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Gorakhpur273002

गोरखपुर में गीड़ा पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी

Jan 23, 2025 05:24:59
Gorakhpur, Uttar Pradesh

गोरखपुर , गीड़ा थाना क्षेत्र में गोदाम का ताला तोड़कर चोरी करने वाले तीन अभियुक्त को गीड़ा पुलिस ने किया गिरफ्तार, गीड़ा पुलिस ने चोरों के निशानदेही पर चोरी किए हुए 50 कार्टून माल किया बरामद,कुछ दिन पहले गीड़ा थाना क्षेत्र के कोलिया स्थित वाडा सेल्स कॉरपोरेशन के गोदाम का ताला तोड़कर चोरो ने चोरी की घटना को दिया था अंजाम,चोरो की करतूत cctv मे हुई थी कैद।

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Dec 30, 2025 05:05:13
Kolkata, West Bengal:

ABID Interiors 2026 hosts its 35th edition in Kolkata, showcasing interior design innovation, materials, and technology to over 80,000 visitors…Kolkata is all set to witness a landmark moment in India’s interior design journey as ABID announced the 35th edition of ABID Interiors 2026. The event is all set to take place from 9th to 12th January, 2026, at Biswa Bangla Mela Prangan in Kolkata…ABID Interiors was established by the interior design fraternity. Now the event stands as one of the oldest, most respected interior exhibitions in the country. For over three and a half decades, the exhibition has grown in scale and credibility. The two qualities that define ABID Interiors are professional depth and cultural relevance. The event is planned and organized by professionals and reflects a combination of intent and innovation along with market reality. The company claims its practitioner-led ethics has attracted manufacturers, designers, and architects year after year…The 35th edition of ABID Interiors is celebrating leadership. This marks a milestone in their journey. ABID Interiors 2026 is aimed as an organized meeting of ideas, craftsmanship and technology. It is offering participants and visitors an experience that goes beyond display…ABID’s landmark 35th edition exhibition serves as a powerful meeting ground for those who influence how spaces are imagined, designed, built, and ultimately lived in. Hosted by the Association of Architects, Builders, Interior Designers & Allied Professionals, this is more than a showcase—it’s a participative platform where ideas take shape and collaborations begin. Professionals travel from across India and around the globe, creating a dynamic exchange of insights, innovation, and global perspectives. With over 80,000 visitors expected, the scale and impact are impossible to ignore. Attendees gain direct access to 10,000+ trade designers sharing creative inspiration, 15,000+ builders and contractors exploring practical, site-ready solutions, 5,000+ architects discovering new materials and technologies, and 50,000+ homeowners seeking informed, confident choices for quality living spaces.

ABID Interiors claims it offers something unique and valuable for manufacturers and brands, which is engagement, with an informed, committed and professional interior designing community. The exhibition helps in creating meaningful, long-term relationships and genuine feedback. These are crucial elements for evolving the interior designing economy…As ABID steps into its 35th year, the exhibition stays rooted in a core belief, that true design excellence flourishes when it is shaped, supported, and advanced by the fraternity itself…ABID Interiors 2026 is not merely another date on the industry calendar. It stands as a benchmark for evolving practices and a unified declaration of purpose from the interior design community…Over the years, the Association of Architects, Builders, Interior Designers & Allied Professionals exhibition has earned its reputation as a premier national platform, uniting design professionals, leading brands, and forward-thinking innovators from across India. The 35th edition is backed by a strong roster of industry leaders, with Kerovit by Kajaria Bathware and Birla Opus coming on board as Platinum Sponsors, reflecting their commitment to innovation and design excellence. Adding further strength to the event’s industry support are Omacme, Greenply, and Havells as Gold Sponsors, reinforcing ABID Interiors’ position as a cornerstone of the design ecosystem.

 

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VTVinit Tyagi
Dec 30, 2025 07:19:26
Roorkee, Uttarakhand:रुड़की। एंकर - रुड़की में हाईवे पर युवाओं के कई गाड़ियों के काफिले ने यातायात नियमों की खुलकर धज्जियां उड़ाईं। तेज़ रफ्तार में दौड़ती कारों में सवार युवक खिड़कियों से बाहर लटकते हुए स्टंट करते नजर आए। इस दौरान न तो उन्हें अपनी सुरक्षा की चिंता थी और न ही सड़क पर चल रहे अन्य वाहन चालकों की। हाईवे पर इस तरह का खतरनाक नज़ारा देखकर राहगीरों में दहशत का माहौल बन गया। बताया जा रहा है कि कार सवार युवको ने पुलिस से बेखौफ होकर खुलेआम नियमों का उल्लंघन करते रहे। हैरानी की बात यह रही कि लंबे समय तक यह काफिला सड़क पर दौड़ता रहा, वही चर्चाएं रही कि इस तरह की लापरवाही किसी बड़े हादसे को न्योता दे सकती है। इस मामले में एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल ने कहा कि ऐसे युवाओं की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, और चिन्हित कर गाड़ियों को भी सीज किया जाएगा ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर लगाम लग सके। फिलहाल वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं।
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SKSunny Kumar
Dec 30, 2025 07:18:58
Patna, Bihar:राजधानी पटना के गंगा नदी में पर्यटन के लिहाज से अपार संभावनाएं हैं और उन्ही संभावनाओं को तलाशते हुए पर्यटन विभाग की ओर से दर्जनों मोटर वोट चलाए जा रहे हैं. सुबह 10:00 से लेकर शाम के 5:00 तक मोटर वोट का आनंद पटनावासी और आसपास के इलाके के लोग लेते हैं बेहद ही खूबसूरत और रोमांच भरे इस सफर का आनंद राज्य के लोग ले रहे हैं प्रतिदिन 100 से अधिक पर्यटक इस मोटर वोट का सफर करते हैं जिसका किराया डेढ़ सौ से लेकर 200 प्रति व्यक्ति है. मोटर बोट में सुरक्षा के लिहाज से सभी तरह की व्यवस्था होती है वहीं कई तरह के मोटर वोट उपलब्ध कराए गए हैं इसमें एक बार में दर्जन पर लोग भी बैठ सकते हैं तो वहीं दो लोग के लिए बैठने वाले मोटर बोट भी उपलब्ध है. इसके जरिए गंगा नदी का शहर 15 से 20 मिनट तक आपको कराई जाएगी.
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KRKishore Roy
Dec 30, 2025 07:17:42
Noida, Uttar Pradesh:रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व से जुड़े बूंदी रेंज क्षेत्र में संदिग्ध परिस्थितियों में एक पैंथर की मौत का मामला सामने आया है। घटना बूंदी रेंज के खटकड़िया के पास की बताई जा रही है, जिससे वन्यजीव प्रेमियों में मायूसी फैल गई है। हालांकि पैंथर के शरीर पर प्रारम्भिक तौर पर चोटों के निशान नजर नहीं आ रहे हैं, अरुण कुमार उपवन संरक्षक ने बताया कि मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम होने के बाद आने वाली रिपोर्ट के पश्चात ही स्थिति स्पष्ट होगी। मृत पैंथर के शव को वन विभाग द्वारा हनुमंत वाटिका लाया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और पशु चिकित्सकों की मौजूदगी में पैंथर के शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा, ताकि मौत के कारणों का पता लगाया जा सके। फिलहाल वन विभाग पूरे मामले की जांच में जुटा हुआ है। घटना के बाद क्षेत्र में वन्यजीव सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
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KKKamal Kumar
Dec 30, 2025 07:17:12
:कोयलीबेड़ा ब्लॉक में धान खरीदी अब सीधे-सीधे प्रशासनिक अव्यवस्था की भेंट चढ़ती नजर आ रही है।खरीदी शुरू करने से पहले न तो खरीदी की कोई तैयारी की गई और न ही परिवहन की ठोस व्यवस्था।हालात ऐसे हैं कि धान उपार्जन केंद्र भर चुके हैं,लेकिन प्रशासन अब भी दावों के सहारे स्थिति संभालने की बात कर रहा है देखिये खबर......कोयालीबेड़ा ब्लॉक में धान खरीदी का काम तो पूरे ज़ोरों पर जारी है,लेकिन धान का परिवहन पूरी तरह ठप पड़ा है।हालत यह है कि बीते डेढ़ महीने से लगातार खरीदी हो रही है,मगर अब तक एक भी बोरा धान उपार्जन केंद्रों से बाहर नहीं जा सका है।नतीजा....केंद्रों पर जगह खत्म हो चुकी है और खरीदी बंद होने का खतरा मंडरा रहा है।कोयलीबेड़ा ब्लॉक के पखांजूर इलाके मे कुल ग्यारह समितिओं के कुल 40 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से धान खरीदी की जा रही है।लेकिन हैरानी की बात यह है कि अब तक एक भी बोरा धान का परिवहन नहीं हो सका है।धान का उठाव नहीं होने से उपार्जन केंद्रों की बफर लिमिट पार हो चुकी है।हालांकि प्रशासन यह दावा कर रहा है कि उपार्जन केंद्रों के आसपास वैकल्पिक जगह चिन्हित की गई है,और किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है।क्यूंकि वैकल्पिक जगहों पर ना सुरक्षा व्यवस्था है,ना कवरिंग की कोई तैयारी।बाईट 01 धान उपार्जन केंद्र प्रभारी बाईट धान उपार्जन केंद्र प्रभारी बाइट धान उपार्जन केंद्र प्रभारी बाईट समिति मैनेजर बांदें बाईट.... टिका राम देवांगन, SDM पखांजूर GFX IN.... कोयलीबेड़ा ब्लॉक — तथ्य बनाम दावा पंजीकृत किसान : 26,451 धान बेच चुके किसान : 9,935 खरीदा गया धान : 5,23,592 क्विंटल परिवहन व्यवस्था : शून्य वैकल्पिक भंडारण : सिर्फ दावा 2.धान के बोरे खुले आसमान के नीचे हैं,मौसम का खतरा लगातार बढ़ रहा है,लेकिन जिम्मेदार अफसरों की तरफ से अब तक ठोस कार्ययोजना सामने नहीं आई है।यदि हालात ऐसे ही रहे,तो आने वाले दिनों में धान खरीदी रोकने का फैसला लेना मजबूरी बन जाएगा,और इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।क्यूंकि प्रशासन ने परिवहन की न कोई की और न कोई योजना तैयार हुई।एंकर आउट--साफ तौर पर कहें तो कोयलीबेड़ा ब्लॉक में धान खरीदी प्रशासनिक फेलियर की खुली तस्वीर बन चुकी है। क्यूंकि परिवहन की तैयारी शून्य,भंडारण सिर्फ कागज़ों में,और जमीनी हकीकत बदतर.....कोयलीबेड़ा में धान खरीदी अब प्रशासनिक दावों की पोल खोलती नजर आ रही है।अब देखना होगा कि प्रशासन कब तक इस गंभीर समस्या पर ध्यान देता है,क्योंकि अगर हालात ऐसे ही बने रहे,तो इसका खामियाजा सीधे अन्नदाता को भुगतना पड़ेगा। क्यूंकि शुरुआत में की गई लापरवाही अब बड़े संकट का रूप ले चुकी है।अब सवाल यही है....क्या प्रशासन समय रहते व्यवस्था संभाल पाएगा,या फिर एक बार फिर किसान अव्यवस्था का शिकार बनेगा?
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ADANIRUDHA DAWALE
Dec 30, 2025 07:10:52
Amravati, Maharashtra:तीन फाईल आहे रिपोर्टर :- अनिरुद्ध दवाळे, अमरावती 9503131919 महापालिका निवडणुकीच्या तोंडावर अमरावतीत एकनाथ शिंदे यांना मोठा धक्का; माजी राज्यमंत्र्यांनी राजीनामा देत सोडली साथ, स्वतंत्र पॅनल उभा करत लढवणार निवडणूक अँकर :- महापालिका निवडणुकीच्या ऐन तोंडावर अमरावती एकनाथ शिंदे यांना मोठा धक्का बसला आहे. माजी राज्यमंत्री व शिवसेनेचे विदर्भ संघटन प्रमुख जगदीश गुप्ता यांनी शिवसेनेची साथ सोडत एकनाथ शिंदे यांच्याकडे राजीनामा पाठविला आहे. त्यामुळे अमरावती शिवसेनेला मोठा खिंडार पडला असून आता गुप्ता अमरावती स्वतंत्र पॅनल उभा करत निवडणूक लढणार आहे. त्यामुळे गुप्ता यांच्या राजीनामाच्या पडसाद शहरात काय पडसाद उमटतात याकडे सर्वांचे लक्ष लागला आहे. दरम्यान जगदीश गुप्ता हे मंत्री संजय राठोड यांच्यावर नाराज असून भाजपने शिवसेनेला सन्मान जनक जागा न दिल्याने जगदीश गुप्ता यांनी हा निर्णय घेतला आहे. कार्यकर्त्यांना महापालिका निवडणुतील प्लॅटफॉर्म मिळावा यासाठी शिवसेना जॉईन केली होती मात्र सर्वच पक्ष सारखेच असतात अशी खंत जगदीश गुप्ता यांनी बोलून दाखवली आहे. बाईट :- जगदीश गुप्ता, माजी राज्यमंत्री
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PKPrashant Kumar
Dec 30, 2025 07:10:22
Munger, Bihar:पूस की सर्द रात में गरीबों की बेबसी, सड़क किनारे यात्री शेड बना आशियाना; रैन बसेरा में मिली आंशिक राहत। मुंगेर :जिले में पूस माह की कड़ाके की ठंड ने गरीबों और बेसहारों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। शीतलहर के बीच जिला प्रशासन द्वारा ठंड से बचाव को लेकर की गई व्यवस्थाएं सड़कों और राजमार्गों के आसपास प्रभावी रूप से नजर नहीं आ रही हैं। असरगंज प्रखंड के सुल्तानगंज–देवघर मुख्य मार्ग स्थित लदौआ मोड़ के पास एक गरीब परिवार की स्थिति ने मानवीय संवेदनाओं को झकझोर कर रख दिया है。 कड़ाके की ठंड में एक महिला अपने छह छोटे बच्चों और बुजुर्ग मां के साथ सड़क किनारे बने यात्री शेड में रहने को विवश है। अलाव जलाकर बच्चों को गोद में समेटे बैठी काटी देवी ने बताया कि उनके पिता का पूर्व में निधन हो चुका है। न तो उनके पास पक्का मकान है और न ही कोई स्थायी सहारा। वर्षों से वे इसी यात्री शेड को अपना ठिकाना बनाए हुए हैं। सड़क से गुजरने वाले भारी वाहनों और ट्रकों के कारण ठंडी हवा सीधे शरीर से टकराती है, जिससे ठंड और अधिक असहनीय हो जाती है। परिवार के सदस्य कचरा बीनकर बोतल, लोहा और प्लास्टिक चुनकर किसी तरह जीवन यापन कर रहे हैं।ठंड बढ़ने पर सड़क किनारे अलाव जलाकर जान बचाई जा रही है, लेकिन अब तक प्रशासन की ओर से न तो कंबल उपलब्ध कराया गया है और न ही कोई ठोस सहायता। यह परिवार ठंड के मौसम में सरकारी व्यवस्था की अनदेखी का प्रतीक बन गया है。 वहीं दूसरी ओर, हवेली खड़गपुर नगर परिषद द्वारा संचालित रैन बसेरा में रहने वाली महिलाओं ने यहां की व्यवस्था को अपेक्षाकृत बेहतर बताया। वर्षों से बेघर महिलाएं इस आश्रय स्थल में रह रही हैं, जहां भोजन और रहने की सुविधा उपलब्ध है। हालांकि महिलाओं का कहना है कि ठंड से बचाव के लिए दिए गए कंबल पर्याप्त नहीं हैं। रैन बसेरा के दूसरे तल्ले पर बाहर से आए कुछ पुलिसकर्मियों के ठहरने की बात भी सामने आई है。 आश्रय स्थल के केयर टेकर ने बताया कि यहां लंबे समय से रह रहे लोगों के लिए नियमित रूप से खाने-पीने की व्यवस्था की जाती है, जबकि अचानक पहुंचने वालों के लिए वैकल्पिक इंतजाम किए जाते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि दूसरे तल्ले पर अस्थायी रूप से कुछ पुलिसकर्मी ठहरे हुए हैं。 कुल मिलाकर, जिले में कड़ाके की ठंड ने एक ओर गरीबों की बेबसी को उजागर किया है, तो दूसरी ओर ठंड से बचाव को लेकर की गई सरकारी तैयारियों की जमीनी हकीकत भी सामने ला दी है。
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TSTripurari Sharan
Dec 30, 2025 07:08:49
Sitamarhi, Bihar:सीतामढ़ी के सुरसंड नगर पंचायत में विकास की गति धीमी पड़ी हुई है। कई वार्डो में अभी भी मूलभूत सुविधा उपलब्ध नहीं है। सुरसंड नगर पंचायत के वार्ड नंबर 17 मैदान गांव में पक्की सड़क और नाला का अभाव है यहां के लोग कच्ची सड़क पर चलने को मजबूर है। इतना ही नहीं नाला निर्माण नहीं होने के कारण जलजमाव की भी समस्या बनी रहती है। यह तस्वीर सुरसंड नगर पंचायत के वार्ड नंबर 17 मैदान गांव की है। ग्रामीणों का आरोप है कि नगर पंचायत से बेहतर ग्रामीण पंचायत ही था जिसमें कई विकासात्मक कार्य कराए गए थे लेकिन जब से नगर पंचायत बना तब से यहां कोई भी विकास कार्य नहीं हो सका। स्थानीय लोग नगर पंचायत के कार्यशैली से खासा नाराज दिख रहे हैं।
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