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Hamirpur210301

गोलीकांड का आरोपी पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार।

Sept 13, 2025 15:00:28
Hamirpur, Uttar Pradesh
हमीरपुर-पुलिस का ऑपरेशन लंगड़ा जारी,गोली कांड के आरोपी से हुई पुलिस मुठभेड़,पुलिस मुठभेड़ में आरोपी के पैर में लगी गोली,आपरेशन लगड़ा के तहत आरोपी निहालुद्दीन पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार, पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 1 अवैध तमंचा और कारतूस की बरामद,पुलिस ने घायल आरोपी को इलाज के लिए अस्पताल में कराया भर्ती,बीते दिन दबंगो ने बाइक मिस्त्री को गोली मारकर किया था घायल,पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी, मौदहा कोतवाली क्षेत्र के तिंदुही रोड़ का मामला। BYTE:-विनीता पहल (सीओ मौदहा)
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PSPramod Sharma
Sept 13, 2025 17:30:53
Delhi, Delhi:*फुलवारीशरीफ केस में PFI बिहार स्टेट प्रेसिडेंट गिरफ्तार* NIA ने शनिवार को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के बिहार स्टेट प्रेसिडेंट महबूब आलम उर्फ महबूब आलम नदवी को गिरफ्तार किया है. ये गिरफ्तारी 2022 के फुलवारीशरीफ क्रिमिनल कॉन्सपिरेसी केस से जुड़ी है. महबूब आलम बिहार के कटिहार जिले के हसनगंज इलाके का रहने वाला है. उसे किशनगंज से पकड़ा गया. इस केस में अब तक 19 लोगों को गिरफ्तार और चार्जशीट किया जा चुका है. शुरुआत में ये केस लोकल पुलिस ने 26 लोगों के खिलाफ दर्ज किया था. NIA की जांच के मुताबिक, PFI के सदस्य गैरकानूनी और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल थे. उनका मकसद था धर्म के नाम पर लोगों के बीच नफरत फैलाना और डर का माहौल बनाना. PFI का प्लान भारत में इस्लामिक शासन लाने का था, जो उनके एक सीक्रेट दस्तावेज़ “इंडिया 2047 – टुवर्ड्स रूल ऑफ इस्लाम इन इंडिया” से सामने आया था. यह दस्तावेज़ 11 जुलाई 2022 को पटना के फुलवारीशरीफ स्थित अहमद पैलेस से बरामद किया गया था. जांच में सामने आया है कि महबूब आलम इस साजिश का हिस्सा था. वो भर्ती, ट्रेनिंग और बैठकों का आयोजन करता था और PFI की विचारधारा को फैलाने का काम करता था. इतना ही नहीं, वो फंड भी जुटाता था और उसे बाकी आरोपियों और PFI के सदस्यों तक पहुंचाता था. NIA का कहना है कि मामले की जांच अभी जारी है.
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AMAnkit Mittal
Sept 13, 2025 17:30:21
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KHKHALID HUSSAIN
Sept 13, 2025 17:30:08
Chaka, :( TVU 9 ) पहलगाम हमला: कश्मीर के पर्यटन उद्योग के लिए एक विनाशकारी झटका। 2025 में पर्यटकों की संख्या 2024 की तुलना में 72% कम होने का अनुमान है। पर्यटन उद्योग को लगभग 30-35 हज़ार करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष नुकसान हुआ है। पर्यटन के विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले लगभग 90 हज़ार लोगों की नौकरियाँ चली गईं। पुनरुद्धार में वर्षों लग सकते हैं। 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने कश्मीर (जम्मू-कश्मीर) के पर्यटन क्षेत्र को भारी नुकसान पहुँचाया है। यह घटना, जो पिछले दो दशकों में इस क्षेत्र में हुए सबसे घातक नागरिक हमलों में से एक है, उस समय हुई जब इस साल पर्यटन सीजन का चरम शुरू हुआ था, जिससे वर्षों से बढ़ती पर्यटकों की संख्या पर बनी आर्थिक स्थिति चरमरा गई। पर्यटन व्यापारियों ने प्रत्यक्ष नुकसान का अनुमान लगाते हुए कहा कि अप्रैल से अक्टूबर तक यह 30-35 हज़ार करोड़ रुपये का है। जम्मू-कश्मीर होटल एवं रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अनुसार, अप्रैल में हुए इस हमले के एक हफ़्ते के भीतर ही कश्मीर घाटी में जून के अंत तक की कम से कम 20 लाख पर्यटकों की बुकिंग रद्द कर दी गई। होटलों और अन्य आवास सुविधाओं को अग्रिम ली गई राशि वापस करनी पड़ी। ट्रैवल एजेंसियों ने बताया कि 2025 के जून के अंत तक की 90% तक यात्राएँ रद्द कर दी गईं। सर्वेक्षणों से पता चला है कि 92% परिवारों ने सुरक्षा चिंताओं के कारण कश्मीर की अपनी यात्रा रद्द कर दी। इसके कारण क्षेत्र के आधे से ज़्यादा रिसॉर्ट (48 से ज़्यादा स्थल और ट्रेकिंग ट्रेल्स) अस्थायी रूप से बंद हो गए। पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई। 22 अप्रैल तक 5.25 लाख पर्यटकों के साथ अच्छी शुरुआत के बावजूद, 2025 की पहली छमाही में घाटी में 2024 की इसी अवधि की तुलना में 72% की गिरावट देखी गई। हमले के बाद कश्मीर के प्रतिष्ठित स्थल जैसे डल झील, गुलमर्ग, पहलगाम और अन्य पर्यटन स्थल वीरान हो गए। BYTE कश्मीर पर्यटन संघ के सचिव और हाउसबोट उद्योग के अध्यक्ष मंज़ूर पख्तून ने कहा, "अगर हम 22 अप्रैल के बाद की बात करें, तो पिछले कुछ सालों से पर्यटन शून्य पर आ गया था। इसके बाद तेज़ी आई थी, कई युवाओं ने निवेश किया था, नए ढाँचे बन रहे थे, लेकिन अब सभी बेरोज़गार हैं, चाहे वे शिकारा वाले हों, हाउसबोट वाले हों, टट्टू वाले हों, जो सीधे तौर पर इस उद्योग से जुड़े थे, सभी बेरोज़गार हैं और बेरोज़गारी काफ़ी बढ़ गई है। लोगों ने 90% कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है क्योंकि मालिक खर्च वहन नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि उन्होंने भारी निवेश किया था और उन्हें कोई लाभ नहीं मिल रहा है।" हज़ारों हाउसबोट, होटल के कमरे, टैक्सी सेवाएँ, टट्टू संचालक, गाइड और हस्तशिल्प विक्रेता ठप्प पड़ गए हैं। हमले से पहले पूरी क्षमता से चलने वाले होटल खाली पड़े हैं और 90% बुकिंग खत्म हो गई है। कारीगर और छोटे विक्रेता, जिनमें से कई कम मुनाफे पर काम करते थे, ने अपना काम बंद कर दिया है। BYTE कश्मीर पर्यटन संघ के सचिव और हाउसबोट उद्योग के अध्यक्ष मंज़ूर पख्तून ने कहा, "इस समय हालत यह है कि हाउसबोट और होटल बंद हैं, कैब ड्राइवर आराम से बैठे हैं और बैंकों से लिया गया कर्ज़ भी उनके लिए एक और समस्या है। लोग बुरी तरह से परेशान हैं।" पर्यटन उद्योग जम्मू-कश्मीर के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) में 8-10% का योगदान देता है। यह सालाना 35-40 हज़ार करोड़ रुपये उत्पन्न करता है और लगभग 45 लाख परिवारों को आजीविका प्रदान करता है। पिछले तीन वर्षों से पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि ने लाखों लोगों को पर्यटन उद्योग में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया है। नए होटल बनाए गए, लोगों ने अपनी संपत्तियों को होमस्टे और गेस्ट हाउस में बदल दिया। 75 नए गंतव्य खोले गए, जिनमें से ज़्यादातर सीमावर्ती क्षेत्रों में थे, जहाँ लोगों ने पर्यटन उद्योग में वृद्धि को देखते हुए बुनियादी ढाँचा बनाया। हज़ारों युवाओं ने बैंकों से ऋण लेकर लग्ज़री कारें खरीदीं, लेकिन अब वे सभी भुगतान के लिए संघर्ष कर रहे हैं और हज़ारों लोगों की नौकरियाँ चली गईं। BYTE कश्मीर पर्यटन संघ के सचिव और हाउसबोट उद्योग के अध्यक्ष मंज़ूर पख्तून ने कहा, "पिछले दो-तीन सालों से इस क्षेत्र में लोगों की भारी भागीदारी रही है। नए होटल बनाए गए, हाउसबोट का नवीनीकरण किया गया, नई नौकरियाँ पैदा हुईं, लेकिन अब हज़ारों लोग अपनी नौकरियाँ खो चुके हैं। नुकसान हज़ारों करोड़ में है। हमने अभी तक पूरा आकलन नहीं किया है, लेकिन मुझे यकीन है कि यह 30-35 हज़ार करोड़ से कम नहीं होगा।" यह त्रासदी इस बात को रेखांकित करती है कि कैसे लक्षित हिंसा अर्थव्यवस्था को हथियार बनाती है, जिसका सबसे ज़्यादा असर आम नागरिकों पर पड़ता है। पर्यटन उद्योग से जुड़ा या यूँ कहें कि इस पर निर्भर कश्मीर का हस्तशिल्प क्षेत्र, जिसमें कश्मीरी शॉल और कालीन, पेपर-माची के सामान, कश्मीरी सूट, अखरोट, केसर और कई अन्य चीज़ें शामिल हैं, बुरी तरह प्रभावित हुआ है। श्रीनगर, पहलगाम और अन्य जगहों पर 4 लाख से ज़्यादा कारीगरों, हज़ारों दुकानदारों, कालीन उत्पादकों और दुकानों में पर्यटकों द्वारा की गई बिक्री में लगभग 5% की गिरावट दर्ज की गई है। एक मोटे अनुमान के अनुसार, 2025 तक हस्तशिल्प क्षेत्र को लगभग ₹8,000-12,000 करोड़ का नुकसान होगा। BYTE कश्मीर पर्यटन संघ के सचिव और हाउसबोट उद्योग के अध्यक्ष मंज़ूर पख्तून ने कहा, "हस्तशिल्प एक और बड़ा क्षेत्र है जो इस उद्योग से जुड़ा है। जहाँ भी दर्शनीय स्थल हैं, वहाँ दुकानें हैं, यहाँ तक कि ऑटो चालक भी आराम से बैठे हैं। अगर यही हाल रहा तो मुझे लगता है कि हमें अपने खाने के लिए भी संघर्ष करना पड़ेगा, हम कैसे गुज़ारा करेंगे, यह तो भगवान ही जाने। बैंक ईएमआई मांग रहे हैं, उन्हें अभी तक कोई राहत नहीं मिली है। जब किसी को ईएमआई, बिजली का बिल चुकाना पड़ता है और उसकी कोई आय नहीं होती, तो तनाव का स्तर भी बढ़ जाता है।" पर्यटन हितधारकों का कहना है कि पूरी तरह से उबरने में समय लगेगा, और उम्मीद है कि वित्तीय राहत का कोई पैकेज और संभावित ऋण माफी या पुनर्गठन सहित लक्षित सरकारी सहायता मिलेगी। BYTE मंज़ूर पख्तून ने कहा, "अगर हालात ऐसे ही रहे तो नुकसान और बढ़ेगा। इस बार कर्मचारियों को जो वेतन मिला है, उसे देना ही होगा, उन्हें खर्च भी चलाना है और परिवार भी चलाना है।" उन्होंने आगे कहा, "जब भी यहाँ कोई अप्रिय घटना होती है, तो सबसे पहले पर्यटन प्रभावित होता है और फिर उसे पुनर्जीवित होने में समय लगता है। हम हमेशा सरकार से, चाहे वह केंद्र सरकार हो या केंद्र शासित प्रदेश सरकार, प्रभावित लोगों के लिए कोई पैकेज घोषित करने की उम्मीद करते हैं।" अगर सरकार ने सहयोग नहीं किया, तो यह उद्योग टिक नहीं पाएगा। हमें प्रधानमंत्री, उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री से उम्मीद है कि कुछ राहत की घोषणा की जाएगी ताकि पर्यटन को पुनर्जीवित किया जा सके और जिन लोगों को परेशानी हो रही है, उन्हें राहत मिले। कश्मीर आने वाले पर्यटक भी मानते हैं कि कश्मीर जाने से बाहर भी डर बना रहता है और सरकार को पर्यटकों का विश्वास फिर से बनाने के लिए काम करना होगा। BYTE TOURIST पुणे की एक पर्यटक अपर्णा ने कहा, "लोगों के दिलो-दिमाग में कश्मीर बसता है, लेकिन जो घटना हुई, उससे कई लोग डर गए। कश्मीर सरकार को स्वागत और विश्वास बनाने के लिए कदम उठाने चाहिए और पर्यटकों को आने के लिए कहना चाहिए। हम आपको आश्वस्त करते हैं कि भविष्य में ऐसी कोई घटना नहीं होगी। अगर वे विश्वास अर्जित करेंगे, तभी पर्यटक आएंगे और इतनी संख्या में आएंगे कि आप उन्हें संभाल नहीं पाएंगे।" केंद्र और केंद्र शासित प्रदेश दोनों सरकारें कश्मीर को एक सुरक्षित और आकर्षक गंतव्य के रूप में सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रही हैं। "देखो अपना देश" और "चलो इंडिया" जैसे अभियानों का उपयोग इस क्षेत्र की सुंदरता और संस्कृति को उजागर करने के लिए किया जा रहा है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय के सहयोग से कई राज्यों का दौरा किया और पर्यटन संवर्धन कार्यक्रम आयोजित किए। फारूक अब्दुल्ला ने स्वीकार किया कि पहलगाम के बाद हमले के बाद पर्यटक डर गए थे और सरकार यह संदेश देने की पूरी कोशिश कर रही है कि अब स्थिति बेहतर है। BYTE ATTACHED WITH 2C APP ( HE SPOKE AT PAHALGAM ) फारूक ने कहा, "पहलगाम के बाद जब पर्यटकों में डर था और उमर सरकार उस डर को दूर करने की पूरी कोशिश कर रही है, उमर अब्दुल्ला पश्चिम बंगाल, अहमदाबाद और कई अन्य जगहों पर गए थे। आज वह कश्मीर की ओर ज़्यादा लोगों को आकर्षित करने के लिए चेन्नई में हैं। हमने पहलगाम में एक गोल्फ टूर्नामेंट का आयोजन भी किया था ताकि यह संदेश दिया जा सके कि यहाँ स्थिति काफ़ी स्थिर है।" आज़ादी के बाद से कश्मीर में पर्यटकों की आमद का अब तक का रिकॉर्ड तोड़ने वाला पर्यटन फिलहाल शून्य पर है, लेकिन उम्मीद है कि आने वाले समय में, यानी शीतकालीन पर्यटन, अपनी गति वापस पकड़ लेगा। खालिद हुसैन ज़ी मीडिया कश्मीर।
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GLGautam Lenin
Sept 13, 2025 17:22:01
Lohardaga, Jharkhand:लोहरदगा- लोहरदगा में शनिवार लोगों के लिए परेशानी बन कर उभरा। लोहरदगा जिला के सेन्हा थाना क्षेत्र में ट्रक और ऑटो के टक्कर में दो महिला घायल हो गई ‌। वही नेतरहाट रोड़ में सड़क दुर्घटना में एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। वही सेन्हा थाना क्षेत्र के दतरी गांव में ट्रैक्टर और बाइक की चपेट में आने से दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल के बाद रिम्स रेफर कर दिया गया। साथ ही कल्हेपाट में दुर्घटना में दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। अचानक दुर्घटना के मामले बढ़ने से सदर अस्पताल में अफरातफरी का महौल मच गया। बाइट - मोहन उरांव, पिता लोहरदगा से गौतम लेनिन की रिपोर्ट
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ASAshok Singh Shekhawat
Sept 13, 2025 17:21:19
Sikar, Rajasthan:जिला सीकर डेट लाइन रींगस सीकर हरीश गुर्जर स्थानीय संवाददाता 7014484873 शव को साथ लेकर अंतिम संस्कार के लिए भटकते रहे परिजन, दबंगों ने नहीं होने दिया शव का अंतिम संस्कार, पुलिस की मौजूदगी में हुआ शव का अंतिम संस्कार एंकर सीकर जिले के रींगस उपखंड की ग्राम पंचायत चोमू पुरोहितान में पिछले 30 सालों से रहने वाले 80 वर्षीय कानाराम बावरिया की मौत होने के बाद उसके परिजन शव का अंतिम संस्कार करने के लिए संतोषपुरा एवं भवानीपुरा में भटकते रहे, उसके बाद पुलिस की मौजूदगी में संतोषपुरा में स्थित गोचर भूमि में शव का अंतिम संस्कार किया गया। जानकारी के अनुसार पिछले 30 वर्षों से संतोषपुरा में रहने वाले 80 वर्षीय कानाराम बावरिया की शनिवार सुबह 4 बजे मौत हो गई। परिवार वाले सुबह 9 बजे शव का अंतिम संस्कार करने के लिए संतोषपुरा में स्थित श्मशान भूमि पर पहुंचे जहां पर संतोषपुरा के ग्रामीणों ने विरोध किया तथा श्मशान भूमि में शव का अंतिम संस्कार करने के लिए मना कर दिया एवं श्मशान भूमि के गेट के ताला लगाकर चाबी अपने साथ ले गए और मृतक के परिजनों को कहा कि आप पास में 200 मीटर की दूरी पर भानीपुरा में स्थित गोचर भूमि पर ले जाकर शव का अंतिम संस्कार कर दो। ऐसे में मृतक के परिजन शव को लेकर भानीपुरा की गोचर भूमि में पहुंचे। भानीपुरा गांव के ग्रामीणों को इसकी सूचना मिलने पर मौके पर पहुंच कर विरोध किया तथा इसकी सूचना पंचायत प्रशासक प्रतिनिधि सीताराम ऐचरा को दी। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंचे पंचायत प्रशासक प्रतिनिधि ऐचरा ने मृतक के परिजनों से समझाइस की और शव का संतोषपुरा में ही अंतिम संस्कार करने की बात कही। चोमू पुरोहितान पंचायत प्रशासनिक प्रतिनिधि सीताराम ऐचरा ने बताया कि मृतक संतोषपुरा का रहने वाला था, संतोषपुरा के ग्रामीणों ने इनको गुमराह करके इनको भानीपुरा यह कहकर भेज दिया कि भानीपुरा में गोचर भूमि है वहां जाकर शव का अंतिम संस्कार कर दो, ऐसे में मृतक के परिजन शव का अंतिम संस्कार करने के लिए शव लेकर यहां पर आ गए। समझाइस के बाद मृतक के परिजनों ने संतोषपुरा में ही शव का अंतिम संस्कार करने की मांग की। ऐसे में पंचायत प्रशासक प्रतिनिधि सीताराम ऐचरा ने रींगस थाने में इसकी सूचना दी। सूचना पर पहुंचे रींगस थाना अधिकारी सुरेश कुमार ने अपनी मौजूदगी में संतोषपुरा में स्थित गोचर भूमि में शव का अंतिम संस्कार करवाया। रींगस थानाधिकारी सुरेश कुमार ने बताया कि संतोषपुरा के रहने वाले कानाराम बावरिया की मौत के बाद उसके शव का अंतिम संस्कार नहीं करने देने की सूचना मिली थी, सूचना पर मौके पर पहुंचकर देखा तो मृतक के परिजन संतोषपुर एवं भानीपुरा की सीमा पर शव को लेकर बैठे हुए थे। मृतक संतोषपुरा का रहने वाला था ऐसे में संतोषपुरा के पटवारी को मौके पर बुलाकर संतोषपुरा में स्थित गोचर भूमि में जगह चिन्हित करवा कर शव का अंतिम संस्कार करवाया गया। बाइट - सीआई सुरेश कुमार, पुलिस थाना रींगस
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DGDeepak Goyal
Sept 13, 2025 17:19:53
Jaipur, Rajasthan:DEEPAK GOYAL-99829-33000 LOCATION-JPR FEED-2C ::::::::: Anchor::मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की संवेदनशील पहल पर जयपुर जिला प्रशासन ने राहत कार्यों की रफ्तार तेज कर दी है। अतिवृष्टि से प्रभावित किसानों को मदद पहुंचाने के लिए अवकाश का दिन भी प्रशासनिक अमले ने खेतों में बिताया। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्देश पर शनिवार को उपखंड अधिकारियों, तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों ने गांव-गांव जाकर नुकसान का आकलन किया। हल्कों के पटवारियों के साथ खेतों में पहुंचे अधिकारियों ने मौके पर ही खराबे का आंकलन किया और किसानों से सीधे संवाद स्थापित किया। ग्रामीणों से बातचीत में अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार किसानों को अकेला नहीं छोड़ेगी। मुख्यमंत्री की मंशा है कि नियमानुसार मुआवजा प्रक्रिया में किसी प्रकार की देरी न हो और प्रभावितों को जल्द राहत मिले। अधिकारियों ने किसानों से आग्रह किया कि वे समय रहते बीमा अथवा मुआवजे से संबंधित जरूरी जानकारी उपलब्ध कराएं, ताकि राहत वितरण कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जा सके। गांवों में दौरे के दौरान अधिकारियों ने किसानों को भरोसा दिलाया कि सरकार हर परिस्थिति में उनके साथ खड़ी है और अतिवृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। BITE-दिलीप सिंह राठौड़, उपखण्ड अधिकारी, चौमूं
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CSChandrashekhar Solanki
Sept 13, 2025 17:19:18
Ratlam, Madhya Pradesh:Chandarshekhar solanki/Ratlam रतलाम ज़िले में लगातार बारिश और बेमौसम की मार से किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। हालात का जायजा लेने खुद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव खेतों में पहुँचे और किसानों से सीधे संवाद भी किया। सीएम ने किसानों को भरोसा दिलाते हुए जिला अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द सर्वे कराकर मुआवजे की प्रक्रिया शुरू की जाए, ताकि किसानों की तकलीफ़ें कम हो सकें। लेकिन फिलहाल किसानो के लिए एक और मुसीबत खड़ी हो गयी है की एक तरफ कु दूसरी तरफ खायी, दरसल रतलाम जिले मे सर्वे के लिए कि कई खेतो मे अब तक टीम नहीं पहुंची है और किसान सर्वे के इंतज़ार मे रहे तो इस सीजन की अगली फसल तैयार नहीं कर सकते, मौजूदा सीजन में नई फसल बोने का समय निकलता जा रहा है। किसान इंतज़ार में बैठे नहीं रह सकते, इसलिए कई जगहों पर किसान मजबूरन अपनी खराब फसल को खुद ही हटा रहे हैं – कहीं रोटावेटर चलवाकर, तो कहीं मज़दूर लगाकर। अब सवाल यही कि जब खेतों में खराब फसल ही नहीं बचेगी तो सर्वे आखिर किस आधार पर किया जाएगा। किसानो का कहना है कि यदि नई फसल समय पर नहीं बोई गई तो अगला सीजन भी हाथ से निकल जाएगा और आर्थिक नुकसान दोगुना हो जाएगा। ऐसे में किसान प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं कि सर्वे कार्य में तेजी लाई जाए और उन्हें शीघ्र राहत मिल सके WT_KISAN_FASAL_SURVEY_R. MP4 रतलाम चंदारशेखर सोलंकी 9039441511
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GPGaurav Patel
Sept 13, 2025 17:18:09
Ahmedabad, Gujarat:बाइट: ध्वनि शाह – पर्यावरण शोधकर्ता NOTE : TAKE FEED FROM ZEE 24 KALAK VSAT बाइट: लक्ष्मण गढ़वी - किसान बाडा गांव कच्छ : ZEE 24 कलाक की मुहिम रंग लाई, मांडवी के किसानों की लड़ाई को मिला बड़ा सहारा। मांडवी में GHCL को झटका, GHCL की अर्जी NGT ने खारिज की। मांडवी तालुका के बाडा गांव में GHCL के प्रोजेक्ट के लिए मिली पर्यावरणीय मंजूरी के खिलाफ दाखिल अन्य अपील भी अब NGT सुनेगा। GHCL द्वारा अपील खारिज करने की मांग को ट्रिब्यूनल ने खारिज की। GHCL का दावा था कि यह अपील केवल प्रोजेक्ट को विलंबित करने के लिए है, लेकिन ट्रिब्यूनल ने इस दावे को नामंजूर कर दिया। NGT ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रभावित व्यक्ति को पर्यावरण मंजूरी के खिलाफ अपील करने का पूरा अधिकार है। हालांकि, NGT की पुणे पश्चिम ज़ोन खंडपीठ ने इस अर्जी को खारिज कर दिया। जस्टिस प्रकाश श्रीवास्तव (अध्यक्ष), जस्टिस दिनेश कुमार सिंह (न्यायिक सदस्य) और डॉ. विजय कुलकर्णी (विशेषज्ञ सदस्य) की खंडपीठ ने अपने विस्तृत आदेश में स्पष्ट किया कि अपील खारिज करने का कोई आधार नहीं है। अब इस मुद्दे पर सुनवाई 17 नवंबर, 2025 को होगी। NGT ने दिया सख्त आदेश। अब इस अपील की पूरी सुनवाई होगी और किसानों के मुद्दे को सही तरीके से सुना जाएगा। अपीलकर्ता ने स्पष्ट किया कि NGT एक्ट 2010 की धारा 16 के अनुसार प्रभावित व्यक्ति को पर्यावरण मंजूरी को चुनौती देने का पूरा अधिकार है। NGT ने GHCL की अपील खारिज करने की मांग ठुकरा दी और उसे कोई राहत नहीं दी।
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DKDARSHAN KAIT
Sept 13, 2025 17:17:43
Kurukshetra, Haryana:कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के लक्ष्मीबाई गर्ल हॉस्टल में प्रथम वर्ष में एक 19 वर्षीय छात्रा की हॉस्टल के कमरे में फंदा लगाकर की आत्महत्या,पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आगामी कार्यवाही की शुरू कुरुक्षेत्र:- यूनिवर्सिटी के लक्ष्मीबाई गर्ल्स हॉस्टल में प्रथम वर्ष की एक 19 वर्षीय छात्रा ने हॉस्टल के कमरे में ही फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। वहीं आत्महत्या की सूचना फैलते ही गर्ल्स हॉस्टल में सनसनी फैल गई।और हॉस्टल में दहशत फैल गई। जिसकी वजह से सभी छात्राएं सहम गई। थाना प्रभारी दिनेश राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि उनको सूचना मिली थी जिसके बाद वह लक्ष्मीबाई गर्ल्स हॉस्टल में पहुंचे जहां पर देखा कि एक लड़की ने हॉस्टल के कमरे के अंदर ही फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। उन्होंने कहा कि परिजनों को सूचित कर दिया गया है। और शव को कब्जे में लेकर आगामी कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि फिलहाल अभी आत्महत्या के कारणों का पता नहीं लगा है। परिजनों के बयान के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। बाईट:- दिनेश राणा SHO थाना KUK नॉट,,,शव के विज्वल ब्लर कर लेवे
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AJAvinash Jagnawat
Sept 13, 2025 17:17:24
Udaipur, Rajasthan:AVINASH उदयपुर के सूरजपोल इलाके में कल मकान मालिक द्वारा किराए दार की हत्या करने का मामला गरमाने लगा है। हत्या के विरोध में मृतक के परिजन और राजपूत समाज के लोग बड़ी संख्या में एमबी चिकित्सालय की मोर्चरी में जमा हो गए। जहां उन्होंने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। समाज के प्रतिनिधियों ने हत्या के आरोपी को फांसी की सजा देने, मृतक के आश्रित को सरकारी नौकरी और 51 लाख का मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने साफ कहा की उनकी मांगों को पूरा होने के बाद ही शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। पुलिस की तरफ से समझाइस का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन समाज के लोग अपनी मांग पर पड़े हुए हैं। आपको बता दे की कल देर शाम मकान मालिक दिनेश कुमार बंसल लाइट और पानी के बील की राशि को लेकर हो रहे विवाद के चलते किराएदार नरपत सिंह पर चाकू से हमला कर दिया। बीच बचाव में आई उसकी पत्नी भी हमले में घायल हो गई। सीने में चाकू के घाव लगने से नरपत सिंह की मौत हो गई। उसी को लेकर राजपूत समाज के लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। समाज के लोगों ने साफ कहा कि अगर उन्हें जल्द न्याय नहीं मिला तो आने वाले समय में उग्र आंदोलन किया जाएगा। भाई पुलिस ने कार्रवाई करते हुए हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। बाईट- 1,2 सामाजिक प्रतिनिधि बाईट- रतन सिंह, थानाधिकारी, सूरजपोल थाना,उदयपुर नॉट- वीडियो बाईट वॉट्सऐप पर भेजे गए है।
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BSBhanu Sharma
Sept 13, 2025 17:16:47
Dholpur, Rajasthan:बसई नवाब पुलिस चौकी को बम से उड़ाने की धमकी से हड़कंप, जांच में जुटी पुलिस धौलपुर जिले के सैपऊ उपखंड के अंतर्गत आने वाली बसई नवाब पुलिस चौकी को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई। शनिवार दोपहर कंट्रोल रूम पर एक अनजान कॉल आई, जिसमें चौकी में बम लगाने की बात कही गई। इस सूचना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। जानकारी के अनुसार, किसी अज्ञात व्यक्ति ने पुलिस कंट्रोल रूम पर कॉल कर यह जानकारी दी कि बसई नवाब चौकी में बम लगाया गया है और जल्द ही उसे उड़ाया जाएगा। जैसे ही यह सूचना कंट्रोल रूम तक पहुंची, तुरंत ही वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया गया। सूचना मिलते ही सैपऊ सीओ अनूप यादव मौके पर पहुंचे और तत्काल पुलिस बल के साथ चौकी की घेराबंदी कर जांच शुरू कर दी। साथ ही सुरक्षा के लिहाज से बम निरोधक दस्ते को भी मौके पर बुलाने के लिए जिला स्तर पर सूचना भेजी गई है। बसई नवाब चौकी में पुलिस ने चौकी परिसर के हर कोने की गहन तलाशी ली। संदिग्ध वस्तुओं की जांच की गई, हालांकि अब तक कोई विस्फोटक सामग्री नहीं मिली है। इसके बावजूद पुलिस सतर्क है और जांच जारी है।पुलिस अब उस व्यक्ति की तलाश में जुट गई है जिसने कंट्रोल रूम पर फोन कर धमकी दी थी। कॉल डिटेल्स और नंबर की जांच की जा रही है। प्रथम दृष्टया यह शरारत भी हो सकती है, लेकिन पुलिस इसे गंभीरता से लेते हुए सभी संभावनाओं पर काम कर रही है। इस धमकी के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। लोग पुलिस चौकी के आसपास जमा हो गए और स्थिति को समझने की कोशिश करने लगे। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें। सीओ सैपऊ अनूप यादव ने बताया कि, “कंट्रोल रूम पर किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा धमकी भरा कॉल आया था। सूचना के आधार पर तत्काल मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी गई है। अभी तक कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है, लेकिन जांच जारी है। जल्द ही कॉल करने वाले की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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