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Ghazipur233002

गाजीपुरः अरंगी खजूरी सड़क के घटिया निर्माण के ठेकेदार की ग्रामीणों ने खोली पोल

Dec 13, 2024 15:47:06
Ghazipur, Uttar Pradesh

गाजीपुर में दिलदारनगर इलाके के PMJSY के तहत अरंगी खजूरी सड़क के घटिया निर्माण को लेकर लोगों ने धरना दिया।  ठेकेदार के द्वारा कुछ इस तरह का घटिया निर्माण किया गया की चार दिन के अंदर ही ग्रामीणों ने पोल खोल दिया। 

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JGJugal Gandhi
Dec 08, 2025 09:31:23
Alwar, Rajasthan:चलती ट्रेन में इंसानियत की मिसाल: दौसा से पहले गर्भवती महिला की सुरक्षित डिलीवरी, यात्री बने ‘फ़रिश्ते’ अलवर–जयपुर रूट पर चल रही भुज–बरेली ट्रेन में सोमवार सुबह एक अद्भुत मानवीय घटना सामने आई। करीब सुबह 8:45 बजे, दौसा स्टेशन से पहले ही एक गर्भवती महिला को अचानक तेज प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। स्थिति गंभीर होती देख डिब्बे में मौजूद यात्रियों ने बिना समय गंवाए मदद के लिए हाथ बढ़ाए。 डिब्बे में सफर कर रहे कृषि विभाग के कर्मचारी संजय बुंदेला और महुआ सीएचसी, दौसा की नर्सिंग कर्मी ममता मीणा तुरंत महिला की ओर दौड़े। ममता ने प्रसव की स्थिति समझते हुए ब्लेड की व्यवस्था करने को कहा, जिसके बाद संजय बुंदेला AC कोच में पहुंचे और टीटी से मदद ली। टीटी रमेश बैरवा भी तुरंत जनरल कोच में पहुंच गए。 तीनों ने मिलकर तुरंत डिलीवरी की तैयारी शुरू की। इसी दौरान आसपास बैठी महिलाओं ने चुन्नी और लुगड़ी से पर्दा लगाकर सुरक्षित माहौल तैयार किया। केवल 5 मिनट में ममता मीणा ने सुरक्षित प्रसव कराते हुए महिला को एक स्वस्थ बच्ची का जन्म दिलाया。 डिलीवरी के बाद टीम ने तुरंत दौसा रेलवे स्टेशन पर एंबुलेंस बुलवाई और मां-बेटी को सरकारी अस्पताल भिजवाया। महिला अपने पति के साथ जयपुर से अलवर जा रही थी。 सफल प्रसव के बाद पूरे डिब्बे में खुशी की लहर दौड़ गई। यात्रियों ने न सिर्फ टीम की दिल से सराहना की बल्कि नवजात बच्ची को आशीर्वाद और उपहारस्वरूप पैसे भी दिए। इस घटना ने साबित कर दिया कि इंसानियत आज भी जिंदा है—और कभी-कभी सबसे मुश्किल वक्त में बिल्कुल अनजान लोग ही सबसे बड़े सहारा बन जाते हैं。
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MPMAHESH PARIHAR1
Dec 08, 2025 09:30:20
Jhalawar, Rajasthan:भोानीमंडी (झालावाड़) झालावाड़ जिले के भवानीमंडी थाना पुलिस ने गत 6 दिसंबर को एक 11 वर्षीय स्कूली छात्रा के साथ छेड़छाड़ व अपहरण का प्रयास करने के मामले में आरोपी युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी रितेश भील पचपहाड़ का निवासी है, जिसे पुलिस ने वारदात के महज 24 घंटे के भीतर ही धरदबोचा। मामले में जानकारी देते हुए झालावाड़ पुलिस अधीक्षक अमित बुडानिया ने बताया कि थाना भवानीमंडी में एक प्रार्थी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी, कि उसकी बेटी 6 दिसंबर को सुबह स्कूल जा रही थी। इस दौरान मुंह पर मफलर बांधे हुए एक व्यक्ति बाइक लेकर उसके पास आया और उसे पैसे का लालच देकर बाइक पर बैठकर उसके साथ चलने के लिए कहा। लड़की के मना करने के बाद भी वह उससे जबरदस्ती करने लगा, तो लड़की रोते चिल्लाते हुए पास की ही एक चाय की दुकान पर चली गई। जिसके बाद आरोपी बाइक से पचपहाड़ की ओर निकल गया था। कुछ देर बाद उसके पिता वहां से निकले, तो उसकी बेटी एक दुकान पर बैठी रोती हुई नजर आई और वारदात की जानकारी दी। उक्त मामले में भवानीमंडी थाना पुलिस द्वारा प्रकरण दर्ज कर टीम गठित की गई और क्षेत्र के سیसीटीवी तथा तकनीकी अनुसंधान के माध्यम से पुलिस ने आरोपी की पहचान की और वारदात के महज 24 घंटे के भीतर ही पचपहाड़ निवासी आरोपी रितेश भील को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी की बाइक को भी जब्त कर लिया है।
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GSGAUTAM SARKAR
Dec 08, 2025 09:23:59
Kurustikur, Chhattisgarh:कांकेर जिले में लगातार धर्मांतरण का विरोध सामने आ रहा है, 4 दिन पहले कुरना गांव में शव दफन को लेकर ग्रामीणों का विरोध देखने को मिला था, वही अब गांव में धर्मांतरणित 5 परिवार के 10 सदस्यों ने अपने मूल धर्म में वापसी कर ली है, सर्व समाज और हिन्दू संगठन के लोग गांव गांव में धर्मांतरण रोकने और धर्मांतरित व्यक्तियों का विरोध करने जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। 4 दिन पहले इसी गांव में धर्मांतरणित महिला के शव को लेकर विवाद सामने आया था अब गांव में धर्मांतरित परिवार ने घर वापसी करने समाज से निवेदन किया है और उन्हें समाज में शामिल किया गया है। गांव के ग्रामीण बड़ी संख्या में बालाजी मंदिर में धर्मांतरित परिवार को समाज में शामिल करने का स्वागत किया है।
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VSVIPIN SHARMA
Dec 08, 2025 09:23:43
Kaithal, Haryana:कैथल में डॉक्टरों की हड़ताल का असर नहीं। दो दिनी हड़ताल पर सरकारी डॉक्टर, बोले– वैकल्पिक व्यवस्थाओं से नहीं चलेगा काम। सीएमओ की सीधी भर्ती पर रोक और एसीपी स्कीम लागू करने की मांग पर अड़े डॉक्टर। उधर कैथल की सीएमओ का दावा– हड़ताल का असर नहीं, 50 बाहरी डॉक्टर मोर्चा संभाल रहे हैं। हरियाणा में सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के आह्वान पर कैथल के सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर दो दिन की हड़ताल पर चले गए हैं। डॉक्टरों का कहना है कि सरकार केवल वैकल्पिक व्यवस्थाओं के सहारे काम चला रही है, जबकि इससे मरीजों को पूरी चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पा रही, सिर्फ सांत्वना भर दी जा रही है। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बताया कि उनकी मुख्य मांगें हैं: सीएमओ की सीधी भर्ती पर रोक लगाई जाए; modified बेसिस पर एसीपी स्कीम लागू की जाए। डॉक्टरों ने कहा कि पिछले साल सरकार ने इन मांगों पर सहमति जताई थी और इस संबंध में सेक्रेटरी व GPSC के माध्यम से सीएम से भी बात हुई थी, लेकिन अब इन मांगों को नजरअंदाज किया जा रहा है। इसी के विरोध में डॉक्टर दो दिन की हड़ताल पर हैं। एसोसिएशन से जुड़े डॉक्टरों ने यह भी स्पष्ट किया कि वे मरीजों को परेशान नहीं करना चाहते। अगर अस्पताल में कोई इमरजेंसी मरीज आता है और उसकी जान को खतरा होता है तो उसका इलाज किया जाएगा। उन्होंने दो टूक कहा कि केवल वैकल्पिक व्यवस्थाओं से सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं नहीं चल सकतीं। कैथल की सीएमओ डॉ रेनू चावला से बात की गई तो उन्होंने दावा किया कि हड़ताल का सरकारी अस्पताल की सेवाओं पर कोई खास असर नहीं पड़ा है। उनके अनुसार, वैकल्पिक व्यवस्थाएं पूरी तरह से लागू हैं और कल्पना चावला गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज करनाल से लगभग 50 डॉक्टर कैथल पहुंचे हैं जो मरीजों का इलाज कर रहे हैं। सीएमओ रेनू चावला ने लोगों से अपील की कि अफवाहों पर ध्यान न दें। अस्पताल में इलाज की पूरी व्यवस्था है, जरूरत पड़ने पर मरीज निःसंकोच सरकारी अस्पताल में आकर उपचार करवाएं।
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SASARIFUDDIN AHMED
Dec 08, 2025 09:21:37
Guwahati, Assam:जिस तरह से पश्चिम बंगाल के महिला सोनाली खातून को बांग्लादेश puch back करके भेजने के बाद सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप में फिर से हिंदुस्तान लाया गया इस तरह अगर असम के नलबाड़ी जिले के borkura गांव के indigenous महिला सकीना बेगम को भी भारत लाने का मांग अभी पूरे असम में जोरों शोरों से उठ रहा विरोध-प्रस्तावित आंदोलन है। इसी दौरान असम के मुस्लिम स्टूडेंट यूनियन ऑफ़ आसाम MUSA के प्रमुख आशिक रब्बानी ने मांग करते हैं कि सरकार जल्द से जल्द केंद्रीय और असम दोनों ही सरकार मिलकर सकीना बेगम को लाने के लिए प्रयास करें। किसी के साथ-साथ असम के अन्य मुस्लिम संगठन भी सुप्रीम कोर्ट पर सकीना बेगम के लिए अपील करें नहीं तो इस तरह से बेहाल हालत में 65 साल की सकीना बेगम की मौत भी हो जाएगी। हम लोग मूसा के तरफ से जल्द से जल्द महिला को उद्धार करने के लिए मांग करते हैं अगर हमारी मांग पूरी नहीं करते हैं तो सरकार हम लोग उस पर जोरदार आंदोलन भी करेंगे। क्योंकि सकीना बेगम एक इंडीजीनस नलबाड़ी की महिला है उन्हें भूल के दौरान ही बांग्लादेशी बनाकर पुशबैक किया गया है जिस तरह से सोनाली खातून को किया गया था और सोनाली खातून अभी अपने घर पश्चिम बंगाल पहुंच चुकी है इस तरह हमारी इंडीजीनस महिला सकीना बेगम को भी जल्द से जल्द असम लाया जाए क्योंकि सकीना बेगम हमारी असम के नलबाड़ी के इंडीजीनस महिला है हम लोग सरकार के पुशबैक नीति के खिलाफ आवाज उठाते हैं पुशबैक करना गलत है क्योंकि इसमें इंडियन लोग ही हरासमेंट होते हैं जो सरासर गलत है । इसीलिए हम मांग कर रहे हैं की सकीना बेगम को जल्द से जल्द इंडिया ले असम के नलबाड़ी में उनके घर भेज दिया जाए नहीं तो मुस्लिम स्टूडेंट यूनियन ऑफ असम मूसा के तरफ से जोरदार प्रदर्शन होगा।
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