देखकर लोग उन्हें अपने इच्छानुसार धान,चावल या पैसा दान करते हैं, यह सैला नृत्य छेरछेरा के त्योहार तक चलता है. सैला नृत्य करने वाले समूह में शामिल लोगों ने बताया कि पौष पूर्णिमा यानी छेरछेरा त्यौहार तक घर घर जाकर नृत्य कर दान लिया जाएगा और बदले में उन्हें धन-धान्य से संपन्न होने का आशीष दिया जाएगा. दरअसल सैला डंडा नाच की तरह का एक आदिवासी नृत्य है, जो फसल की कटाई के बाद किया जाता है। जब अनाज घर में आ जाता है और मेहनत के रंग खेतों से होकर घर के आंगनों में बिखरने लगता है तो चारों ओर हर्ष उल्लास का माहौल होता है। ऐसे में एक गीत खुद-ब-खुद मुंह से निकलता है...ये जिंदगी रहेला चार दिन...। मतलब छोटी सी जिंदगी है तो क्यों न हंस-खेल कर बिताई जाए। कलाकारों के लाल-पीले और सफ़ेद कुर्ते, काली जैकेट और धोती से एक खुशनुमा तस्वीर नज़र आती है. सिर में मयूर पँख से बनी कलगी उन्हें आकर्षक बनाती हैँ. मादर, मजीरे, हारमोनियम और गुदुंब वाद्य यंत्रों से निकलती ध्वनियों पर उल्लास में थिरकते पैरों को मानो सारे जहां की खुशियां मिल गई हों। दरअसल आदिवासियों के अधिकतर त्योहार मौसम और फसलों के उत्पादन से जुड़े हैं। खेतों में बीज बोने से लेकर फसल पक कर कटने तक आदिवासी किसान उत्सव मनाते हैं जिसमे गीत और नृत्य शामिल होते हैं। ऐसा ही एक नृत्य परंपरा सैला नृत्य का भी है। आदिवासी समाज अपने इस नृत्य की परंपरा को हर वर्ष फसल काटने के बाद नवंबर या दिसंबर माह से शुरुआत करते हैं। युवाओं द्वारा गाँव के बैगा के घर में अखड़ा बनाया जाता है। इस अखड़ा में बैगा गाँव के ठाकुर, ठकुराइन एवं सभी देवी-देवताओं का नारियल और अगरबत्ती से पूजा करते हैं, एक नारियल को कपड़े में लपेट कर भी रख दिया जाता है। उसी रात से लड़के नृत्य का अभ्यास करना शुरू करते हैं। विविध गीतों के अनुसार इस नृत्य को सीखने में 10 या 12 दिन लग जाते हैं। सीखने के बाद उन्होंने वे लकड़ी या बांस की छोटी-छोटी टहनियों की डंडा बनाते हैं और फ़िर पूरे वेशभूषा के साथ गाँव के हर घर में अपना नृत्य दिखाते है। आदिवासी जनजाति के लोग सैला नृत्य को पारम्परिक रूप से पीढ़ी दर पीढ़ी करते आ रहे हैं। कहा जाता है कि बहुत पुराने समय में सूखा पड़ा था उस वर्ष बहुत कम बारिश हुई थी उस समय खेतों में अनाज नहीं उग पाने से क्षेत्र में अकाल पड़ गया था। लोगों की अनेकों प्रार्थनाओं के बाद अगले सालों में खूब बारिश हुई और खेत अनाज की फसलों से लहलहाने लगे। किसानों को उनकी मेहनत का फल अपने खलिहानों में दिखने लगा। घर-आँगन में अनाज भरे हुए थे और चारों ओर हर्ष उल्लास का माहौल था। इस खुशी को जाहिर करने के लिए आदिवासियों गाने और नাচने का फैसला लिया। लोक परंपराओं में हम अपने त्योहारों के असली स्वरूप को जीते और महसूस कर पाते हैं। कोई भी त्योहार हो, उसमें गीत-संगीत तो शुमार होगा ही। और ये सबसे ज्यादा आदिवासी इलाकों में देखने को मिलता है। जहां भले ही भौतिक साधनों की कमी हो पर जीवन का असल सुख वे अपनी परंपराओं में ढूंढ लेते हैं।
0
comment0
Report
BSBIRENDRA SINHA
Dec 26, 2025 05:17:33
Banka, Bihar:Anchor-बांका में कोहरा एवं पछुआ हवा से ठिठुरते आम जनों ने ले रहे अलाव का सहारा. जिल्ले के सभी प्रंखड़ो मैं ठंड का कहर देखा जा रहा है सबसे ज्यादा परेशानी किसान मजदूर को हो रही जिन्हें रोज खाना खाना है. इनको बिना निकले गुजारा नहीं हो सकता है. शीतलहर का प्रकोप देखते हुए सार्वजनिक स्थानों पर प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं के कारण लोग खुद अलाव जलाकर ठंड से बच रहे हैं. ठंड से ठिठुर रहे ठेला चालक मजदूर राहगीर व रोगियों के लिए लकड़ी का अलाव प्रमुख स्थानों पर उपलब्ध कराया गया है. जो आते जाते लोगों ने एक पल के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं. वही कपाते हुए मजदूर ने बताया प्रशासन की ओर से अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. जिलाधिकारी से मांग किया है राहगीरों बूढ़ों के लिए जगह-जगह पर अलाव की व्यवस्था हो कंबल वितरण हो जिससे राहत ले सके. मौके पर फकरे आलम ने अलाव का जो व्यवस्था किया है लोगों ने तारीफ भी कर रहे हैं. Report-Birendra banka
0
comment0
Report
SKSunny Kumar
Dec 26, 2025 05:16:31
Patna, Bihar:पटना पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी की आवास से सामान की शिफ्टिंग शुरू हो चुकी है...राबड़ी देवी को आवंटित 10 सर्कुलर रोड आवास को खाली कराने के लिए बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग ने नोटिस जारी किया था। 10 सर्कुलर रोड लालू परिवार के आवास के रूप में जाना जाता है। जिस आवास को खाली नहीं करने की जिद ठाने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने बड़ा बयान दिया था, वहां से उनका छोटा-छोटा सामान रात के अंधेरे में बाहर निकल रहा है। लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार की पहचान के रूप में पटना के 10 सर्कुलर रोड को लोग जानते हैं। पूरे बिहार से आने वाले लालू समर्थक सीधे इसी आवास पहुंचते हैं। विपक्ष के नेता के रूप में तेजस्वी यादव को दूसर आवास आवंटित है। बड़े बेटे तेज प्रताप जब तक विधायक थे, उनहें सरकारी आवास अलग आवंटित था। इसके बावजूद परिवार के जुटन के लिए और सामूहिक आयोजनों के लिए अरसे से 10 सर्कुलर रोड ही लालू-राबड़ी आवास के रूप में पहचाना जाता रहा है। राबड़ी देवी को विधान परिषद् सदस्य के रूप में यह आवास आवंटित था। नई सरकार ने ज्यादातर विधायकों और विधान पार्षदों को नया आवास आवंटित किया है। इसी के तहत राबड़ी देवी को 39 हार्डिंग रोड पर बंगला आवंटित किया गया है। राबड़ी देवी ने नए आवास आवंटन को पहचान छीनने की साजिश बताते हुए 10 सर्कुलर रोड खाली नहीं करने का एलान किया था।
0
comment0
Report
christmas
Advertisement
Back to top