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Shahjahanpur: विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में गई जान, ससुराल वालों पर हत्या का आरोप

Dec 22, 2024 02:36:24
Sindhauli, Uttar Pradesh

सिधौली थाना क्षेत्र के आयु गांव में एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में जान चली गई। बंडा थाना क्षेत्र के उदरा टिकरी गांव निवासी अपनी बेटी की शादी 4 साल पहले आयु गांव में की थी। मायके वालों का आरोप है कि ससुराल पक्ष ने दहेज के लिए उनकी बेटी को लगातार प्रताड़ित किया और हत्या कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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DVDinesh Vishwakarma
Dec 17, 2025 10:31:37
Narsinghpur, Madhya Pradesh:एंकर-नरसिंहपुर से जबलपुर के बीच करीब दो किलोमीटर की फोर-लेन सड़क को एक अनोखी तकनीक से तैयार किया गया है…जो अब सुरक्षा और सुंदरता दोनों का प्रतीक बन चुकी है… यह सड़क वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व की सीमा से होकर गुजरती है…जहां वन्य प्राणियों की मौजूदगी के कारण सड़क हादसों का खतरा लगातार बना रहता था…इसी खतरे को दूर करने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने यहां एक खास तकनीक अपनाई है…जिसे तकनीकी भाषा में कहा जाता है "टेबल टॉप रेड मार्किंग" इस तकनीक के तहत सड़क पर लाल रंग की उभरी हुई मार्किंग की गई है…जो वाहन गुजरने पर हल्का झटका देती है…और ड्राइवर की स्पीड अपने आप नियंत्रित हो जाती है… यह पूरा क्षेत्र पहले एक बड़ा ब्लैक स्पॉट माना जाता था…राजमार्घ चौराहे से लेकर बेलखेड़ा तक कई हादसे सामने आए थे…अब इसी हिस्से को पूरी तरह से सुरक्षित बनाने के लिए करीब 12 किलोमीटर के डेंजर जोन में विशेष तकनीक का उपयोग किया गया है…जिसमें दो किलोमीटर के हिस्से में टेबल टॉप मार्किंग तकनीक अपनाई गई है… इतना ही नहीं सड़क से गुजरने वाले लोगों ने तो इस रोड को रेड कारपेट का नाम भी दे दिया क्योंकि है इस सड़क से यात्रा जितना सुरक्षित है दिखने में भी उससे कहीं ज्यादा सुंदर है इसके साथ-साथ वन्यजीवों की सुरक्षित आवाजाही के लिएइस प्रोजेक्ट में 25 अंडरपास (पुलिया) भी बनाए गए हैं…ताकि जंगली जानवर बिना खतरे के एक ओर से दूसरी ओर जा सकें…सिर्फ इतना ही नहीं…रात के समय होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सड़क के दोनों किनारों पर 5 मिलीमीटर मोटी व्हाइट शोल्डर लाइन भी बनाई गई है…यह लाइन ड्राइवर को नींद आने या वाहन के किनारे खिसकने की स्थिति में तेज झटका देकर तुरंत सतर्क कर देती है…इस तकनीक का मकसद यात्रियों और वन्यजीवों दोनों का सफर सुरक्षित बनाना है…ताकि भविष्य में यह मार्ग कभी भी फिर से "ब्लैक स्पॉट" न बन पाए…
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UCUmesh Chouhan
Dec 17, 2025 10:31:05
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PKPushpender Kumar
Dec 17, 2025 10:30:14
Noida, Uttar Pradesh:बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत सरकार द्वारा भेजी गई 10,000 रुपये की सहायता राशि को लेकर दरभंगा जिले के जाले विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत अहियारी गांव में अजीबोगरीब मामला सामने आया है। योजना का लाभ महिलाओं को मिलना था, लेकिन गांव के कुछ पुरुषों के बैंक खातों में यह राशि चली गई। काफी खोजबीन के बाद तीन लाभुक मिले, जिन पुरुषों के खातों में 10,000 रुपये की राशि आई, उन्होंने उसे खर्च भी कर दिया। छठ, दीपावली में तो कुछ रुपये का बत्तख और बकरी खरीद लिए रोजगार के लिए। अब संबंधित विभाग द्वारा खाताधारकों को पत्र जारी कर उक्त राशि वापस करने का आदेश दिया गया है। यह पत्र जाले प्रखंड जीविका के बीपीआईयू (प्रखंड परियोजना प्रबंधक) की ओर से जारी किया गया है। गांव में अलग-अलग परिवारों के तीन ऐसे मामले सामने आए हैं और तीनो विकलांग और बेहद गरीब है नागेंद्र राम, बलराम सहनी, राम सागर कुमार, इन लाभुकों को नियमों से हटकर राशि का भुगतान हुआ। ग्रामीणों का कहना है कि कई और लोगों को भी इसी तरह के पत्र मिले हैं। राशि खर्च कर चुके पुरुष खाताधारकों का कहना है कि अब उनकी आर्थिक स्थिति इतनी मजबूत नहीं है कि वे पैसे लौटा सकें। वे सरकार से राशि माफ करने की गुहार लगा रहे हैं। पूरे मामले पर जीविका के किसी भी अधिकारी ने कैमरे पर बयान देने से इनकार किया है। हालांकि, बंद कैमरे में अधिकारियों ने भुगतान में गड़बड़ी की बात स्वीकार करते हुए बताया कि गलत तरीके से गई राशि की रिकवरी के लिए कुछ लोगों को पत्र भेजे गए हैं। यह मामला सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन और भुगतान प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर रहा है, वहीं ग्रामीणों में भी इसे लेकर भारी असमंजस और नाराजगी देखी जा रही है।
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CSChandrashekhar Solanki
Dec 17, 2025 10:25:22
Ratlam, Madhya Pradesh:यह रतलाम की सियासत से जुड़ी इस वक्त की बड़ी खबर है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, पूर्व विधायक और ग्रामीण जिला अध्यक्ष हर्ष गेहलोत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। जैसे ही इस्तीफे की खबर सामने आई, जिले की राजनीतिक हलचल तेज हो गई। आदिवासी कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने यहाँ तक कह दिया है कि इसलिए पीछे भाजपा का हाथ हो सकता है। भाजपा पहले बड़े कांग्रेस नेता को ब्लैकमेल करती है फिर इस्तीफा लेती और बाद में अपनी पार्टी में ले जाती है। इस तरह की अटखलनें कांग्रेस में डॉ का माहौल बना दिया है। जिसका कारण है कि हर्ष गेहलोत को कांग्रेस के एक मजबूत, अनुभवी और जमीनी नेता के रूप में देखा जाता रहा है, खासकर सैलाना विधानसभा सीट पर वे भाजपा के लिए हमेशा बड़ी चुनौती माने जाते रहे हैं। इस्तीफे से जुड़े जो पत्र सामने आए हैं, उनमें उन्होंने पारिवारिक कारणों और संगठनात्मक जिम्मेदारियों का निर्वहन न कर पाने की बात कही है। लेकिन इसके बाद से हालात और ज्यादा रहस्यमय हो गए हैं। हर्ष गेहलोत से संपर्क नहीं हो पा रहा है, उनका मोबाइल फोन स्विच ऑफ बताया जा रहा है, और उनकी मौजूदा लोकेशन को लेकर भी कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आई है। इन्हीं परिस्थितियों ने राजनीतिक अटकलों को जन्म दे दिया है। सवाल उठने लगे हैं कि क्या यह सिर्फ व्यक्तिगत कारणों का मामला है, या इसके पीछे कोई बड़ा राजनीतिक संकेत छुपा है। कुछ लोग इसे सत्तारूढ़ पार्टी की ओर झुकाव से जोड़कर भी देख रहे हैं। फिलहाल, जब तक हर्ष गेहलोत खुद सामने आकर स्थिति स्पष्ट नहीं करते, तब तक यह कहना मुश्किल है कि उनका यह इस्तीफा कांग्रेस के लिए कितना बड़ा नुकसान साबित होगा और इसके पीछे असली वजह क्या है।
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RMRam Mehta
Dec 17, 2025 10:24:09
Baran, Rajasthan:बारां के अटरू थाना क्षेत्र की जेल कॉलोनी में एक मकान में ताले तोड़ कर चोरों ने नकदी व सोने चांदी की ज्वैलरी समेत लाखों के माल पर हाथ साफ कर दिया मकान मालिक हरिसिंह मीणा ने बताया कि रात्रि को लगभग 12 बजे परिवार के सभी लोग अपने अपने कमरों में सो रहे थे तब लगभग 1 बजे बाद चोरों ने घर में सो रहे परिवार जनों के कमरों को बाहर से कुंडी लगाकर बन्द कर दिया और सामने वाले कमरे में ताला तोड़ कर गोदरेज को सरिये की मदद से खोलकर उसमे रखे लगभग ढाई किलो चांदी 15 पंचम के सिक्के एवं लगभग 5 तोला सोने के आभूषण चुराकर ले गए रात्रि दौरान लगभग 2 बजे जब हरिसिंह मीणा ने अपने कमरे की कुंडी खोलने की कोशिश की तो वह बाहर से बन्द थी जिसे धक्का देकर उन्होंने तोड़ा ओर बाहर का नज़ारा देखा तो चोर भाग गए जिस पर रात्रि को ही पुलिस को इत्तला दी गयी वही पुलिस ने मौके पर पहुँच कर अनुसंधान शुरू कर दिया है बतादे आपको की इन दिनों चोरो के हौंसले बुलंद हो रहे है पूर्व में भी सरे बाजार शटर को सरिये से तोड़ कर नकदी चुराने की वारदात पिछले सप्ताह ही हुई है। बाईट--हरि सिंह मकान मालिक
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DGDeepak Goyal
Dec 17, 2025 10:23:31
Jaipur, Rajasthan:आस्था की अपनी सीमा नहीं होती और इसका सबसे जीवंत उदाहरण राजधानी जयपुर का मोतीडूंगरी गणेश मंदिर है। अरावली की पहाड़ियों की तलहटी में स्थित यह मंदिर सिर्फ जयपुर या राजस्थान तक सीमित नहीं रहा, बल्कि अब सात समंदर पार बसे भक्तों के लिए भी प्रथम पूज्य श्रीगणेश के दर्शन का बड़ा केंद्र बन चुका है। देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु هنا मन्नत मांगने, नए जीवन की शुरुआत से पहले आशीर्वाद लेने और विघ्नों के नाश की कामना के साथ शीश नवाने पहुंचते हैं। जयपुर स्थित मोतीडूंगरी गणेश मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता यहां विराजमान दाहिनी सूंड़ वाले गणेशजी की विशाल प्रतिमा है, जिनका सिंदूर से चोला चढ़ाकर भव्य श्रृंगार किया जाता है। मंदिर के महंत कैलाश शर्मा बताते हैं कि यहां भगवान गणेश को प्रथम पूज्य मानकर हर शुभ कार्य से पहले स्मरण किया जाता है। यही कारण है कि नया वाहन खरीदने से लेकर विवाह जैसे मांगलिक अवसरों पर पहला निमंत्रण पत्र आज भी इसी मंदिर में चढ़ाने की परंपरा निभाई जाती है। यह परंपरा केवल धार्मिक आस्था नहीं, बल्कि पीढ़ियों से चली आ रही सांस्कृतिक विरासत बन चुकी है। मोतीडूंगरी गणेश मंदिर का इतिहास भी उतना ही रोचक और आस्था से जुड़ा हुआ है। बताया जाता है कि संवत 1818 में गणेश चतुर्थी के दिन यह प्रतिमा जयपुर लाई गई थी। जयपुर नरेश माधोसिंह प्रथम की पटरानी अपने पीहारि उदयपुर के मावली से इस प्रतिमा को लेकर आई थीं। जब प्रतिमा को बैलगाड़ियों से ले जाया जा रहा था, तभी मोतीडूंगरी की तलहटी में गाड़ी के पहिए फंस गए। इसका देवी संकेत मानते हुए यहीं गणेशजी को विराजमान करने का निर्णय लिया गया। इस प्रतिमा का संबंध और भी प्राचीन काल से जुड़ा है। मावली में यह मूर्ति महाराष्ट्र से लाई गई थी और उस पर मूषक के आसन से संबंधित शिलालेख भी विद्यमान है। मावली के पल्लीवाल ब्राह्मण यह प्रतिमा लेकर जयपुर आए और उन्हीं की देखरेख में मोतीडूंगरी की तलहटी में मंदिर का निर्माण कराया गया। अथर्ववेद के अथर्वशीर्ष में वर्णित गणपति स्वरूप के अनुसार यहां भगवान गणेश एकदंत, चतुरहस्त, पाश और अंकुश धारण किए हुए मूषक ध्वज के साथ विराजमान हैं। साथ ही रिद्धि-सिद्धि पत्नी स्वरूप और शुभ-लाभ पुत्र स्वरूप भी निज मंदिर में प्रतिष्ठित हैं। समय के साथ मंदिर केवल आस्था का केंद्र ही नहीं, बल्कि स्थापत्य और सौंदर्य का भी प्रतीक बनता जा रहा है। महंत कैलाश शर्मा के अनुसार हाल के वर्षों में मंदिर में कई नवाचार किए गए हैं। गर्भगृह में भगवान गणेश के समक्ष सोने का कार्य कराया गया है, जिससे दर्शन करने पर मंदिर स्वर्ण आभा से दमकता नजर आता है। अब तक करीब सात किलो सोने का काम मंदिर में पूरा हो चुका है। मंदिर परिसर के खंभों पर भी स्वर्ण कलश और स्वास्तिक चिन्हों का काम किया जा रहा हैं। इस कार्य की एक खास बात यह भी है कि इसमें देश-विदेश के कलाकारों का योगदान रहा है। इटली की कलाकार कमला हैरिस इस स्वर्ण कार्य को आकार दिया है। जबकि पुरातत्व पद्धति से चांदी के पत्र को गर्म कर उस पर सोना चढ़ाने का कार्य मुस्लिम कलाकार इमरान खान ने किया है। यह अपने आप में गंगा-जमुनी तहजीब और साझा सांस्कृतिक विरासत का उदाहरण भी बनता है। मोतीडूंगरी गणेश मंदिर आज सिर्फ पूजा-अर्चना का स्थान नहीं, बल्कि जयपुर की पहचान और आस्था का प्रतीक बन चुका है। यहां आने वाला हर श्रद्धालु यही महसूस करता है कि विघ्नहर्ता के दरबार में दूरियां मायने नहीं रखतीं। शायद यही वजह है कि जयपुर से लेकर विदेशों तक बसे भक्तों के दिलों में मोतीडूंगरी गणेश मंदिर की गहरी छाप है और प्रथम पूज्य के प्रति यह आस्था दिन-ब-दिन और मजबूत होती जा रही है। मोतीडूंगरी गणेश मंदिर की पहचान अब केवल जयपुर तक सीमित नहीं रह गई है। आस्था की यह परिक्रमा शहर की सीमाओं को लांघकर विदेशों तक पहुंच चुकी है। कोई नई गाड़ी लेने से पहले यहां माथा टेकता है, तो कोई जीवन के सबसे बड़े फैसले से पहले पहला निमंत्रण पत्र गणपति चरणों में अर्पित करता है। सदियों पुरानी प्रतिमा, परंपराओं की निरंतरता और स्वर्ण आभा से सजा गर्भगृह यह सब मिलकर मोतीडूंगरी को सिर्फ एक मंदिर नहीं, बल्कि विश्वास का ऐसा केंद्र बनाता है, जहां हर शुरुआत से पहले लोग आज भी वही कहते हैं—प्रथम पूज्य के दर पर हाजिरी के बिना कोई शुभ कार्य पूरा नहीं माना जाता।
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Dec 17, 2025 10:23:28
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BKBRAJESH KUMAR
Dec 17, 2025 10:23:02
Khunti, Jharkhand:क्षेत्र - खूँटी। स्लग - शादी कर लिए लकड़ी काटने पेड़ चढ़े वृद्ध व्यक्ति के गिरने से गम्भीर रूप से घायल। एंकर - खूँटी जिले में एक घर की खुशियों के लिए जुगाड़ करने गये एक व्यक्ति के घर दुखद स्थिति आ गयी। घटना रनिया थाना क्षेत्र की है। डिगरी बडका टोली गाँव में आज सुबह 60 वर्षीय नान्हू मुंडा नामक व्यक्ति पेड़ से गिरकर घायल हो गया। घायल नान्हू के कमर और रीड की हड्डी में गंभीर चोट लगा है। घटना के बाद घायल को रेफरल अस्पताल तोरपा 108 एंबुलेंस से उपचार के लिए लाया गया। जहाँ घायल का उपचार चिकित्सकों के देखरेख में किया जा रहा है। पूरी घटना को लेकर बताया गया कि नान्हू घर में शादी समारोह की तैयारी को लेकर जलावन लकड़ी के व्यवस्था के लिए पेड़ की डाली को काट रहा था। इसी دوران पेड़ से गिरकर घायल हो गया。
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Dec 17, 2025 10:22:51
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