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Rampur244901

रामपुर में पति की प्रेमिका से परेशान महिला ने किया सड़क जाम

Aug 04, 2024 01:40:12
Rampur, Uttar Pradesh

रामपुर में बरेली की एक महिला मिलक पहुंची और बिलासपुर रोड पर बीच सड़क पर बैठ गई। महिला के अनुसार, उसके पति का मिलक की एक महिला से प्रेम प्रसंग चल रहा है। पति को समझाने की कोशिश विफल रहने पर वह यह कदम उठाने को मजबूर हुई। महिला के सड़क पर बैठने से यातायात बाधित हुआ। स्थानीय महिलाएं भी वहां एकत्र हो गईं। सूचना मिलने पर कस्बा इंचार्ज मुकेश कुमार मौके पर पहुंचे। महिला ने उनसे अपने पति को बुलाने की मांग की। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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DGDeepak Goyal
Nov 18, 2025 07:31:34
Jaipur, Rajasthan:बेमौसम बरसात, अतिवृष्टि, बाढ़ से नुकसान और राहत पैकेज। राजस्थान में इस साल की बेमौसम बरसात, अतिवृष्टि और बाढ़ ने गाँव–गाँव की जमीन और जनजीवन दोनों को हिला दिया। खेत उजड़े, सड़कें टूटीं और हजारों गांवों में जिंदगी पटरी से उतर गई। बेमौसम बारिश, अतिवृष्टि और बाढ़-कई जिलों की ज़मीनें जैसे एक ही सवाल पूछ رہی थीं…हमारा सहारा कौन? और राज्य सरकार ने राहत पैकेज जारी कर इसी सवाल का जवाब दिया है..छब्बीस सौ करोड रुपये की सबसे बड़ी मदद सीधे उन 43 लाख से ज्यादा किसानों तक पहुंचेगी, जिनकी फसलें पानी में बह गईं…और उम्मीदें टूट चुकी थी...... किसानों के लिए 2,600 करोड़ का राहत पैकेज। बेमौसम बारिश, अतिवृष्टि और बाढ़ से जूझते किसानों और आम लोगों के लिए राज्य सरकार ने राहत पैकेज की घोषणा की है। आपदा राहत मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल के मुताबिक, इस बार हुई प्राकृतिक मार ने न सिर्फ खेतों में खड़ी फसलों को तबाह किया, बल्कि गांवों, कस्बों और शहरों के बुनियादी ढांचे को भी गहरी चोट पहुंचाई है। ऐसे में सरकार ने त्वरित समीक्षा करते हुए 43 लाख 39 हजार किसानों को 2,600 करोड़ रुपये के कृषि आदान-अनुदान जारी करने का बड़ा फैसला लिया है। यह राहत सीधे प्रभावित किसानों के खाते में पहुंचाई जाएगी। प्रदेश के 30 जिलों में 33% या उससे अधिक फसल नुकसान दर्ज किया गया है, जबकि 11 जिलों में नुकसान 33% से कम रहा। केवल अधिसूचना में शामिल 24 जिलों के 14,687 गांवों में ही लाखों परिवार संकट से गुज़रे हैं। इन सभी प्रभावित किसानों को एसडीआरएफ नियमों के तहत सहायता राशि जारी करने का निर्णय लिया गया है। बारिश ने केवल खेत ही नहीं, बल्कि प्रदेश की बुनियादी संरचना को भी बुरी तरह प्रभावित किया। अतिवृष्टि ने सिर्फ खेतों को ही नहीं, बल्कि सड़कों, पुलियाओं, स्कूलों, अस्पतालों, पेयजल लाइनों और सिंचाई चैनलों पर भी गहरा असर छोड़ा है। सरकार ने 50,308 पुनर्निर्माण और मरम्मत कार्यों को मंजूरी देते हुए 1,012 करोड़ 61 लाख रुपये जारी कर दिए हैं। ये संख्याएँ बताती हैं कि आपदा ने प्रदेश की ज़मीन से लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर तक कितना गहरा घाव छोड़ा है। पीडब्ल्यूडी के 14,212 सड़क मरम्मत कार्यों पर: 293 करोड़ 13 लाख 1,161 पुलिया मरम्मत कार्यों पर: 7 करोड़ 20 लाख जल संसाधन विभाग के 903 कार्यों पर: 18 करोड़ 67 लाख चिकित्सा विभाग के 700 कार्यों पर: 13 करोड़ 18 लाख पंचायती राज विभाग के 873 कार्यों पर: 19 करोड़ 39 लाख पीएचईडी के 17 कार्यों पर: 22 लाख 69 हजार शिक्षा विभाग के 24,531 कार्यों पर: 486 करोड़ 94 लाख महिला एवं बाल विकास विभाग के 7,911 कार्यों पर: 173 करोड़ 03 लाख रुपये 112 जनहानि-हर आश्रित को 4 लाख की सहायता। राज्य सरकार ने बारिश और आपदाओं में हुई 112 जनहानि पर प्रत्येक मृतक के परिजनों को 4 लाख रुपये की सहायता दी है। इसके लिए 4 करोड़ 48 लाख रुपये जारी किए गए हैं। इसके अलावा पशु नुक़सान, टूटे मकानों, गिरे सामान और कपड़ों की क्षतिपूर्ति के लिए 11 करोड़ 54 लाख रुपये अलग से स्वीकृत किए गए हैं। आपदा राहत मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का फोकस त्वरित राहत, पारदर्शिता और प्रभावी पुनर्वास पर है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि किसी भी प्रभावित व्यक्ति को सहायता से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा। इस पूरे राहत पैकेज का सबसे बड़ा संकेत यही है कि सरकार आपदा प्रबंधन को सिर्फ संकट के बाद की औपचारिक कार्यवाही नहीं मान रही, बल्कि इसे लॉन्ग-टर्म इंफ्रास्ट्रक्चर रिफॉर्म का मौका भी बना रही है। नुकसान की भरपाई के साथ-साथ राज्य भविष्य की प्राकृतिक आपदाओं से लड़ने के लिए अपनी आधारभूत संरचना को मजबूत करने पर भी जोर दे रहा है.
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PPPraveen Pandey
Nov 18, 2025 07:31:19
Kanpur, Uttar Pradesh:लुटेरी दुल्हन ने दरोगा सहित 2 बैंक मैनेजर से शादी करके लूट करके फरार लुटेरी दुलह्न के 10 खातों में मिले 8 करोड़ खाते से पुलिस अफसरों से भी हुआ लेन-देन लुटेरी दुल्हन से 12 लोगों अपने प्यार के जाल में फसाकर रुपये ऐठे लुटेरी दुल्हन ने 4 शादी की पहले 2 बैंक मैनेजर, फिर 2 दरोगा बने दूल्हा लुटेरी दुल्हन दिव्यांशी ने दो बैंक अधिकारियों समेत 12 से अधिक लोगों को अपने जाल में फंसा कर करोड़ो की रकम ऐंठी थी। वह पहले अपने प्यार के जाल में फंसाकर लोगों से रिलेशन बनाती थी। फिर रेप का केस दर्ज कराकर उनसे रकम ऐंठती थी।मामले का खुलासा तब हुआ जब ग्वालटोली थाने में तैनात दरोगा आदित्य कुमार लोचव ने उसकी शिकायत की। दरोगा के साथ हुए हैरेसमेंट का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने दो बार सुसाइड करने का भी प्रयास किया था। इसके बाद पुलिस ने दिव्यांशी की जांच शुरू की। पुलिस ने जब आरोपी दुल्हन के खाते की जांच की, तो कई चौंकाने वाले सच सामने आए। उसके खातों से मेरठ में तैनात रह चुके दरोगा, इंस्पेक्टर और सीओ तक के खातों में करोड़ों का ट्रांजैक्शन मिला। उसके गैंग में कई पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। ये पुलिसकर्मी दिव्यांशी के पकड़े जाने के बाद दरोगा आदित्य पर समझौते का दबाव बना रहे थे।
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SKSantosh Kumar
Nov 18, 2025 07:31:00
Noida, Uttar Pradesh:26 बड़े हमलों का मास्टरमाइंड निशाने पर? हिडमा की मौत की आशंका बढ़ी हिडमा का अंत? त्रिकोणी सीमा पर सुरक्षाबलों की बड़ी सफलता, छह माओवादी ढेर छत्तीसगढ़ से इस समय की सबसे बड़ी खबर आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की त्रिकोणी सीमा पर स्थित आल्लूरी सीताराम राजू ज़िले के घने पुल्लगांडी जंगलों से आज बड़ी खबर सामने आई है। सुबह के समय सुरक्षा बलों को मारेडुमिल्ली और टाइगर कैंप क्षेत्र में माओवादियों की गतिविधियों का इनपुट मिला, जिसके बाद जवानों ने पूरे जंगल को घेर लिया। इसी दौरान छिपे हुए माओवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी और फिर कई घंटों तक मुठभेड़ चली। हाल के महीनों में यह सबसे ज्यादा गंभीर और रणनीतिक मुठभेड़ मानी जा रही है। सूत्रों के अनुसार, इस कार्रवाई में छह माओवादी मारे गए हैं। सबसे महत्वपूर्ण जानकारी यह है कि मरने वालों में देश का सबसे वांछित और कुख्यात माओवादी नेता मदावी हिडमा भी शामिल हो सकता है। इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन घटनास्थल से प्राप्त शुरुआती संकेतों और खुफिया सूत्रों ने इसकी संभावना को बहुत मजबूत बताया है। हिडमा का जन्म 1981 में सुकमा में हुआ था। वह पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (PLGA) की एक बटालियन का नेतृत्व करता था और माओवादी संगठन की सेंट्रल कमेटी का सदस्य था। बस्तर क्षेत्र से इस समिति में शामिल होने वाला वह अकेला जनजातीय व्यक्ति माना जाता रहा है। 26 से अधिक बड़े नक्सली हमलों में उसकी सीधी भूमिका सामने आई थी। यह मुठभेड़ उस समय हुई है, जब ठीक एक दिन पहले ही बस्तर में शांति और बदलाव की एक नई तस्वीर दिखाई दी। कल मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जगदलपुर में आत्मसमर्पित नक्सलियों द्वारा चलाए जा रहे “पंडुम कैफे” का शुभारंभ किया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर अब हिंसा से आगे बढ़कर विकास के रास्ते पर चल रहा है और लोग मुख्यधारा में शामिल होने के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी बताया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सोच और सुरक्षा नीति के कारण नक्सलवाद तेजी से कमजोर पड़ रहा है। राज्य सरकार ने यह लक्ष्य रखा है कि साल 2026 तक छत्तीसगढ़ को पूरी तरह नक्सल-मुक्त बनाया जाएगा। सरकार की विकास योजनाओं ने भी बस्तर की ज़िंदगी में एक बड़ा बदलाव लाया है। सड़कें बन रही हैं, गांवों में बिजली और मोबाइल नेटवर्क पहुंच रहा है, स्कूलों की मरम्मत हो रही है, अस्पताल और स्वास्थ्य शिविर फिर शुरू किए जा रहे हैं। आजीविका मिशनों के तहत स्थानीय युवाओं को रोजगार और प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिन इलाकों में कभी माओवादी हुकूमत हुआ करती थी, वहां अब पुलिस कैंप, स्कूल और बाजार खुल रहे हैं। इसी विकास ने माओवादी नेटवर्क को कमजोर कर दिया है। मारेडुमिल्ली और पुल्लगांडी का यह जंगल लंबे समय से माओवादियों का महत्वपूर्ण ठिकाना माना जाता रहा है। इसलिए सुरक्षा बलों की यह कार्रवाई बड़े अभियान का हिस्सा मानी जा रही है। फिलहाल इलाके में सर्चिंग और कॉम्बिंग ऑपरेशन जारी है और हर सूचना की सावधानी से पुष्टि की जा रही है। हिडमा की मौत की खबर इस समय केवल सूत्रों के हवाले से आ रही है। अगर इसकी आधिकारिक पुष्टि हो जाती है, तो यह नक्सलवाद के खिलाफ देश की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक मानी जाएगी। फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां पूरे ऑपरेशन का ब्योरा तैयार कर रही हैं और आधिकारिक बयान का इंतज़ार किया जा रहा है。
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SPSanjay Prakash
Nov 18, 2025 07:20:56
Noida, Uttar Pradesh:थानागाजी/अलवर थानागाजी में यूरिया संकट गहराया, किसानों की बढ़ी परेशानी—प्रशासन की दखल के बाद भी हालात जस के तस अलवर जिले के थानागाजी क्षेत्र में लंबे समय से यूरिया खाद की किल्लत के चलते किसान लगातार परेशान हैं। सरसों, गेहूं और चने की फसलों के लिए इस समय यूरिया खाद की सबसे अधिक जरूरत होती है, लेकिन पर्याप्त आपूर्ति न होने से किसान बेचैनी में हैं。 किसानों ने कई बार सड़क जाम लगाकर विरोध जताया, लेकिन स्थिति में खास सुधार नहीं आया। कुछ दिन पहले अलवर-जयपुर मार्ग पर महिलाओं ने भी यूरिया संकट को लेकर जाम लगाया थ मामले की गंभीरता को देखते हुए उपखंड अधिकारी सविता शर्मा ने कृषि अधिकारियों से तत्काल वार्ता कर थानागाजी में यूरिया उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। इसके बाद सहकारी समिति पर यूरिया खाद की खेप पहुंची, तो एसडीएम स्वयं मौके पर मौजूद रहीं और निष्पक्ष वितरण करवाया。 कस्बे के प्रतापगढ़ मार्ग स्थित एक निजी दुकान पर यूरिया उपलब्ध होने की जानकारी मिलते ही लगभग 500 किसान वहां भी पहुंच गए। लंबा क्षेत्र होने और सीमित आपूर्ति के कारण यहां भी यूरिया को लेकर भारी मारामारी देखी गई。 क्षेत्र के दुकानदारों का कहना है कि अलवर में बैठे होलसेलर कंपनियों से "टैगिंग" जारी करवाते हैं, जिसके चलते खुदरा विक्रेता यूरिया उठाने में असमर्थता जताते हैं। टैगिंग के साथ ही अन्य हजारों रुपये का आरटीजीएस करवाना पड़ता है, जिससे छोटे दुकानदार पीछे हट जाते हैं। किसानों और विक्रेताओं का कहना है कि यदि कृषि विभाग और मंत्री स्तर पर टैगिंग की प्रक्रिया पर रोक लगा दी जाए, तो यूरिया खाद आसानी से उपलब्ध कराया जा सकता है。 बाइट: विक्रेता ओमप्रकाश
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SSSHAILENDAR SINGH THAKUR
Nov 18, 2025 07:20:43
Bilaspur, Chhattisgarh:बिलासपुर। सीसीटीवी ने खोला राज,मंदिर की दानपेटी ले भागीं तीन नाबालिग लड़कियां अशोक नगर स्थित भूतश्वर महादेव मंदिर में दानपेटी चोरी का मामला सामने आया है। मंदिर परिसर में रखी दानपेटी चोरी की पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। घटना सामने आने के बाद मंदिर प्रबंधन में हड़कंप मच गया और मामले की जानकारी संबंधित लोगों को दी गई। मंदिर प्रमुख मयंक तिवारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पता चला कि अशोक नगर स्थित अटल आवास में रहने वाली तीन नाबालिग लड़कियां इस घटना में शामिल हैं। फुटेज में देखा गया कि किस तरह ये तीनों मंदिर की दानपेटी के पास पहुंचीं और दानपेटी ले कर भाग गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए मंदिर समिति की ओर से इस संबंध में आगे कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की गई। इसके बाद पूरी जानकारी सरकंडा थाने को दी गई। पुलिस की पड़ताल में यह खुलासा हुआ कि दानपेटी को मंदिर से चुराने के बाद तीनों नाबालिग युवतियों ने उसे गणपति हॉस्पिटल के पीछे स्थित खेत में गड्ढा खोदकर छुपा दिया था। बताया गया कि पुलिस व परिजनों की मौजूदगी में तीनों नाबालिगों से पूछताछ की गई। समाज व परिवार के सामने अपनी गलती महसूस करते हुए युवतियों के परिजनों ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी। परिजनों ने भरोसा दिलाया कि ऐसी गलती दोबारा नहीं दोहराई जाएगी। चूंकि तीनों लड़कियां नाबालिग हैं, इसलिए मामले को संवेदनशील मानते हुए उन्हें कड़ी कानूनी कार्रवाई से फिलहाल बचाया गया। समझाइश देकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। दानपेटी से निकाली गई राशि को वापस मंदिर प्रबंधन को लौटाने की बात कही गई है। मंदिर समिति का कहना है कि इस घटना से सभी को सीख लेनी चाहिए और बच्चों पर विशेष निगरानी रखकर उन्हें अच्छे संस्कार देने की जिम्मेदारी परिवार और समाज दोनों की है।
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DGDeepak Goyal
Nov 18, 2025 07:19:47
Jaipur, Rajasthan:एंकर- राजस्थान में इस साल की बेमौसम बरसात, अतिवृष्टि और बाढ़ ने गाँव–गाँव की जमीन और जनजीवन दोनों को हिला दिया। खेत उजड़े, सड़कें टूटीं और हजारों गांवों में जिंदगी पटरी से उतर गई। बेमौसम बारिश, अतिवृष्टि और बाढ़-कई जिलों की ज़मीनें जैसे एक ही सवाल पूछ रही थीं…हमारा सहारा कौन? और राज्‍य सरकार ने राहत पैकेज जारी कर इसी सवाल का जवाब दिया है..छब्बीस सौ करोड़ रुपये की सबसे बड़ी मदद सीधे उन 43 लाख से ज्यादा किसानों तक पहुंचेगी, जिनकी फसलें पानी में बह गईं…और उम्मीदें टूट चुकी थीं...... वीओ-1- बेमौसम बारिश, अतिवृष्टि और बाढ़ से जूझते किसानों और आम लोगों के लिए राज्य सरकार ने राहत पैकेज की घोषणा की है। आपदा राहत मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल के मुताबिक, इस बार हुई प्राकृतिक मार ने न सिर्फ खेतों में खड़ी फसलों को तबाह किया, बल्कि गांवों, कस्बों और शहरों के बुनियादी ढांचे को भी गहरी चोट पहुंचाई है। ऐसे में सरकार ने त्वरित समीक्षा करते हुए 43 लाख 39 हजार किसानों को 2,600 करोड़ रुपये के कृषि आदान-अनुदान जारी करने का बड़ा फैसला लिया है। यह राहत सीधे प्रभावित किसानों के खाते में पहुंचाई जाएगी। प्रदेश के 30 जिलों में 33% या उससे अधिक फसल नुकसान दर्ज किया गया है, जबकि 11 जिलों में नुकसान 33% से कम रहा। केवल अधिसूचना में शामिल 24 जिलों के 14,687 गांवों में ही लाखों परिवार संकट से गुज़रे हैं। इन सभी प्रभावित किसानों को एसडीआरएफ नियमों के तहत सहायता राशि जारी करने का निर्णय लिया गया है। बारिश ने केवल खेत ही नहीं, बल्कि प्रदेश की बुनियादी संरचना को भी बुरी तरह प्रभावित किया। अतिवृष्टि ने सिर्फ खेतों को ही नहीं, बल्कि सड़कों, पुलियाओं, स्कूलों, अस्पतालों, पेयजल लाइनों और सिंचाई चैनलों पर भी गहरा असर छोड़ा है। सरकार ने 50,308 पुनर्निर्माण और मरम्मत कार्यों को मंजूरी देते हुए 1,012 करोड़ 61 लाख रुपये जारी कर दिए हैं। ये संख्याएँ बताती हैं कि आपदा ने प्रदेश की ज़मीन से लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर तक कितना गहरा घाव छोड़ा है। पेपिडब्ल्यूडी के 14,212 सड़क मरम्मत कार्यों पर: 293 करोड़ 13 लाख 1,161 पुलिया मरम्मत कार्यों पर: 7 करोड़ 20 लाख जल संसाधन विभाग के 903 कार्यों पर: 18 करोड़ 67 लाख चिकित्सा विभाग के 700 कार्यों पर: 13 करोड़ 18 लाख पंचायती राज विभाग के 873 कार्यों पर: 19 करोड़ 39 लाख पीएचईडी के 17 कार्यों पर: 22 लाख 69 हजार शिक्षा विभाग के 24,531 कार्यों पर: 486 करोड़ 94 लाख महिला एवं बाल विकास विभाग के 7,911 कार्यों पर: 173 करोड़ 03 लाख रुपये राज्य सरकार ने बारिश और आपदाओं में हुई 112 जनहानि पर प्रत्येक मृतक के परिजनों को 4 लाख रुपये की सहायता दी है। इसके लिए 4 करोड़ 48 लाख रुपये जारी किए गए हैं। इसके अलावा पशु नुकसान, टूटे मकानों, गिरे सामान और कपड़ों की क्षतिपूर्ति के लिए 11 करोड़ 54 लाख रुपये अलग से स्वीकृत किए गए हैं। आपदा राहत मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का फोकस त्वरित राहत, पारदर्शिता और प्रभावी पुनर्वास पर है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि किसी भी प्रभावित व्यक्ति को सहायता से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा। बहरहाल, इस पूरे राहत पैकेज का सबसे बड़ा संकेत यही है कि सरकार आपदा प्रबंधन को सिर्फ संकट के बाद की औपचारिक कार्यवाही नहीं मान रही, बल्कि इसे लॉन्ग-टर्म इंफ्रास्ट्रक्चर रिफॉर्म का मौका भी बना रही है। नुकसान की भरपाई के साथ-साथ राज्य भविष्य की प्राकृतिक आपदाओं से लड़ने के लिए अपनी आधारभूत संरचना को मजबूत करने पर भी जोर दे रहा है। दीपक गोयल जी मीडिया जयपुर
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BSBhanu Sharma
Nov 18, 2025 07:19:31
Dholpur, Rajasthan:धौलपुर में वायु प्रदूषण का स्तर चिंताजनक रूप से बढ़ गया है। दिल्ली-एनसीआर से सटे इस जिले में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 230 के पार पहुंच गया है, जो दिल्ली-एनसीआर से भी खराब स्थिति दर्शाता है। इस बढ़ते प्रदूषण के कारण आमजन को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शहर में टायर फैक्ट्रियों से निकलने वाला जहरीला धुआं इस बढ़ते प्रदूषण का एक प्रमुख कारण है। इसके चलते हवा में हानिकारक कणों की मात्रा में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कतें आ रही हैं और वे मास्क पहनने को मजबूर हैं। प्रदूषण बढ़ने का दूसरा मुख्य कारण शहर की जर्जर सड़कों हैं। इन सड़कों से लगातार धूल उड़ती रहती है, जिससे वायुमंडल में धूल के कणों की मात्रा बढ़ जाती है। जिला प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है; टूटी-फूटी सड़कों पर धूल नियंत्रण के लिए पानी का छिड़काव भी नहीं कराया जा रहा है, जिससे सड़कों पर धूल के गुबार उड़ते रहते हैं। धौलपुर शहर के अधिकांश सड़क मार्ग लंबे समय से गिट्टी और गड्डों में तब्दील हो चुके हैं, जिससे मार्गों पर लगातार धूल उड़ती रहती है। इस बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण लोगों में जुकाम, सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन जैसी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। मेडिकल कॉलेज धौलपुर के सहायक आचार्य दीपेश अग्रवाल ने बताया कि धौलपुर में एयर क्वालिटी इंडेक्स लगातार बढ़ रहा है, जबकि सामान्य रेंज 50 से 90 के बीच होनी चाहिए। उन्होंने पुष्टि की कि दूषित हवा के कारण आंखों में जलन, जुकाम, छींकें आना और सांस लेने में दिक्कत जैसी शिकायतें सामने आ रही हैं। डॉ. अग्रवाल ने लोगों को मास्क का प्रयोग करने और किसी भी स्वास्थ्य समस्या की स्थिति में डॉक्टर से परामर्श लेने की सलाह दी है।
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KSKULWANT SINGH
Nov 18, 2025 07:18:56
Yamuna Nagar, Haryana:श्री गुरु तेग बहादुर जी के शाहीदी पर्व के अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज यमुनानगर जिले के सडोरा में पहुंचे, जहां उन्होंने श्रद्धा और निष्ठा के साथ गुरुद्वारे में मत्था टेककर गुरुबाणी का आशीर्वाद प्राप्त किया। गुरुद्वारे परिसर में संगत द्वारा किए जा रहे संकीर्तन का उन्होंने शांत मन से श्रवण किया और गुरु साहिब के बलिदान, मानवता की रक्षा और धार्मिक स्वतंत्रता के संदेश को नमन किया। वीओ -- मुख्यमंत्री के आगमन पर स्थानीय प्रशासन, संगत, धार्मिक समितियों और क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान गुरुद्वारे में भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे, जिन्होंने गुरु तेग बहादुर जी की शहादत को स्मरण करते हुए अरदास की। गुरु साहिब के जीवन से प्रेरणा लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी का बलिदान सिर्फ सिख समुदाय ही नहीं, बल्कि पूरे देश और मानवता के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि गुरु जी ने अत्याचार और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने तथा धर्म की आज़ादी को बचाने के लिए जो सर्वोच्च बलिदान दिया, वह सदियों तक प्रेरणादायक रहेगा। वीओ -- गुरुद्वारे में मत्था टेकने और संगत से मिलने के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने नगर कीर्तन यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। नगर कीर्तन में पंच प्यारे, निशान साहिब और धार्मिक झांकियां शामिल थीं। श्रद्धालु कीर्तन गाते हुए गुरु साहिब की शिक्षाओं का संदेश पूरे नगर में फैलाते चले।नगर कीर्तन के बाद मुख्यमंत्री कलेसर क्षेत्र पहुंचेगे, जहां वे विभिन्न विकास योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। कलेसर में पर्यटन, वन एवं सड़क निर्माण से संबंधित परियोजनाओं के आरंभ होने की संभावना है, जिनसे क्षेत्र के सामरिक और पर्यावरणीय विकास को नया आयाम मिलेगा। स्पीच -- नायब सिंह सैनी मुख्यमंत्री हरियाणा गुरु तेग बहादुर जी के शाहीदी पर्व पर आयोजित यह कार्यक्रम श्रद्धा, भक्ति और विकास का एक अद्भुत संगम बना, जिसमें धार्मिक भावनाओं के साथ-साथ क्षेत्र के विकास का संकल्प भी स्पष्ट रूप से दिखाई दिया।
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