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Hathras204101

Hathras: छात्रा का अपहरण, 25 लाख की फिरौती मांगी

Feb 03, 2025 17:03:06
Hathras, Uttar Pradesh

हाथरस सदर कोतवाली क्षेत्र के मुरली गजानंद पॉलिटेक्निक कॉलेज से एक छात्रा का अपहरण हो गया। छात्रा दोपहर 2 बजे छात्रा कॉलेज में प्रैक्टिकल देने गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। कुछ समय बाद परिजनों के मोबाइल पर 25 लाख की फिरौती की कॉल आई, जिससे परिवार को अपहरण की जानकारी मिली। परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। खबर मिलते ही पुलिस अधीक्षक इलाके की पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और एमजी पॉलिटेक्निक कॉलेज स्टाफ से जानकारी लेकर मामले की जांच शुरू कर दी।

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ASARUN SINGH
Dec 22, 2025 08:15:51
Farrukhabad, Uttar Pradesh:रोडवेज बस की टक्कर से स्कूल जा रहा छात्र हुआ गंभीर रूप से घायल घायल छात्र की हालत गंभीर, जिला अस्पताल रेफर परिजनों ने कायमगंज अलीगंज मार्ग जाम किया 8 वर्षीय छात्र उछलकर बस से टकराया रोडवेज बस चालक बस लेकर मौके से फरार कायमगंज कोतवाली क्षेत्र के ग्राम शिवरई बरियार निवासी सुरेंद्र सिंह शाक्य अपने 8 वर्षीय नाती कार्तिक और नातिन छाया को साइकिल से दत्तू नगला स्थित एक निजी स्कूल छोड़ने जा रहे थे। कायमगंज-अलीगंज मार्ग पर कैसर खां अड्डा के पास पीछे से आ रही साहिवावाद डिपो की रोडवेज बस ने उनकी साइकिल को टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में कक्षा एक का छात्र 8 वर्षीय कार्तिक गंभीर रूप से घायल हो गया। साइकिल चला रहे सुरेंद्र सिंह और उनकी नातिन छाया इस घटना में बाल-बाल बच गए। टक्कर मारने के बाद बस चालक बस लेकर मौके से फरार हो गया। सूचना मिलने पर परिजन घटनास्थल पर पहुंचे और 108 एंबुलेंस की मदद से कार्तिक को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कायमगंज पहुंचाया। जहां डॉ. विपिन सिंह और डॉ. अमरेश ने प्राथमिक उपचार के बाद उसकी छात्र की गंभीर हालत को देखते हुए उसे जिला अस्पताल लोहिया फर्रुखाबाद के लिए रेफर कर दिया। घायल कार्तिक की बहन छाया ने बताया कि वे अपने बाबा के साथ साइकिल से जा रहे थे, तभी रोडवेज बस चालक ने लापरवाही से टक्कर मार दी। जिससे साइकिल से उछलकर कार्तिक सड़क पर गिर गया, और बस की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया। उसने बताया कि उसका भाई कार्तिक विद्यालय में कक्षा एक का छात्र है। डॉ विपिन सिंह ने बताया कि घायल कार्तिक की हालत चिंताजनक है, उसे प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया इस घटना के बाद कायमगंज क्षेत्र में स्कूलों के खुले होने का मुद्दा भी सामने आया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विश्वनाथ प्रताप सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेशनुसार और मौसम के पूर्वानुमान के मद्देनजर 22 और 23 दिसंबर को कक्षा 1 से इंटर तक के सभी विद्यालयों को बंद करने का आदेश जारी किया गया था। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि उक्त विद्यालय खुला हुआ पाया जाता है, तो इसकी जांच कर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में जो भी विद्यालय खुले हुए हैं, उनकी जांच कराई जाएगी और सभी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
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ASAkhilesh Sharma
Dec 22, 2025 08:15:26
Dungarpur, Rajasthan:डूंगरपुर जिले में कांग्रेस पार्टी की ओर से केंद्र सरकार के खिलाफ आज कलेक्ट्रेट के सामने धरना प्रदर्शन किया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी की फोटो लेकर मनरेगा योजना का नाम बदलने के विरोध में जमकर नारेबाजी की। वही सरकार पर कांग्रेस सरकार की सभी योजनाओं के नाम बदलने के भी आरोप लगाए। कांग्रेस के प्रदेशव्यापी आह्वान के अनुसार जिला कांग्रेस कमेटी ने भी प्रदर्शन किया। कांग्रेस विधायक ओर जिलाध्यक्ष गणेश घोघरा, पूर्व सांसद ताराचंद भगोरा, पूर्व राज्यमंत्री असरार अहमद, नारायण पंड्या समेत कांग्रेस के पदाधिकारी ओर कार्यकर्ता कलेक्ट्री के सामने इकट्ठे हुए। गांधीजी की फोटो हाथ में लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की ओर मनरेगा योजना का नाम बदलने का विरोध किया। जिलाध्यक्ष गणेश घोघरा ने कहा कि देश ओर प्रदेश में भाजपा सरकार आमजनता, गरीब, दलित ओर पिछड़े वर्ग को दबाने का काम कर रही है। कहा कि भाजपा की सरकार बनने के बाद सिर्फ कांग्रेस सरकार की योजनाओं को बंद करने या नाम बदलने के अलावा कोई काम नहीं किया है। चाहे वह महात्मा गांधी के नाम हो, राजीव गांधी, इंदिरा गांधी के नाम पर सभी योजनाओं के नाम बदल दिए। लेकिन सरकार लोगों को रोजगार देने की एक भी नई योजना शुरू नहीं कर पाई है। घोघरा ने कहा कि भाजपा को महात्मा गांधी के नाम से नफरत है। वे नाथूराम गोडसे की विचारधारा को मानते हैं। इसके कारण उनकी सोच का पता चलता है। लेकिन कांग्रेस हमेशा गांधीजी के आदर्श, विचारधारा पर चलती आ रही है। इसके खिलाफ उग्र आंदोलन भी किए जाएंगे।
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ACAshish Chauhan
Dec 22, 2025 08:10:38
Jaipur, Rajasthan:फिर से शटडाउन-कब तक जयपुर में जलसंकट? 3 बार दूसरी लाइन का प्रस्ताव भेजा,लेकिन 10 साल से कागजों में सिमटा आशीष चौहान, जयपुर-जयपुर में पानी की लाइफ लाइन मतलब बीसलपुर प्रोजेक्ट.सालाना रख रखाव के लिए बीसलपुर में बालावाला पंप हाउस कुछ घंटों के लिए बंद किया हुआ कि पानी की रफ्तार बंद हो गई.क्योंकि जयपुर के लिए बीसलपुर की पाइपलाइन सिर्फ एक ही है.यदि ये लाइन बंद तो सब कुछ बंद.आज भी यही हुआ.जयपुर में शाम की सप्लाई बंद रही.10 साल में तीन बार दूसरी लाइन का प्रस्ताव 3 बार भेजा,लेकिन अब तक ना तो मंजूरी मिली ना कोई काम हुआ.जब-जब बीसलपुर प्रोजेक्ट का शटडाउन होने से यही लाइफलाइन ICU में चली जाती है,क्योंकि जयपुर में पेयजल सप्लाई रोकनी पड़ती है.सप्लाई रोकने के दो बड़े कारण होते है.पहला लाइन में अचानक लीकेज,दूसरा प्रोजेक्ट का प्रस्तावित शटडाउन.लाइन में बार बार अचानक लीकेज हुए,क्योंकि सुरजपुरा से जयपुर तक मुख्य लाइन में कई छेद हुए.बीसलपुर की लाइफ लाइन की वैकल्पिक व्यवस्था हो तो पेयजल के लिए शटडाउन नहीं लेना पडेगा. 3 बार प्रस्ताव भेजा,लेकिन कागजों में सिमटा- जयपुर बीसलपुर प्रोजेक्ट की लाइन में कई बार छेद हुए.एक तरफ बीसलपुर पाइप लाइन में 33 लीकेज की मरम्मत की हुई है,यदि इसमें कुछ भी गड़बड़ हुई तो फिर से शटडाउन लेना पडेगा.2017,2023,2024 में प्रस्ताव भेजा था.1900 करोड की लागत से नई पाइप लाइन डाले जब जाकर जयपुर में पेयजल संकट से निजात मिल सकती है.क्योंकि जब जब बीसलपुर लाइन में लीकेज हुई,तब तक जयपुर को अनिश्वित संकट से जूझना पड़ा. बीसलपुर पर बढ़ती निर्भरता- वर्ष............कस्बे,गांव..........आबादी 2000......10 कस्बे,1900 गांव......40 लाख 2020...... 20 कस्बे,2800 गांव.....90 लाख 2022.......20 कस्बे,3000 गांव.....1.10 करोड 2024......22 कस्बे,3100 गांव......1.16 करोड
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ACAshish Chauhan
Dec 22, 2025 08:10:00
Jaipur, Rajasthan:फिर से शटडाउन-कब तक जयपुर में जलसंकट? 3 बार दूसरी लाइन का प्रस्ताव भेजा, लेकिन 10 साल से कागजों में सिमटा आशीष चौहान, जयपुर-बिसलपुर प्रोजेक्ट का एक बार फिर से शटडाउन लेना पड़ा. शाम की सप्लाई जरूरी बाधित रहेगी, लेकिन इस शटडाउन के बाद एक बार फिर से बीसलपुर प्रोजेक्ट सवालों में है. क्योंकि जयपुर सिर्फ एक पेयजल लाइन पर निर्भर है. यदि ये लाइन बंद तो जयपुर में जलसंकट होना तय है. आखिरकार कैसे बीसलपुर प्रोजेक्ट संकट अनदेखे संकट से जूझ रहा है, देखे इस खास रिपोर्ट में! वैकल्पिक कोई व्यवस्था नहीं- जयपुर में पानी की लाइफ लाइन मतलब बीसलपुर प्रोजेक्ट. सालाना रख रखाव के लिए बीसलपुर में बालावाला पंप हाउस कुछ घंटों के लिए बंद किया हुआ कि पानी की रफ्तार बंद हो गई. क्योंकि जयपुर के लिए बीसलपुर की पाइपलाइन सिर्फ एक ही है. यदि ये लाइन बंद तो सब कुछ बंद. आज भी यही हुआ. जयपुर में शाम की सप्लाई बंद रही. 10 साल में तीन बार दूसरी लाइन का प्रस्ताव 3 बार भेजा, लेकिन अब तक ना तो मंजूरी मिली ना कोई काम हुआ. जब-जब बीसलपुर प्रोजेक्ट का शटडाउन होने से यही लाइफ लाइन ICU में चली जाती है, क्योंकि जयपुर में पेयजल सप्लाई रोकनी पड़ती है. सप्लाई रोकने के दो बड़े कारण होते हैं. पहला लाइन में अचानक लीकेज, दूसरा प्रोजेक्ट का प्रस्तावित शटडाउन. लाइन में बार बार अचानक लीकेज हुए, क्योंकि सुरजपुरा से जयपुर तक मुख्य लाइन में कई छेद हुए. बीसलपुर की लाइफ लाइन की वैकल्पिक व्यवस्था हो तो पेयजल के लिए शटडाउन नहीं लेना पड़ेगा. बाइट-कन्हैयालाल चौधरी, जलदाय मंत्री. 3 बार प्रस्ताव भेजा, लेकिन कागजों में सिमटा- जयपुर बीसलपुर प्रोजेक्ट की लाइन में कई बार छेद हुए. एक तरफ बीसलपुर पाइप लाइन में 33 लीकेज की मरम्मत की हुई है, यदि इसमें कुछ भी गड़बड़ हुई तो फिर से शटडाउन लेना पड़ेगा. 2017, 2023, 2024 में प्रस्ताव भेजा था. 1900 करोड़ की लागत से नई पाइप लाइन डाले जब जाकर जयपुर में पेयजल संकट से निजात मिल सकती है. क्योंकि जब जब बीसलपुर लाइन में लीक हुई, तब तक जयपुर को अनिश्वित संकट से जूझना पड़ा. बीसलपुर पर बढ़ती निर्भरता- वर्ष.... कस्बे, गांव.... आबादी 2000....10 कस्बे,1900 गांव....40 लाख 2020.... 20 कस्बे,2800 गांव.....90 लाख 2022.......20 कस्बे,3000 गांव.....1.10 करोड 2024......22 कस्बे,3100 गांव......1.16 करोड बाइट-कन्हैयालाल चौधरी, जलदाय मंत्री वॉक्थू-मौके से पंप हाउस सेइस खबर की फीड OFC से _JPR_BISAL_R_R1 स्लग से भेजी गई
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APAVINASH PATEL
Dec 22, 2025 08:09:13
Sakti, :सackson्ति जिले के जैजैपुर ब्लॉक के बोड़सरा गांव के बहरता यादव की जमीन एडीबी द्वारा बनाए गए सड़क में अधिग्रहण की गई थी,, जिसका मुआवजा विगत 6 वर्षों से भूमि स्वामी को नहीं मिला है। जिसे लेकर आज भूमि स्वामी और उनके परिजनों के द्वारा जैजैपुर- मालखारौदा मार्ग पर मकान निर्माण कर रहें थे। जिसकी सूचना मिलने पर तहसीलदार के साथ थाना प्रभारी जैजैपुर पुरे दल बल के साथ बोड़सरा पहुँच पीड़ित परिवार को समझाइश देकर मामला को शांत कराया। ग्राम बोड़सरा के खसरा क्रमांक 334/3 और 358/2 के 5 डिसमिल जमीन का मुआवजा एशियन डेवलोपमेन्ट बैंक (एडीबी) द्वारा नहीं दिया गया है जिसके संबंध में पीड़ित परिवार द्वारा तहसीलदार, एसडीएम सहित कलेक्टर रखा गुहार लगाई जिस पर कलेक्टर द्वारा मामले की संजीदगी को देखते हुए एडीबी प्रबंधन को पत्र लिखा, लेकिन प्रबंधन द्वारा बेतुका जवाब देते हुए मामले की जानकारी नहीं होने की बात कही। जिसके बाद से पीड़ित परिवार आक्रोषित होकर आज सड़क पर अपना घर बना रहे थे। परिजनों का कहना है की एडीबी प्रबंधन जब जिला कलेक्टर की नहीं सुन रहा है तो हमारी क्या सुनेगा। इस पूरे मामले में एडीबी विभाग और सड़क निर्माण कार्नर वाले ठेकेदार की लापरवाही के चलते एक परिवार को अपना जमीन खोकर भी उसके मुआवजा राशि पाने के लिए सड़क पर उतरना पड़ रहा है। बाइट- पीड़ित परिवार का सदस्य राजेश यादव बाइट - संजय मिंज, तहसीलदार जैजैपुर
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AOAjay Ojha
Dec 22, 2025 08:08:55
Banswara, Rajasthan:वागधारा संस्थान... वागधारा एक मूल्य-आधारित सामाजिक संगठन है, जो राजस्थान सोसायटी अधिनियम, 1958 के तहत पंजीकृत है और वर्ष 1987 से आदिवासी समुदायों के समग्र विकास के लिए कार्यरत है। दक्षिण राजस्थान के बांसवाड़ा जिले से संचालित यह संगठन राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के त्रि-जंक्शन क्षेत्र के लगभग 1200 गांवों में एक लाख से अधिक आदिवासी परिवारों के साथ काम कर रहा है। वागधारा का मूल दृष्टिकोण स्वराज और गांधीवादी आत्मनिर्भरता पर आधारित है, जिसमें समुदायों को अपने जीवन, संसाधनों और विकास से जुड़े निर्णय स्वयं लेने में सक्षम बनाया जाता है। संगठन जल, जंगल और ज़मीन, सतत आजीविका, खाद्य एवं पोषण सुरक्षा, बाल अधिकार, महिला सशक्तिकरण और सुशासन जैसे विषयों पर समग्र दृष्टिकोण के साथ कार्य करता है। वागधारा समुदाय आधारित संस्थाओं के निर्माण और सुदृढ़ीकरण, ग्राम सभाओं को मजबूत करने, स्थानीय नेतृत्व विकास और सामुदायिक संवाद के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन को आगे बढ़ाती है。
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AOAjay Ojha
Dec 22, 2025 08:08:23
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AOAjay Ojha
Dec 22, 2025 08:08:05
Banswara, Rajasthan:आयुषग्रीन फील्ड प्राइवेट लिमिटेड - जिग्नेश भट्ट, डायरेक्टर आयुषग्रीन फील्ड प्राइवेट लिमिटेड एक उभरती हुई Banswara कि कंपनी है, जो प्राकृतिक, ऑर्गेनिक और टिकाऊ उत्पादों के निर्माण व प्रसंस्करण के क्षेत्र में कार्य कर रही है। कंपनी का उद्देश्य ग्रामीण संसाधनों, स्थानीय कच्चे माल और पर्यावरण–अनुकूल प्रक्रियाओं के माध्यम से स्वास्थ्यपूर्ण एवं गुणवत्तापूर्ण उत्पाद विकसित करना है। आयुषग्रीन फील्ड प्राइवेट लिमिटेड का संचालन जिग्नेश भट्ट, डायरेक्टर के नेतृत्व में किया जा रहा है, जिनकी स्पष्ट दृष्टि और पेशेवर अनुभव ने कंपनी को एक मजबूत दिशा प्रदान की है। कंपनी मुख्य रूप से ऑर्गेनिक खेती आधारित उत्पादों, हर्बल वेलनेस, प्राकृतिक पर्सनल केयर एवं वैल्यू-एडेड एग्री प्रोड्यूज के विकास पर केंद्रित है। आयुषग्रीन फील्ड प्राइवेट लिमिटेड गुणवत्ता, नवाचार और मानकों के पालन को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है, ताकि उपभोक्ताओं को सुरक्षित, प्रभावी और भरोसेमंद उत्पाद उपलब्ध कराए जा सकें।
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